33 करोड़ मीट्रिक टन का योगदान, लक्ष्य निर्धारित
अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी
नई दिल्ली/गांधीनगर। केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि भारत को वर्ष 2033-34 तक वैश्विक दुग्ध उत्पादन में 33 फीसदी यानी, 33 करोड़ मीट्रिक टन का योगदान देने का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए। गांधीनगर में आयोजित 49वें डेयरी उद्योग सम्मेलन में शाह ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों के अलावा सहकारी समितियों को यह लक्ष्य हासिल करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा, “हमें 2033-34 तक वैश्विक दुग्ध उत्पादन में 33 फीसदी यानी 33 करोड़ मीट्रिक टन का योगदान देने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ना चाहिए। अगर (पंचायत स्तर पर) दो लाख नयी दुग्ध उत्पादक समितियां बनाई जाती हैं, तो आने वाले वर्षों में भारत के पास वैश्विक दुग्ध उत्पादन में 33 फीसदी योगदान देने की क्षमता होगी।”
शाह ने कहा, “इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों तथा सहकारी समितियों को साथ मिलकर काम करना चाहिए। हमें बड़े पैमाने पर उत्पादन जारी रखते हुए जनता द्वारा व्यापक स्तर पर उत्पादन को जमीनी हकीकत बनाना होगा।”