शनिवार, 21 जनवरी 2023

'कैंसर' जैसी गंभीर बीमारियों की सुनामी का सामना

'कैंसर' जैसी गंभीर बीमारियों की सुनामी का सामना

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/तिरुवनंतपुरम/वाशिंगटन डीसी। देश-दुनिया में हम सभी ने कोरोना वायरस का कहर देखा है और अब हम बढ़ते हार्ट अटैक और कैंसर जैसी बीमारियों में बढ़ोतरी देख रहे हैं। अमेरिका के एक नामी कैंसर रोग विशेषज्ञ ने आगाह किया है कि वैश्वीकरण, बढ़ती अर्थव्यवस्था, आबादी और बदलती जीवन शैली के कारण भारत को कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की सुनामी का सामना करना पड़ेगा। इससे प्रभावी तरीके से निपटने के लिए उन्होंने प्रौद्योगिकी आधारित चिकित्सा तकनीक के इस्तेमाल पर जोर दिया है।

अमेरिका के ओहायो में क्लीवलैंड क्लिनिक के हेमेटोलॉजी और मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. जेम अब्राहम ने कहा है कि कैंसर की रोकथाम और उपचार के लिए टीके, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) और डेटा डिजिटल तकनीक का विस्तार और लिक्विड बायोप्सी से निदान उन छह रुझानों में शामिल हैं, जो इस सदी में कैंसर के उपचार को नया रूप देंगे।

मनोरमा ईयर बुक 2023' के एक आलेख में अब्राहम ने कहा है कि अन्य तीन रुझान 'जीनोमिक प्रोफाइलिंग, जीन संपादन प्रौद्योगिकियों के विकास और अगली पीढ़ी के 'इम्युनोथैरेपी' और 'सीएआर टी सेल थेरेपी' का इस्तेमाल हैं। उन्होंने कहा है, डिजिटल तकनीक, सूचना प्रौद्योगिकी व टेलीहेल्थ से मरीजों और विशेषज्ञों के बीच की खाई कम होगी। यह संभावित रूप से हमारे देश के दूरदराज के हिस्सों में विशेषज्ञों की देखभाल की उपलब्धता में वृद्धि करेगा, जिसमें ग्रामीण क्षेत्र भी शामिल है, जहां हमारी अधिकांश आबादी रहती है।

उन्होंने कहा कि भारत के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती यह होगी कि जब ये प्रौद्योगिकियां कैंसर की देखभाल में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगी तो इसे अपने लाखों लोगों के लिए कैसे सस्ता और सुलभ बनाया जाए। कैंसर रोग विशेषज्ञ ने आगाह किया, वैश्वीकरण, बढ़ती अर्थव्यवस्था, आबादी और बदलती जीवन शैली के कारण भारत कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की सुनामी का सामना करेगा।

डराने वाले आंकड़े 
अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के अनुमानों के अनुसार, जनसांख्यिकीय परिवर्तनों के कारण 2040 में दुनिया भर में कैंसर रोगियों की संख्या 2.84 करोड़ होने की आशंका है, जो 2020 की तुलना में 47 प्रतिशत अधिक होगी। यह संख्या वैश्वीकरण और बढ़ती अर्थव्यवस्था से जुड़े जोखिम कारकों में वृद्धि से बढ़ सकती है। वर्ष 2020 में दुनिया भर में अनुमानित तौर पर कैंसर के 1.93 करोड़ नए मामले आए और करीब एक करोड़ लोगों की कैंसर से मौतें हुईं।

144 युवा नौसैनिकों की टुकड़ी का नेतृत्व करेंगी दिशा 

144 युवा नौसैनिकों की टुकड़ी का नेतृत्व करेंगी दिशा 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारतीय नौसेना की वायु संचालन अधिकारी लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत यहां गणतंत्र दिवस परेड में अपने बल के 144 युवा नौसैनिकों की टुकड़ी का नेतृत्व करेंगी वहीं नौसेना की झांकी 'नारी शक्ति' को प्रदर्शित करेगी। नौसेना के अधिकारियों ने कहा कि कर्तव्य पथ पर परेड में तीन महिलाएं और पांच पुरुष अग्निवीर भी शामिल होंगे। अमृत के अलावा, एक अन्य महिला अधिकारी- सब लेफ्टिनेंट वल्ली मीना एस नौसैनिक दल के तीन प्लाटून कमांडरों में शामिल होंगी।

