मंगलवार, 7 फ़रवरी 2023

इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों की बिक्री 3,346 इकाई रहीं 

इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों की बिक्री 3,346 इकाई रहीं 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। देश में इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों (पीवी) की खुदरा बिक्री जनवरी, 2023 में 10.51 प्रतिशत घटकर 3,346 इकाई रह गई। वाहन डीलर संघों के महासंघ (फाडा) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इससे पिछले महीने यानी दिसंबर, 2022 में वाहनों की बिक्री 3,739 इकाई थी। वाहन कंपनी टाटा मोटर्स की इलेक्ट्रिक पीवी बिक्री पिछले महीने 17 प्रतिशत घटकर 2,426 इकाई रही।

दिसंबर, 2022 में 2,926 वाहनों की आपूर्ति की गई थी। वहीं, एमजी मोटर की बिक्री भी पिछले महीने के दौरान 12.55 प्रतिशत घटकर 425 इकाई रही। इससे पिछले महीने में यह 486 इकाई रही थी। फाडा के अनुसार, बीवाईडी इंडिया ने पिछले महीने 132 वाहनों की बिक्री की। यह दिसंबर, 2022 में बिके 50 वाहनों से 164 प्रतिशत अधिक है।

लक्जरी कार कंपनी बीएमडब्ल्यू इंडिया ने भी जनवरी में 123 कारों की बिक्री की। दिसंबर 2022 में इसने 29 इकाइयां बेची थीं। इसी तरह, हुंदै मोटर इंडिया की इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों की बिक्री पिछले महीने बढ़कर 111 इकाई हो गई। इससे पिछले महीने में 91 वाहन बिके थे। फाडा के आंकड़ों के अनुसार, इलेक्ट्रिक वाणिज्यिक वाहनों (सीवी) की बिक्री भी पिछले महीने प्रभावित रही। यह 23 प्रतिशत घटकर 131 इकाई रही।

इससे पिछले महीने में 170 इकाइयां बिकी थीं। इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहनों की बिक्री भी इस साल जनवरी में तीन प्रतिशत घटकर 32,911 इकाई पर आ गई। दिसंबर, 2022 में 33,949 तिपहिया वाहनों की बिक्री हुई थी। हालांकि, इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री पिछले महीने मामूली बढ़कर 64,363 इकाई रही। दिसंबर 2022 में यह 64,348 इकाइयां रही थी।

10 करोड़ रुपये मूल्य के भांग का बड़ा जखीरा जब्त 

10 करोड़ रुपये मूल्य के भांग का बड़ा जखीरा जब्त 

इकबाल अंसारी 

अगरतला। त्रिपुरा में प्रवर्तन कार्य बल (ईटीएफ) ने मंगलवार को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के साथ मिलकर उत्तरी क्षेत्र चुराबाड़ी से करीब 10 करोड़ रुपये मूल्य के भांग का बड़ा जखीरा जब्त किया।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि ईटीएफ और सीएपीएफ की टीम ने संयुक्त अभियान के तहत गोमती जिले के उदयपुर से असम की ओर जा रहे ट्रक की तलाशी ली, जिसमें भांग का एक बड़ा जखीरा बरामद किया। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनकी पहचान रंजीत देववर्मा और सूर्या जमाटिया के रूप में हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है।

स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाएं, विचार-विमर्श करेंगे विशेषज्ञ 

स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाएं, विचार-विमर्श करेंगे विशेषज्ञ 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के विशेषज्ञ 17 फरवरी को एक दिन के ‘आरईकॉनइंडिया 2023’ सम्मेलन में देश में स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं की संभावनाओं, चुनौतियों और क्रियान्वयन पर विचार-विमर्श करेंगे। मंगलवार को जारी बयान में कहा गया है कि कारोबार क्षेत्र के दिग्गजों के मंच ब्लू सर्किल द्वारा हीरो फ्यूचर एनर्जीज के सहयोग से 17 फरवरी, 2023 को गुरुग्राम के लीला एंबियंस में नवीकरणीय ऊर्जा सम्मेलन ‘आरईकॉनइंडिया 2023’ का आयोजन कर रहा है।

