शनिवार, 11 फ़रवरी 2023

विवाद: सीएम के सिर नहीं ढकने पर एतराज जताया

विवाद: सीएम के सिर नहीं ढकने पर एतराज जताया

राणा ओबरॉय 

चंडीगढ़/फरीदाबाद। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अब एक नए विवाद में घिर गए हैं। बाबा बंदा सिंह बहादुर मेमोरियल चैरिटीबल अस्पताल की नीव का पत्थर रखे जाने पर हुए समागम के मौके पर अरदास के दौरान मुख्यमंत्री के सिर नहीं ढकने पर विरोधी दलों ने एतराज जताते हुए सीएम से माफी मांगने को कहा है। दरअसल सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का होना बताया जा रहा है।

वायरल हो रहे वीडियो के मुताबिक मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर फरीदाबाद के सेक्टर- 15 में बाबा बंदा सिंह बहादुर मेमोरियल चैरिटेबल अस्पताल का नींव का पत्थर रखे जाने के मौके पर आयोजित समागम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान जब अरदास की जा रही थी तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर बगैर सिर ढके ही इस अरदास में शामिल हुए थे। 

उल्लेखनीय है कि सिख परंपराओं के मुताबिक, अरदास के समय और गुरुद्वारे जाते वक्त सिर ढका होना जरूरी है। अब मुख्यमंत्री के नंगे से अरदास में शामिल होने को लेकर विपक्षी दलों ने उनके ऊपर निशाने साधने शुरू कर दिए हैं। आम आदमी पार्टी के नेता नील गर्ग एवं अकाली नेता महेश इंदर ग्रेवाल ने इस पर कई तरह के सवाल उठाए हैं। उधर भारतीय जनता पार्टी के नेता रमन मलिक ने इसके लिए माफी मांगी है, हालांकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की तरफ से अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

देश जितना मोदी व भागवत का है, उतना महमूद का भी 

देश जितना मोदी व भागवत का है, उतना महमूद का भी 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। जमीयत उलमा-ए-हिंद के प्रमुख महमूद मदनी ने कहा, देश जितना (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी व (आरएसएस प्रमुख) मोहन भागवत का है, उतना महमूद का भी है। न वे आगे हैं और न हम। उन्होंने कहा, यह धरती मुसलमानों का पहला वतन है। इस्लाम को बाहर से आया हुआ मजहब बताना गलत है। इस्लाम सभी धर्मों में सबसे पुराना है। बता दें कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद मुसलमानों का 100 साल पुराना संगठन है। जमीयत मुसलमानों का सबसे बड़ा संगठन होने का दावा करता है। इसके एजेंडे में मुसलमानों के राजनीति--सामाजिक और धार्मिक मुद्दे रहते हैं। ये संगठन इस्लाम से जुड़ी देवबंदी विचारधारा को मानता है। देवबंद की स्थापना साल 1919 में तत्कालीन इस्लामिक विद्धानों ने की थी। इनमें अब्दुल बारी फिरंगी महली, किफायुतल्लाह देहलवी, मुहम्मद इब्राहिम मीर सियालकोटी और सनाउल्लाह अमृतसरी थे।

दिल्ली के रामलीला मैदान में जमीयत उलेमा-ए-हिंद का 34वां सत्र शुरू हो चुका है।  इसकी अध्यक्षता जमीयत चीफ मौलाना महमूद मदनी कर रहे हैं।  मदनी ने इस्लामोफोबिया पर बात करते हुए कहा कि भारत जितना नरेंद्र मोदी और मोहन भागवत का है, उतना ही महमूद मदनी का भी है। उन्होंने आगे कहा कि ये धरती खुदा के सबसे पहले पैगंबर अब्दुल बशर सईदाला आलम की जमीन है, इसलिए इस्लाम को ये कहना की वह बाहर से आया है, सरासर गलत और बेबुनियाद है। इस्लाम सबसे पुराना मजहब है।

