मंगलवार, 10 जनवरी 2023

टिप्पणी से जुड़े मामलें में मुकदमा चलाने की अनुमति 

टिप्पणी से जुड़े मामलें में मुकदमा चलाने की अनुमति 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। दिल्ली के उप-राज्यपाल वी.के. सक्सेना ने जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शहला रशीद के खिलाफ सुरक्षाबलों पर टिप्पणी से जुड़े मामलें में मुकदमा चलाने की अनुमति दी है। उप-राज्यपाल के कार्यालय ने कहा, भारतीय सेना के बारे में शहला के दोनों ट्वीट विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और सद्भाव बिगाड़ने के उद्देश्य से पोस्ट किए गए।

JNU की पूर्व छात्र नेता शहला रशीद की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने शहला के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। AISA की सदस्य और जेएनयू छात्रसंघ की पूर्व उपाध्यक्ष शहला ने भारतीय सेना को लेकर दो आपत्तिजनक ट्वीट किए थे। इसी मामले में उन पर शिकंजा कसा है। आरोप है कि उन्होंने अलग-अलग समूहों के बीच दुश्मनी बढ़ाने के लिए ये ट्वीट किए। सुप्रीम कोर्ट के वकील अलख आलोक श्रीवास्तव की शिकायत के आधार पर 03.09.2019 को एफआईआर दर्ज की गई थी।

18 अगस्त 2019 को कश्मीर की रहने वाली शहला रशीद ने भारतीय सेना को लेकर दो विवादित ट्वीट किए थे। पहला ट्वीट उन्होंने 18 अगस्त को 12 PM पर किया था। इसमें उन्होंने लिखा, आर्म्ड फोर्सेज रात के समय घरों में घुसती है, लड़कों को उठा लेती है, जानबूझकर राशन जमीन पर फेंक दिया जाता है, तेल को चावल में मिला दिया जाता है। दूसरे ट्वीट में लिखा था, शोपियां में 4 लोगों को सेना के कैंप में बुलाया गया, पूछताछ (प्रताड़ित) की गई। एक माइक को उनके करीब रखा गया जिससे पूरे इलाके के लोगों को उनकी चीखें सुनाई दें और वे दहशत में रहें। ऐसा कर पूरे इलाके में खौफ का माहौल बनाया गया।

उसी दिन भारतीय सेना ने शहला रशीद के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि ये आरोप आधारहीन हैं। सेना ने कहा था कि ऐसी फेक न्यूज और अपुष्ट जानकारियां शत्रुता की भावना से फैलाई जाती हैं। इसके बाद एक वकील ने शिकायत की। दिल्ली के गृह विभाग ने पाया कि मामले की प्रकृति और ट्वीट की लोकेशन के चलते सेना के खिलाफ झूठे आरोप लगाया जाना एक गंभीर मामला है। हर ट्वीट को क्रिमिनल लॉ के तहत लाने की जरूरत नहीं है, लेकिन यह मामला अलग है।

लगातार कुशल और दक्ष बन रहा है भारत: प्रधान 

लगातार कुशल और दक्ष बन रहा है भारत: प्रधान 

अकांशु उपाध्याय/मनोज सिंह ठाकुर 

नई दिल्ली/इंदौर। केन्द्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने मंगलवार को कहा कि भारत लगातार कुशल और दक्ष बन रहा है। विश्व में सर्वाधिक कुशल युवा वर्कफोर्स भारत में है। लगभग 3.2 बिलियन भारतीय युवा विश्व के अलग-अलग देशों में कार्यरत हैं। 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के अंतिम दिवस के प्रथम प्लेनरी सेशन में केन्द्रीय मंत्री प्रधान की अध्यक्षता में ‘रोल ऑफ इंडियन डायस्पोरा फॉर एनेबलिंग ग्लोबल मोबिलिटी ऑफ इंडियन वर्क फोर्स’ विषय पर विमर्श हुआ।

प्रधान ने कहा कि पूर्व में भारतीयों को विदेशों में कामगार के रूप में देखा जाता था, वर्तमान में वही समुदाय कुशल कार्यबल में परिवर्तित हो गया है। केन्द्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि दुनिया देख रही है कि विश्व की सर्वोच्च आई टी कम्पनियों में उच्च पदों पर भारतीय कार्यरत हैं। अन्य देशों की तुलना में भारतीय उत्पाद बेहतर गुणवत्ता एवं सस्ते मूल्य के लिए जाने जाते हैं। वैश्विक मूल्य श्रृंखला के अनुरूप कार्य करने में भारतीय आगे हैं और पूरे विश्व में उपभोक्ता वस्तुओं के निर्माण में सबसे ज्यादा भारतीय जुड़े हैं।

