शुक्रवार, 24 फ़रवरी 2023

एचसी के 7 न्यायाधीशों की शिकायतों पर गौर करें 'केंद्र'

एचसी के 7 न्यायाधीशों की शिकायतों पर गौर करें 'केंद्र'

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को केंद्र को आदेश दिया कि वह अपने सामान्य भविष्य निधि (जीपीएफ) खाते बंद किए जाने का आरोप लगाने वाले पटना उच्च न्यायालय के सात न्यायाधीशों की शिकायतों पर गौर करें। प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी और न्यायमूर्ति पी.एस. नरसिम्हा की पीठ ने कहा, हम इस मामले का (अगले सप्ताह) शुक्रवार को निपटारा करेंगे।

पीठ ने केंद्र की ओर से पेश हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के एम नटराज से मामले को देखने और इस पर निर्देश लेने को कहा तथा याचिका पर आगे की सुनवाई के लिए तीन मार्च की तारीख तय की। न्यायालय ने 21 फरवरी को पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की याचिका पर सुनवाई करने पर सहमति जताई थी।

उस समय इस मामले का जिक्र किए जाने पर प्रधान न्यायाधीश ने कहा था, क्या? न्यायाधीशों का जीपीएफ खाता बंद हो गया? याचिकाकर्ता कौन है? मामले को शुक्रवार के लिए सूचीबद्ध करें। यह याचिका पटना उच्च न्यायालय के सात न्यायाधीशों - न्यायमूर्ति शैलेंद्र सिंह, न्यायमूर्ति अरुण कुमार झा, न्यायमूर्ति जितेंद्र कुमार, न्यायमूर्ति आलोक कुमार, न्यायमूर्ति सुनील दत्त मिश्रा, न्यायमूर्ति चंद्र प्रकाश सिंह और न्यायमूर्ति चंद्र शेखर झा ने दायर की है। 

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-135, (वर्ष-06)

2. शनिवार, फरवरी 25, 2023

3. शक-1944, फाल्गुन, शुक्ल-पक्ष, तिथि-पंचमी, विक्रमी सवंत-2079‌।

4. सूर्योदय प्रातः 07:09, सूर्यास्त: 06:01। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 15 डी.सै., अधिकतम- 22+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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गुरुवार, 23 फ़रवरी 2023

सीएम ने 69वें तुलसी महायज्ञ में प्रतिभाग किया 

सीएम ने 69वें तुलसी महायज्ञ में प्रतिभाग किया 

पंकज कपूर 

देहरादून/रूद्रपुर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तुलसी धाम पहुंचकर 69वें श्री तुलसी महायज्ञ में प्रतिभाग किया और पूजा-अर्चना कर राज्य व देश की खुशहाली, सुख-समृद्धि, शान्ति के साथ ही राज्य को दैवीय आपदाओं से बचाव की कामना की। इसके पश्चात मुख्यमंत्री श्री धामी ने विभिन्न क्षेत्रों से आये हुए सन्तो से आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम में गुरु महाराज तथा सन्तों ने चारों धामों का कायाकल्प करने, धर्मान्तरण कानून लाने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पगड़ी पहनाकर व पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने बालिका तान्या मिडडा के जज बनने पर सम्मानित किया। 

मुख्यमंत्री ने तुलसी धाम मार्ग का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि मन्दिर में जिलाधिकारी द्वारा सीएसआर आदि मद से हॉल निर्माण कराया जायेगा। मुख्यमंत्री ने एनएच-74 से ग्राम मलसा होते हुए धाम आने वाले मार्ग को तुलसी धाम के नाम से जाना जायेगा, सांस्कृतिक मेले के लिए सरकार की ओर से हर संभव सहयोग किये जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महान सनातन संस्कृति के संरक्षक और संपूर्ण विश्व में सनातन संस्कृति की यश पताका को फहराने वाले सभी अग्रदूतों को दण्डवत नमन किया। उन्होंने कहा कि यह मेरा परम् सौभाग्य है कि आज मुझे एक साथ आप सभी महानुभावों का सानिध्य प्राप्त हो रहा है, आप सभी की आभा और ऊर्जा ने मेरे मन मस्तिष्क को और भी अधिक जागृत करने का कार्य किया है। श्री धामी ने कहा कि तुलसी दास जी के शब्द आज भी उतने ही सार्थक हैं, जितने तब थे।

