शुक्रवार, 3 फ़रवरी 2023

सफर के दौरान 'खानपान' का विशेष ख्याल रखें

सफर के दौरान 'खानपान' का विशेष ख्याल रखें

सरस्वती उपाध्याय 

मना हर किसी को पसंद होता है। लेकिन, कई लोग सेहत के कारण ट्रैवल करने से कतराते हैं। सफर के दौरान जब तबीयत बिगड़ जाती है, तो काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि ट्रैवल करने से पहले ही आप खास तैयारियां कर लें, जिससे आप सफर को खुशनुमा बना सकें।

ट्रैवल के दौरान खानपान में बरती गई लापरवाही के कारण आपको स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। इसलिए सफर के दौरान खानपान का विशेष ख्याल रखें। जिससे आप सफर का लुत्फ उठा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं, यात्रा के दौरान आप सेहत का कैसे ख्याल रख सकते हैं।

1. प्रोसेस्ड फूड्स से दूरी बना लें
सफर के दौरान अक्सर लोग प्रोसेस्ड फूड्स खाना पसंद करते हैं। अधिक मात्रा में इन फूड्स का सेवन करते हैं तो, आपकी तबीयत बिगड़ सकती है। इसमें कोई पोषक तत्व मौजूद नहीं होता है, और इन फूड्स में शुगर और तेल की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए बंद पैकेट वाले फूड्स खाने से परहेज करें। 

2. खूब पानी पिएं
ट्रैवल के दौरान कब्ज और डिहाइड्रेशन की समस्या से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पी सकते हैं। इसके अलावा आप फल भी खा सकते हैं, जिससे आप पाचन संबंधी समस्या से बच सकते हैं

3. अधिक मात्रा में चाय-कॉफी का सेवन करने से बचें
कई लोग सफर के दौरान चाय-कॉफी अधिक मात्रा में पीते हैं, जिससे पाचन शक्ति पर असर पड़ता है। चाहें तो आप सफर के दौरान हर्बल टी का सेवन कर सकते हैं। इससे आपकी थकान भी दूर होगी और पाचन तंत्र भी प्रभावित नहीं होगा।

4. हैवी डाइट न लें
सफर के दौरान हेवी भोजन खाने से परहेज करें। आप पौष्टिक डाइट लें, इससे आपको यात्रा के दौरान भारीपन महसूस नहीं होगा। खाने में आप दालिया, स्प्राउट्स, उबले अंडे आदि शामिल कर सकते हैं।

5. समय पर खाएं
ट्रैवल के दौरान आप खाने की टाइमिंग का विशेष ख्याल रखें। अक्सर लोग घूमने के दौरान समय पर डाइट लेना भूल जाते हैं, जिससे आप बीमारी के चपेट में आ सकते हैं।

आयकर व्यवस्था के लिए 'शानदार' प्रतिक्रिया, उम्मीद

आयकर व्यवस्था के लिए 'शानदार' प्रतिक्रिया, उम्मीद

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सरकार को संशोधित आयकर व्यवस्था के लिए 'शानदार' प्रतिक्रिया मिलने की उम्मीद है और उसका मानना है कि इसका लाभ करदाता के हर वर्ग तक पहुंचेगा। एक शीर्ष आयकर अधिकारी ने शुक्रवार को यह संभावना जताई। आम बजट 2023-24 में नयी वैकल्पिक कर व्यवस्था में बदलाव की पेशकश की गई है, जिसमें सात लाख रुपये तक की वार्षिक आय पर कोई कर नहीं लगाने का प्रावधान किया गया है।