कर्नाटक के बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से कंप्यूटर विज्ञान में इंजीनियरिंग स्नातक, 29 वर्षीय अमृत वर्ष 2008 में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की गणतंत्र दिवस टीम का हिस्सा थीं। और उन्होंने दिल्ली में आयोजित होने वाले समारोह में सेना के तीनों अंगों में से एक के 'मार्चिंग' दल का हिस्सा बनने का सपना देखा था। उन्होंने कहा, 2008 के बाद से, मैं सशस्त्र बलों के गणतंत्र दिवस दल का हिस्सा बनने का सपना देख रही थी। यह एक अद्भुत अवसर है जो भारतीय नौसेना ने मुझे (नौसैन्य दल का नेतृत्व करने के लिए) दिया है।

मैंगलुरु की रहने वाली अमृत 2016 में नौसेना में शामिल हुई थीं और 2017 में अपना प्रशिक्षण पूरा करने के बाद अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह स्थित एक प्रमुख नौसैन्य प्रतिष्ठान में तैनात हैं। उन्होंने कहा कि मैं डोर्नियर विमान की एविएटर हूं और विमान में उड़ानें भरती रही हूं।' पिछले महीने, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा था कि नौसेना 2023 से महिलाओं के लिए अपनी सभी शाखाएं खोलने पर विचार कर रही है। अपने अनुभव साझा करते हुए अमृत ने कहा कि वह हमेशा सशस्त्र बलों का हिस्सा बनना चाहती थीं और कुछ हद तक उनके माता-पिता ने भी उन्हें इसके लिए प्रेरित किया।

उन्होंने कहा, मेरे पिता भी सशस्त्र बलों का हिस्सा बनना चाहते थे, लेकिन नहीं बन सके। मुझे नौसेना का हिस्सा होने पर गर्व है और मैं पूरे जोश एवं समर्पण के साथ नौसेना की सेवा करना जारी रखूंगी। सेना में महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर अमृत ने कहा, मैं शारीरिक, भावनात्मक रूप से मजबूत हो गई हूं तथा अब मैं अधिक आत्म-संचालित हूं। भारतीय नौसेना के 80 संगीतकारों के प्रसिद्ध ब्रास बैंड का नेतृत्व एम एंटनी राज करेंगे, जो भारतीय नौसैन्य गीत जय भारती बजाएंगे।

नियंत्रक कार्मिक सेवा (सीपीएस) वाइस एडमिरल सूरज बेरी ने कहा कि नौसेना की झांकी का विषय भारतीय नौसेना - युद्ध के लिए तैयार, विश्वसनीय, संसक्त और भविष्य का प्रमाण' होगा। उन्होंने कहा कि झांकी को भारतीय नौसेना की बहु-आयामी क्षमताओं को प्रदर्शित करने के साथ-साथ स्वदेशी रूप से निर्मित प्रमुख मंचों को रेखांकित करने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है। उन्होंने कहा, "झांकी का उद्देश्य भारतीय नौसेना में 'नारी शक्ति' को उजागर करना भी है।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-102, (वर्ष-06)

2. रविवार, जनवरी 22, 2023

3. शक-1944, पौष, शुक्ल-पक्ष, तिथि-प्रतिपदा, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 07:28, सूर्यास्त: 05:40। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 11 डी.सै., अधिकतम- 20+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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शुक्रवार, 20 जनवरी 2023

राम रहीम को एक बार फिर 40 दिन की पैरोल 

राम रहीम को एक बार फिर 40 दिन की पैरोल 

राणा ओबरॉय 

चंडीगढ़/रोहतक। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को शुक्रवार को एक बार फिर 40 दिन की पैरोल दे दी गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दरअसल, अपनी दो शिष्याओं के साथ रेप के आरोप में 20 साल की सजा काट रहे राम रहीम को इससे पहले अक्टूबर में भी 40 दिन की पैरोल दी गई थी। जो 25 नवंबर को ही खत्म हुई थी। एजेंसी के मुताबिक, रोहतक के डिविजनल कमिश्नर संजीव वर्मा ने बताया, कि 40 दिनों के लिए पैरोल दी गई है।