देश में 2030 तक सौर, पवन और हरित हाइड्रोजन सहित 500 गीगावॉट की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लक्ष्य के मद्देनजर देश में नवीकरणीय ऊर्जा का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। बयान के अनुसार, सम्मेलन के दौरान नवीकरणीय क्षेत्र के विशेषज्ञों के विचार-विमर्श और सुझावों के आधार पर एक श्वेत पत्र भी जारी किया जाएगा। इस श्वेत पत्र को सभी हितधारकों के साथ साझा किया जाएगा। इसमें नीति निर्माता, वित्तीय संस्थान और उद्योग समेत अन्य लोग शामिल हैं।

अडाणी समूह को भारतीय बैंकों का कर्ज अधिक नहीं

अडाणी समूह को भारतीय बैंकों का कर्ज अधिक नहीं 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी फिच ने मंगलवार को कहा कि शेयर बाजार में भारी गिरावट का सामना कर रही अडाणी समूह की कंपनियों को भारतीय बैंकों का कर्ज इतना अधिक नहीं है कि उनके ऋण पोर्टफोलियो के लिए कोई ठोस जोखिम पैदा हो। अमेरिकी निवेश शोध फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की प्रतिकूल रिपोर्ट आने के बाद से अडाणी समूह के शेयरों में तगड़ी गिरावट आई है।

इसकी वजह से भारतीय बैंकों के समूह को दिए गए कर्ज को लेकर भी आशंका जताई जाने लगी है। फिच रेटिंग्स ने इस संदर्भ में अपनी एक टिप्पणी में कहा, "अडाणी समूह को भारत के बैंकों का कर्ज अपने-आप में इतना अधिक नहीं है कि बैंकों के ऋण प्रोफाइल को किसी तरह का ठोस जोखिम पैदा हो सके।" बैंकों की रेटिंग इस उम्मीद पर आधारित होती है कि उन्हें कर्ज फंसने की स्थिति में जरूरत पड़ने पर असाधारण सरकारी समर्थन मिल जाएगा। फिच रेटिंग्स ने तीन फरवरी को भी कहा था कि अडाणी समूह की कंपनियों एवं शेयरों से संबंधित उसकी रेटिंग पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट का तत्काल कोई असर नहीं पड़ेगा।

फिच ने कहा, "अगर अडाणी समूह के बड़े हिस्से के तनावग्रस्त होने की काल्पनिक स्थिति में भी भारतीय बैंकों का कर्ज जोखिम प्रबंधन-योग्य होगा और इन बैंकों की व्यवहार्यता रेटिंग पर भी उसका कोई प्रतिकूल परिणाम नहीं होगा।" रेटिंग एजेंसी ने कहा कि फिच रेटिंग वाले भारतीय बैंकों की कुल उधारी में अडाणी समूह की सभी कंपनियों की हिस्सेदारी 0.8-1.2 प्रतिशत है। जो कि कुल इक्विटी का करीब 7 से 13 प्रतिशत है। हालांकि, फिच ने कहा कि अडाणी समूह से संबंधित कुछ ऐसे गैर-पोषित कर्ज हो सकते हैं, जिनकी जानकारी नहीं दी गई हो।

लेकिन रेटिंग एजेंसी को ऐसी होल्डिंग के वितरित कर्ज की तुलना में कम ही रहने की उम्मीद है। इसी के साथ रेटिंग एजेंसी ने ऐसे जोखिम को लेकर आगाह भी किया है कि इस विवाद का असर व्यापक हो जाए और भारत की साख पर असर डाले।