संशोधित व्यवस्था में करदाताओं को 50,000 रुपये की मानक कटौती का दावा करने की अनुमति भी दी गई है। माना जा रहा है कि इस पहल के जरिए सरकार वेतनभोगी वर्ग को नयी कर व्यवस्था अपनाने के लिए लुभा रही है। हालांकि इसमें निवेश पर कोई कर छूट नहीं दी जाती है।केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन नितिन गुप्ता ने कहा, ''करदाता के हर वर्ग तक लाभ पहुंच रहा है... यह देखते हुए कि नयी व्यवस्था में वेतनभोगी करदाताओं को मानक कटौती मिलेगी, प्रभावी रूप से 7.50 लाख रुपये तक आय वाले वेतनभोगी कर्मचारी को किसी भी तरह का कर देने की जरूरत नहीं होगी।'' बजट में मानक कटौती का विस्तार करने के अलावा छूट की सीमा भी बढ़ा दी गई है।

नई कर व्यवस्था के तहत तीन लाख रुपये तक की आय पर कोई कर नहीं लगाया जाएगा। तीन से छह लाख रुपये के बीच की आय पर पांच प्रतिशत कर लगेगा। छह से नौ लाख रुपये पर 10 फीसदी, नौ से 12 लाख रुपये पर 15 फीसदी, 12 से 15 लाख रुपये पर 20 फीसदी और 15 लाख रुपये से ज्यादा की आय पर 30 फीसदी कर लगेगा।

इस संशोधनों के बाद नयी कर व्यवस्था उस व्यक्ति के लिए अधिक फायदेमंद होगी, जिसके पास आयकर कटौती का दावा करने के लिए पर्याप्त निवेश नहीं है। गुप्ता ने कहा, ''हमने योजना को अधिक से अधिक आकर्षक बनाने की कोशिश की है, क्योंकि इसमें किसी तरह की परेशानी नहीं है। इसके लिए करदाताओं को कोई दस्तावेज जमा करने की भी जरूरत नहीं। साथ ही कर प्रशासन के लिए इस योजना को संचालित करना आसान है।'' गुप्ता ने उद्योग मंडल एसोचैम के एक कार्यक्रम में कहा, ''हमें उम्मीद है कि प्रस्तावित नयी (व्यक्तिगत आयकर) योजना को शानदार प्रतिक्रिया मिलेगी।

मार्गों पर 35 हाइड्रोजन रेलगाड़ियां चलाएं, परिकल्पना 

मार्गों पर 35 हाइड्रोजन रेलगाड़ियां चलाएं, परिकल्पना 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सरकार ने शुक्रवार को संसद में कहा कि भारतीय रेल ने विभिन्न धरोहर व पहाड़ी मार्गों पर 35 हाइड्रोजन रेलगाड़ियां चलाने की परिकल्पना की है। अश्विनी वैष्णव ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल ने विभिन्न धरोहर व पहाड़ी मार्गों पर प्रति गाड़ी 80 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत और प्रति मार्ग 70 करोड़ रुपये की आधारभूत अवसंरचना पर "हाइड्रोजन फॉर हेरिटेज" के तहत 35 हाइड्रोजन रेलगाड़ियां चलाने की परिकल्पना की है।

उन्होंने कहा कि इसके साथ ही भारतीय रेल ने 111.83 करोड़ रुपये की लागत पर आधारभूत अवसंरचना के साथ-साथ मौजूदा डीजल इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (डेमू) रेक को हाइड्रोजन ईंधन संचालित बनाने के लिए आवश्यक बदलाव की खातिर एक प्रायोगिक परियोजना को मंजूरी प्रदान की गई है।

इस रेलगाड़ी को उत्तर रेलवे के जींद-सोनीपत खंड पर चलाए जाने की योजना है। उन्होंने कहा कि जींद-सोनीपत खंड पर पहले नमूने का जमीनी परीक्षण वर्ष 2023-2024 में शुरू किए जाने की संभावना है। मंत्री ने कहा कि यह अनुमान लगाया गया है कि हाइड्रोजन ईंधन गाड़ी-सेट की आरंभिक चालन लागत अधिक होगी जिसे बाद में गाड़ियों की संख्या में बढ़ोत्तरी करके कम किया जाएगा।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-114, (वर्ष-06)

