सोमवार, 27 फ़रवरी 2023

'भारत जोड़ो यात्रा' के दूसरे चरण का स्पष्ट संकेत

'भारत जोड़ो यात्रा' के दूसरे चरण का स्पष्ट संकेत

अकांशु उपाध्याय/दुष्यंत टीकम 

नई दिल्ली/रायपुर। कांग्रेस की ओर से 'भारत जोड़ो यात्रा' के दूसरे चरण का स्पष्ट संकेत मिलने के बाद पार्टी नेताओं में खास उत्साह है और कई ‘भारत यात्रियों’ का कहना है कि वे अपने नेता राहुल गांधी के साथ फिर से पदयात्रा पर निकलने के लिए बैग के साथ तैयार हैं और उन्हें पार्टी के आदेश का इंतजार है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस के 85वें महाधिवेशन के आखिरी दिन रविवार को यात्रा के दूसरे चरण का स्पष्ट संकेत देते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ‘तपस्या’ को आगे बढ़ाने के लिए कार्यक्रम तैयार करें और इसमें सभी लोग शामिल होने के लिए तैयार हैं। राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा को बार-बार तपस्या बोलते रहे हैं। राहुल गांधी की इस टिप्पणी के कुछ देर बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि कांग्रेस अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट से गुजरात के पोरबंदर के बीच यात्रा निकालने के बारे में विचार कर रही है।

उनका यह कहना भी था कि यात्रा के दूसरे चरण की संभावना को लेकर कार्यकर्ताओं में बहुत उत्साह है। भारत जोड़ो यात्रा पिछले साल कन्याकुमारी में सात सितंबर से आरंभ हुई थी और करीब 4000 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 30 जनवरी को श्रीनगर में पूरी हुई थी। इसमें राहुल गांधी समेत करीब 200 "भारत यात्री" शामिल हुए थे। इस यात्रा के दूसरे चरण के शुरू होने की संभावना के बीच कांग्रेस नेताओं खासकर उन नेताओं में उत्साह नजर आ रहा है जहां से यात्रा नहीं गुजरी थी या फिर आंशिक रूप से गुजरी थी। इनमें उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बृजलाल खाबरी भी हैं। उत्तर प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा कुछ दिनों के लिए और राज्य के पश्चिमी हिस्से के कुछ इलाकों से ही गुजरी थी।

खाबरी ने एक न्यूज एजेंसी से कहा, महाधिवेशन में राहुल जी के भाषण के बाद इसका अहसास हो गया है कि अब दूसरी यात्रा होगी। जब यह यात्रा उत्तर प्रदेश और बिहार से गुजरेगी तो विहंगम दृश्य होगा क्योंकि लोगों के बीच बहुत उत्साह है।उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के नजरिये से भी देखें तो इस यात्रा का उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में बहुत असर होगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बिहार से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भारत जोड़ो यात्रा’ की तर्ज पर एक यात्रा निकाली थी, लेकिन राज्य के लोग चाहते हैं कि राहुल गांधी खुद यात्रा लेकर पहुंचें। उन्होंने एक न्यूज एजेंसी से कहा, ऐसी यात्रा का बहुत स्वागत होगा।

न सिर्फ कांग्रेस, बल्कि सभी धर्मनिरपेक्ष ताकतें यात्रा का स्वागत करेंगी और लोग बड़ी तादाद में इसमें भाग लेंगे। राहुल गांधी के साथ कन्याकुमारी से श्रीनगर तक पदयात्रा करने वाले भारत यात्री भी फिर से यात्रा पर निकलने की संभावना को लेकर खासे उत्साहित हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के डेलीगेट और भारत यात्री के रूप में पदयात्रा करने वाले वैभव वालिया ने कहा, ‘‘देश के जिन राज्यों और इलाकों से यात्रा नहीं निकली है, वहां के लोगों की यही इच्छा है कि यात्रा का दूसरा चरण उनके यहां से निकलना चाहिए। उन्होंने कहा, अगर यात्रा होती है कि हम बैग के साथ तैयार हैं। पार्टी का आदेश मिलता है तो हम अपने नेता राहुल गांधी जी के साथ यात्रा पर निकल जाएंगे।

कांग्रेस के संचार विभाग के सचिव और उत्तराखंड से एआईसीसी सदस्य वालिया ने कहा कि इस साल कर्नाटक और कुछ अन्य राज्यों के विधानसभा चुनाव आ रहे हैं, ऐसे में पार्टी इसका भी संज्ञान लेगी। उनके मुताबिक, भारत जोड़ो यात्रा का बहुत सकारात्मक असर हुआ और यदि दूसरे चरण की यात्रा निकलती है तो कांग्रेस की चुनावी संभावनाओं को ताकत मिलेगी। एआईसीसी सदस्य और भारत यात्री रहे चांडी ओमान का कहना है,  अगर दूसरे चरण की यात्रा निकलती है तो भारत जोड़ने का मिशन पूरा होगा और सभी यात्री इस बारे में उत्साहित हैं। चांडी ओमन केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी के पुत्र हैं।

