गुरुवार, 16 फ़रवरी 2023

लापरवाही: गाजियाबाद कोर्ट में फिर से तेंदुआ दिखा

लापरवाही: गाजियाबाद कोर्ट में फिर से तेंदुआ दिखा

अश्वनी उपाध्याय 

गाजियाबाद। गाजियाबाद कोर्ट में तेंदुए की दहशत बरकरार है। वकीलों का कहना है कि गुरुवार सुबह 7.45 बजे सीसीटीवी कैमरे में कचहरी परिसर में फिर से तेंदुआ दिखा है। इससे दहशत में आए वकील हड़ताल पर चले गए हैं। उन्होंने अपने-अपने चैंबर बंद कर दिए हैं। वकीलों की हड़ताल के चलते कोर्ट रूम भी नहीं खुल पाए हैं। कुछ न्यायिक अधिकारी अपने कोर्ट रूम में पहुंच गए थे, वे भी लौट गए हैं। कोर्ट के सभी दरवाजे बंद कर दिए गए हैं। 

 बार एसोसिएशन सचिव नितिन यादव ने कहा, न्यायालय परिसर गाजियाबाद में तेंदुआ दिखाई देने की वजह से अधिवक्ता और वादकारियों में भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। हर किसी में दहशत का माहौल बना हुआ है। सुरक्षा को लेकर अधिवक्ता हड़ताल पर हैं। हमने वादकारियों से कहा है कि वे न्यायालय परिसर को खाली कर जल्द से जल्द अपने घरों में सुरक्षित पहुंच जाएं। बार एसोसिएशन गाजियाबाद ने गुरुवार को इस संबंध में एक बैठक आयोजित की है और हड़ताल का प्रस्ताव पास हुआ है। प्रस्ताव की कॉपी जनपद न्यायाधीश सहित सभी न्यायालयों को भेज दी गई है।

गांजे के विज्ञापन दिखाने वाला पहला प्लेटफॉर्म 'ट्विटर'

गांजे के विज्ञापन दिखाने वाला पहला प्लेटफॉर्म 'ट्विटर'

अखिलेश पांडेय 

वाशिंगटन डीसी। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पहला ऐसा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बन गया है, जहां पर आपको गांजे के विज्ञापन देखने को मिल सकते हैं। दरअसल, ट्विटर ने अमेरिका में कंपनियों को अपने ब्रांड्स की मार्केटिंग करने की मंजूरी दे दी है। इससे पहले ट्विटर ने गांजे से बनने वाले सीबीडी टॉपिकल प्रोडक्ट्स के विज्ञापनों को मंजूरी दी थी।हालांकि, दूसरी दिग्गज सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक और उसकी सहायक कंपनियां इंस्टाग्राम और टिकटॉक, गांजे के विज्ञापन को नहीं दिखाने की नीति का पालन करती हैं, क्योंकि संघीय स्तर पर गांजा गैरकानूनी है।

अमेरिका के 21 राज्यों में गांजे के इस्तेमाल को कानूनी मंजूरी मिली हुई है। वहीं, 37 राज्यों में गांजे के मेडिकल इस्तेमाल को मंजूरी दी गई है। हालांकि, केवल दो ऐसे राज्य – इडाहो, नेब्रास्का, हैं जो कि गांजे के कानूनी इस्तेमाल को मंजूरी नहीं देते हैं। ट्विटर ने कहा है कि वह कैनबिज कंपनियों को विज्ञापन की तब तक मंजूरी देगी जब तक कि उनके पास आवश्यक लाइसेंस है। कंपनी ने आगे कहा कि वह इस बात का ध्यान रखेगी कि कंपनियां केवल वहीं तक विज्ञापनों की पहुंच बना सकें जहां गांजे के कानूनी इस्तेमाल के लिए उन्हें लाइसेंस मिला हुआ है। इसके साथ ही, वह इस बात का भी ध्यान रखेगी कि कंपनियां 21 साल से कम उम्र के लोगों को निशाना न बना पाएं।

ट्विटर की इस घोषणा की, अधिकतर कैनबिज कंपनियों ने सराहना की। कई राज्यों में गांजे और उसके मेडिकल इस्तेमाल का कारोबार करने वाली कंपनी क्रेस्को लैब्स ने कहा कि यह गांजे के कानूनी मार्केट के लिए एक बड़ी जीत है। Trulieve Cannabis Corp ने बुधवार को ट्विटर पर एक साथ कई राज्यों के लिए विज्ञापन की शुरुआत कर दी।बता दें कि, कोविड-19 महामारी के बाद अमेरिका की कैनबिज इंडस्ट्री को रेगुलेटरी और आर्थिक चुनौतियों के कारण गिरावट का सामना करना पड़ा है।अवैध मार्केट भी उनके ग्राहकों में सेंध लगा रहा है जिसके कारण उनके दामों में गिरावट आ रही है। अमेरिकी कैनबिज कंपनी Curaleaf को हाल ही में अपने वर्कफोर्स में 10 फीसदी की कटौती करनी पड़ी और तीन अमेरिकी राज्यों में अपने अधिकतर कामकाज को रोकना पड़ा है।

