अडानी समूह के मुद्दे पर राहुल का तीखा हमला
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को अडानी समूह के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया और कहा कि श्री मोदी इस मुद्दे पर चर्चा नहीं होने देने की अपनी ओर से हर संभव कोशिश करेंगे। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी ने यहां कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में एक कार्यक्रम में संवाददाताओं से अलग से बातचीत में कहा, “ मैं पिछले कुछ सालों से ‘हम दो, हमारे दो’ का मुद्दा उठाता आ रहा हूं।
सरकार 'डर गई' है और संसद में अडानी जी पर चर्चा नहीं चाहती है। ” गौरतलब है कि संसद में विपक्ष हर काम छोड़ कर सबसे पहले अडानी समूह के खिलाफ अमेरिका की एक मंदडिया फर्म हिंडनबर्ग की प्रतिकूल रिपोर्ट के मुद्दे पर चर्चा कराए जाने की मांग कर रहा है। केरल के वायनाड निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे गांधी मोदी सरकार की आलोचना में बार-बार कहते रहते हैं 2014 में सत्ता में आने के बाद से मोदी कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों का पक्ष ले रहे हैं। उन्होंने कहा, “ मोदी पूरी कोशिश करेंगे कि संसद में अडानी पर चर्चा न हो। इसका कारण सभी जानते हैं।
” उन्होंने कहा, “ मैं पिछले कुछ सालों से इस मुद्दे को उठा रहा हूं। यह लाखों करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार है। इस मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए।” उन्होंने कहा,“ देश को पता होना चाहिए कि अडानी जी के पीछे कौन सी ताकत है और सब साफ होना चाहिए। ” उल्लेखनीय है कि अडानी मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के बीच संसद के दोनों सदनों में आज लगातार तीसरे दिन भी कोई काम नहीं हुआ।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी सत्तारूढ़ भाजपा पर अडानी को बचाने का आरोप लगाया। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “ हम इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब चाहते हैं। हम (विपक्ष) तब तक पीछे नहीं हटेंगे, जब तक नरेंद्र मोदी जी चर्चा के लिए सहमत नहीं हो जाते। इस मामले पर सदन में चर्चा होनी चाहिए।
” इससे पहले दिन में, राज्य सभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे सहित विपक्षी सांसदों ने इसी मुद्दे पर संसद भवन में गांधी प्रतिमा के सामने धरना दिया और अडानी मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से या उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की अध्यता में जांच कराने की मांग की। प्रदर्शनकारी सदस्य बैनर और तख्तियां लिए थे और मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे थे। इस मुद्दे पर संसद भवन में श्री खड़गे के कार्यालय में विपक्षी दलों की एक बैठक भी हुई।