रविवार, 26 मार्च 2023

हैरतअंगेज: 14 महीने तक पेशाब नहीं कर सकी 'महिला'

हैरतअंगेज: 14 महीने तक पेशाब नहीं कर सकी 'महिला' 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

लंदन। यूके में फाउलर्स सिंड्रोम होने के कारण एक 30 वर्षीय महिला 14 महीने (अक्टूबर 2020 से दिसंबर 2021) तक पेशाब नहीं कर सकी। डॉक्टर्स ने इसके बाद महिला के मूत्राशय में एक इमरजेंसी कैथेटर लगाया जिससे वह पेशाब कर सके। महिला ने जनवरी-2023 में इसके लिए एक ऑपरेशन कराया और बताया, ऐसे नर्क के बाद इससे मेरा जीवन आसान हो गया। लंदन की रहने वाली ईल एडम्स पेशे के कंटेंट क्रिएटर हैं। कुछ महीने पहले उन्होंने महसूस किया कि उन्हें अब यूरिन नहीं आता। जबकि वो नॉर्मल इंसानों की तरह खाना-पीना ले रही थीं। एडम्स को शुरू में यह सब कुछ नॉर्मल लगा। लेकिन जैसे-जैसे दिन बीतते गए, उनकी चिंता भी बढ़ती गई।

आखिरकार उन्हें हॉस्पिटल जाना पड़ा। जांच हुई तो डॉक्टर्स भी हैरान रह गए। एडम्स के यूरिनरी ब्लैडर में 1 लीटर यूरिन भरा था। जबकि इंसानों के ब्लैडर में 600 ml यूरिन ही जमा हो सकता है। उसमें भी 400 ml भरने के बाद इंसान को पेशाब करने की आवश्यकता महसूस होने लगती है। उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2020 तक उनके साथ सबकुछ ठीक था लेकिन अचानक एक रात उनकी तबीयत काफी ज्यादा बिगड़ गई और जब अगली सुबह वह वॉशरूम गई तो वह पेशाब नहीं कर पा रही थी। 

इसके बावजूद एडम्स को पेशाब करने की जरूरत महसूस नहीं हो रही थी और न ही उसे किसी तरह की दिक्कत हो रही थी। डॉक्टर्स का कहना है कि यूरिन पास न हो पाने के चलते एडम्स की शरीर से टॉक्सिक एलिमेंट्स बाहर नहीं आ पा रहे थे। शरीर में जमा हो रहे ये तत्व आगे चलकर गंभीर नुकसान पहुंचा सकते थे। एडम्स का ब्लैडर पूरी तरह से भरने के बाद भी यूरिन पास नहीं कर पा रहा था। ऐसे में ब्लैडर के फटने का भी खतरा था। जिसे देखते हुए डॉक्टर्स ने पाइप के सहारे यूरिन बाहर करने का फैसला किया। इसके लिए एक ऑपरेशन की मदद से एडम्स के ब्लैडर में नली लगाई गई। जिसके बाद उनका ब्लैडर खाली हुआ।

एडम्स की ऐसी स्थिति क्यों हुई है, इस बारे में डॉक्टर भी कोई ठोस वजह नहीं बता पाए। लेकिन यह बताया गया कि कुछ मामलों में यंग महिलाओं के साथ ये समस्या देखी जाती है। एडम्स जिस तरह की समस्या से जूझ रही हैं, उसका कोई जांचा-परखा इलाज भी नहीं है। लंदन में एडम्स का इलाज करने वाले डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसी संभावना है कि उन्हें हमेशा नली के सहारे ही यूरिन पास करना होगा। क्योंकि लंबे समय तक काम न करने के चलते उनका यूरिन सिस्टम काफी हद तक खराब हो चुका है।

स्किन की नमी को वापस दिलाने में फायदेमंद है 'तरबूज'

स्किन की नमी को वापस दिलाने में फायदेमंद है 'तरबूज'

सरस्वती उपाध्याय 

गर्मी के मौसम ने दस्तक दे दी है। इस मौसम में हमारी बॉडी बहुत ज़्यादा डिहाइट्रेटेड होती है, जिसका असर हमारे स्किन पर भी साफ़ दिखता है। इस मौसम में हमारी स्किन सूरज की किरणों में आने की वजह से डल, बेजान और मुरझा जाती है। अगर आप भी इन परेशानियों का सामना कर रहे हैं तो आपके लिए एक बेहद असरदार नुस्खा लेकर आये हैं।
दरअसल, आपकी स्किन की खोई हुई नमी को वापस दिलाने में तरबूज बेहद फायदेमंद है। जी बिलकुल आपको यह जानकर हैरानी होगी लेकिन पानी से भरपूर यह फल आपकी सेहत के साथ-साथ त्वचा के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसके सेवन से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है। ऐसे में अगर आप गर्मियों में त्वचा से जुड़ी समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो तरबूज का फेस पैक जरूर आजमाएं।

तरबूज में विटामिन ए और विटामिन सी पाया जाता है, जो झुर्रियों से राहत दिलाता है। दरअसल इसमें लाइकोपिन पाया जाता है जो त्वचा की गलोइंगनेस को बनाए रखता है। पानी से भरपपोर होने की वजह से यह चेहरे को अंदर से क्लीन करके सारी गंदगी को बाहर निकालता है। साथ ही स्किन को अंदर से मॉइश्चराइज करता है। तरबूज का फेस पैक लगाने से रिंकल, डार्क स्पॉट, टैनिंग जैसी समस्याओं से भी छुटकारा मिल सकता है।

तरबूज का फेस पैक के लिए सामग्री...