इसका सबसे बड़ा कारण उनकी कार्य-कुशलता, ईमानदारी और कार्य के प्रति समर्पण है। उन्होंने कहा कि भारत में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाया जा रहा है। हमारे देश में लगभग 200 मिलियन छात्र शेाध-कार्य और स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। भारत लगातार कुशल बन रहा है, जो वसुधैव कुटुम्बकम के दर्शन पर पूरे विश्व के बेहतर कल के लिए कार्य करेगा।

उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गई है। टेक्नोलॉजी के कारण आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक बदलाव हो रहा है। भारत का तेजी से विकास हो रहा है। श्री प्रधान ने कहा कि भारत में स्वदेशी 5जी की शुरूआत हो गई है। भारत पहले अमेरिका से निम्नतम गुणवत्ता के अनाज आयात करता था। आज 40 देशों को अनाज का निर्यात करता है साथ ही पूरे विश्व ने देखा और माना है कि वैश्विक महामारी के दौरान मानवता की रक्षा के लिए भारत ने कई देशों को दवाइयां एवं वैक्सीन मुहैया कराई।

उन्होंने कहा कि भारत अपनी क्षमता को बेहतर बना कर वैश्विक आवश्यकता के अनुसार कार्य करेगा। इसमें प्रवासी भारतीय अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रवासी भारतीयों पर गहरा विश्वास जताया है और प्रत्येक प्रवासी भारतीय को भारत का राष्ट्रदूत माना है। तीन दिवसीय पीबीडी सम्मेलन के अंतिम दिन के प्लेनरी सत्र में मॉरिशस की सोशल इंटीग्रेशन, सोशल सिक्योरिटी एवं नेशनल सॉलि मंत्री फजीला जीवा दोरियावू ने कहा कि मॉरिशस की अर्थ-व्यवस्था में भारतीय कार्यबल का महत्वपूर्ण योगदान है। मॉरिशस के 70 प्रतिशत नागरिकों की जड़ें भारत से जुड़ी हैं, भारत उनका दूसरा घर है।

पीबीडी सम्मेलन में मॉरिशस का बहुत बड़ा प्रतिनिधि दल शामिल हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत जिस तरह से विकास कर रहा है, वह अदभुत है। प्रवासियों को कई समेकित उद्देश्यों को लेकर आगे बढ़ना होगा। यह सम्मेलन एक अच्छा अवसर है, जहाँ सारे प्रवासियों को मिलकर अपने सुझाव एवं विचार व्यक्त करने का मौका मिला। जीवा ने कहा कि कोविड-19 पेन्डेमिक के दौरान भारत से मिली वैक्सीन से मॉरिशस को बड़ी राहत मिली थी।

लुलू ग्रुप के सीएमडी एम.ए. युसूफ अली ने कहा कि हमारा तन, मन और धन हिन्दुस्तान के लिए है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत दिन-प्रतिदिन तरक्की कर रहा है। उन्होंने कहा कि मार्च तक हिन्दुस्तान सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश होगा। भारत में सबसे ज्यादा युवा हैं और यह गर्व की बात है। अली ने कहा कि प्रवासी भारतीयों की भूमिका युवाओं को रोजगार देने में महत्वपूर्ण होगी। सैकड़ों भारतीय खाड़ी देशों में वित्तीय स्थिरता के लिए अपना योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि केरल राज्य में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एनआरआई समिति गठित की गई है। अन्य राज्यों को भी ऐसी समिति बनाकर विदेश मंत्रालय की मदद से भारतीय युवाओं को अन्तर्राष्ट्रीय प्लेटफार्म उपलब्ध कराने में मदद करना चाहिए।

ऑस्ट्रेलिया की मल्टी कोनेक्सीओन ग्रुप की सीईओ शीबा नांदेकेलीयोर ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में प्रवासियों की संख्या बढ़ रही है। युवा कार्यबल की प्रतिभा और संख्या सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि आस्ट्रेलिया में प्रवासी भारतीयों की संख्या बढ़ रही है। भारतीय प्रवासियों ने न सिर्फ विकास किया बल्कि उनके योगदान के लिये उनकी सराहना भी हुई है। वे बहुत अच्छे कार्य बल के रूप में उभरकर आ रहे हैं।

बड़ी संख्या में युवा शिक्षित हैं। इसमें 60 प्रतिशत युवती और 40 प्रतिशत युवक हैं। यह भारत की ताकत है। यह शानदार आगाज है। एसबीआई ग्रुप जापान के सदस्य संजीव सिन्हा ने कहा कि जापान में आईआईटी हैदराबाद के सहयोग से 400 मिलियन डॉलर का निवेश कर आईआईटी बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आईआईटी सेक्टर कंपनियों के टॉप सीईओ कंपनियों की सूची में भारतीयों का बोलबाला है।