जियो ने 10 शहरों में ट्रू 5जी सेवाओं की शुरुआत की 

जियो ने 10 शहरों में ट्रू 5जी सेवाओं की शुरुआत की 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। रिलायंस जियो ने मंगलवार को 10 शहरों में अपनी ट्रू 5जी सेवाओं की शुरुआत की। जिसमें आंध्र प्रदेश के हिन्दपुर, मदनापल्ले, प्रोद्दातूर , छत्तीसगढ़ के रायपुर, उड़ीसा के तलचर, पंजाब के पटियाला, राजस्थान के अलवर, तेलंगाना के मनचेरियल, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और उत्तराखंड के रुड़की शामिल हैं। इसी के साथ ट्रु 5 जी नेटवर्क से जुड़ने वाले शहरों की संख्या बढ़कर 236 हो गई है। 

रिलायंस जियो इनमें से अधिकांश शहरों में 5जी सेवाएं शुरू करने वाला पहला और एकमात्र ऑपरेटर बन गया है। इन शहरों के जियो यूजर्स को जियो वेलकम ऑफर के तहत आमंत्रित किया जाएगा। आमंत्रित यूजर्स को बिना किसी अतिरिक्त लागत के 1 जीबीपीएस+ स्पीड पर अनलिमिटेड डेटा मिलेगा। इन सभी शहरों में आज से जियो यूजर्स जियो वेलकम ऑफर का लाभ उठा पाएंगे जिसके तहत बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के एक जीबीपीएस से अधिक की तेज रफ्तार वाले 5जी इंटरनेट नेटवर्क पा सकते हैं।

आज जिन शहरों में जियो ट्रू 5जी की शुरुआत हुई है वह देश में टूरिज्म, व्यवसाय और शिक्षण केंद्रों के लिहाज से अहम हैं। इस जियो ट्रू 5जी के लॉन्च के साथ ही उपभोक्ता न सिर्फ टेलिकॉम नेटवर्क का फायदा उठाएंगे, बल्कि इसके इस्तेमाल से ई गवर्नेंस, शिक्षा, ऑटोमेशन, आर्टिफिशियल इंटलिजेंस, गेमिंग, हेल्थकेयर, कृषि, आईटी और औद्यौगिक इकाइयों में तेज स्पीड का अनुभव कर लाभान्वित हो पाएंगे। 

'भारत जोड़ो यात्रा' से बहुत कुछ सीखने को मिला

'भारत जोड़ो यात्रा' से बहुत कुछ सीखने को मिला

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को लोकसभा में अपनी बात रखते हुए कहा कि कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' से बहुत कुछ सीखने को मिला। राहुल गांधी बोले, राजनीति में जो पुराना पैदल चलने का ट्रेडिशन था, आजकल हम उसे भूल गए या उसका पालन नहीं कर रहे हैं। कोई गाड़ी में जाता है, कोई हवाई जहाज में जाता है, कोई हेलिकॉप्टर में जाता है। पैदल कम चलते हैं। जब पैदल चला जाता है। एक-दस किलोमीटर की बात नहीं कर रहा, 200-400 किलोमीटर की बात कर रहा हूं। इतना चलने पर दर्द होता है और मुश्किल आती है। शुरुआत में चलते वक्त हमारे दिल में यह था कि हम भी अपनी बात रखेंगे।

यात्रा के दौरान कोई पास आता था और कहता था कि बेरोजगार हूं, तो हम सोचते थे कि उससे कहें कि बेरोजगार क्यों हो, कारण क्या है। हजारों लोगों से बातचीत हुई। उसके बाद यह विचार बंद हो गया। मैंने अपनी जिंदगी में पहले कभी ऐसा नहीं सुना था। हजारों किसान आए। पीएम बीमा योजना की बात की। बोले हम पैसा भरते हैं, तूफान-आंधी आती है और पैसा गायब हो जाता है। किसानों ने यह भी कहा कि हमारी जमीन छीन ली जाती है और सही रेट नहीं मिलता।

