सोमवार, 13 फ़रवरी 2023

समिति गठित करने हेतु प्रस्ताव को लेकर आपत्ति नहीं

समिति गठित करने हेतु प्रस्ताव को लेकर आपत्ति नहीं

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सोमवार को उच्चतम न्यायालय को बताया कि शेयर बाजार के लिए नियामकीय तंत्र को मजबूत करने के लिए विशेषज्ञों की समिति गठित करने हेतु प्रस्ताव को लेकर उसे कोई आपत्ति नहीं है। उच्चतम न्यायालय हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद अडाणी समूह के शेयरों में गिरावट के मामले की सुनवाई कर रहा था। केंद्र सरकार ने हालांकि मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डी. वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ को बताया कि व्यापक हित को देखते हुए वह सीलबंद लिफाफे में समिति के लिए विशेषज्ञों के नाम और उसके कार्यक्षेत्र की जानकारी देना चाहती है।

केंद्र सरकार और सेबी की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि बाजार नियामक और अन्य वैधानिक इकाइयां हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद उपजी परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, “सरकार को समिति बनाने में कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन विशेषज्ञों के नामों का सुझाव हम दे सकते हैं। हम सीलबंद लिफाफे में नाम सुझा सकते हैं।” मेहता ने आशंका जताई कि पैनल की स्थापना पर किसी भी ‘अनजाने’ संदेश का धन प्रवाह पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। 

शीर्ष अदालत ने निवेशकों को नुकसान पहुंचाने और अडाणी समूह के शेयरों को कृत्रिम तरीके से गिराने संबंधी दो जनहित याचिकाओं (पीआईएल) की शुक्रवार सुनवाई के लिए सूचीबद्ध कर दिया है। उच्चतम न्यायालय ने अडाणी समूह के शेयर बाजारों में गिरावट की पृष्ठभूमि में 10 फरवरी को कहा था कि भारतीय निवेशकों के हितों की रक्षा की जरूरत है। न्यायालय ने केंद्र सरकार से पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समिति गठित कर नियामकीय तंत्र को मजबूत करने के लिए विचार करने के लिए कहा था। 

डब्ल्यूएचओ ने 'बर्ड फ्लू' को लेकर अलर्ट जारी किया 

डब्ल्यूएचओ ने 'बर्ड फ्लू' को लेकर अलर्ट जारी किया 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। दुनिया का सबसे खतरनाक वायरस कोरोना से हर कोई वाकिफ होगा। इसके कई नए वेरिएंट सामने आते रहे हैं और तबाही का मंजर दिखाते रहे हैं। अब हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक नए वायरस को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। बता दें कि डबल्यूएचओ ने बर्ड फ्लू को दुनिया के लिए एक नया खतरा बताया है। बर्ड फ्लू को एवियन फ्लू कहा जाता है, जो समुद्री पक्षी, बत्तख, मुर्गी आदि को संक्रमित करता है। बर्ड फ्लू एवियन इन्फ्लूएंजा टाइप ए वायरस के संक्रमण से होने वाली एक गंभीर बीमारी है। ये बीमारी स्तनधारी पक्षियों के साथ साथ इंसाओं को भी संक्रमित कर सकती है। 

चार स्ट्रेन ज्यादा खतरनाक
हाल ही में डबल्यूएचओ की तरफ से एक एनालिसिस में कहा गया है कि ये बीमारी सिर्फ पक्षियों को ही नहीं बल्कि इंसानों के लिए भी खतरा पैदा कर सकती है। इसके H5N1, H7N9, H5N6 और H5N8 के चार स्ट्रेन ज्यादा खतरनाक हैं। इसमें से H5N1 वायरस के मामले स्तनधारी जीवों में पाए गए हैं। डबल्यूएचओ ने बताया कि बर्ड फ्लू एक जूनोटिक वायरस है, इसलिए फिलहाल इसके फैलने का खतरा जानवरों में ज्यादा है। लेकिन, ध्यान रखें कि कोरोना वायरस के शुरुआती स्ट्रेन भी जूनोटिक थे, जिन्होंने 2019 में म्यूटेट होकर इंसानों में तेजी फैलना शुरू किया था। इसलिए स्वास्थ्य संगठन इस वायरस के मामलों पर बारीकी से नजर बनाए हुए है।