सभी भारतीय विश्व में वसुधैव कुटुंबकम के दर्शन को प्रसारित कर रहे हैं। हम सभी को विश्व को एक करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। अरानाड समाचार-पत्र के सम्पादक कुलदीप सिंह शेखावत ने कहा कि अर्थ-व्यवस्था सेवा क्षेत्र पर निर्भर है। पहले कामगारों के रूप में भारतीयों की छवि थी। अब परिदृश्य बदल गया। उन्होंने कहा कि (ब्रिटेन) सेवा क्षेत्र केन्द्रित देश है। बहुत ज्यादा उत्पादन नहीं होता, इसलिए हमें पढ़े-लिखे युवा भारतीयों की जरूरत है।

 शेखावत ने सुझाव दिया कि यूके और भारत के बीच पर्यटन की अपार संभावनाओं पर ध्यान दिया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनकर पीबीडी के सम्मान को बढ़ाया है। इराम ग्रुप के चेयरमेन डॉ सिद्दीक अहमद ने कहा कि एक ऐसे वेब पोर्टल की शुरूआत की जाए जहां पर पुराने अनुभवी लोग जॉब, कम्पनी, प्लेसमेंट की जानकारी दें। कम्पनीज को भी सदस्य बनाया जाए। जिससे जॉब देने वाले और काम पाने वाले दोनों की जानकारी मिल सके।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-91, (वर्ष-06)

2. बुधवार, जनवरी 11, 2023

3. शक-1944, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-चतुर्थी, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 07:24, सूर्यास्त: 05:33। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 10 डी.सै., अधिकतम- 19+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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(सर्वाधिकार सुरक्षित)

सोमवार, 9 जनवरी 2023

आक्रोशित महिलाओं ने विद्युत उपकेंद्र का घेराव किया 

आक्रोशित महिलाओं ने विद्युत उपकेंद्र का घेराव किया 


कालोनी की बिजली काटे जाने से नाराज महिलाओ ने पावर हाउस का किया घेराव

आक्रोशित लोगों ने सड़क पर लेटकर किया सड़क जाम

कौशाम्बी। जिला मुख्यालय मंझनपुर कांशीराम कालोनी की बिजली कनेक्शन काटे जाने से आक्रोशित महिलाओं ने विद्युत उपकेंद्र का घेराव कर दिया। सैकड़ो महिलाओं ने किन्नरों के साथ पहुंच कर पावर हाउस पर जमकर हंगामा काटा और नारेबाजी की। महिलाओ के प्रदर्शन को देखकर पावर हाउस को छोड़कर जेई और कर्मचारी भाग निकले।आक्रोशित महिलाओ ने सड़क पर लेटकर सड़क को जाम कर दिया। महिलाओ के प्रदर्शन की सूचना पर भारी मात्रा में पुलिस फोर्स पहुंच गई और महिलाओ को समझाने का प्रयास किया।

कांशीराम कालोनी की बिजली का बिल बकाया होने पर कर्मचारियों ने बिजली का कनेक्शन लगभग 15 दिन पहले काट दिया था। जिसे जोड़ा नही गया था। भीषण ठंड में लोग परेशान हुए तो पावर हाउस पर पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। आक्रोशित महिलाए किन्नरों के साथ पहुंची और जमकर हंगामा और प्रदर्शन किया।

अरविंद कुमार मौर्य

किताब ‘सिद्धू निजाकानासुगलु’ के विमोचन पर रोक

किताब ‘सिद्धू निजाकानासुगलु’ के विमोचन पर रोक

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरु। बेंगलुरु के सत्र न्यायालय ने सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पर लिखी किताब ‘सिद्धू निजाकानासुगलु’ (सिद्धू के असली सपने) के विमोचन पर रोक लगा दी। अदालत ने यह आदेश किताब के विमोचन से महज कुछ घंटे पहले दिया है। अदालत ने अंतरिम रोक लगाने के साथ ही राज्य के उच्च शिक्षामंत्री सी.एन.अश्वथ नारायण व अन्य को अगली सुनवाई तक इस किताब को प्रकाशित, जारी, पैकिंग या प्रदर्शित नहीं करने का निर्देश दिया है। अदालत के आदेश के बाद किताब के विमोचन कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया। अदालत का यह निर्देश सिद्धरमैया के बेटे और वरुणा से विधायक यतिंद्र सिद्ध रमैया की याचिका पर आया है।

सोमवार की सुबह सिद्धरमैया ने कहा था कि किताब को प्रकाशित करने का उद्देश्य कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें अपमानित करना है और यह ‘‘पूरी तरह से मानहानिजनक’ है। कर्नाटक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वह इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर मंथन कर रहे हैं। सिद्धरमैया ने किताब के पीछे सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का हाथ होने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘मुझे नहीं पता, जिसके आंखों में पीलिया होता है, उसे हर चीज पीली दिखती है। जो टीपू (18वीं सदी में मैसुरु राज्य के शासक टीपू सुल्तान) की तरह कपड़े पहनते हैं और हाथ में तलवार लेकर चलते हैं, वह (पूर्व मुख्यमंत्री बीएस) येदियुरप्पा और भाजपा सांसद शोभा करंदलाजी हैं जिन्होंने टीपू पर शेख अली की लिखी किताब का परिचय लिखा है, क्या यह दोहरापन नहीं है?’’

