मंगलवार, 7 मार्च 2023

पानी में गीला हो जाए फोन, आजमाएं उपाय 

पानी में गीला हो जाए फोन, आजमाएं उपाय 

सरस्वती उपाध्याय 

होली का त्यौहार आते ही एक अलग उत्साह आ जाता है। लेकिन एक डर भी लगा रहता है। होली खेलते समय हमें अपने फोन को ढंग से रखना होता है। क्योंकि, अगर ऐसा नहीं किया गया तो फोन भीगने की और खराब होने की पूरी संभावना रहती है। ऐसे में अगर आप भी इसी परेशानी से चिंतित हैं तो यहां हम आपको इसका सॉल्यूशन पहले से ही दे रहे हैं।

फोन पानी में गीला हो जाए तो क्या करें ?

फोन को हिलाकर या झाड़कर सुखाने की कोशिश बिल्कुल न करें। यह फोन के अंदर पानी के पूरी तरह से फैला देगा और फोन पूरी तरह से खराब हो जाएगा। अगर आपको लगता है कि गीले फोन को हेयर ड्रायर से सुखाया जा सकता है तो ये आपकी गलतफहमी है। फोन को ड्रायर से न सुखाए ये फोन के इंटरनल पार्ट्स को खराब कर सकता है।

फन के गीले होते ही उसे तुरंत ऑफ कर दें। ऑन रखने से फोन में शॉर्ट सर्किट होने की पूरी संभावना रहती है। ऐसे में फोन तो शीघ्र ही ऑफ करना बेहद ही जरूरी है। फोन के गीले होने के बाद उसे किसी पेपर टावल या फिर नॉर्मल टावल से कवर कर दें। इसे डैब कर-करके सुखाएं। यह चेक करें कि पानी चार्जिंग पोर्ट में या फिर सिम स्लॉट में तो नहीं गया है।

फोन पर अगर कवर लगा है तो इसे तुरंत हटा दें। क्योंकि अगर गीले फोन पर कवर लगा है तो पानी कवर में रह-रहकर फोन को खराब कर सकता है और इसके एक्सर्टनल पार्ट्स भी खराब हो सकते हैं। गीले फोन को एक चावल से भरे बैग में रख दें। कच्चे चावल नमी को सोख लेते हैं। इससे फोन के अंदर की नमी निकल जाती है। लेकिन आपको चावल के बैग में फोन को करीब 24 से 48 घंटे के लिए रखना होगा।

फोन को गलती से भी चार्ज न करें। अगर फोन के अंदर पानी चला जाए और आप उसे चार्जिंग पर लगा दें तो फोन के इंटरनल पार्ट्स खराब हो सकते हैं। गीले फोन को चार्ज करने के लिए करीब 5 से 6 घंटे का इंतजार करें। फोन को जिस तरह से चावल के पैकेट में रखने की सलाह दी जाती है। ठीक उसी तरह सिलिका जेल के पैकेट की भी सलाह दी जाती है। अपने फोन को सिलिका जेल के पैकेट से भरे एयरटाइट कंटेनर में रख दें। यह फोन के पानी को सोख लेते हैं।

फोन अगर बहुत ज्यादा गीला हो गया है तो हम आपको सलाह यही देंगे कि उसे न्यूनतम 24 से 48 घंटे तक बिल्कुल भी इस्तेमाल न करें। अगर जरूरत लगे तो सर्विस सेंटर पर भी आप जा सकते हैं।

मैं पसंद नहीं हूं, तो मेरा सिर काट दो: सीएम 

मैं पसंद नहीं हूं, तो मेरा सिर काट दो: सीएम 

मिनाक्षी लोढी 

कोलकाता। महंगाई भत्ते (डीए) में बढ़ोतरी कर केंद्रीय कर्मचारियों जितना किए जाने की मांग को लेकर पश्चिम बंगाल के सरकारी कर्मचारियों के विरोध-प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा, हमारे पास पैसे नहीं हैं। बनर्जी ने विधानसभा में कहा, मैं पसंद नहीं हूं, तो मेरा सिर काट दो। लेकिन आपको मेरी ओर से और डीए नहीं मिलेगा। महंगाई भत्ते (DA) और अन्य मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन पर राज्य विधानसभा में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अगर तुम मुझे पसंद नहीं करते, तो मेरा सिर काट दो लेकिन इससे परे मैं कुछ नहीं कर सकती।