सत्र को संबोधित करते हुए मदनी ने कहा, मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नफरत और उकसावे के मामलों में देश के अंदर अचानक बढ़ोतरी हुई है। दुख की बात यह है कि सरकार को इन घटनाओं के बारे में पता है, लेकिन उन्होंने अपना नजरिया शुतुरमुर्ग के जैसा बना लिया है। उन्होंने मांग की कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ  हिंसा भड़काने वालों को सजा देने के लिए विशेष कानून बनाया जाना चाहिए। हम RSS और उसके सर संघचालक को न्योता देते हैं, आइए आपसी भेदभाद व दुश्मनी को भूलकर एक दूसरे को गले लगाए और देश को दुनिया का सबसे शक्तिशाली मुल्क बनाए। हमें सनातन धर्म के फ़रोग़(रोशनी) से कोई शिकायत नहीं है। आपको भी इस्लाम के फ़रोग़ से कोई शिकायत नहीं होनी चाहिए।

जमीयत के सत्र में कहा गया कि संस्था सरकार का ध्यान इस बात की ओर आकर्षित करना चाहती है कि देश अखंडता सुनिश्चित करते हुए सकारात्मक छवि कैसे बनाई जाए। जमीयत ने नफरत फैलाने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रस्ताव रखा। बता दें कि यूनिफॉर्म सिविल कोड की चर्चा के बीच जमीयत ने यह अधिवेशन देश के अलग-अलग राज्यों में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले बुलाया है। इसमें समाज के प्रतिष्ठित उलेमा और नुमाइंदे यूनिफॉर्म सिविल कोड समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं।

इस अधिवेशन में धार्मिक आजादी और मुस्लिम पर्सनल लॉ के साथ-साथ मदरसों की स्वायत्तता, सामाजिक-आर्थिक रूप से पिछड़े मुसलमानों के लिए आरक्षण देने संबंधी प्रस्ताव भी लाया जाएगा। इसके साथ ही राष्ट्रीय एकता और यूनिफॉर्म सिविल कोड पर महत्वपूर्ण बहस और प्रस्ताव भी इस अधिवेशन में लाए जाएंगे।

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


1. अंक-122, (वर्ष-06)

2. रविवार, फरवरी 12, 2023

3. शक-1944, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-सप्तमी, विक्रमी सवंत-2079‌।

4. सूर्योदय प्रातः 07:09, सूर्यास्त: 06:01। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 11 डी.सै., अधिकतम- 22+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

http://www.universalexpress.page/ www.universalexpress.in 

email:universalexpress.editor@gmail.com 

संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित)

शुक्रवार, 10 फ़रवरी 2023

मिश्रा की अध्यक्षता में 'ग्राम चौपाल' का आयोजन 

मिश्रा की अध्यक्षता में 'ग्राम चौपाल' का आयोजन 


हिसामपुर परसखी में लगी चौपाल, अधिकारियों ने सुनी समस्याएं

कौशाम्बी। कड़ा ब्लाक के ग्राम पंचायत हिसामपुर परसखी में प्रभारी बी.डी.ओ आनंद मिश्रा की अध्यक्षता में 'ग्राम चौपाल' का आयोजन किया गया। जिसमें उन्होंने चौपाल में आए हुए ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और उन्हे निस्तारित करने का सबंधित विभागों को कहा। इस दौरान उन्होंने सरकार के माध्यम से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं आवास, विधवा, वृद्धा एवं विकलांग पेंशन, बिजली, पानी, हैंडपंप, स्वास्थ्य, आगनवाड़ी, शिक्षा, पशुपालन, स्वयं सहायता समूह सहित समस्त प्रकार की योजनाओं और उनके क्रियान्वयन की जानकारी लिया और ग्रामीणों से सीधा संवाद किया।

