रविवार, 5 मार्च 2023

अगले 6 महीनों में 58 'क्यूसीओ' लाएगी सरकार 

अगले 6 महीनों में 58 'क्यूसीओ' लाएगी सरकार 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सरकार दोयम दर्जे की वस्तुओं के आयात पर रोक लगाने और घरेलू उद्योग को बढ़ावा देने के लिए एल्यूमीनियम, तांबे से बने उत्पादों और घरेलू बिजली उपकरणों के लिए अगले 6 महीनों में कम-से-कम 58 गुणवत्ता नियंत्रण आदेश (क्यूसीओ) लाएगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) देश में उच्च गुणवत्ता के उत्पादों के विनिर्माण को बढ़ावा देने की कोशिश में लगा हुआ है। इसी दिशा में यह कदम उठाने की तैयारी है। डीपीआईआईटी में संयुक्त सचिव संजीव ने एक एजेंसी के साथ बातचीत में कहा, सन् 1987 के बाद से अब तक सिर्फ 34 क्यूसीओ लाए गए हैं। लेकिन अब हम अगले छह महीनों में 58 क्यूसीओ लेकर आएंगे।

इसका मुख्य उद्देश्य दोयम दर्जे की वस्तुओं का आयात रोकना है। ये अनिवार्य मानक घरेलू और विदेशी कंपनियों दोनों के लिए होंगे। गुणवत्ता नियंत्रण के लिए जारी होने वाले इन आदेशों के अतर्गत 315 उत्पाद मानक होंगे। इन आदेशों के अंतर्गत, भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) चिह्न नहीं रखने वाले उत्पादों का उत्पादन, बिक्री-व्यापार, आयात और भंडारण नहीं किया जा सकेगा। उन्होंने कहा, यह क्यूसीओ प्रक्रिया का पालन करने के बाद एक साल के अंदर अधिसूचित कर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता सुनिश्चित करने से घरेलू वस्तुओं के लिए वैश्विक बाजार भी उपलब्ध हो सकेगा।

नैनो 'डीएपी' उर्वरक को मंजूरी मिलना ''महत्वपूर्ण'' कदम

नैनो 'डीएपी' उर्वरक को मंजूरी मिलना ''महत्वपूर्ण'' कदम

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि नैनो डीएपी (डाई-अमोनियम फॉस्फेट) उर्वरक को मंजूरी मिलना किसानों का जीवन आसान बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया के ट्वीट का जवाब देते हुए यह बात कही। मांडविया ने एक दिन पहले नैनो तरल डीएपी उर्वरक को बाजार में उतारने के लिए मंजूरी दिए जाने की घोषणा की थी।

इस मौके पर मांडविया ने कहा था कि उर्वरक के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता लाने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है। नैनो तरल डीएपी को वर्ष 2021 में पहली बार पेश करने वाले उर्वरक सहकारी संघ इफको ने शुक्रवार को ही कहा था कि सरकार ने उसके नैनो डीएपी उर्वरक को बाजार में उतारने की मंजूरी दे दी है।

महिलाओं को ₹18 हजार की वार्षिक सहायता, वादा 

महिलाओं को ₹18 हजार की वार्षिक सहायता, वादा 

मनोज सिंह ठाकुर 

भोपाल। मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार की ‘‘मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना’’ की शुरुआत के ठीक पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस के राज्य की सत्ता में आने पर महिलाओं को 18 हजार रुपये की वार्षिक सहायता देने के लिए एक योजना शुरु करने का वादा किया। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना का शुभारंभ किया जिसमें पात्र महिलाओं को एक हजार रुपये यानी प्रतिवर्ष 12 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी।

मध्य प्रदेश में इस साल नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है और उससे पहले राज्य सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस, दोनों ही महिलाओं को लुभाने का प्रयास कर रही हैं। मध्यप्रदेश में 2,60,23,733 महिला मतदाता हैं। राज्य की कुल 230 विधानसभा सीटों में से 18 निर्वाचन क्षेत्रों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक है। इनमें आदिवासी बहुल बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, अलीराजपुर और झाबुआ जिले शामिल हैं।