2. शनिवार, फरवरी 4, 2023

3. शक-1944, पौष, शुक्ल-पक्ष, तिथि-चतुर्दशी, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 07:09, सूर्यास्त: 06:01। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 11 डी.सै., अधिकतम- 21+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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गुरुवार, 2 फ़रवरी 2023

महिला संगठन विस्तार को लेकर रूपरेखा तैयार की

महिला संगठन विस्तार को लेकर रूपरेखा तैयार की

भानु प्रताप उपाध्याय 

शामली। उपाध्याय चेतना मंच महिला विंग जिला महासचिव सोनिया नागवान, जिला उपाध्यक्ष श्रीमती ममतेश उपाध्याय बंसल ने गत बुधवार (1 फरवरी) को प्रदेश कैम्प कार्यलय पहुंचकर प्रदेश अध्यक्ष से महिला संगठन विस्तार को लेकर आगामी रूपरेखा तैयार की। जिला महासचिव श्रीमती सोनिया उपाध्याय नागवान ने बताया कि नई बस्ती अटल बिहार शामली मे बिजली लाईन न होने के कारण कालोनी वासियो को बहुत समस्या हो रही है। क्षेत्रीय विधायक से मिलकर जल्द समस्या का समाधन कराया जाएगा। श्रीमती ममतेश उपाध्याय ने बस्ती की सड़क खराब की समस्या का भी निकाय चुनाव के बाद हल कराया जाएगा।

उपाध्याय चेतना मंच महिला संगठन में शामिल हुए सभी पदाधिकारियों को भी जल्द सम्मानित किया जाएगा। श्रीमती सोनिया नागवान ने खेड़ी करमू गौरव उपाध्याय हत्या प्रकरण को लेकर दुख प्रकट किया। श्रीमती ममतेश उपाध्याय बंसल ने गौरव उपाध्याय हत्या प्रकरण मे आदरणीय प्रदेश अध्यक्ष संजय उपाध्याय की पीड़ित परिवार का साथ देने के लिए सराहना की और कहा कि समाज हित मे यदि हमें भी आना पड़े, तो हम पीछे नहीं हटेंगे।

बाल कल्‍याण मद, आवंटन में कटौती चिंताजनक है

बाल कल्‍याण मद, आवंटन में कटौती चिंताजनक है

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी के संगठन ने बृहस्पतिवार को कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में श्रम मंत्रालय के बाल कल्‍याण मद में आवंटन में कटौती चिंताजनक है और ‘‘बालश्रम व बच्चों से दुर्व्यवहार’’ के मामलों में वृद्धि हो सकती है। ‘बचपन बचाओ आंदोलन’ ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘पिछले साल की तुलना में इस साल श्रम मंत्रालय के बाल कल्याण मद में 33 प्रतिशत की कटौती की गई है, जिससे संयुक्त राष्ट्र के सतत् विकास लक्ष्‍य(एसडीजी- 2025) के अंतर्गत ‘बाल श्रम मुक्त विश्व’ के प्रयासों में बाधा आ सकती है।’’

संगठन ने यह दावा भी किया कि श्रम मंत्रालय के लिए बजट में की गई इस कटौती से बाल श्रम और बच्चों की तस्करी बढ़ सकती है। संगठन ने कहा, ‘‘यह लगातार तीसरा साल है, जब श्रम मंत्रालय के तहत बच्‍चों के कल्‍याण के लिए बजटीय आवंटन में कटौती की गई है। 2021-22 में यह आवंटन 120 करोड़ रुपये का था, 2022-23 में इसे 30 करोड़ रुपये कर दिया गया और 2023-24 में यह घटकर 20 करोड़ रुपये रह गया है।’’

‘बचपन बचाओ आंदोलन’ के कार्यकारी निदेशक धनंजय टिंगल ने कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में बच्‍चों के लिए और ज्‍यादा आवंटन किये जाने की उम्‍मीद थी। हालांकि, बजट में बच्‍चों के लिए कुछ अच्‍छी चीजें भी हैं, लेकिन कुछ और बेहतर किया जा सकता था।’’

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...