राहुल ने कहा कि यात्रा के दौरान अग्निवीर की भी बात की लोगों ने। हिंदुस्तान का युवा जो 4 बजे दौड़ता है भर्ती होने के लिए, वो आपकी बात से सहमत नहीं है। उन्होंने हमसे कहा कि पहले 15 साल की सर्विस और पेंशन मिलती है। अब 4 साल के बाद निकाल दिया जाएगा। पेंशन नहीं मिलेगी। आर्मी के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि अग्निवीर योजना आर्मी के भीतर से नहीं संघ से और गृह मंत्रालय से आई है। उन्होंने कहा कि ये आर्मी के ऊपर थोपी गई योजना है। रिटायर्ड जनरलों ने कहा कि ये आर्मी को कमजोर करेगी। बोले कि हजारों लोगों को हथियार की ट्रेनिंग दे रहे हैं और फिर समाज में डाल रहे हैं। उनके मन में था कि ये जो अग्निवीर योजना है, वो आर्मी के भीतर से नहीं आई है। मुझे लगता है कि NSA अजित डोभाल जी ने ये योजना थोपी है।

उन्होंने कहा कि युवा कह रहा है कि ये योजना नहीं चाहिए, आर्मी कह रही है कि हमें योजना नहीं चाहिए। मुझे एक फर्क दिखा कि प्रेसिडेंट एड्रेस में बहुत सारी चीजें बोली गईं। अग्निवीर के लिए एक लाइन थी और एक शब्द था। कहा कि अग्निवीर योजना हमने दी। उससे ज्यादा कुछ नहीं बोला उन्होंने। बेरोजगारी शब्द ही नहीं था। महंगाई शब्द ही नहीं था। यात्रा में जो हमें सुनने को मिला, वो प्रेसिडेंट के भाषण में था ही नहीं। जनता कुछ कह रही है और राष्ट्रपति के भाषण में कुछ और सुनाई दे रहा है।

राहुल गांधी ने कहा, यात्रा में युवाओं ने हमसे कहा हमें पहले सर्विस और पेंशन मिलती थी लेकिन अब हमें 4 साल के बाद निकाल दिया जाएगा, वरिष्ठ अफसरों ने कहा कि हमें लगता है अग्नीवीर योजना हमसे नहीं बल्कि RSS की ओर से आई है और इसे आर्मी पर थोपा गया है। आज पैदल यात्रा करने की परंपरा खत्म हो गई है। शुरुआत में चलते वक्त हम लोगों की आवाज़ सुन रहे थे मगर हमारे दिल में यह भी था कि हम भी अपनी बात रखें। हमने हजारों लोगों से बात की, बुजुर्गों से और महिलाओं से बात की। इस प्रकार से यात्रा हमसे हमसे बात करने लगी।

लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा, 2014 में दुनिया के अमीर लोगों की लिस्ट में अडानी 609 नंबर पर थे, पता नहीं जादू हुआ और यह दूसरे नंबर पर आ गए। लोगों ने पूछा आखिर यह सफलता कैसे हुई?और इनका भारत के PM के साथ क्या रिश्ता है?मैं बताता हूं कि यह रिश्ता काफी साल पहले शुरु हुआ जब नरेंद्र मोदी CM थे। राहुल गांधी ने कहा, अडानी के लिए एयरपोर्ट के नियमों में बदलाव किए गए, नियमों को बदला गया और नियम किसने बदले यह ज़रुरी बात है। यह नियम था कि अगर कोई एयरपोर्ट के व्यवसाय में नहीं है तो वे इन एयरपोर्ट को नहीं ले सकता है। इस नियम को भारत सरकार ने अडानी के लिए बदला। राहुल गांधी ने कहा, भारत सरकार ने CBI-ED का दबाव डालकर एजेंसी का प्रयोग करते हुए GVK से लेकर एयरपोर्ट को अडानी सरकार को दिलवाया गया। नियम बदलकर अडानी को 6 एयरपोर्ट दिए गए। मैं इसके सबूत भी दे दूंगा। ड्रोन सेक्टर में भी अडानी का कोई अनुभव नहीं था।