व्रत: 18 फरवरी को मनाई जाएगी 'महाशिवरात्रि'

व्रत: 18 फरवरी को मनाई जाएगी 'महाशिवरात्रि'

सरस्वती उपाध्याय 

इस साल महाशिवरात्रि 18 फरवरी, शनिवार को है। इस दिन व्रत रखने और भगवान शिव की पूजा करने का विधान है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, देवी सती का पार्वती के रूप में पुनर्जन्म हुआ था। मां पार्वती ने आरम्भ में अपने सौंदर्य से भगवान शिव को रिझाना चाहा, लेकिन वे सफल नहीं हो सकीं। इसके बाद त्रियुगी नारायण से पांच किलोमीटर दूर गौरीकुंड में कठिन ध्यान और साधना से उन्होंने शिवजी का मन जीत लिया। इसी दिन भगवान शिव और आदिशक्ति मां पार्वती का विवाह संपन्न हुआ। भगवान शिव का तांडव और माता भगवती के लास्यनृत्य के समन्वय से ही सृष्टि में संतुलन बना हुआ है। शिवजी को प्रसन्न करने और व्रत रखने कई महत्वपूर्ण नियम हैं, जिनका पालन करना जरूरी होता है। इन नियमों का पालन करने से महाशिवरात्रि व्रत का पूरा फल मिलता है और भगवान शिव की कृपा भी बनी रहती है।

व्रत की महिमा
महाशिवरात्रि व्रत परम मंगलमय और दिव्यतापूर्ण है ,यह व्रत चारों पुरुषार्थों धर्म, अर्थ,काम और मोक्ष को देने वाला माना गया है। इस दिन जो प्राणी परमसिद्धिदायक भगवान शिव का व्रत,अभिषेक और पूजन करते हैं वह परम भाग्यशाली होता है। भगवान श्री राम ने स्वयं कहा है कि-‘ शिव द्रोही मम दास कहावा ! सो नर मोहि सपनेहुँ नहिं  भावा !!’अर्थात जो शिव का द्रोह करके मुझे प्राप्त करना चाहता है वह सपने में भी मुझे प्राप्त नहीं कर सकता। यही वजह है कि इस दिन शिव आराधना के साथ ही श्री रामचरितमानस के पाठ का भी बहुत महत्त्व होता है । एक अन्य कथा के अनुसार माता पार्वती ने एक बार भगवान शिव से पूछा कि कौनसा व्रत उनको सर्वोत्तम भक्ति व पुण्य प्रदान  कर सकता है ,तब भोलेशंकर ने स्वयं इस दिन का महत्व बताया था कि फाल्गुन कृष्ण पक्ष के चतुर्दशी की रात्रि  को जो उपवास करता है ,वह मुझे प्रसन्न कर लेता है ।में अभिषेक,वस्त्र,धूप,अर्घ्य तथा पुष्प आदि से उतना प्रसन्न नहीं होता जितना कि  व्रत-उपवास से।

व्रत और पूजन विधि
भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए श्रद्धालु  प्रातः स्नानादि करके शिवमंदिर जाएं ।पूजा में चन्दन  ,मोली ,पान, सुपारी,अक्षत, पंचामृत,बिल्वपत्र,धतूरा,फल-फूल,नारियल,इत्यादि शिवजी को अर्पित करें। भगवान शिव को अत्यंत प्रिय बेल को धोकर चिकने भाग की ओर से चंदन लगाकर चढ़ाएं । ‘ॐ नमः शिवाय’ मन्त्र का उच्चारण जितनी बार हो सके करें एवं शिवमूर्ति और भगवान शिव की लीलाओं का चिंतन करें। रात्रि के चारों प्रहरों में भगवान शंकर की  पूजा अर्चना करनी चाहिए ।अभिषेक के जल में पहले प्रहर में दूध, दूसरे में दही ,तीसरे में घी, और चौथे में शहद को शामिल करना चाहिए। दिन में केवल फलाहार करें, रात्रि में उपवास करें। हांलाकि रोगी, अशक्त और वृद्धजन रात्रि में भी फलहार कर सकते है । इस दिन शिव की पूजा करने से जीव को अभीष्ट फल की प्राप्ति अवश्य होती है।

महाशिवरात्रि पर प्रदोष व्रत का संयोग
हिंदू कैलेंडर के अनुसार इस बार महाशिवरात्रि पर बहुत ही शुभ संयोग बनने जा रहा है। 18 फरवरी,शनिवार को त्रयोदशी तिथि है और इस तिथि पर प्रदोष का व्रत रखा जाता है। प्रदोष व्रत भगवान शिव की पूजा-उपासना के लिए खास होता है। इस दिन त्रयोदशी तिथि की समाप्ति के बाद चतुर्दशी तिथि प्रारंभ हो जाएगी।