विधानसभा में विस्तारित बजट सत्र में बोलते हुए, ममता ने केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकारों के वेतन ढांचे में अंतर का हवाला दिया और दावा किया कि राज्य में टीएमसी सरकार पहले से ही अपने कर्मचारियों को 105 प्रतिशत डीए दे रही है। ममता बनर्जी ने कहा, अगर तुम मुझे पसंद नहीं करते, तो मेरा सिर काट दो लेकिन इससे परे मैं कुछ नहीं कर सकती। ममता ने कहा, आप (आंदोलनकारी सरकारी कर्मचारी) कितना चाहते हैं? आपको कितना संतुष्ट कोई करेगा? कृपया मेरा सिर काट दें और फिर उम्मीद है कि आप संतुष्ट होंगे… यदि आप मुझे पसंद नहीं करते हैं, तो मेरा सिर काट दें, लेकिन आपको यह नहीं मिलेगा मेरी ओर से।

दरअसल, राज्य सरकार के कर्मचारियों के विभिन्न संगठन, जिनमें संग्रामी जौथा मंच (संघर्ष के लिए एकजुट मंच) शामिल हैं, यह केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर डीए बढ़ाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। वहीं ममता बनर्जी सरकार ने इस साल के बजट में अपने कर्मचारियों के लिए डीए में तीन फीसदी की बढ़ोतरी की है। इसने छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के बाद 1 मार्च, 2023 से कर्मचारियों, पेंशनरों और पारिवारिक पेंशनरों को उनके मूल वेतन के छह प्रतिशत की दर से डीए अनुदान की अधिसूचना भी जारी की।

उन्होंने केंद्र पर वित्तीय भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा, राज्य सरकार जितना संभव है उतना दे रही है। डीए देना अनिवार्य नहीं है। केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों के वेतनमान अलग-अलग हैं। राज्य सरकार के कर्मचारियों को अधिक छुट्टियां मिलती हैं। यह नहीं होगा। अधिक छुट्टियां पाने के लिए काम करें और अधिक डीए की मांग करें। इस मुद्दे पर अपनी सरकार के रुख के बचाव में बोलना जारी रखते हुए, ममता ने कहा, क्या राज्य में रिजर्व बैंक है? हमें अभी तक केंद्र से एक लाख करोड़ रुपये नहीं मिले हैं. पैसा आसमान से नहीं गिरेगा। मैंने सरकारी कर्मचारियों को श्रीलंका, बांग्लादेश, थाईलैंड जाने का मौका दिया है।

अभिनेत्री मलाइका की तस्वीरों ने मचाया धमाल 

अभिनेत्री मलाइका की तस्वीरों ने मचाया धमाल 

कविता गर्ग 

मुंबई। 49 की उम्र में भी बॉलीवुड डीवा मलाइका अरोड़ा अपनी फिटनेस और ग्लैमरस लुक को लेकर चर्चा में बनी रहती हैं। अब एक्ट्रेस की सोशल मीडिया पर नई तस्वीरें वायरल हो रही है। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि मलाइका ब्लैक ड्रेस में नजर आ रही हैं। एक्ट्रेस का यह अवतार फैंस को खूब पसंद आ रहा है। लेटेस्ट फोटो में मलाइका अरोड़ा ब्लैक ड्रेस में जलवा बिखेरती दिखाई दें रही हैं। इन फोटोज को देखकर फैंस कायल हो गए हैं। मलाइका की इन तस्वीरों को देख फैंस खूबसूरती की तारीफ कर रहे हैं। 

मलाइका इस ड्रेस में अलग-अलग स्टाइल में खड़े होकर पोज दे रही हैं। साथ ही उन्होनें लुक को कंप्लीट करने के लिए बालों की पोनीटेल बनाई हुई हैं। एक्ट्रेस ने ब्लैक ड्रेस के साथ सटल मेकअप किया हुआ है। एक्ट्रेस ने इस बोल्ड ऑउटफिट के साथ स्मोकी आईज रखी है। मलाइका ने इस ड्रेस में एक से बढ़कर एक पोज दिए हैं। डीवा का यह अंदाज फैंस को खूब पसंद आ रहा है।

मलाइका अरोड़ा की इन तस्वीरों ने सोशल मीडिया पर धमाल मचा दिया है। इन तस्वीरों में मलाइका हॉट अंदाज में दिख रही हैं। भले ही मलाइका बड़े पर्दे से दूर हैं, लेकिन उनका बोल्ड अंदाज हमेशा सुर्खियों में रहता है। एक्ट्रेस जब भी कोई फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करती हैं, तो वायरल हो जाती है।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-145, (वर्ष-06)

