रविवार, 15 जनवरी 2023

शिक्षा सत्र शुरू कराने के लिए 4 वर्षों से प्रयास जारी

शिक्षा सत्र शुरू कराने के लिए 4 वर्षों से प्रयास जारी


समाजसेवी राशिद अली की जनहित याचिका से प्रदेश में शिक्षा हित में क्रांतिकारी कदम 

इकबाल अंसारी 

गाजियाबाद। प्रमुख समाजसेवी राशिद अली (वारसी),सचिव आर डब्ल्यू ए प्रेमनगर, गाजियाबाद द्वारा प्रेमनगर और मुस्तफाबाद लोनी में 5 वर्ष पूर्व बने खड़े 2 इंटर कालेजों एवं प्रदेश के 85 विद्यालयों में शिक्षा सत्र शुरू कराने के लिए पिछले 4 वर्षों से प्रयास किया जा रहा है। राशिद अली द्वारा शासन प्रशासन से अनेको बार अनुरोध करने के पश्चात निराश होकर माननीय हाईकोर्ट इलाहाबाद में जनहित याचिका (राशिद अली बनाम उत्तर प्रदेश सरकार-2088/2022) दायर करनी पडी जिसमे मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल व न्यायाधीश जेजे मुनीर, उच्च न्यायालय द्वारा सचिव माध्यमिक शिक्षा विभाग, सचिव अल्पसंख्यक विभाग भारत सरकार, वित्त विभाग, निदेशक माध्यमिक शिक्षा विभाग को नोटिस भेज तलब किया गया लेकिन अधिकारीगण विदेश यात्रा पर सरकारी कार्य का प्रयोजन बताकर न्यायालय में उपस्थित नहीं हुए।

न्यायाधीश ने न्यायालय के आदेश को नजर अंदाज किए जाने पर यह कहते हुए कि अफसर सरकारी धन का लुत्फ उठाने विदेश यात्रा पर चले गए हैं उनके पास अदालत में शपथ पत्र के साथ जवाब देने का पर्याप्त समय था अधिकारियों को यात्रा पर जाने से पहले शपथ पत्र के साथ संबंधित जवाब दाखिल कराना चाहिए था पर ऐसा नहीं किया गया। अफसरों की यह प्रवृत्ति कतई उचित नहीं है। कोर्ट ने बहुत सख्त आदेश किए कि प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा विभाग शपथ पत्र स्वयं उपस्थित होकर प्रस्तुत करें और बताए कि उत्तर प्रदेश में कितने विद्यालय हैं तथा निर्मित होने के पश्चात भी इनमें वर्षो से शिक्षा सत्र शुरू क्यों नही किया गया।

उसी क्रम में उत्तर प्रदेश की ओर से प्रमुख सचिव, माध्यमिक शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश 85 स्कूलो में शिक्षा सत्र 2023-24 में 01अप्रैल 2023 से शुरू करने के लिए संबंधित जिला विद्यालय निरीक्षक को दिनांक 21-12-2022 पर आदेश जारी कर शपथ पत्र के साथ माननीय उच्च न्यायालय में पेश किया गया। हाईकोर्ट ने प्रदेश में बने सरकारी स्कूलों की संख्या मांगते हुए बंद पड़े हुए व  संचालित हो रहे दोनों की जानकारी मांगी थी। जनहित याचिका पर अधिवक्ता शहाबुद्दीन व सैयद मोहम्मद नवाज ने बहस करते हुए तर्क रखा था कि प्रदेश में केंद्र और राज्य सरकार से सहायता प्राप्त काफी संख्या में सरकारी स्कूल हैं जो पर्याप्त शिक्षकों व कर्मचारियों की नियुक्ति न होने के कारण संचालित नहीं हो पा रहे हैं। प्रदेश में तमाम सरकारी स्कूल ऐसे हैं जहां शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी ही नहीं है। इससे स्कूल संचालित ही नहीं हो पा रहे हैं।

अब लोनी ही नहीं पूरे उत्तर प्रदेश की जनता प्रदेश में बने खड़े 85 विद्यालयों में शिक्षा सत्र शुरू होने से लाभान्वित होगी। जनहित में समाजसेवी राशिद अली की सरकार के विरुद्ध जनता के हित के लिए शिक्षा क्षेत्र में यह बहुत बड़ी जीत है।