इस दौरान कुछ ग्रामीणों ने आवास न मिलने की शिकायत की। जिस पर ग्राम पंचायत सचिव विकास शर्मा ने बताया की 28 आवास आए है। जिन्हे लाभांवितत के खाते में पैसा भेजा गया है। जैसे ही, शासन से और आवास स्वीकृत होते है। अन्य पात्र लाभार्थियों के खाते में पैसा भेज दिया जाएगा। चौपाल में प्रभारी ए डी ओ आशीष कुमार, पशु चिकित्साधारी अनिल कुमार साहू, यूनिसेफ बी एम सी इमरान सिद्दीकी, आगनवाड़ी ए डी ओ पवन जायसवाल, ग्राम प्रधान शिव प्रताप सिंह, कोटेदार रामराज सहित तमान लोग उपस्थित रहे।

धर्मेंद्र सोनकर 

'राष्ट्रीय कृमि मुक्ति' दिवस मनाया, दवा खिलाई

'राष्ट्रीय कृमि मुक्ति' दिवस मनाया, दवा खिलाई


राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम शुरू

छूटे हुए बच्चो को मापअप राउंड में खिलाएं दवा

कौशाम्बी। जनपद में शुक्रवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया गया। इस अवसर पर एक वर्ष से 19 वर्ष बच्चों व किशोर-किशोरियों को पेट से कीड़े निकालने की दवा खिलाई गई। इस दिवस पर छूटे बच्चों को अब मापअप राउंड में खिलाई जाएगी। यह जानकारी मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सुष्पेंद्र कुमार ने दी। कार्यक्रम की शुरुआत अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने ब्लाक मंझनपुर के प्राथमिक विद्यालय बबुरा में फीता काटकर व बच्चों को एल्बेन्डाजोल खिलाकर औपचारिक उद्घाटन किया। यह दवा 1 वर्ष से 19 वर्ष उम्र तक के सभी बच्चे एवं किशोर जेड- किशोरियों को खानी है। 

अपर  मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामानुज ने बताया कि जिले में आठ लाख बच्चों और किशोरों को कृमि मुक्ति की दवा यानि पेट से कीड़े निकालने की दवा खिलाने के उद्देश्य से यह अभियान शुरू हुआ है। इस अभियान के तहत आंगनबाड़ी केन्द्रों, प्राइवेट सरकारी स्कूलों, मदरसों पर  दवा खिलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि किसी कारण आज जो बच्चे दवा नहीं खा पाए हैं उनको मॉपअप राउंड में खिलाई जाएगी। इस दिवस पर दवा सेवन से छूटे बच्चों एवं किशोर - किशोरियों के लिए 13-15 फरवरी को मापअप राउन्ड आयोजित होगा। अभियान के दौरान कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करना आवश्यक है।

नोडल अधिकारी डॉ हिमांशु भूषण  ने बताया कि कुछ खाकर ही यह दवा खानी है। 3 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को यह दवा पीसकर खिलानी है तथा  3 वर्ष से ऊपर के बच्चों को यह दवा चबाकर खानी है। उन्होंने प्रधानाध्यापक शिक्षक, आशा कार्यकर्ता तथा समस्त बच्चों से  कहा कि सभी बच्चों को एल्बेन्डाजॉल की गोली खिलाई जाएगी। इसके खाने से पेट के कीड़े से मुक्ति मिल जाती है। जिससे बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण में सुधार होता है। साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। इससे एनीमिया में नियंत्रण तथा बच्चो के स्वास्थ्य में ठीक रहता है।

डी.सी.पी.एम संजय कुमार ने बताया कि बच्चे अक्सर कुछ भी उठाकर मुंह में डाल लेते हैं या फिर नंगे पांव ही संक्रमित स्थानों पर चले जाते हैं। इससे उनके पेट में कीड़े विकसित हो जाते हैं। इसलिए एल्बेन्डाजॉल खाने से यह कीड़े बाहर निकल  जाते हैं। अगर यह कीड़े पेट में मौजूद हैं तो बच्चे के भोजन का पूरा पोषण कृमि ख़त्म कर जाते हैं। इससे बच्चा शारीरिक व मानसिक रूप से कमजोर होने लगता है। बच्चा एनीमिया समेत अनेक बीमारियों से ग्रस्त हो जाता है। कृमि से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए यह दवा एक बेहतर उपाय है।