वजन और रक्त शर्करा में सुधार हो सकता है: बादाम

वजन और रक्त शर्करा में सुधार हो सकता है: बादाम

सरस्वती उपाध्याय 
नियमित रूप से बादाम खाने से अधिक वजन और मोटापे से ग्रस्त लोगों में शरीर के वजन और रक्त शर्करा दोनों में सुधार हो सकता है। एक अध्ययन में यह दावा किया गया है। फ्रंटियर्स इन न्यूट्रीशन जर्नल में प्रकाशित शोध में पाया गया है कि 12 सप्ताह तक रोजाना बादाम खाने से इंसुलिन प्रतिरोध कम हो गया, अग्नाशय के कार्य में सुधार हुआ और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिली। 

शोधकर्ताओं ने कहा कि जिस समूह के लोगों को बादाम दिए गए थे उनके शरीर के वजन, बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) और कमर की परिधि में महत्वपूर्ण कमी आई और उनका कुल कोलेस्ट्रॉल भी कम हुआ। चेन्नई स्थित मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष और प्रमुख विश्वनाथन मोहन ने कहा, बादाम खाने वाले उपभोक्ताओं के शरीर के वजन और रक्त शर्करा, दोनों में सुधार हुआ। मोहन ने एक बयान में कहा, मोटापा दुनिया भर में देखी जाने वाली एक स्वास्थ्य समस्या है और हम जानते हैं कि मोटापा टाइप 2 मधुमेह जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ाता है।

हम यह भी जानते हैं कि यह एक जटिल समस्या है, जो मधुमेह से जुड़ी हुई है और हमें लगता है कि हमने एक सरल समाधान की पहचान की है। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि बादाम खाने वाले लोगों में कुल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बेहतर था। दोनों मोटापे और मधुमेह का प्रबंधन करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। यह अध्ययन 25-65 वर्ष की आयु के 400 प्रतिभागियों पर किया गया था, जिनका बॉडी मास इंडेक्स 23 किलोग्राम प्रति वर्ग मीटर (किलोग्राम/एम 2) से अधिक था। शोधकर्ताओं ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र के बीएमआई दिशानिर्देशों का उपयोग किया, जिसमें कहा गया है कि 23 किलोग्राम/एम 2 से अधिक को। अधिक वजन और 25 किलोग्राम/ एम 2 से अधिक वजन मोटापा है। 

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन









प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


1. अंक-127, (वर्ष-06)

2. शुक्रवार, फरवरी 17, 2023

3. शक-1944, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-एकादशी, विक्रमी सवंत-2079‌।

4. सूर्योदय प्रातः 07:09, सूर्यास्त: 06:01। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 14 डी.सै., अधिकतम- 22+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

http://www.universalexpress.page/ www.universalexpress.in 

email:universalexpress.editor@gmail.com 

संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित)

मंगलवार, 14 फ़रवरी 2023

'सीबीडीटी' ने तीन नए चुनावी न्यासों को मंजूरी दी 

'सीबीडीटी' ने तीन नए चुनावी न्यासों को मंजूरी दी 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने तीन नए चुनावी न्यासों को मंजूरी दी है और 15 अन्य की मंजूरी का नवीनीकरण किया गया है। सीबीडीटी ने 12 दिसंबर, 2022 तक स्वीकृत चुनावी ट्रस्ट की एक अद्यतन सूची जारी की है, जिसमें ऐसी 18 संस्थाओं के नाम हैं। स्मॉल डोनेशन इलेक्टोरल ट्रस्ट, इंडिपेंडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट और भारतीय भूमि इलेक्टोरल ट्रस्ट नामक नए चुनावी न्यासों को मंजूरी दी गई है, जबकि प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट और प्रोग्रेस इलेक्टोरल ट्रस्ट जैसे न्यासों की मंजूरी का नवीनीकरण किया गया है।

निर्वाचन आयोग के एक पूर्व वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जब ऐसे निकाय मानदंडों को पूरा करते हैं, तो सीबीडीटी उन्हें चुनावी ट्रस्ट के रूप में कार्य करने की मंजूरी देता है।अद्यतन सूची मंगलवार को निर्वाचन आयोग द्वारा सार्वजनिक की गई। कोई चुनावी ट्रस्ट भारत के किसी नागरिक, भारत में पंजीकृत किसी कंपनी और फर्म या हिंदू अविभाजित परिवार या भारत निवासी व्यक्तियों के किसी संघ या व्यक्तियों के किसी निकाय से स्वैच्छिक चंदा प्राप्त कर सकता है। चुनावी ट्रस्ट केवल चुनाव कानून के तहत पंजीकृत योग्य राजनीतिक दलों को ही धन वितरित कर सकता है। ऐसे न्यासों से मिलने वाला दान प्रमुख राजनीतिक दलों के लिए चंदा का एक प्रमुख स्रोत है।

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...