इससे पहले, हरियाणा के जेल मंत्री रंजीत सिंह चौटाला ने डेरा प्रमुख की ताजा पैरोल याचिका पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि डेरा प्रमुख ने 40 दिनों के पैरोल के लिए एक आवेदन दायर किया था, जिसे रोहतक संभागीय आयुक्त को भेज दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि पैरोल अवधि के दौरान डेरा प्रमुख 25 जनवरी को पूर्व डेरा प्रमुख शाह सतनाम सिंह की जयंती कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।
बता दें कि अक्टूबर में पैरौल से आने के बाद 55 वर्षीय सिरसा डेरा प्रमुख ने यूपी के बरनावा आश्रम में कई ऑनलाइन सत्संग आयोजित किए थे। इनमें से कुछ में हरियाणा के भाजपा नेता भी शामिल हुए थे। उन्हें पंजाब विधानसभा चुनाव से बमुश्किल दो सप्ताह पहले 7 फरवरी, 2022 से तीन सप्ताह की पैरोल भी दी गई थी।

कांग्रेस की मांग, डब्ल्यूएफआई को भंग किया जाए

कांग्रेस की मांग, डब्ल्यूएफआई को भंग किया जाए

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष ब्रज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच कांग्रेस ने शुक्रवार को मांग की, कि डब्ल्यूएफआई को भंग किया जाए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जवाब देना चाहिए कि उन्होंने क्या कार्रवाई की ? जब 2021 में एक पहलवान ने कथित तौर पर उनके समक्ष मुद्दे उठाए थे।

ओलंपिक खेलों के कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता चक्का फेंक खिलाड़ी कृष्णा पूनिया के साथ कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि यह ‘‘शर्मनाक’’ है कि 72 घंटे बाद भी सिंह ने इस्तीफा नहीं दिया और सरकार ‘‘स्पष्ट रूप से मौन’’ धारण किए हुए है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पहली और प्रमुख मांग यह है कि महासंघ को तत्काल प्रभाव से भंग किया जाए। श्रीनेत ने यहां अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ब्रज भूषण सिंह को कल ही इस्तीफा दे देना चाहिए था, लेकिन जनहित में सबसे बड़ी मांग हम यह उठाते हैं कि महिलाओं को सुरक्षित माहौल दिए जाने की आवश्यकता है।’’

उन्होंने कहा कि भारत के कुछ पदक विजेता एथलीट हैं, जो खुलकर सामने आए हैं और यौन उत्पीड़न के बारे में बात की है। श्रीनेत ने कहा, ‘‘देश के सामने आज सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब श्रीमान मोदी को अक्टूबर 2021 में पता चला था कि भारतीय कुश्ती महासंघ में क्या चल रहा है तथा विनेश फोगाट ने कहा कि उन्होंने अपने परिवार के साथ प्रधानमंत्री को जानकारी दी थी तो उन्होंने क्या किया, उन्होंने जांच क्यों नहीं करायी?’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्या कोई अंतर-विभागीय जांच की गयी, क्या श्री ब्रज भूषण सिंह को बुलाया गया, उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया, आज कई सवाल हैं और हमारी प्रमुख मांग यही है।

देश सच जानना चाहता है।’’ राजस्थान से कांग्रेस विधायक पूनिया ने कहा कि महिला एथलीट के लिए पहले से ही बहुत मुश्किलें हैं तथा ऐसे मामलों के सामने आने के साथ ही उनकी मुश्किलें और बढ़ने जा रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं से जुड़ी घटनाएं लगातार सामने आने के कारण भाजपा ने ‘बेटी बचाओ’ नारे की धज्जियां उड़ा दी हैं।विजेंदर सिंह ने कहा कि वह पहलवानों के प्रति एकजुटता जताने गए थे तथा मामले में फौरन सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दौरान नेताओं को खेल प्रशासन से दूर रखने का विधेयक लाने में नाकाम रहने तथा क्या भाजपा को अब ऐसा करना चाहिए, इस बारे में पूछने पर श्रीनेत ने कहा, ‘‘हम अपना समर्थन देने के लिए तैयार हैं और आपका यह कहना सही है कि तब राजनीतिक सहमति नहीं बन सकी थी।’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘आपके (भाजपा) पास बहुमत है...कई खेल संघ हैं, जहां भाजपा नेताओं ने कब्जा जमा लिया है, एक विधेयक लाकर इस पर चर्चा होनी चाहिए, लेकिन यह एक अलग मुद्दा है। जितना कम राजनीतिक हस्तक्षेप होगा, उतना ही बेहतर होगा।’’ गौरतलब है कि जानी-मानी पहलवान विनेश फोगाट ने एक चौंकाने वाले खुलासे में बुधवार को रोते हुए आरोप लगाया कि डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह कई वर्षों से महिला पहलवानों का यौन शोषण कर रहे हैं। लेकिन, इस खेल के प्रशासक और भाजपा सांसद ने इन आरोपों को खारिज किया।