लोकसभा में सांसद राहुल गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलिया जाते हैं और जादू से SBI एक बिलियन डॉलर का लोन अडानी को देता है। प्रधानमंत्री फिर बांग्लादेश गए और 1500 मेगावाट बिजली का ठेका अडानी को चला जाता है। LIC का पैसा अडानी की कंपनी में क्यों डाला गया? कुछ दिन पहले हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आई उसमें लिखा था अडानी की भारत के बाहर शेल कंपनी है, सवाल है कि शेल कंपनी किसकी है?हजारों करोड़ रुपया शेल कंपनी भारत में भेज रही है यह किसका पैसा है? क्या यह काम अडानी फ्री में कर रहा है? अडानी ने BJP को 20 साल में कितने पैसे दिए? पहले मोदी अडानी के जहाज में जाते थे अब अडानी मोदी के जहाज में जाते हैं। मोदी और अडानी एक साथ काम करे हैं।

केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा, 2014 से पहले देश की प्रति व्यक्ति आय 88,000 रुपए होती थी, और आज 1.9 लाख रुपए हो गई है यानी दोगुनी हुई है। पूर्वोत्तर में हर तरह की परेशानी थी दिक्कतें थी। पहले वहां का बजट केवल 2000 करोड़ था आज वहां का बजट 24,900 करोड़ का है। 

राजनीति से ऊपर 'राष्ट्रनीति' को रखती है मोदी सरकार 

राजनीति से ऊपर 'राष्ट्रनीति' को रखती है मोदी सरकार 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार राजनीति से ऊपर राष्ट्रनीति को रखती है और उसने राजनीति में शुचिता और ईमानदारी लाने का प्रयास किया है जिसकी वजह से आपराधिक पृष्ठभूमि के लोग राजनीति से बाहर हो रहे हैं और युवाओं का राजनीति के प्रति आकर्षण बढ़ा है। संसद के बजट सत्र की शुरुआत में दिये गये राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव रखते हुए भाजपा सांसद चंद्रप्रकाश जोशी ने कहा कि कांग्रेस की सरकारें 60 वर्षों में जो नहीं कर सकी थीं वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने करके दिखा दिया है।

जोशी ने दावा किया कि कांग्रेस ने सिर्फ गरीबी मिटाने का वादा किया, लेकिन गरीबी मिटाने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। उन्होंने कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी पहले ‘‘राजस्थान में दो लोगों को तो जोड़ ले’’। जोशी का इशारा राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच गतिरोध की ओर था। जोशी ने देश के विभाजन को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘आपने प्रधानमंत्री की कुर्सी के लिए भारत को बांट दिया, आप भारत जोड़ने की बात करते हैं।’’

उन्होंने कहा कि जेएनयू में भारत को तोड़ने का नारा लगाने वालों के साथ खड़े होने वाले भारत जोड़ने की बात करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘छप्पन इंच के सीने वाले प्रधानमंत्री हों और अमित शाह जैसे गृह मंत्री हों, वहां रक्त की एक बूंद बहाये बिना जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटा दिया गया....दुनिया ने युद्ध दिया, हमने दुनिया को बुद्ध दिया।’’ जोशी द्वारा रखे गये धन्यवाद प्रस्ताव का समर्थन करते हुए सत्तारूढ़ पार्टी के उदय प्रताप सिंह ने कहा कि देश का विकास सत्ताधारी पार्टी की नीयत और नीतियों पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद से आपराधिक पृष्ठभूमि के लोग राजनीति से बाहर होते जा रहे हैं।