अनुमान के मुताबिक, 13.39 लाख नए मतदाताओं में 7.07 लाख महिलाएं हैं। कमलनाथ ने रविवार को ट्वीट किया, ‘‘मैं मध्य प्रदेश की माताओं, बहनों और बेटियों को एक सुखद सूचना देना चाहता हूं। कुछ महीने बाद आप सब मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने वाली हैं। कांग्रेस सरकार महिलाओं को प्रतिवर्ष 18 हजार की आर्थिक सहायता राशि देगी। यह संसार की सबसे बड़ी महिला सशक्तिकरण योजना बनेगी।’’

चौहान को ‘‘घोषणा मशीन’’ करार देते हुए कमलनाथ ने कहा कि उनकी पार्टी इस वादे से पीछे नहीं हटेगी, क्योंकि उसने मध्य प्रदेश की महिलाओं को ‘‘देश में सबसे अधिक आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है।’’ मुख्यमंत्री चौहान ने मध्य प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना का शुभारंभ रविवार को यहां जंबूरी मैदान में एक समारोह में किया। इस योजना के तहत आयकर नहीं देने वाले परिवार जैसी कुछ शर्तों के तहत महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रुपये की सहायता दी जाएगी।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-143, (वर्ष-06)

2. सोमवार, मार्च 6, 2023

3. शक-1944, फाल्गुन, शुक्ल-पक्ष, तिथि-चतुर्दशी, विक्रमी सवंत-207*9‌।

4. सूर्योदय प्रातः 07:09, सूर्यास्त: 06:01। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 16 डी.सै., अधिकतम- 28+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित)

शनिवार, 4 मार्च 2023

बागपत: समिति द्वारा 'होली मिलन' समारोह मनाया 

बागपत: समिति द्वारा 'होली मिलन' समारोह मनाया 

गोपीचंद 

बागपत। बागपत शहर के मेरठ रोड़ स्थित वात्सायन पैलेस मैरिज होम में वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति बागपत द्वारा 'होली मिलन' समारोह बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। होली मिलन समारोह में विभिन्न धर्मो, सम्प्रदायों के लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस अवसर पर वरिष्ठ नागरिकों ने होली की महत्ता पर प्रकाश डाला और इसे आपसी भाईचारे को बढ़ाने का सबसे बड़ा त्यौहार बताया। इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में वरिष्ठ लोगों द्वारा एक से बढ़कर एक गीत, भजन, चुटकुले, शेर व शायरी प्रस्तुत किए गए और होली के गानों पर जमकर डांस किया। 

समाज को संस्कारवान बनाने और देश की उन्नति और समृद्धि में वरिष्ठ नागरिको की भूमिका पर भी विस्तार से चर्चा हुई। इस अवसर पर वरिष्ठ नागरिकों ने अपने जीवन के महत्वपूर्ण पलों को एक-दूसरे के साथ साझा किया। समारोह के अन्त में उपस्थित सभी लोगों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर, गले मिलकर व मुंह मीठा कराकर होली पर्व की शुभकामनाएं दी और जमकर मौज-मस्ती की।

इस अवसर पर वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति के अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा, संरक्षक – राजपाल शर्मा व जनक सिंह सोम, सचिव ब्रहमपाल सिहं, कोषाध्यक्ष मास्टर राकेश मोहन गर्ग, लेखाधिकारी राजेन्द्र शर्मा, वेदप्रकाश भारद्वाज, मास्टर बशीर अहमद, धर्मपाल सिंह, एड़वोकेट गजेन्द्र सिंह बली, पदमनाथ शर्मा, राजकुमार शर्मा, देवेन्द्र कुमार शर्मा, रामकिशन, महिपाल सिंह, शिवदत्त आर्य, मोहन गिरि, महेश गिरि, राजेश्वर सिंह तोमर, श्रीपाल शर्मा, विजयपाल यादव सहित अनेकों लोग उपस्थित थे।

भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच सुदृढ़ साझेदारी: पीएम 

भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच सुदृढ़ साझेदारी: पीएम 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/सिडनी। भारत की चार दिवसीय यात्रा से पहले ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने शनिवार को कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक सुदृढ़ साझेदारी क्षेत्रीय स्थिरता के लिए अच्छी है। अल्बनीस आठ मार्च से 11 मार्च तक भारत की यात्रा करेंगे, जिसका मकसद व्यापार, निवेश और महत्वपूर्ण खनिजों सहित कई क्षेत्रों में समग्र द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना है। अल्बनीस अपनी भारत यात्रा के दौरान अहमदाबाद, मुंबई और नई दिल्ली का दौरा करेंगे। यह साल 2017 के बाद से किसी ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री की पहली भारत यात्रा है। पिछले साल मई में प्रधानमंत्री बनने वाले अल्बनीस ने शनिवार को कहा, “भारत के साथ हमारे संबंध मजबूत हैं, लेकिन यह और मजबूत हो सकते हैं।”

ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि अल्बनीस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अहमदाबाद में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा क्रिकेट टेस्ट मैच देखेंगे। बयान में कहा गया है कि उनकी अहमदाबाद, मुंबई और नयी दिल्ली की यात्रा भारत के साथ ऑस्ट्रेलिया के रणनीतिक, आर्थिक और लोगों के बीच संबंधों को प्रगाढ़ बनाएगी। बयान में कहा गया है कि भारत ऑस्ट्रेलिया का “घनिष्ठ मित्र और भागीदार” है। इसके अनुसार अल्बनीस मोदी के साथ नयी दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया-भारत वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। अल्बनीस ने कहा, “ भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच मजबूत साझेदारी हमारे क्षेत्र की स्थिरता के लिए अच्छी है। इसका एक मकसद अधिक अवसर, अधिक व्यापार व निवेश के साथ-साथ हमारी अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत बनाना और हमारे लोगों को सीधे लाभ पहुंचाना भी है।”

ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान में कहा गया है कि अल्बनीस और मोदी व्यापार व निवेश, नवीकरणीय ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और रक्षा व सुरक्षा के क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा करेंगे। अल्बनीस ने कहा, “भविष्य की ओर देखने पर हमें लगता है कि भारत ऑस्ट्रेलिया के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार और करीबी दोस्त बना रहेगा।” उन्होंने कहा, “मैं इस साल के मध्य में ऑस्ट्रेलिया में क्वाड नेताओं के सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की मेजबानी करने और जी20 सम्मेलन के लिए सितंबर में फिर से भारत आने को लेकर उत्सुक हूं।” इससे पहले, विदेश मंत्रालय ने कहा कि अल्बनीस होली के दिन आठ मार्च को अहमदाबाद पहुंचेंगे। इसके बाद वह नौ मार्च को मुंबई जाएंगे और फिर उसी दिन दिल्ली आएंगे।

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री का 10 मार्च को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में रस्मी स्वागत किया जाएगा। इसके बाद मोदी और अल्बनीस वार्षिक शिखर वार्ता करेंगे, जिसमें भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत सहयोग के क्षेत्रों पर चर्चा की जाएगी। साथ ही दोनों आपसी हित से जुड़े क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर भी विचार विमर्श करेंगे। पिछले कुछ वर्षों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंध प्रगाढ़ हुए हैं।

जून 2020 में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को व्यापक रणनीतिक साझेदारी में बदल दिया गया। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “प्रधानमंत्री अल्बनीस की यात्रा से व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और गति मिलने की उम्मीद है।” ऑस्ट्रेलिया इस साल के अंत में मालाबार नौसैनिक अभ्यास की मेजबानी भी करेगा। इसमें भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका की नौसेनाएं शामिल होंगी।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...