मंगलवार, 7 मार्च 2023

9 मार्च को विधानसभा का घेराव करने का ऐलान

9 मार्च को विधानसभा का घेराव करने का ऐलान

अमित शर्मा 

चंडीगढ़। पंजाब प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य की आम आदमी पार्टी (आप) की मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली 11 माह पुरानी सरकार के शासन में ध्वस्त हुई कानून-व्यवस्था तथा राज्य विधानसभा में बजट-सत्र के दौरान पेश रिपोर्ट कार्ड पर सवाल उठाते हुए 9 मार्च को विधानसभा का घेराव करने का ऐलान किया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री राज्य में कानून-व्यवस्था ठीक होने तथा शांतिमय माहौल होने का कोरा झूठ बोल रहे हैं। जबकि सभी जानते हैं कि गत 11 माह में राज्य के हालात कितने बदतर हो चुके हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य ने आतंकवाद का काला भयावह दौर भी देखा है और उससे मुक्ति भी प्राप्त की है। लेकिन अब इससे भी बुरे दौर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि जब से यह सरकार बनी है तब से राज्य में खालिस्तान समर्थकों, अलगाववाद और भाईचारा खराब करने की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। अलगाववादी सोशल मीडिया के माध्यम से निरंतर पंजाब को तोड़ने और भाईचारा खराब करने की बातें कर रहे हैं। लेकिन राज्य सरकार मूकदर्शक बन तमाशा देख रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में आए दिन हो रही हत्याओं, रंगदारी या फिरौती मांगने और न देने पर हत्याएं होने, लूटपाट और थानों पर कब्जे आदि की निरंतर घटित हो रही घटनाओं से पंजाब की जनता दहशत में है।

आंतकवाद के दौरान भी ऐसा नहीं हुआ कि किसी थाने पर कब्ज़ा कर लिया गया और पुलिस के साथ थाने में ही मारपीट की गई और पुलिस ने भी हथियार डाल दिए। पुलिस को इतना कमज़ोर कभी नहीं देखा, जितना इसे राज्य की मौजूदा सरकार ने कर दिया है। इसके लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं क्योंकि गृह विभाग उनके पास है। सरकार ने हिंसा करने वालों के सामने न केवल घुटने टेक दिए बल्कि अपहरण के गिरफ्तार आरोपियों की जमानत का समर्थन भी किया।

यहां सवाल उठता है कि अगर गिरफ्तार लोगों पर आरोप नहीं था, तो उस पर मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार क्यों किया गया? अगर आरोपी था तो दबाव में आकर जमानत क्यों दे दी गई? श्री शर्मा ने कहा कि पुलिस महानिदेशक(डीजीपी) ने खुद मीडिया के समक्ष कहा था कि थाने में हथियारों के बल पर हुडदंगियों ने कब्ज़ा किया और पुलिस के साथ मारपीट की, लेकिन 15 दिन बीतने के बाद भी आज तक ऐसे तत्वों पर कोई मामला दर्ज़ क्यों नहीं हुआ।

यहां तक कि डीजीपी की पत्रकारवार्ता के बाद फिर अमृतपाल सिंह ने पंजाब सरकार को चुनौती दी कि उनके खिलाफ मामला दर्ज़ करके दिखाएं, अगर किया गया तो यह सब पुन: दोहराया जाएगा। ऐसे में पंजाब सरकार के मूर्कदर्शक बने रहने से राज्य के लोगों में भय का माहौल है और उन्हें लग रहा है कि पंजाब कहीं 1984 वाले आंतकवाद के दौर की ओर तो नहीं बढ़ रहा है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब में गैगस्टर बेखौफ हो गये हैं। राज्य की जेलें भी सुरक्षित नहीं हैं वहां भी गैंगवार में एक-दूसरे की हत्याएं हो रही हैं। राज्य में अराजकता का माहौल है और ऐसे समय में मुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुये हैं। उन्होंने कहका कि राज्य के ऐसे अशांत माहौल में कोई भी निवेशक यहां निवेश करने की हिम्मत नहीं करेगा। निवेशक हमेशा अपने पैसे और कारोबार की सुरक्षा और शांति चाहता है।

लेकिन अफ़सोस है कि सरकार सिर्फ ट्वीट कर पंजाब की पल-पल की खबर होने तथा राज्य के हालात ठीक होने की बातें करती है, जबकि हालात इसके बिलकुल विपरीत हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा पंजाब में एक विपक्ष के नाते और पंजाब के भाईचारे को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है।भाजपा ने पंजाब की शांति और कानून-व्यवस्था को कायम करने के लिए राजनीति से ऊपर उठ कर मुख्यमंत्री से सर्वदलीय बैठक बुलाने के लिए पत्र भी लिखा है और सरकार को सरकार को सच का आईना दिखाने और गहरी निद्रा से जगाने के लिए नौ मार्च को सुबह दस बजे भाजपा मुख्यालय सैक्टर 37-ए से पंजाब विधानसभा की तरफ मार्च किया जाएगा।