उन्होंने कहा कि आज भी आपका धन, वैभव, संपदा ये सब अर्थहीन हैं, यदि आप संतों, गुरुजनों की वाणी को नहीं सुनते, उनके विचारों का अनुसरण नहीं करते। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं को सौभाग्यशाली समझता हूं कि संपूर्ण विश्व को ज्ञान, दर्शन, आध्यात्म और संस्कृति से परिचित कराने वाले आप सभी महानुभावों के समक्ष अपने विचार साझा करने का अवसर प्राप्त हो रहा है।  मुख्यमंत्री ने कहा कि संत-महंत एक चुंबकीय व्यक्तित्व के स्वामी हैं और जो भी आपसे एक बार मिल लेता है वो हमेशा के लिए आपका प्रशंसक बन जाता है। उन्होंने कहा कि इस बात पर कोई संदेह नहीं है कि आपके द्वारा दुनिया को दी जा रही शिक्षा और संस्कार ही कल के नए और सशक्त भारत का आधार बनेंगे। उन्होंने कहा कि सन्तों, गुरूओं द्वारा युवाओं को दिए जाने वाली शिक्षा और संस्कार ही नए भारत का आधार भी बनेंगे। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि ज्ञान से पवित्र और कुछ भी नहीं है, मैं, आशा करता हूं कि आपका ज्ञान सदैव हमारा मार्गदर्शन करता रहेगा और हमें राष्ट्र निर्माण के पथ पर अग्रसर करने में सहायक सिद्ध होगा। जैसा कि आप सभी जानते ही हैं कि देवभूमि उत्तराखण्ड ने वर्षों से संपूर्ण दुनिया को सत्य, आध्यात्म और शांति का मार्ग दिखाने का कार्य किया है।

उन्होंने कहा कि विश्व को आध्यात्म का उपदेश देने वाले महान ऋषियों की हमारी भूमि के आप जैसे पूज्य संतों ने ही हमेशा अति-भौतिकतावाद के दर्द से कराहते विश्व के आंसू पोछने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि सभी के शुभाशीष का ही परिणाम है कि आज हमारी सरकार आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के महान नेतृत्व में नव भारत और नव-उत्तराखण्ड निर्माण की ओर अग्रसर हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारी महान सनातन संस्कृति की पताका संपूर्ण विश्व में लहरा रही है और दुनिया भर के देश हमारी प्राचीन संस्कृति और दर्शन से परिचित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी का यह कर्तव्य है कि हम अपने धर्म मार्ग से कभी विचलित ना हों और अपनी सनातन संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए सदैव प्रयत्नशील रहें। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केदारखंड के मंदिरों को विकसित करने के साथ ही मानसखंड कॉरिडोर को भी विकसित करने कि दिशा में आगे बढ़ रही है, जिसके अंतर्गत कुमांऊ के गोलज्यू मंदिर, पाताल भुवनेश्वर, कोट भ्रामरी, देवीधुरा, कैंचीधाम, बाल सुंदरी, मां पुण्यगिरी समेत अनेक धार्मिक स्थलों को चिन्हित किया गया है।

श्री धामी ने कहा कि हमारे लिए गर्व का विषय है कि मानसखंड कॉरिडोर पर आधारित हमारी झांकी को गणतंत्र दिवस की परेड में प्रथम पुरुस्कार मिला। श्री धामी ने कहा कि सभी को विश्वास दिलाता हूं कि हमारी सरकार देवभूमि उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने विकल्प रहित संकल्प को पूर्ण करने हेतु दिन रात काम करती रहेगी तथा आपका यह मुख्य सेवक जब तक देवभूमि को सच्चे अर्थों में देवभूमि नहीं बना लेगा तब तक चौन से नहीं बैठेगा, आराम से नहीं बैठेगा।उन्होंने कहा कि इस पावन संकल्प को पूरा करने में सभी महानुभावों का आशीर्वाद इसी प्रकार मिलता रहेगा। इस दौरान विधायक शिव अरोरा, मेयर रामपाल सिंह, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला, जिलाधिकारी युगल किशोर पंत, एसएसपी मंजूनाथ टीसी, सीडीओ विशाल मिश्रा, अपर जिलाधिकारी जय भारत सिंह, एसडीएम प्रत्यूष सिंह, कौश्तुभ मिश्रा, सहित भाजपा प्रदेश मंत्री विकास शर्मा, भारत भूषण चुघ, सुरेश कोली, अमित नारंग आदि उपस्थित थे।