विनेश ने दावा किया था कि उन्हें डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के इशारे पर उनके करीबी अधिकारियों से जान से मारने की धमकी मिली थी, क्योंकि उन्होंने तोक्यो ओलंपिक खेलों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान उनका ध्यान इन मुद्दों की ओर आकर्षित करने की हिम्मत दिखाई थी।

मालीवाल की घटना से जुड़ी सीसीटीवी फुटेज बरामद

मालीवाल की घटना से जुड़ी सीसीटीवी फुटेज बरामद

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की प्रमुख स्वाति मालीवाल से एम्स के बाहर नशे में धुत एक कार सवार द्वारा कथित छेड़छाड़ करने और फिर उन्हें अपनी गाड़ी से 10-15 मीटर तक घसीटने की कथित घटना से जुड़ी सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने बरामद की है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस वीडियो क्लिप में देखा जा सकता है कि मालीवाल फुटपाथ पर इंतजार कर रहीं हैं और एक कार चालक उनसे कार में बैठने को कहता है। मालीवाल ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया था कि एम्स के बाहर नशे में धुत एक कार सवार ने उनके साथ छेड़छाड़ की और फिर उन्हें अपनी गाड़ी से 10-15 मीटर तक घसीटा। उनका दावा है कि गाड़ी की खिड़की में उनका हाथ फंस गया था, तभी वाहन चालक ने कार आगे बढ़ा दी।

सामने आई वीडियो में मालीवाल को यह कहते सुना जा सकता है कि ‘‘ आप मुझे कहां छोड़ोगे। मुझे घर जाना है। मेरे रिश्तेदार आने वाले हैं।’’ वीडियो में दिखाई दे रहा है कि इसके बाद वह दूर हट जाती हैं और कार चली जाती है जबकि कार चालक कुछ देर बाद फिर लौटता है और मालीवाल को कार में बैठने को कहता है। पुलिस ने बृहस्पतिवार तड़के हुई घटना के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है जिसकी पहचान दक्षिण दिल्ली के संगम विहार निवासी 47 वर्षीय हरीश चंद्र के तौर पर हुई है। आयोग की प्रमुख ने कहा कि वह कंझावला की घटना के मद्देनजर दिल्ली में महिला सुरक्षा का जायज़ा लेने के लिए अपनी टीम के साथ राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर थीं। घटना के वक्त उनकी टीम उनसे कुछ दूर थी।

दक्षिण दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) चंदन चौधरी ने बृहस्पतिवार को कहा था कि गश्ती वाहन ने तड़के करीब 3:05 बजे एम्स के सामने मालीवाल को देखा और उनसे पूछा कि क्या वह किसी परेशानी में हैं। उनके अनुसार, मालीवाल ने उन्हें अपनी आपबीती सुनाई जिसके बाद उस कार का पता लगाया गया और कार चालक चंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया। चौधरी ने बताया कि महिला आयोग की प्रमुख की शिकायत पर कार चालक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 341 (गलत तरीके से बयान), 354 (महिला की शील भंग करने के इरादे से हमला करना या आपराधिक बल का उपयोग) और 509 (शब्द, मुद्रा या कार्य के माध्यम से महिला के शील भंग का इरादा) के साथ-साथ मोटर वाहन अधिनियम के तहत कोटला मुबारकपुर थाने में मामला दर्ज किया गया है।

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...