उन्होंने मीडिया पर राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे अत्याचारों पर भी सवाल करते हुए कहा कि ऐसा राज्य के इतिहास में कभी नहीं हुआ। जसरकार राजनीतिक लोगों, जनता के साथ नता की आवाज़ कहे जाने वाले चौथे स्तम्भ मीडिया की आवाज़ भी दबाने में लगी हुई है, जिसे भाजपा किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।

सीएम ने श्रमिकों के एक समूह के साथ बातचीत की

सीएम ने श्रमिकों के एक समूह के साथ बातचीत की

इकबाल अंसारी 

चेन्नई/तिरुनेलवेली। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने राज्य में प्रवासी श्रमिक समुदाय तक पहुंच बनाने के प्रयास के तहत मंगलवार को यहां एक इकाई में श्रमिकों के एक समूह के साथ बातचीत की। मुख्यमंत्री का यह कदम राज्य में प्रवासी श्रमिकों में से कुछ पर हमलों के कथित फर्जी वीडियो को लेकर प्रवासी श्रमिकों के बीच फैली आशंकाओं के मद्देनजर आया है। इसने बिहार सरकार को स्थिति का जायजा लेने के लिए एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल भेजने के लिए प्रेरित किया था। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि स्टालिन ने जिले में हाथ के दस्ताने बनाने वाली कंपनी कणम लेटेक्स का दौरा किया और प्रवासी श्रमिकों के साथ बातचीत कर उनकी कुशलक्षेम पूछी।

स्टालिन ने प्रवासी श्रमिकों के साथ कुछ मुद्दों को लेकर चर्चा की जैसे वे तमिलनाडु में कितने समय से हैं, क्या स्थानीय लोगों ने उनके साथ अच्छा व्यवहार किया और क्या उन्हें किसी दिक्कत का सामना करना पड़ा। विज्ञप्ति के अनुसार श्रमिकों ने उन्हें बताया कि उनके पास काम का अच्छा माहौल है, कुछ तमिलनाडु में पांच साल से अधिक समय से रह रहे हैं, उनमें से कई अपने परिवारों के साथ हैं और स्थानीय लोग उनके साथ भाईचारे का व्यवहार कर रहे हैं।

श्रमिकों ने राज्य सरकार द्वारा मदद दिया जाना स्वीकार करते हुए उन्हें बताया कि उन्हें कोई भय नहीं है और वे यहां उसी तरह से सुरक्षित महसूस करते हैं जैसे वे अपने मूल स्थानों पर करते हैं। विज्ञप्ति में कहा गया है, मुख्यमंत्री स्टालिन ने उनसे अफवाहों में नहीं आने को कहा और यह भी कहा कि राज्य सरकार सभी राज्यों के श्रमिकों को सुरक्षित कार्य वातावरण प्रदान कर रही है। तमिलनाडु में काफी संख्या में प्रवासी श्रमिक रहते हैं, जिनमें से कई बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों से हैं। इन श्रमिकों में से कई निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं। इस बीच, बिहार सरकार के चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने चेन्नई में अधिकारियों और श्रमिकों से मुलाकात की और कथित फर्जी वीडियो सामने आने के बाद राज्य सरकार की कार्रवाई को लेकर संतोष व्यक्त किया।

इसने पहले प्रतिनिधिमंडल ने तिरुपुर और कोयम्बटूर का दौरा किया, दोनों जगह बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक काम करते हैं। बिहार ग्रामीण विकास सचिव डी बालमुरुगन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वीडियो प्रसारित होने के बाद तमिलनाडु सरकार ने कार्रवाई की है। उन्होंने कहा, वीडियो सामने आने के बाद कुछ आशंकाएं थीं लेकिन अब चीजें स्पष्ट हो गई हैं। पटना में द्रमुक के वरिष्ठ नेता एवं सांसद टी. आर. बालू ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की और बिहार सहित राज्यों के प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षा के लिए तमिलनाडु सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर स्टालिन द्वारा भेजी गई एक रिपोर्ट सौंपी।

द्रमुक के उप महासचिव ए राजा ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान पर निशाना साधा और कहा कि लोजपा नेता बिहार में भाजपा की बी-टीम होने की अपनी राजनीति कर सकते हैं, लेकिन तमिलनाडु में नहीं। राजा ने एक बयान में कहा कि द्रमुक प्रमुख स्टालिन का सामाजिक न्याय आधारित समावेशी विकास का द्रविड़ मॉडल अगले साल लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में धर्मनिरपेक्ष और प्रगतिशील ताकतों का शासन स्थापित करने में मदद करेगा। पासवान 6 मार्च को चेन्नई में थे और उन्होंने राज्यपाल आर एन रवि से मुलाकात की थी और बिहार के श्रमिकों पर हमले के आरोपों की गहन जांच की मांग करते हुए इस मुद्दे पर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा था।