उन्होंने कहा कि जिन बच्चों के पेट में पहले से कृमि होते हैं उन्हें कई बार कुछ हल्के प्रतिकूल प्रभाव हो सकते हैं। जैसे हल्का चक्कर, थोड़ी घबराहट, सिर दर्द, दस्त, पेट में दर्द, कमजोरी, मितली, उल्टी या भूख लगना। इससे घबराना नहीं है। दो से चार घंटे में स्वतः ही समाप्त हो जाती है। आवश्यकता पड़ने पर आशा या आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मदद से चिकित्सक से संपर्क करें। उन्होंने बताया कि कृमि मुक्ति दवा बच्चे को कुपोषण, खून की कमी समेत कई प्रकार की दिक्कतों से बचाती है।

इस दौरान प्रभारी चिकित्सा अधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य मंझनपुर कौशांबी डॉ नीरज कुमार सर, डीसी अवधेश मौर्या अर्बन हेल्थ कोऑर्डिनेटर  शिबली रजा अंसारी,  ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक अवनीश मिश्रा एवं बीसीपीएम घनश्याम पाल, आशा,  आशा संगिनी और विद्यालय के अध्यापक बंधु उपस्थित रहे।

राजकुमार 

हार की कगार पर खड़ी आस्ट्रेलिया, नया पैंतरा दिखाया 

हार की कगार पर खड़ी आस्ट्रेलिया, नया पैंतरा दिखाया 

इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली। पहले टेस्ट मैच में तकरीबन हार की कगार पर आकर खड़ी हुई आस्ट्रेलिया ने नया पैंतरा दिखाते हुए पहली पारी में 5 विकेट लेकर उसकी टीम की कमर तोड़ने वाले रविंद्र जडेजा पर गंभीर आरोप जड़ दिए। जांच में जब यह आरोप झूठे पाए गए, तो ऑस्ट्रेलिया मुंह छुपाते हुई दिखाई दे रही हैं। दरअसल, नागपुर में खेले जा रहे पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैदान पर वापसी करने वाले भारतीय स्पिनर रविंद्र जडेजा ने 5 विकेट झटकते हुए ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की कमर तोड़ दी थी, जिसके चलते 177 रन पर सिमटी ऑस्ट्रेलिया की टीम ने मैच समाप्ति के बाद रविंद्र जडेजा पर आरोप जड़ते हुए उनकी गेंदबाजी को बॉल टेंपरिंग जोड़ने की कोशिश की।

ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने रविंद्र जडेजा के एक वीडियो पर सवाल खड़े किए थे। जिसमें वह भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के हाथ से लेकर कुछ अपनी गेंदबाजी करने वाली अंगुली पर लगा रहे थे। टीम इंडिया ने मैच रेफरी को बताया कि रविंद्र जडेजा अपनी उंगली पर दर्द निवारक क्रीम लगा रहे थे। 15 ओवर की गेंदबाजी के बाद रविंद्र जडेजा के हाथ में दर्द होने लगा था इसके बाद उन्होंने दर्द से राहत पाने के लिए क्रीम का इस्तेमाल किया।

उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलिया का यह पहला मौका नहीं है। जब उसने भारतीय खिलाड़ियों या भारतीय टीम पर झूठे आरोप लगाए हैं। इससे पहले भी वर्ष 2008 में भारतीय टीम जब ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थी तो सिडनी में हुए मैच के दौरान हरभजन सिंह एवं एंड्रयू सायमंड्स के बीच बहस हो गई थी। इसके बाद साइमंड ने हरभजन पर आरोप लगाए कि उन्होंने उसे मंकी कहा है। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने इसे लेकर जमकर बवाल किया और हरभजन पर तीन मैच का प्रतिबंध लगवाने में कामयाब हो गए। बाद में सिविल कोर्ट तक पहुंचे। इस मामले में हरभजन सिंह निर्दोष साबित हुए।

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भविष्यवाणी क...