2. बुधवार, मार्च 8, 2023

3. शक-1944, चैत्र, कृष्ण-पक्ष, तिथि-प्रतिपदा, विक्रमी सवंत-2079‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:40, सूर्यास्त: 06:23। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 16 डी.सै., अधिकतम- 28+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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(सर्वाधिकार सुरक्षित)

सोमवार, 6 मार्च 2023

नौसेना के शीर्ष कमांडरों को संबोधित करेंगे 'रक्षामंत्री'

नौसेना के शीर्ष कमांडरों को संबोधित करेंगे 'रक्षामंत्री'

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। अरब सागर में देश के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर सोमवार को होने वाले भारतीय नौसेना के द्विवार्षिक कमांडर सम्मेलन में भारत की नौसैनिक शक्ति में इजाफा करने और तीनों सशस्त्र बलों के बीच तालमेल बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आईएनएस विक्रांत पर नौसेना के शीर्ष कमांडरों को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले साल सितंबर में 40 हजार टन वजन वाले इस विमानवाहक पोत को भारतीय नौसेना में शामिल किया था। लगभग 23 हजार करोड़ रुपये की लागत से निर्मित आईएनएस विक्रांत एक परिष्कृत वायु रक्षा प्रणाली और जहाज रोधी मिसाइल प्रणाली से लैस है। यह पोत 30 लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टर को ढोने में सक्षम है।

आईएनएस विक्रांत को नौसेना में शामिल करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने इसे तैरता हुआ शहर करार दिया था। उन्होंने कहा था कि यह पोत रक्षा क्षेत्र में भारत के आत्मनिर्भर बनने का परिचायक है। नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि क्षेत्र की मौजूदा भू-रणनीतिक स्थिति के मद्देनजर सम्मेलन का अपना महत्व और प्रासंगिकता होगी। उन्होंने बताया कि राजनाथ सम्मेलन के पहले चरण के तहत आईएनएस विक्रांत में एकत्रित नौसेना कमांडरों को संबोधित करेंगे। अधिकारी के मुताबिक, यह सम्मेलन नौसेना कमांडरों के लिए सैन्य एवं रणनीतिक स्तर पर महत्वपूर्ण सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा करने के साथ-साथ एक संस्थागत ढांचे के तहत वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों से बातचीत करने के एक मंच के रूप में काम करेगा।

नौसेना ने कहा, इस साल के सम्मेलन की खासियत यह है कि कमांडर सम्मेलन का पहला चरण समुद्र में और पहली बार भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर आयोजित किया जा रहा है। इसमें रक्षा प्रमुख (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी भी नौसेना कमांडरों के साथ बातचीत करेंगे, ताकि सामान्य परिचालन वातावरण में तीनों सशस्त्र सेवाओं के बीच तालमेल के मुद्दे को संबोधित किया जा सके।

उनके भारत की रक्षा और राष्ट्रीय हितों को लेकर तीनों सशस्त्र बलों के बीच तालमेल और तत्परता बढ़ाने के तौर-तरीकों पर भी चर्चा करने की भी संभावना है। सम्मेलन के पहले दिन समुद्र में परिचालन क्षमता के प्रदर्शन की भी योजना है। नौसेना ने एक बयान में कहा, नौसेना अध्यक्ष अन्य नौसेना कमांडरों के साथ पिछले छह महीनों में भारतीय नौसेना द्वारा की गई प्रमुख परिचालन, सामग्री, रसद, मानव संसाधन विकास, प्रशिक्षण एवं प्रशासनिक गतिविधियों का जायजा लेंगे और महत्वपूर्ण गतिविधियों एवं पहलों के लिए भविष्य की योजनाओं पर विचार-विमर्श करेंगे।

बयान के मुताबिक, सम्मेलन के दौरान नौसेना कमांडरों को अग्निपथ योजना के कार्यान्वयन के संबंध में अद्यतन जानकारी भी मुहैया कराई जाएगी। इस योजना के तहत नौसेना अग्निवीरों का पहला बैच मार्च के अंत में आईएनएस चिल्का से पास आउट होने वाला है। इस बैच में महिला जवान भी शामिल हैं। नौसेना ने कहा कि कमांडरों का सम्मेलन बेहद महत्वपूर्ण है और इसमें समुद्री क्षेत्र में भारत के सामने आने वाली चुनौतियों पर विचार किया जाएगा। उसने बयान में कहा, नौसेना ने भारत के बढ़ते समुद्री हितों के अनुरूप अपनी परिचालन क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी है। कमांडर हमारे समुद्री हितों के समक्ष मौजूद चुनौतियों से निपटने के लिए नौसेना की तैयारियों पर भी विचार-विमर्श करेंगे।