पानी में गीला हो जाए फोन, आजमाएं उपाय 

पानी में गीला हो जाए फोन, आजमाएं उपाय 

सरस्वती उपाध्याय 

होली का त्यौहार आते ही एक अलग उत्साह आ जाता है। लेकिन एक डर भी लगा रहता है। होली खेलते समय हमें अपने फोन को ढंग से रखना होता है। क्योंकि, अगर ऐसा नहीं किया गया तो फोन भीगने की और खराब होने की पूरी संभावना रहती है। ऐसे में अगर आप भी इसी परेशानी से चिंतित हैं तो यहां हम आपको इसका सॉल्यूशन पहले से ही दे रहे हैं।

फोन पानी में गीला हो जाए तो क्या करें ?

फोन को हिलाकर या झाड़कर सुखाने की कोशिश बिल्कुल न करें। यह फोन के अंदर पानी के पूरी तरह से फैला देगा और फोन पूरी तरह से खराब हो जाएगा। अगर आपको लगता है कि गीले फोन को हेयर ड्रायर से सुखाया जा सकता है तो ये आपकी गलतफहमी है। फोन को ड्रायर से न सुखाए ये फोन के इंटरनल पार्ट्स को खराब कर सकता है।

फन के गीले होते ही उसे तुरंत ऑफ कर दें। ऑन रखने से फोन में शॉर्ट सर्किट होने की पूरी संभावना रहती है। ऐसे में फोन तो शीघ्र ही ऑफ करना बेहद ही जरूरी है। फोन के गीले होने के बाद उसे किसी पेपर टावल या फिर नॉर्मल टावल से कवर कर दें। इसे डैब कर-करके सुखाएं। यह चेक करें कि पानी चार्जिंग पोर्ट में या फिर सिम स्लॉट में तो नहीं गया है।

फोन पर अगर कवर लगा है तो इसे तुरंत हटा दें। क्योंकि अगर गीले फोन पर कवर लगा है तो पानी कवर में रह-रहकर फोन को खराब कर सकता है और इसके एक्सर्टनल पार्ट्स भी खराब हो सकते हैं। गीले फोन को एक चावल से भरे बैग में रख दें। कच्चे चावल नमी को सोख लेते हैं। इससे फोन के अंदर की नमी निकल जाती है। लेकिन आपको चावल के बैग में फोन को करीब 24 से 48 घंटे के लिए रखना होगा।

फोन को गलती से भी चार्ज न करें। अगर फोन के अंदर पानी चला जाए और आप उसे चार्जिंग पर लगा दें तो फोन के इंटरनल पार्ट्स खराब हो सकते हैं। गीले फोन को चार्ज करने के लिए करीब 5 से 6 घंटे का इंतजार करें। फोन को जिस तरह से चावल के पैकेट में रखने की सलाह दी जाती है। ठीक उसी तरह सिलिका जेल के पैकेट की भी सलाह दी जाती है। अपने फोन को सिलिका जेल के पैकेट से भरे एयरटाइट कंटेनर में रख दें। यह फोन के पानी को सोख लेते हैं।

फोन अगर बहुत ज्यादा गीला हो गया है तो हम आपको सलाह यही देंगे कि उसे न्यूनतम 24 से 48 घंटे तक बिल्कुल भी इस्तेमाल न करें। अगर जरूरत लगे तो सर्विस सेंटर पर भी आप जा सकते हैं।

मैं पसंद नहीं हूं, तो मेरा सिर काट दो: सीएम 

मैं पसंद नहीं हूं, तो मेरा सिर काट दो: सीएम 

मिनाक्षी लोढी 

कोलकाता। महंगाई भत्ते (डीए) में बढ़ोतरी कर केंद्रीय कर्मचारियों जितना किए जाने की मांग को लेकर पश्चिम बंगाल के सरकारी कर्मचारियों के विरोध-प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा, हमारे पास पैसे नहीं हैं। बनर्जी ने विधानसभा में कहा, मैं पसंद नहीं हूं, तो मेरा सिर काट दो। लेकिन आपको मेरी ओर से और डीए नहीं मिलेगा। महंगाई भत्ते (DA) और अन्य मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन पर राज्य विधानसभा में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अगर तुम मुझे पसंद नहीं करते, तो मेरा सिर काट दो लेकिन इससे परे मैं कुछ नहीं कर सकती।