तरबूज का पल्प दो से तीन चम्मच
शहद एक चम्मच
बेसन एक चम्मच
हल्दी आधा चम्मच 

फेस पैक बनाने की विधि...

सबसे पहले एक बाउल में तरबूज का पल्प निकाल लें। इसके बीज को भी निकाल दें। तरबूज के पल्प में एक चम्मच शहद, चुटकीभर हल्दी और 1 चम्मच बेसन मिलाकर पेस्ट तैयार करें। पेस्ट में लम्स न पड़ने दें। अब चेहरे पर यह मास्क लगा लें। 15 मिनट बाद जब पेस्ट सूख जाए तो नॉर्मल पानी से अपना स्किन धोएं। फेस पैक हटाने के बाद चेहरे को मॉइश्चराइज करें। इस पैक को हफ्ते में 2 से 3 बार ज़रूर आजमाएं, ऐसा करने से आपका चेहरा रुई के फाहे की तरह मुलायम हो जाएगी।

लोकतंत्र को कमजोर करने वाले सत्याग्रह नहीं कर सकतें

लोकतंत्र को कमजोर करने वाले सत्याग्रह नहीं कर सकतें

संदीप मिश्र 

लखनऊ। राहुल गांधी की सांसदी जाने के विरोध में कांग्रेस के सत्याग्रह कार्यक्रम पर तंज कसते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोकतंत्र को कमजोर करने वाले सत्याग्रह नहीं कर सकतें हैं। सीएम योगी ने कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी निशान साधा। सीएम योगी ने कहा कि देश को भाषावाद और क्षेत्रवाद जैसे तमाम वादों में बांटने वाले भी सत्याग्रह नहीं कर सकते। मौन जीवों की बात तो दूर मनुष्य के प्रति भी जिनकी संवेदना न हो, उन्हें सत्याग्रह का अधिकार नहीं है। सीएम योगी ने रविवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस पार्टी पर जमकर कटाक्ष किए।

सीएम योगी ने कहा कि गांधी जी ने अपने जीवन में सदैव सत्य, अहिंसा और अस्तेय को स्थान दिया था। उनका इस बात के लिए आग्रह था। उनका आग्रह ही सत्याग्रह कहलाया। उन्होंने कहा कि देश के अंदर बहुत सारे लोगों को शासन करने का अवसर प्राप्त हुआ था, लेकिन मौन जीवों की बात दूर मनुष्य के प्रति भी जिनके अंदर भाव न हो, वो क्या सत्याग्रह करेंगे। असत्य के मार्ग पर चलने वाला सत्याग्रह की बात नहीं कर सकता। आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे हुए लोग सत्याग्रह नहीं सकते हैं।

इस दौरान सीएम योगी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सत्याग्रह की व्याख्या करते हुए कहा कि मन, वचन और कर्म पर चलना ही सत्याग्रह है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं को उनके आचार और व्यवहार पर आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जिसके आचरण और व्यवहार, आचार और विचार, कथनी और करनी में फर्क होता है, वह सत्याग्रह नहीं कर सकता। 

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


1. अंक-164, (वर्ष-06)

2. सोमवार, मार्च 27, 2023

3. शक-1944, चैत्र, शुक्ल-पक्ष, तिथि-षष्ठी, विक्रमी सवंत-2079‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:40, सूर्यास्त: 06:23। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 15 डी.सै., अधिकतम- 24+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

http://www.universalexpress.page/ www.universalexpress.in 

email:universalexpress.editor@gmail.com 

संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित)

शनिवार, 25 मार्च 2023

नवरात्रि का पांचवां दिन मां 'स्कंदमाता' को समर्पित 

नवरात्रि का पांचवां दिन मां 'स्कंदमाता' को समर्पित 

सरस्वती उपाध्याय 

नवरात्रि के पांचवें दिन भक्तों को अभीष्ट फल प्रदान करने वाली मां दुर्गा के पंचम स्वरूप मां स्कंदमाता की पूजा करने का विधान है। ये देवी पार्वती का ही स्वरूप है।

कौन हैं स्कंदमाता ?

भगवान स्कंद (कार्तिकेय) की माता होने के कारण देवी के इस पांचवें स्वरूप को स्कंदमाता के नाम से जाना जाता है। भगवान स्कंद 'कुमार कार्तिकेय'नाम से भी जाने जाते हैं। ये प्रसिद्ध देवासुर संग्राम में देवताओं के सेनापति बने थे। पुराणों में इन्हें कुमार और शक्तिधर कहकर इनकी महिमा का वर्णन किया गया है, इनका वाहन मयूर है। स्कंदमाता के विग्रह में भगवान स्कंदजी बालरूप में इनकी गोद में बैठे हुए हैं।

दिव्य है इनका स्वरूप...