उन्होंने कहा, ‘‘जानबूझकर चुनाव से पहले मुझे अपमानित करने के लिए वे किताब लेकर आ रहे हैं। यह पूरी तरह से मानहानि करने वाला है। मैं देखूंगा कि कानूनी रूप से क्या किया जा सकता है।’’ उल्लेखनीय है कि किताब के विमोचन कार्यक्रम के लिए सोमवार दोपहर पोस्टर लगाए गए जिनमें किताब की प्रति पर टीपू सुल्तान की तरह पोशाक पहने और तलवार लिए सिद्धरमैया की तस्वीर है। पोस्टर पर लिखा है कि पुस्तक विमोचन कार्यक्रम की अध्यक्षता अश्वथ नारायण करेंगे। किताब पर लेखक का संक्षिप्त नाम ‘वीकेपी’ लिखा गया है।माना जा रहा है कि कांग्रेस नेता पर यह तीन खंडों की किताब है। विमोचन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर भाजपा के विधान परिषद के सदस्य(एमएलसी) सी नारायणस्वामी भी शामिल होने वाले थे।

कार्यक्रम में लोगों से हिस्सा लेने की अपील करते हुए अश्वथ नारायण ने ट्वीट किया था, ‘मैं ‘सिद्धू निजाकानासुगलु’ के जरिये कई सवालों का जवाब तलाशने और कई संवेदनशील मुद्दों पर खुलासा करने की कोशिश की सराहना करता हूं। मैं इस पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में शामिल होने जा रहा हूं।’’ इस बीच, कांग्रेस प्रदेश कांग्रेस कमेटी के विधि प्रकोष्ठ ने पुलिस से संपर्क कर कार्यक्रम के लिए दी गई मंजूरी को रद्द करने और कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए सभी आयोजकों को कार्यक्रम आयोजित नहीं करने देने की मांग की। याचिका में आरोप लगाया कि सिद्धरमैया की तस्वीर के साथ सौहार्द्र और कानून व्यवस्था को बाधित करने की साजिश के तहत छेड़छाड़ की गई है।

वहीं, स्थिति का आकलन करते हुए पुलिस कर्मियों को टाउन हॉल के आसपास तैनात किया गया है। जहां पुस्तक का विमोचन किया जाना था। आयोजन स्थल पर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओ के बीच झड़प की भी सूचना है। कांग्रेस कार्यकर्ता अदालत की रोक और मानहानि वाली सामग्री होने का हवाला देकर किताब के विमोचन का विरोध कर रहे हैं। कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने एहतियातन हिरासत में भी लिया है।

शीजान की याचिका 11 जनवरी के लिए स्थगित 

शीजान की याचिका 11 जनवरी के लिए स्थगित 

कविता गर्ग 

मुबंई। टीवी एक्ट्रेस तुनिशा शर्मा की आत्महत्या मामले के आरोपी शीजान खान की जमानत याचिका को 11 जनवरी के लिए स्थगित कर दिया है। तुनिशा की ओर से केस लड़ रहे वकील तरुण शर्मा का कहना है कि हमने आगे की तारीख मांगी है। एक्ट्रेस की आत्महत्या मामले में उनके सह कलाकार शीजान को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। शीजान इन दिनों पुलिस हिरासत में है। इस मामले में शीजान खान की जमानत याचिका को वसई कोर्ट ने 11 जनवरी के लिए स्थगित कर दिया है।

वहीं, सुनवाई के दौरान  शीजान के वकील शैलेंद्र मिश्रा का कहना है कि शीजान और उनकी बहनों को उर्दू नहीं आती है। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि शीजान को उसके धर्म के कारण गिरफ्तार किया गया है। 

24 दिसंबर को अभिनेत्री ने की थी आत्महत्या
टीवी एक्ट्रेस तुनिषा शर्मा 24 दिसंबर को अपने सीरियल अली बाबा-दास्तान-ए-काबुल के सेट पर आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद सीरियल में तुनिशा के सह कलाकार शीजान खान को गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल कोर्ट के द्वारा शीजान की जमानत याचिका को 11 जनवरी के लिए स्थगित किया गया है। 

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...