विधानसभा में विस्तारित बजट सत्र में बोलते हुए, ममता ने केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकारों के वेतन ढांचे में अंतर का हवाला दिया और दावा किया कि राज्य में टीएमसी सरकार पहले से ही अपने कर्मचारियों को 105 प्रतिशत डीए दे रही है। ममता बनर्जी ने कहा, अगर तुम मुझे पसंद नहीं करते, तो मेरा सिर काट दो लेकिन इससे परे मैं कुछ नहीं कर सकती। ममता ने कहा, आप (आंदोलनकारी सरकारी कर्मचारी) कितना चाहते हैं? आपको कितना संतुष्ट कोई करेगा? कृपया मेरा सिर काट दें और फिर उम्मीद है कि आप संतुष्ट होंगे… यदि आप मुझे पसंद नहीं करते हैं, तो मेरा सिर काट दें, लेकिन आपको यह नहीं मिलेगा मेरी ओर से।

दरअसल, राज्य सरकार के कर्मचारियों के विभिन्न संगठन, जिनमें संग्रामी जौथा मंच (संघर्ष के लिए एकजुट मंच) शामिल हैं, यह केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर डीए बढ़ाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। वहीं ममता बनर्जी सरकार ने इस साल के बजट में अपने कर्मचारियों के लिए डीए में तीन फीसदी की बढ़ोतरी की है। इसने छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के बाद 1 मार्च, 2023 से कर्मचारियों, पेंशनरों और पारिवारिक पेंशनरों को उनके मूल वेतन के छह प्रतिशत की दर से डीए अनुदान की अधिसूचना भी जारी की।

उन्होंने केंद्र पर वित्तीय भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा, राज्य सरकार जितना संभव है उतना दे रही है। डीए देना अनिवार्य नहीं है। केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों के वेतनमान अलग-अलग हैं। राज्य सरकार के कर्मचारियों को अधिक छुट्टियां मिलती हैं। यह नहीं होगा। अधिक छुट्टियां पाने के लिए काम करें और अधिक डीए की मांग करें। इस मुद्दे पर अपनी सरकार के रुख के बचाव में बोलना जारी रखते हुए, ममता ने कहा, क्या राज्य में रिजर्व बैंक है? हमें अभी तक केंद्र से एक लाख करोड़ रुपये नहीं मिले हैं. पैसा आसमान से नहीं गिरेगा। मैंने सरकारी कर्मचारियों को श्रीलंका, बांग्लादेश, थाईलैंड जाने का मौका दिया है।

अभिनेत्री मलाइका की तस्वीरों ने मचाया धमाल 

अभिनेत्री मलाइका की तस्वीरों ने मचाया धमाल 

कविता गर्ग 

मुंबई। 49 की उम्र में भी बॉलीवुड डीवा मलाइका अरोड़ा अपनी फिटनेस और ग्लैमरस लुक को लेकर चर्चा में बनी रहती हैं। अब एक्ट्रेस की सोशल मीडिया पर नई तस्वीरें वायरल हो रही है। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि मलाइका ब्लैक ड्रेस में नजर आ रही हैं। एक्ट्रेस का यह अवतार फैंस को खूब पसंद आ रहा है। लेटेस्ट फोटो में मलाइका अरोड़ा ब्लैक ड्रेस में जलवा बिखेरती दिखाई दें रही हैं। इन फोटोज को देखकर फैंस कायल हो गए हैं। मलाइका की इन तस्वीरों को देख फैंस खूबसूरती की तारीफ कर रहे हैं। 

मलाइका इस ड्रेस में अलग-अलग स्टाइल में खड़े होकर पोज दे रही हैं। साथ ही उन्होनें लुक को कंप्लीट करने के लिए बालों की पोनीटेल बनाई हुई हैं। एक्ट्रेस ने ब्लैक ड्रेस के साथ सटल मेकअप किया हुआ है। एक्ट्रेस ने इस बोल्ड ऑउटफिट के साथ स्मोकी आईज रखी है। मलाइका ने इस ड्रेस में एक से बढ़कर एक पोज दिए हैं। डीवा का यह अंदाज फैंस को खूब पसंद आ रहा है।

मलाइका अरोड़ा की इन तस्वीरों ने सोशल मीडिया पर धमाल मचा दिया है। इन तस्वीरों में मलाइका हॉट अंदाज में दिख रही हैं। भले ही मलाइका बड़े पर्दे से दूर हैं, लेकिन उनका बोल्ड अंदाज हमेशा सुर्खियों में रहता है। एक्ट्रेस जब भी कोई फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करती हैं, तो वायरल हो जाती है।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


1. अंक-145, (वर्ष-06)

2. बुधवार, मार्च 8, 2023

3. शक-1944, चैत्र, कृष्ण-पक्ष, तिथि-प्रतिपदा, विक्रमी सवंत-2079‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:40, सूर्यास्त: 06:23। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 16 डी.सै., अधिकतम- 28+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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(सर्वाधिकार सुरक्षित)

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