क्रांतिकारियों के योगदान के बारे में बात, जरूरत नहीं 

क्रांतिकारियों के योगदान के बारे में बात, जरूरत नहीं 

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/कोझिकोड। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने कहा है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को देश के स्वतंत्रता आंदोलन में सशस्त्र क्रांतिकारियों के योगदान के बारे में बात करने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि ‘बापू’ ने खुद उनकी भूमिका को स्वीकार किया था। अमित शाह ने हाल ही में कहा था कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अहिंसक आंदोलन के केवल एक प्रकार के आख्यान को ही शिक्षा, इतिहास और दंतकथाओं के माध्यम से लोगों पर थोपा गया है, जबकि भारत की स्वतंत्रता सशस्त्र क्रांतिकारियों के योगदान सहित सामूहिक प्रयासों का परिणाम थी। 

तुषार गांधी ने शुक्रवार को केरल साहित्य महोत्सव (केएलएफ) के छठे संस्करण में अपने संबोधन में कहा, हमें ये बातें कहने के लिए किसी अमित शाह की जरूरत नहीं है। अमित शाह को ये बातें इसलिए कहने की ज़रूरत है, क्योंकि उनके पास अपने बारे में या अपनी विचारधारा के बारे में कहने के लिए कुछ भी नहीं है। बापू ने स्वयं स्वीकार किया था कि केवल उनके प्रयत्नों से ही स्वतंत्रता प्राप्त नहीं हुई थी।  उन्होंने कहा,  महात्मा गांधी ने सभी को श्रेय दिया था, यहां तक कि क्रांतिकारियों के पहले के प्रयासों को भी। 

उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के योगदान को भी स्वीकार किया था।  महात्मा गांधी के प्रपौत्र ने अपनी नवीनतम पुस्तक ‘द लॉस्ट डायरी ऑफ कस्तूर, माई बा’ के बारे में कहा कि बापू किसी और व्यक्ति की तरह एक साधारण इंसान थे और इसीलिए उन्होंने राष्ट्रपिता को किताब में ‘महात्मा’ नहीं कहा। एशिया के सबसे बड़े साहित्य सम्मेलनों में से एक के रूप में विख्यात केरल साहित्य महोत्सव (केएलएफ) साहित्य और संस्कृति के प्रतीक के एक उदार मिश्रण की मेजबानी कर रहा है, जिसमें नोबेल पुरस्कार विजेता, बुकर पुरस्कार विजेता, वरिष्ठ राजनेता से लेकर इतिहासकार, फिल्मी हस्तियां, राजनयिक और कलाकार शामिल हो रहे हैं।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-96, (वर्ष-06)

2. सोमवार, जनवरी 16, 2023

3. शक-1944, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-अष्टमी, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 07:24, सूर्यास्त: 05:33। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 10 डी.सै., अधिकतम- 18+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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email:universalexpress.editor@gmail.com 

संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित)

शनिवार, 14 जनवरी 2023

यूपी: मौसम की करवट, आसमान साफ, खिली धूप

यूपी: मौसम की करवट, आसमान साफ, खिली धूप

संदीप मिश्र

लखनऊ। राजधानी लखनऊ समते यूपी के कई जिलों में मौसम की करवट ने सुबह से ही आसमान साफ रखा और धूप निकलने से लोगों ने सर्दी से राहत महसूस की। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार से एक बार फिर से घने कोहरे के आसार हैं। सोमवार से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में शीतलहर के लिए चेतावनी भी जारी की गई है।

मौसम केंद्र के वैज्ञानिक एम दानिश के अनुसार शनिवार से एक बार फिर तापमान में दो से चार डिग्री तक की गिरावट शुरू हो रही है। साथ ही पश्चिमी हवाओं का असर भी देखने को मिलेगा। इसकी वजह से गलन का अहसास हो सकता है। शीत दिन की स्थिति भी बनेगी। ठंडी हवा और कोहरे से बचाव के लिए उपाय करने चाहिए।

इन जिलों में अलर्ट
कोहरे के अलर्ट के साथ 15 जनवरी से पश्चिमी उत्तर प्रदेश, तराई बेल्ट के जिलों और पूर्वांचल समेत 20 जिलों में घने कोहरे के साथ शीत दिन के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इनमें सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर , मुरादाबाद, रामपुर , बरेली, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, गोरखपुर, महाराजगंज, कुशीनगर और देवरिया शामिल हैं।

