हैरतअंगेज: 14 महीने तक पेशाब नहीं कर सकी 'महिला'
डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत
लंदन। यूके में फाउलर्स सिंड्रोम होने के कारण एक 30 वर्षीय महिला 14 महीने (अक्टूबर 2020 से दिसंबर 2021) तक पेशाब नहीं कर सकी। डॉक्टर्स ने इसके बाद महिला के मूत्राशय में एक इमरजेंसी कैथेटर लगाया जिससे वह पेशाब कर सके। महिला ने जनवरी-2023 में इसके लिए एक ऑपरेशन कराया और बताया, ऐसे नर्क के बाद इससे मेरा जीवन आसान हो गया। लंदन की रहने वाली ईल एडम्स पेशे के कंटेंट क्रिएटर हैं। कुछ महीने पहले उन्होंने महसूस किया कि उन्हें अब यूरिन नहीं आता। जबकि वो नॉर्मल इंसानों की तरह खाना-पीना ले रही थीं। एडम्स को शुरू में यह सब कुछ नॉर्मल लगा। लेकिन जैसे-जैसे दिन बीतते गए, उनकी चिंता भी बढ़ती गई।
आखिरकार उन्हें हॉस्पिटल जाना पड़ा। जांच हुई तो डॉक्टर्स भी हैरान रह गए। एडम्स के यूरिनरी ब्लैडर में 1 लीटर यूरिन भरा था। जबकि इंसानों के ब्लैडर में 600 ml यूरिन ही जमा हो सकता है। उसमें भी 400 ml भरने के बाद इंसान को पेशाब करने की आवश्यकता महसूस होने लगती है। उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2020 तक उनके साथ सबकुछ ठीक था लेकिन अचानक एक रात उनकी तबीयत काफी ज्यादा बिगड़ गई और जब अगली सुबह वह वॉशरूम गई तो वह पेशाब नहीं कर पा रही थी।
इसके बावजूद एडम्स को पेशाब करने की जरूरत महसूस नहीं हो रही थी और न ही उसे किसी तरह की दिक्कत हो रही थी। डॉक्टर्स का कहना है कि यूरिन पास न हो पाने के चलते एडम्स की शरीर से टॉक्सिक एलिमेंट्स बाहर नहीं आ पा रहे थे। शरीर में जमा हो रहे ये तत्व आगे चलकर गंभीर नुकसान पहुंचा सकते थे। एडम्स का ब्लैडर पूरी तरह से भरने के बाद भी यूरिन पास नहीं कर पा रहा था। ऐसे में ब्लैडर के फटने का भी खतरा था। जिसे देखते हुए डॉक्टर्स ने पाइप के सहारे यूरिन बाहर करने का फैसला किया। इसके लिए एक ऑपरेशन की मदद से एडम्स के ब्लैडर में नली लगाई गई। जिसके बाद उनका ब्लैडर खाली हुआ।
एडम्स की ऐसी स्थिति क्यों हुई है, इस बारे में डॉक्टर भी कोई ठोस वजह नहीं बता पाए। लेकिन यह बताया गया कि कुछ मामलों में यंग महिलाओं के साथ ये समस्या देखी जाती है। एडम्स जिस तरह की समस्या से जूझ रही हैं, उसका कोई जांचा-परखा इलाज भी नहीं है। लंदन में एडम्स का इलाज करने वाले डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसी संभावना है कि उन्हें हमेशा नली के सहारे ही यूरिन पास करना होगा। क्योंकि लंबे समय तक काम न करने के चलते उनका यूरिन सिस्टम काफी हद तक खराब हो चुका है।