गोलमेज परिचर्चा, कर्ज में फंस रहे देशों का मुद्दा उठाया
अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी/सुनील श्रीवास्तव
नई दिल्ली/बेंगलुरु/सोफिया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को यहां विश्व बैंक प्रमुख डेविड मलपास और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक (एमडी) क्रिस्टालिना जॉर्जीवा के साथ शनिवार को यहां गोलमेज परिचर्चा के दौरान कर्ज में फंस रहे देशों का मुद्दा उठाया और इस मुद्दे पर मिलकर काम करने का आह्वान किया।
जी 20 वित्त मंत्री एवं केन्द्रीय बैंक गवर्नरों की दो दिवसीय बैठक में भाग लेने आये इन दोनों के साथ आज यहां गोलमेज बैठक आयोजित की गई। श्रीमती सीतारमण ने ऋणदाताओं के बारे में जानकारी रखने के साथ ही इस चुनौतियों को लेकर एकमत होने और इसके समाधान पर जोर दिया।
उन्होंने कर्ज में बुरी तरह फंसे देशों का मुद्दा उठाया और इसके लिए सबको मिलकर इस मुद्दे को जाेरशोर से उठाने का आह्वान भी किया। इन दोनों अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं से तेजी से ऋण पुर्नगठन किये जाने, कर्ज में फंसे देशों को मदद किये जाने की भी अपील की गई।