सिसोदिया की गिरफ्तारी के खिलाफ 'आप' का प्रदर्शन 

सिसोदिया की गिरफ्तारी के खिलाफ 'आप' का प्रदर्शन 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के खिलाफ सोमवार को यहां प्रदर्शन किया। आप ने ट्वीट कर कहा “शिक्षा क्रांति के जनक मनीष सिसोदिया की फर्ज़ी केस में गिरफ़्तारी केवल केजरीवाल के शिक्षा-स्वास्थ्य मॉडल को देशभर में फ़ैलने से रोकने के लिए की गई है।” दिल्ली में पार्टी कार्यालय के बाहर आप नेता काला रिबन बांधकर प्रदर्शन किया।

भाजपा मुख्यालय जाने की कोशिश कर रहे आप कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बलपूर्वक पीछे किया है। प्रदर्शन बढ़ने के बाद पुलिस ने सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिए जिसमें विधायक और पार्टी के पदाधिकारी शामिल हैं। इससे पहले दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ट्वीट करके कहा कि आज विरोध प्रदर्शन के जरिए आम आदमी पार्टी कला दिवस मनाएगी।

उन्होंने कहा कि श्री सिसोदिया की गिरफ्तारी और अडानी से यारी के विरोध में आज दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। आप नेता संजय सिंह ने कहा ‘’अडानी के नौकरों से पूछता हूं। अडानी लाखों करोड़ का घोटाला कर रहा है। उसके बंदरगाह पर हजारों करोड़ के ड्रग्स पकड़े जाते हैं, कोई कार्रवाई नहीं? एलआईसी, सीबीआई में करोड़ों का पैसा डूब रहा है, कोई कार्रवाई नहीं? और लाखों बच्चों का भविष्य बनाने वाले मनीष सिसोदिया को गिरफ़्तार?’’ 

अडाणी समूह से जुड़ें मामलें को लेकर निशाना साधा 

अडाणी समूह से जुड़ें मामलें को लेकर निशाना साधा 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस ने अडाणी समूह से जुड़ें मामलें को लेकर सोमवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि भारत के वित्तीय तंत्र के स्तंभ भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) को जोखिम में किसने डाला? पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कांग्रेस की "हम अडाणी के हैं कौन " श्रृंखला के तहत पिछले कई दिनों की तरह आज भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कई सवाल किये।

उन्होंने कहा, "अडानी समूह के शेयरों में निरंतर बिकवाली के कारण, 31 दिसंबर 2022 से समूह में एलआईसी के शेयरों के मूल्‍य में आश्‍चर्यजनक रूप से 52,000 करोड़ रुपये की गिरावट आई है। इनका मूल्‍य अब मात्र 32,000 करोड़ रुपये रह गया है और एलआईसी तथा इसके करोड़ों पॉलिसीधारकों द्वारा कमाया गया सारा लाभ साफ हो गया और एलआईसी को एक बहुत बड़ा नुकसान हुआ है।

" रमेश ने सवाल किया, "किसने भारत की वित्तीय प्रणाली के इस स्तंभ को आपके पसंदीदा व्यवसायी के लिए इतने जोखिम भरे सौदे में शामिल होने के लिए मजबूर किया? भारत के नागरिकों की बचत के साथ खेले गए इस जुए के लिए आपकी (प्रधानमंत्री) जवाबदेही कब तय होगी?"‌ उन्होंने यह भी पूछा, "क्या आप अपने करीबी दोस्त को इस संकट से उबारने के लिए एनएसई पर दबाव बना रहे हैं? सेबी को यह सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई करने की अनुमति क्यों नहीं दी जा रही है कि लाखों निवेशकों से एक डूबते हुए व्यावसायिक समूह में निवेश ना करा कर उन्हें धोखाधड़ी से बचाया जाए?"

16,000 करोड़ रुपये से अधिक की 13वीं किस्त जारी 

16,000 करोड़ रुपये से अधिक की 13वीं किस्त जारी 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत आठ करोड़ से अधिक लाभार्थियों को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से 16,000 करोड़ रुपये से अधिक की 13वीं किस्त जारी की। इस योजना के तहत, पात्र किसान परिवारों को 2,000 रुपये की तीन समान किस्तों के जरिए प्रति वर्ष 6,000 रुपये प्रदान किए जाते हैं। कार्यक्रम के दौरान मोदी ने बेलगावी रेलवे स्टेशन की पुनर्विकसित इमारत को भी राष्ट्र को समर्पित किया। यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए लगभग 190 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया गया है। एक अन्य रेल परियोजना जिसे प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को समर्पित किया, वह बेलगावी में लोंडा-बेलगावी-घाटाप्रभा खंड के बीच रेल लाइन दोहरीकरण परियोजना है। 