घने से अत्यधिक घने कोहरे के लिए चेतावनी जारी
इनके अलावा अन्य 30 जिलों में घने कोहरे के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके तहत कोहरे के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, लखनऊ और आसपास के जिलों में शनिवार को मध्यम से घना कोहरा हो सकता है। प्रदेश के कुछ जिलों में घने से अत्यधिक घने कोहरे के लिए चेतावनी जारी की गई है। मौसम शुष्क रहेगा। अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है।

चयन को निरस्त करने के मामलें में याचिका, सुनवाई 

चयन को निरस्त करने के मामलें में याचिका, सुनवाई 

पंकज कपूर 

देहरादून। हाईकोर्ट ने यूकेएसएसएससी के 900 सौ से अधिक पदों पर हुए चयन को निरस्त करने के मामलें में दायर याचिका पर सुनवाई की। न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा की एकलपीठ ने राज्य सरकार और उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को जवाब दाखिल करने के निर्देश देते हुए अगली सुनवाई के लिए 17 फरवरी की तारीख तय की गई है। जगपाल सिंह और अन्य ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर कहा कि आयोग ने स्नातक उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए समूह ग समेत अन्य पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था। चार-पांच दिसंबर 2021 को परीक्षा हुई और सात अप्रैल को परिणाम घोषित किया गया।

परीक्षा में करीब डेढ़ लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी, जिसमें से 916 पदों पर अभ्यर्थियों का चयन हुआ। अभ्यर्थियों के चयन के बाद उनके सर्टिफिकेट का सत्यापन हुआ। लेकिन पेपर लीक होने के बाद मुकदमा दर्ज करते हुए सभी नियुक्तियां निरस्त कर दी गईं। अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्होंने मेहनत करके यह परीक्षा पास की है। सरकार ने बिना किसी कारण के उन्हें नियुक्ति नहीं दी।

मंत्री व नेता गडकरी को जान से मारने की धमकी

मंत्री व नेता गडकरी को जान से मारने की धमकी

अकांशु उपाध्याय/कविता गर्ग 

नई दिल्ली/मुंबई/नागपुर। केंद्रीय परिवहन मंत्री और सीनियर बीजेपी नेता नितिन गडकरी को जान से मारने की धमकी मिली है। गडकरी के नागपुर कार्यालय में फोन कर जान से मारने की धमकी दी गई है। केंद्रीय मंत्री के नागपुर के जनसंपर्क कार्यालय के लैंडलाइन नंबर पर धमकी देने के लिए तीन बार कॉल आई है। दाऊद के नाम पर धमकी दी गई है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि 100 करोड़ की रकम मांगी गई है। रकम ना देने पर जान से मारने की धमकी दी गई है। धमकी की कॉल आते ही गडकरी के नागपुर कार्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

धमकी देने वाली कॉल आज (14 जनवरी, शनिवार) सुबह से तीन बार आ चुकी है। सूचना मिलते ही नागपुर पुलिस अलर्ट हो गई है और जांच शुरू कर दी है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नागपुर स्थित जनसंपर्क कार्यालय के बाहर चार फोन नंबर प्रदर्शित किए हुए हैं। इन्हीं नंबरों पर सुबह से तीन बार फोन आ चुके हैं। केंद्रीय मंत्री के नागपुर कार्यालय में स्थानीय पुलिस टीम के अलावा एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) की टीम भी पहुंच चुकी है। मामले की जांच शुरू है। 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) के मौके पर आतंकियों की ओर से ऐसी नापाक हरकतों को अंजाम देने की कोशिश की जा सकती है। ऐसे में इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है।

आज सुबह से नितिन गडकरी के नागपुर स्थित जनसंपर्क कार्यालय में तीन बार जान से मारने की धमकी देने वाली कॉल आ चुकी है। पहली कल सुबह 11 बजकर 29 मिनट में आई। दूसरी कॉल 11 बज कर 35 मिनट में आई। तीसरी कॉल 12 बज कर 32 मिनट में आई। नागपुर पुलिस और एटीएस की टीम मिलकर सबसे पहले यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कॉल कहां से किया गया है? दाऊद का नाम सामने आ रहा है, क्या वाकई इसमें डी कंपनी का इन्वॉल्वमेंट है, या उसके नाम से किसी और ने ये कॉल की है? कॉलर के बारे में पूरा जानकारी हासिल करने की कोशिश की जा रही है। केंद्रीय मंत्री को इस तरह से तीन बार लाइफ थ्रेटनिंग कॉल आने से लोगों में दहशत फैल गई है।

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर थाना खालापार पर आय...