सिंह ने कहा कि आज प्रधानमंत्री का सम्मोहन और आकर्षण और अधिक बढ़ गया है। सिंह ने कहा कि देश में नेताओं का सम्मान बढ़ा है क्योंकि भाजपा के लोग शुचिता और ईमानदारी के साथ काम कर रहे हैं। सिंह ने कहा कि 2014 के बाद से देश के नौजवानों में राजनीति के प्रति आकर्षण बढ़ा है और कई शिक्षित, पेशेवर युवा सांसद, जन प्रतिनिधि बन रहे हैं। भाजपा सांसद ने कहा कि इसमें प्रधानमंत्री मोदी का सबसे बड़ा योगदान है।

इससे पहले चित्तौड़गढ़ से लोकसभा सदस्य चंद्रप्रकाश जोशी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासित राजस्थान भ्रष्टाचार, व्याभिचार और प्रश्नपत्र लीक होने में नंबर एक है। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पहले अभिभाषण का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘2014 से हम मातृभूमि, मातृशक्ति और मातृभाव को देख रहे हैं।’’ जोशी ने कहा, ‘‘ भारत को जी-20 की अध्यक्षता करने का गौरव मिला है। जी-20 का हमारा मंत्र ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का है।’’

भाजपा सांसद ने कहा, ‘‘2014 से पहले कभी 2जी होता था, 3जी होता था, कोई टेलीफोन के तार, तो कोई आदर्श सोसायटी के मकान तो कोई कोयला खा जाता था। लेकिन यह सरकार घोटाले की नहीं, बल्कि स्वाभिमान की सरकार है।’’ भाजपा सांसद ने कहा कि इस सरकार ने ‘‘गरीब को गणेश’’ मानकर काम किया है तथा वह किसानों और समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, ‘‘इस सरकार के काम के कारण ही लोग कहते हैं कि मोदी है तो मुमकिन है।’’ जोशी द्वारा रखे गये धन्यवाद प्रस्ताव का समर्थन करते हुए सत्तारूढ़ पार्टी के उदय प्रताप सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार पूरे देश में न्याय व्यवस्था को स्थापित करने और अराजक तत्वों एवं आतंकवाद पर नियंत्रण करने के लिए काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में ऐसे भारत की कल्पना प्रस्तुत की गयी है जो सही मायने में आजादी के बाद लोगों ने की थी। इसमें ऐसे भ्रष्टाचार मुक्त भारत की परिकल्पना है जिसमें हर गरीब के पास घर, पेयजल हो, हर बेटी लाड़िली लक्ष्मी हो और हर नौजवान अपने पैरों पर खड़ा हो। उदय प्रताप सिंह ने कहा कि आज अमेरिका, चीन और यूरोप के अनेक देश धीमी विकास दर से जूझ रहे हैं, ऐसे में जब पूरी दुनिया नीचे की ओर जा रही है, विपरीत परिस्थिति में भी भारत की अर्थव्यवस्था उन्नति की ओर अग्रसर है और उसे आशा की नजर से देखा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इस उम्मीद का कारण देश में बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में की गयी प्रगति है तथा प्रधानमंत्री के संकल्प के साथ देश आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस सरकार में सभी वर्गों को सुना जा रहा है और आंतरिक सुरक्षा को मजबूती मिल रही है। सिंह ने विपक्ष की आलोचना की ओर इशारा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के खिलाफ चौतरफा हमले होते हैं, ‘‘लेकिन लोहा चोट से ही मजबूत होता है।’’

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि सरकार किसानों के कल्याण के लिए काम कर रही है। सिंह ने कहा कि आज दुनिया ‘मोटा अनाज वर्ष’ मना रही है और ऐसे खाद्यान्न उगाने वाले किसान अब खुद को निरीह महसूस नहीं कर रहे । सिंह ने कहा कि इस सरकार ने वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम और उज्जैन में महाकाल लोक का लोकार्पण किया है, इसी तरह ‘‘मथुरा में कृष्णलोक भी बनाया जाएगा’’। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार का स्पष्ट मंतव्य राष्ट्र को सर्वोपरि रखने का है।

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...