शास्त्रानुसार सिंह पर सवार स्कन्दमातृस्वरूपणी देवी की चार भुजाएं हैं,जिसमें देवी अपनी ऊपर वाली दांयी भुजा में बाल कार्तिकेय को गोद में उठाए उठाए हुए हैं और नीचे वाली दांयी भुजा में कमल पुष्प लिए हुए हैं ऊपर वाली बाईं भुजा से इन्होने जगत तारण वरद मुद्रा बना रखी है व नीचे वाली बाईं भुजा में कमल पुष्प है। इनका वर्णन पूर्णतः शुभ्र है और ये कमल के आसान पर विराजमान रहती हैं, इसलिए इन्हें पद्मासन देवी भी कहा जाता है। नवरात्र पूजन के पांचवे दिन का शास्त्रों में पुष्कल महत्व बताया गया है।

पूजा विधि...

मां के श्रृंगार के लिए खूबसूरत रंगों का इस्तेमाल किया जाता है। स्कंदमाता और भगवान कार्तिकेय की पूजा भक्ति-भाव और विनम्रता के साथ करनी चाहिए। पूजा में कुमकुम,अक्षत,पुष्प,फल आदि से पूजा करें। चंदन लगाएं, माता के सामने घी का दीपक जलाएं। आज के दिन भगवती दुर्गा को केले का भोग लगाना चाहिए और यह प्रसाद ब्राह्मण को दे देना चाहिए ऐसा करने से मनुष्य की बुद्धि का विकास होता है।

बच्चों को होगा फायदा...

स्कंदमाता की पूजा में पीले फूल अर्पित करें और पीली चीजों का भोग लगाएं। संतान संबंधी कष्टों को दूर करने के लिए इस दिन बच्चों को फल-मिठाई बांटना भी बहुत अच्छा माना गया है।

उपासना का फल...

पौराणिक मान्यता है कि इनकी पूजा से भगवान कार्तिकेय की पूजा स्वयं ही हो जाती है एवं स्कंदमाता की आराधना से सूनी गोद भर जाती है। इनकी साधना से साधकों को आरोग्य,बुद्धिमता तथा ज्ञान की प्राप्ति होती है। इनकी उपासना से समस्त इच्छाएं पूर्ण हो जाती हैं व भक्तों को परम शांति एवं सुख का अनुभव होने लगता है। सूर्यमण्डल की अधिष्ठात्री देवी होने के कारण इनका उपासक आलौकिक तेज एवं कांति से संपन्न हो जाता है। संतान सुख एवं रोगमुक्ति के लिए स्कंदमाता की पूजा करनी चाहिए।


इस मंत्र से करें आराधना...


1. सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया।

शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी॥


2. या देवी सर्वभूतेषु माँ स्कन्दमाता रूपेण संस्थिता।

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

परिषदीय पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन 

परिषदीय पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन 


महामाया महाविद्यालय में किया गया परिषदीय पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन

कौशाम्बी। महामाया राजकीय महाविद्यालय में शनिवार को सत्र 2022- 23 के परिषदीय पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह की अध्यक्षता डॉ अरविंद कुमार, प्राचार्य, महामाया राजकीय महाविद्यालय द्वारा की गई कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके हुआ। तत्पश्चात अभिषेक सरोज द्वारा  सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। सत्र 2022-23 के महाविद्यालय के सभी विभागों द्वारा विभागीय परिषद का गठन किया गया तथा परिषदीय कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं में  प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त छात्र-छात्राओं को एवं परिषदीय चुनाव के अंतर्गत उपाध्यक्ष, सचिव व कक्षा प्रतिनिधि पद पर चुने गए छात्र-छात्राओं को संबंधित प्रमाण पत्र व पुरस्कार प्राचार्य अरविंद कुमार द्वारा प्रदान किया गया।    

इस परिषदीय कार्यक्रम में डॉ. तरित अग्रवाल एवं डॉ. अनिल कुमार आदि प्राध्यापकों ने अपने विचार व्यक्त किए गए। प्राचार्य अरविंद कुमार ने पुरस्कार पाने वाले छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं एवं बधाई दी तथा उन्होंने अपना आशीर्वाद देते हुए कहा कि छात्र-छात्राएं अपने जीवन में उच्च शिखर पर अपना नाम अंकित करें।

इस कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. अजय कुमार द्वारा किया गया इस अवसर पर महाविद्यालय के डॉ. रीता दयाल, डॉ भावना केसरवानी , डॉ. तरित अग्रवाल , डॉ. नीरज कुमार सिंह , डॉ. अमित शुक्ल ,डॉ. शैलेश मालवीय ,,समरजीत राकेश कार्यालय अधीक्षक दिलीप कुमार कनिष्ठ सहायक अजय कुमार वरिष्ठ उदय शंकर पाल कनिष्ठ लिपिक ,मानवेंद्र सिंह साहनी आदि लोग उपस्थित रहे।

अनिल कुमार 

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली  इकबाल अंसारी  रांची। झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने गुरुवार को शपथ ली। ...