इन बातों का रखें ख्याल 
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस दौरान कहा कि लोग मरे हुए या बीमार जंगली जानवरों को न छुएं और न ही कलेक्ट करें, बल्कि उन्हें स्थानीय अधिकारियों को रिपोर्ट करें। डबल्यूएचओ राष्ट्रीय अधिकारियों के साथ काम कर रहा है, ताकि स्थिति की बारीकी से निगरानी की जा सके और मनुष्यों में H5N1 संक्रमण के मामलों की अच्छे से स्टडी की जा सके। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, बर्ड फ्लू वायरस के संक्रमण से इंसानों में बीमारी बिना किसी लक्षण या हल्के बीमारी से लेकर गंभीर बीमारी तक हो सकती है। स्थिति गंभीर होने पर पीड़ित मरीज की मौत भी हो सकती है।

इंसानों में पाया जानेवाला लक्षण

  • बहुत तेज बुखार
  • मांसपेशियों में दर्द होना
  • सिरदर्द
  • खांसी व सांस फूलना
  • डायरिया
  • पेट दर्द
  • छाती में दर्द
  • नाक या मसूडों से खून आना
  • आंख आना

बच्चे को जन्म देने की खबरों के पीछे के तर्क पर सवाल

बच्चे को जन्म देने की खबरों के पीछे के तर्क पर सवाल

इकबाल अंसारी 

कोझिकोड। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के वरिष्ठ नेता एम.के. मुनीर ने केरल में एक ट्रांसजेंडर द्वारा बच्चे को जन्म देने की खबरों के पीछे के तर्क पर सवाल उठाते हुए कहा है कि जो लोग इस तरह के दावे में विश्वास करते हैं, वे काल्पनिक दुनिया में जीते हैं। केरल में ट्रांसजेंडर समुदाय ने ट्रांसजेंडर जोड़े जिया पावल और जाहद को पिछले हफ्ते बच्चा होने का जश्न मनाया था। मुनीर ने कहा है कि समलैंगिक जोड़े को कभी बच्चा नहीं हो सकता। 

उन्होंने इस दावे को खोखला करार दिया है कि जिस व्यक्ति ने केरल में बच्चे को जन्म दिया था, वह एक ट्रांसजेंडर था। जिया पावल ने हाल ही में अपने साथी जाहद के गर्भ धारण करने की घोषणा की थी और दावा किया था कि यह भारत में ऐसा पहला मामला है। दंपति को 8 फरवरी को यहां एक सरकारी अस्पताल में एक बच्चा हुआ था। मुनीर ने रविवार को यहां विस्डम इस्लामिक कॉन्फ्रेंस द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, जो लोग इस तरह के चमत्कारों में विश्वास करते हैं, वे काल्पनिक दुनिया में जीते हैं। राज्य के पूर्व मंत्री ने कहा कि जिस व्यक्ति ने बच्चे को जन्म दिया वह वास्तव में एक महिला थी। 

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-124, (वर्ष-06)

2. मंगलवार, फरवरी 14, 2023

3. शक-1944, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-अष्टमी, विक्रमी सवंत-2079‌।

4. सूर्योदय प्रातः 07:09, सूर्यास्त: 06:01। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 12 डी.सै., अधिकतम- 24+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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(सर्वाधिकार सुरक्षित)

रविवार, 12 फ़रवरी 2023

एससी के न्यायाधीश पद की शपथ दिलाएंगे चंद्रचूड़

एससी के न्यायाधीश पद की शपथ दिलाएंगे चंद्रचूड़

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ सोमवार को न्यायमूर्ति राजेश कुमार बिंदल और न्यायमूर्ति अरविंद कुमार को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश पद की शपथ दिलाएंगे। न्यायमूर्ति बिंदल और न्यायमूर्ति कुमार के कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही शीर्ष न्यायालय के लिए स्वीकृत कुल 34 न्यायाधीशों की संख्या पूरी हो जाएगी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेश बिंदल और गुजरात उच्च न्यायालय के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति अरविंद कुमार को शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दी थी। केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्रालय के न्याय विभाग ने 10 फरवरी को दोनों न्यायाधीशों की नियुक्ति से संबंधित अलग-अलग अधिसूचनाएं जारी की थी।

मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली कॉलेजियम ने 31 जनवरी 2023 को न्यायमूर्ति बिंदल और न्यायमूर्ति कुमार को शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत करने की भी सिफारिश की थी। शीर्ष अदालत में इससे पहले गत छह फरवरी को न्यायमूर्ति पंकज मित्तल, न्यायमूर्ति संजय करोल, न्यायमूर्ति पी वी संजय कुमार, न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा ने न्यायाधीश के पद की शपथ ली थी।

कौशाम्बी: भव्य सत्संग व जनचेतना रैली का आयोजन 

कौशाम्बी: भव्य सत्संग व जनचेतना रैली का आयोजन 


बोध दिवस के उपलक्ष में एल ई डी के माध्यम से भव्य सत्संग एवं जनचेतना रैली का आयोजन

कौशाम्बी। संत रामपाल महाराज के बोध दिवस के उपलक्ष में एल ई डी के माध्यम से भव्य सत्संग एवं जनचेतना रैली का आयोजन जनपद मुख्यालय मंझनपुर में किया गया। बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल महाराज के आदेशानुसार बी. पी पब्लिक स्कूल मंझनपुर कौशांबी में एक भव्य सत्संग का आयोजन हुआ। सत्संग में संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों भक्तजनों के द्वारा भव्य सत्संग सुनने के बाद एक जनचेतना रैली निकाली गई।

प्रभात फेरी की तरह इस कार्यक्रम में सैकड़ो की संख्या में भक्तगण वा स्थानीय जनमानस ने भागीदारी किया। कार्यक्रम में संत रामपाल महाराज के द्वारा समाज में व्याप्त गैर बराबरी छुआछूत कार्यप्रणाली में भ्रष्टाचार नशा उन्मूलन तथा पाखंडवाद जात पात के भेद को मिटाने धार्मिक भेदभाव खत्म करने सांप्रदायिक झगड़े को समाप्त करने तथा ब्याज लेना और देना आदि तमाम प्रकार की कुरीतियों को जड़ से समाप्त करने के लिए भव्य कार्यक्रम हुआ।

इस कार्यक्रम में संत रामपाल महाराज ने भक्तों को लोक वेद रीति को छोड़कर शास्त्र अनुकूल भक्ति करने का आशीर्वाद व संदेश प्रदान किया और कहा कि आप विश्वास के साथ मर्यादा में रहते हुए परमात्मा की भक्ति करें, जैसा कि विश्व के कई भविष्यवाणी करने वालों ने बताया है कि भारत का एक महापुरुष हिंसा दुराचार व नफरत समूल मिटा देगा और संपूर्ण विश्व में शांति कायम होगी। वह भविष्यवाणी दृष्टिगोचर होती दिख रही है। वह जीवो पर दया करने वाला मानव कल्याण को प्रदान करने वाला कल्याणकारी पुरुष और कोई नहीं वास्तव में तत्वदर्शी संत रामपाल महाराज ही है।

रविवार के कार्यक्रम से मंझनपुर क्षेत्र व आसपास के अंचलों में यह संदेश बहुत तेजी से भक्तजनों के द्वारा प्रचारित व प्रसारित हो रहा है। इतने शांति पूर्ण तथा अनुशासित ढंग से जनचेतना रैली स्थानीय मंझनपुर मुख्यालय व प्रमुख स्थानों से होते हुए अपने गंतव्य सत्संग स्थल पर पहुंची। इस कल्याणकारी कार्यक्रम से भक्तजनों में बहुत प्रसन्नता है और बड़ी शालीनता से इस चेतना रैली कार्यक्रम को क्षेत्र की जनता ने सराहा है। कार्यक्रम को अंजाम तक पहुंचा रहे सहयोगी भक्तों में मंडल जिला तहसील ब्लॉक व अन्य तमाम सेवादारों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया पुस्तक सेवा भी की और कार्यक्रम को सफल बनाया।

भक्तगण परमात्मा के दीवाने होकर परमात्मा के संदेश को क्षेत्र की जनता में जिस कदर पहुंचाने का काम किया, वह अद्भुत है, प्रशंसनीय है, सराहनीय है। सत्संग की बाकी झांकी एवं चेतना रथ की निराली झांकी ने भक्तों और जनता जनार्दन के मन को मोह लिया, जहां तक अपनी समझ है। पूरा का पूरा कल्याणकारी कार्यक्रम सत्संग और कस्बे का भ्रमण सराहनीय और सफल रहा।

गणेश साहू 

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भविष्यवाणी क...