आज मनाया जाएगा 'होली' का त्यौहार, जानिए 

आज मनाया जाएगा 'होली' का त्यौहार, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 

होली का त्योहार फाल्गुन पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस वर्ष 7 मार्च को होलिका दहन होगा और 8 मार्च को रंगों की होली खेली जाएगी। जब भी रंगों के त्योहार होली के धार्मिक महत्व की बात आती है, तो सबसे पहले मन में भक्त प्रह्लाद और उनकी बुआ होलिका का जिक्र किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस त्योहार से जुड़ी और भी कई पौराणिक कथाएं हैं। आज हम आपको देवलोक पर खेली गई पहली होली के बारे में बताते हैं।

संसार की पहली होली...

होली के त्योहार की पौराणिकता भगवान शंकर और भगवान विष्णु दोनों से जुड़ी है। हरिहर पुराण की कथा कहती है कि संसार की पहली होली देवाधिदेव महादेव ने खेली थी, जिसमें प्रेम के देवता कामदेव और उनकी पत्नी रति थीं। यह कहानी कहती है कि जब भगवान शंकर कैलाश पर अपनी समाधि में लीन थे तब तारकासुर के वध के लिए कामदेव और रति ने शिव को ध्यान से जगाने के लिए नृत्य किया था।

रति और कामदेव के नृत्य से भगवान शिव की समाधि भंग हुई तो भगवान शंकर ने अपनी क्रोध की अग्नि से कामदेव को भस्म कर दिया। रति ने प्रायश्चित में विलाप किया तो अति दयालु भगवान शंकर ने कामदेव को पुन: जीवित कर दिया। इससे प्रसन्न होकर रति और कामदेव ने ब्रजमंडल में ब्रह्म भोज का आयोजन किया जिसमें सभी देवी देवताओं ने हिस्सेदारी की। रति ने चंदन की टीका लगाकर खुशी मनाई थी। कहते हैं कि ये फाल्गुन पूर्णिमा का दिन था।

ऐसे खेलें होली...

यदि आप दिशाओं को ध्यान में रखकर रंग खेलेंगे तो ये आपके लिए बहुत लाभकारी हो सकता है। आपका घर पूर्वमुखी है और आप इस दिशा में होली खेल रहे हैं तो घर में सौहार्दपूर्ण वातावरण के विकास एवं मान-सम्मान में वृद्धि के लिए सात्विक और ऊर्जा प्रदान करने वाले रंग जैसे लाल,पीला,हरा,गुलाबी,नारंगी आदि का इस्तेमाल समृद्धि को बढ़ाता है। उत्तर मुखी घर के लिए पीले,हरे,आसमानी और नीले रंगों का प्रयोग इस दिशा में होली खेलने के लिए बहुत शुभ माने गए है। ऐसा करने से आप अपने जीवन में स्पष्टता और उन्नति के नए अवसरों को आमंत्रित कर सकते हैं। दक्षिण मुखी घर मेंआप गहरा लाल,नारंगी,गुलाबी एवं बैंगनी रंगों का प्रयोग कर सकते हैं। इस प्रकार से खेली गई होली आपके जीवन में सुरक्षा, यश एवं आत्मविश्वास को बढ़ाने में मददगार साबित होगी। और यदि आपका घर पश्चिम मुखी है तो सुनहरे, हल्के नीले एवं सफ़ेद रंगों का इस्तेमाल करआप अपने जीवन में लाभ एवं प्राप्तियों को आमंत्रित कर सकते हैं।

होलिका दहन शुभ मुहूर्त...

होलिका दहन तिथि- 07 मार्च 2023, मंगलवार

होलिका दहन शुभ मुहूर्त- 06 मार्च, 2023 को शाम 04 बजकर 17 मिनट से 07 मार्च, 2023 को शाम 06 बजकर 09 मिनट तक।

कैसे किया जाता है होलिका दहन...

होलिका दहन में किसी पेड़ की शाखा को जमीन में गाड़कर उसे चारों तरफ से लकड़ी, कंडे या उपले से ढक दिया जाता है। इन सारी चीजों को शुभ मुहूर्त में जलाया जाता है। इसमें छेद वाले गोबर के उपले, गेंहू की नई बालियां और उबटन डाले जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इससे साल भर व्यक्ति को आरोग्य की प्राप्ति हो और सारी बुरी बलाएं इस अग्नि में भस्म हो जाती हैं।होलिका दहन पर लकड़ी की राख को घर में लाकर उससे तिलक करने की परंपरा भी है। होलिका दहन को कई जगह छोटी होली भी कहते हैं।

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...