लगभग 930 करोड़ रुपये की लागत से विकसित यह परियोजना व्यस्त मुंबई-पुणे-हुबली-बेंगलुरु रेलवे लाइन की क्षमता में वृद्धि करेगी, जिससे क्षेत्र में व्यापार, वाणिज्य और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। मोदी ने बेलगावी में केंद्र के जल जीवन मिशन के तहत छह बहु-ग्राम योजना परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। इन्हें लगभग 1,585 करोड़ रुपये की संचयी लागत से विकसित किया जाएगा और इससे 315 से अधिक गांवों में रहने वाले लगभग 8.8 लाख लोग लाभान्वित होंगे। 

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, केंद्रीय राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे, राज्य सरकार के मंत्री और अन्य लोग इस कार्यक्रम में उपस्थित थे। प्रघानमंत्री मोदी कर्नाटक के एक दिवसीय दौरे पर हैं। यहां मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। उन्होंने इससे पहले दिन में ग्रीनफील्ड शिवमोगा हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। वर्ष 2019 में मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना का उद्देश्य देश भर में खेती योग्य भूमि वाले सभी भूमिधारक किसान परिवारों को आय सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत अब तक, 11 करोड़ से अधिक किसान परिवारों, मुख्य रूप से छोटे और सीमांत किसानों को 2.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि वितरित की गई है। 

अधिकारियों के अनुसार, कोविड लॉकडाउन के दौरान कठिनाइयों का सामना कर रहे इन किसानों की सहायता के लिए कई किस्तों में 1.75 लाख करोड़ रुपये वितरित किए गए थे। इस योजना से तीन करोड़ से अधिक महिला लाभार्थियों को भी फायदा हुआ है, जिन्हें सामूहिक रूप से 53,600 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि प्राप्त हुई है। इस योजना के तहत 11वीं और 12वीं किस्तें पिछले साल मई और अक्टूबर में दी गई थी। 

रक्षा मंत्रालय के पत्र को लेकर कड़ा रुख अख्तियार

रक्षा मंत्रालय के पत्र को लेकर कड़ा रुख अख्तियार

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने सशस्त्र बलों के पात्र पेंशनभोगियों को ‘वन रैंक वन पेंशन’ (ओआरओपी) के बकाये का भुगतान किस्तों में करने संबंधी रक्षा मंत्रालय के 20 जनवरी के पत्र को लेकर सोमवार को कड़ा रुख अख्तियार किया। प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने मंत्रालय के सचिव द्वारा जारी किये गये पत्र पर ऐतराज जताया और उन्हें अपना रुख स्पष्ट करते हुए एक व्यक्तिगत हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया।

पीठ ने कहा, ‘‘आप सचिव को कहिये कि हम 20 जनवरी के पत्र को लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई करने जा रहे हैं। या तो इसे वापस लिया जाए, नहीं तो हम रक्षा मंत्रालय को अवमानना नोटिस जारी करने जा रहे हैं। न्यायिक प्रक्रिया की पवित्रता बरकरार रखनी होगी।’’ पीठ में न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला भी शामिल हैं।

अतिरिक्त सॉलिसीटर जनरल एन वेंकटरमणी ने अदालत से कहा कि मंत्रालय को न्यायालय के आदेशानुसार कार्य करने के लिए समय दिया जाना चाहिए। इसपर, शीर्ष न्यायालय ने मामले की सुनवाई को होली की छुट्टी के बाद के लिए सूचीबद्ध कर दिया। उल्लेखनीय है कि नौ जनवरी को शीर्ष न्यायालय ने सशस्त्र बलों के सभी पात्र पेंशनभोगियों को ओआरओपी के कुल बकाये के भुगतान के लिए केंद्र को 15 मार्च तक की समय-सीमा दी थी।

'हिंदुस्तान 228-201 एलडब्ल्यू' का नया संस्करण

'हिंदुस्तान 228-201 एलडब्ल्यू' का नया संस्करण

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/बेंगलुरु। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने 'हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड' (एचएएल) के विमान 'हिंदुस्तान 228-201 एलडब्ल्यू' के एक नए संस्करण को मंजूरी दे दी है। एचएएल ने सोमवार की इसकी घोषणा की। बेंगलुरु मुख्यालय में एचएएल ने एक बयान में कहा कि विमान के नए संस्करण में 19 यात्रियों और अधिकतम 5,695 किलोग्राम क्षमता का वजन ले जाया जा सकता है।

बयान के अनुसार, इस बदलाव के बाद यह विमान अब ‘‘उप (सब) 5,700 किलोग्राम विमान श्रेणी’’ में शामिल हो गया है। एचएएल ने बताया, "यह संस्करण संचालकों को कई सुविधाएं प्रदान कर रहा है। इसमें परिचालन लागत कम करना, विमान के लिए पायलट पूल की उपलब्धता बढ़ाना और विमान उड़ाने के लिए वाणिज्यिक पायलट लाइसेंस के साथ पायलटों को सक्षम बनाना शामिल है।"

इसके अलावा, नए संस्करण के आने से विमान के रखरखाव के लिए अभियंताओं सहित उड़ान और जमीनी कर्मचारियों (ग्राउंड क्रू) के लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता कम हो जाएगी।

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'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...