काशीपुर: भारी मात्रा में गांजे के साथ 3 तस्कर गिरफ्तार 

काशीपुर: भारी मात्रा में गांजे के साथ 3 तस्कर गिरफ्तार 

संदीप मिश्र 

काशीपुर। एसएसपी द्वारा जनपद में चलाए जा रहे हैं। नशे के विरुद्ध (अभियान के तहत पुलिस अधीक्षक काशीपुर व पुलिस उपाधीक्षक) के दिशा निर्देशन में एसओजी काशीपुर टीम द्वारा भारी मात्रा में गांजे के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया। बृहस्पतिवार तड़के लगभग साढ़े तीन बजे एसओजी टीम ने भ्रमण के दौरान स्टेशन रोड स्थित पंत पार्क पर तीन युवकों के संदिग्ध रूप से मिलने पर जब उनके सामान की चेकिंग की तो उनके कब्जे से 67.280 किग्रा अवैध गाजा बरामद हुआ, जिसे वह बैगों में भरकर बाइक से ले जा रहे थे।

एसओजी ने उनकी बाइक को जप्त कर लिया। गिरफ्तार युवकों ने अपनी पहचान सरफराज पुत्र अयूब निवासी आवास विकास काशीपुर, विशाल कुमार पुत्र सीताराम निवासी जसपुर तथा मोहम्मद आसिफ पुत्र शकील अहमद निवासी लक्ष्मीपुर पट्टी काशीपुर के रूप में कराई। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वह बरामद गांजा ग्राम बैजरौ पौड़ी गढ़वाल निवासी सुरेंद्र नेगी, अर्जुन नेगी व भरत नेगी से लेकर आए हैं।

अभियुक्त गणों के बरामद मोबाइलों में पैसों के ट्रांजैक्शन व कुछ फोटो तथा वीडियो भी मौजूद पाए गए जो इनके द्वारा गांजे को बताए गए अभियुक्त गण से लेकर आना तस्दीक करते हैं। पकड़े गये युवकों ने बताया कि अभियुक्त भरत नेगी बैजरौ पौड़ी गढ़वाल में पीडब्ल्यूडी में अपनी गाड़ी लगा कर चालक का काम करता है। गिरफ्तार युवकों के विरु( कोतवाली में धारा 8,20, 29, 60 एनडीपीएस एक्ट का अभियोग पंजीकृत करवाया गया है।

पलानीस्वामी को महासचिव बने रहने की अनुमति 

पलानीस्वामी को महासचिव बने रहने की अनुमति 

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/चेन्नई। उच्चतम न्यायालय ने बृहस्पतिवार को मद्रास उच्च न्यायालय का वह आदेश बरकरार रखा, जिसमें के. पलानीस्वामी को अन्नाद्रमुक का अंतरिम महासचिव बने रहने की अनुमति दी गई थी। अब वह पार्टी के इकलौते सर्वोच्च नेता होंगे। न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति ऋषिकेश रॉय ने 12 जनवरी को मामले पर आदेश सुरक्षित रखा था। पीठ ने ओ. पनीरसेल्वम द्वारा दायर याचिकाओं को खारिज कर दिया।

पीठ ने कहा, ‘‘हमने उच्च न्यायालय की खंडपीठ के दो सितंबर 2022 के आदेश को बरकरार रखा है और अपने पहले के अंतरिम आदेश को स्थायी कर दिया है।’’ इसने कहा, ‘‘हमने पार्टी के समक्ष प्रस्तावों के मामलों पर सुनवाई नहीं की जिस पर एकल पीठ सुनवाई कर रही है। हम उक्त प्रस्तावों को कानून के अनुसार निपटाए जाने के लिए छोड़ते हैं।’’ यह फैसला अन्नाद्रमुक की 11 जनवरी 2022 को आम परिषद की बैठक के दौरान पार्टी के उपनियमों में किए गए संशोधन से जुड़ी याचिकाओं पर आया। इस बैठक में पलानीस्वामी को नेता चुना गया था जबकि उनके विरोधी ओ. पनीरसेल्वम तथा उनके कुछ सहयोगियों को निष्कासित कर दिया गया था। उच्चतम न्यायालय का फैसला आने के बाद चेन्नई में अन्नाद्रमुक के मुख्यालय में जश्न शुरू हो गया।

उच्चतम न्यायालय के आदेश से खुश पलानीस्वामी ने कहा कि इस फैसले ने ‘‘विश्वासघात’’ करने वालों और ‘‘द्रमुक की बी-टीम’’ का पर्दाफाश कर दिया जो उनकी पार्टी को खत्म करना चाहते थे। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय का फैसला दिवंगत मुख्यमंत्री एम जी रामचंद्रन और जे. जयललिता जैसे पार्टी के दिग्गजों की ‘दिव्यता’ का परिणाम है।

मद्रास उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने दो सितंबर को पलानीस्वामी की अपील को मंजूर करते हुए एकल पीठ के उस आदेश को रद्द कर दिया जिसमें अन्नाद्रमुक की 11 जुलाई की आम परिषद की बैठक को अमान्य घोषित किया गया था। जयललिता के वफादार रहे पनीरसेल्वम को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। जयललिता जब भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल में बंद थीं, तो पनीरसेल्वम उनकी जगह मुख्यमंत्री रहे थे।

निगरानी समिति का कार्यकाल दो हफ्तों के लिए बढ़ाया

निगरानी समिति का कार्यकाल दो हफ्तों के लिए बढ़ाया

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ पर लगे आरोपों की जांच के लिए गठित निगरानी समिति का कार्यकाल दो हफ्तों के लिए बढ़ा दिया है। मंत्रालय ने गुरुवार को यहां जारी विज्ञप्ति में बताया कि निगरानी समिति ने अपनी रिपोर्ट जमा करने की आखिरी तिथि बढ़ाने का निवेदन किया था, जिसके बाद यह फैसला लिया गया। इस फैसले के आधार पर यह समिति कुश्ती महासंघ का दैनिक कामकाज भी जारी रखेगी।

गौरतलब है कि विश्व चैंपियनशिप मेडलिस्ट बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक सहित कई सुसज्जित पहलवानों ने जनवरी में कुश्ती महासंघ के विरुद्ध धरना प्रदर्शन करते हुए अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न और जान से मारने की धमकी देने जैसे संगीन आरोप लगाये थे। खेल मंत्रालय ने इन आरोपों की जांच के लिये 24 जनवरी को एमसी मैरीकॉम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय निगरानी समिति का गठन किया और बृजभूषण को जांच पूरी होने तक अध्यक्ष पद से हटने के आदेश दिये गये थे। तत्कालीन सूूचना के अनुसार इस समिति को जांच पूरी करने के लिये एक महीने का समय दिया गया था।

मंत्रालय ने बयान में कहा था, “निगरानी समिति विश्व चैंपियन मैरी कॉम की अध्यक्षता में होगी। उनके साथ, योगेश्वर दत्त, द्रोणाचार्य अवार्डी तृप्ति मुर्गुंडे, पूर्व टॉप्स सीईओ राजगोपालन और साई टीम की पूर्व कार्यकार अध्यक्ष राधिका श्रीमान समिति का हिस्सा होंगे।” मंत्रालय ने बाद में इस समिति में राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता बबीता फोगाट को भी शामिल किया। गौरतलब है कि मैरी कॉम और योगेश्वर दत्त को मामले की जांच के लिये भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) द्वारा गठित सात-सदस्यीय समिति का हिस्सा भी हैं।

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...