मंगलवार, 3 जनवरी 2023

जिला महासचिव ने महिला पदाधिकारी की मीटिंग ली

जिला महासचिव ने महिला पदाधिकारी की मीटिंग ली

भानु प्रताप उपाध्याय 

शामली। उपाध्याय चेतना मंच संगठन शामली, महिला विंग जिला महासचिव श्रीमती सोनिया नागवान ने मंगलवार को अपने आवास पंडित दीनदयाल कालोनी शामली में महिला पदाधिकारी की मीटिंग ली। जिसमे संगठन का विस्तार करते हुए संगीता उपाध्याय को शामली नगर अध्यक्ष, राधा उपाध्याय को नगर महामंत्री बनाया एवं ऊषा उपाध्याय को उपाध्यक्ष बनाया गया।

जिला महासचिव श्रीमती सोनिया नागवान ने कहा की आज महिलाओ पर घरेलू, हिंसा, दहेज, उत्पीड़न, अत्याचार  बहुत हो रहा है, जो चिंता का विषय है। यह संगठन कुरीतियों को ख़त्म करने का काम करेगा। आज महिलाओं को भी संगठित व शिक्षित होने की जरूरत है। महिलाए शिक्षित और संगठित होकर ही अपनी बात महबूती से रखा सकेगी। सोनिया नागवान ने कहा की महिलाओ का उत्पीड़न बंद होना चाहिए। अब महिलाए अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो चुकी है। महिलाओं का सम्मान भी होना  चाहिए।

उपाध्याय चेतना मंच संगठन के प्रदेश अध्यक्ष श्री संजय उपाध्याय जी का आभार व्यक्त करते है। जिन्होंने महिलाओ को संगठित होने के लिए जागरूक किया। जिनके कुशल नेतृत्व मे महिलाओ का संगठन बड़े स्तर पर तैयार हो चुका है। इस अवसर पर श्रीमती शकुंतला उपाध्याय, बिर्जेश उपाध्याय, श्रीमती ममतेश उपाध्याय, विधि उपाध्याय, मितलेश, माया, संतरेश उपाध्याय आदि मौजूद रही।

फिल्म 'गांधी-गोडसे एक युद्ध' का टीजर रिलीज 

फिल्म 'गांधी-गोडसे एक युद्ध' का टीजर रिलीज 

कविता गर्ग 

मुंबई। बॉलीवुड के जाने-माने फिल्मकार राजकुमार संतोषी की आने वाली फिल्म 'गांधी-गोडसे एक युद्ध' का टीजर रिलीज हो गया है। राजकुमार संतोषी लंबे अरसे के बाद गांधी-गोडसे एक युद्ध फिल्म बना रहे हैं। गांधी गोडसे एक युद्ध की कहानी महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे की विपरीत विचारधाराओं को दिखाने वाली फिल्म है। फिल्म का निर्माण संतोषी प्रोडक्शंस के साथ पीवीआर पिक्चर्स ने किया है। संगीत एआर रहमान का है। इस फिल्म का टीजर रिलीज हो गया है। फिल्म के टीजर में साल 1947 से 1948 के बीच नाथूराम गोड़से और महात्मा गांधी के बीच वैचारिक युद्ध को दिखाया गया है।

गांधी गोड़से एक युद्ध के टीजर के जरिए मेकर्स ने दर्शकों को महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे के विचारों की एक शानदार झलक पेश की है। महात्मा गांधी का रोल दीपक अंतानी निभा रहे हैं, जबकि चिन्मय मांडलेकर नाथूराम गोडसे के किरदार में नजर आएंगे। असगर वजाहत ने फिल्म की कहानी लिखी है, जिस पर स्क्रीनप्ले संतोषी ने तैयार है।यह फिल्म 26 जनवरी 2023 को रिलीज होगी। 

28 बुनियादी ढांचा परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित 

28 बुनियादी ढांचा परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश में एक कार्यक्रम के दौरान राजस्थान से लेकर लद्दाख तथा पूर्वोत्तर राज्यों सहित सात सीमावर्ती राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में सीमा सड़क संगठन ( बीआरओ ) की 28 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया। कुल 724 करोड़ रुपये की लागत वाली इन परियोजनाओं में कई पुल और सड़कें हैं।

इस अवसर पर उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों, खास कर पूर्वोतर में बुनियादी ढांचा विकास में बीआरओ की भूमिका की सराहना की और कहा कि इससे आर्थिक सामाजिक प्रगति के साथ देश की सीमाएं भी मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि भारत शांति का पक्षधर है पर लड़ाई थोपी गयी तो उसके लिए तैयार है। अरुणाचल प्रदेश में अलॉन्ग-यिंकिओनग रोड पर सियोम ब्रिज में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री ने लद्दाख और मिजोरम में तीन वीसैट-आधारित टेलीमेडिसिन नोड्स का भी उद्घाटन किया। इस अवसर पर श्री सिंह ने कहा,“ये परियोजनाएं बढ़ी हुई रक्षा तैयारियों और सामाजिक-आर्थिक प्रगति के लिए सीमा क्षेत्र के विकास के प्रति सरकार के संकल्प का प्रमाण हैं।”

उन्होंने कहा कि भारत युद्ध में विश्वास नहीं करता, लेकिन अगर मजबूर किया गया तो हम लड़ने के लिए तैयार हैं। रक्षा मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार बीआरओ की इन परियोजनाओं में परियोजनाओं में सियोम पुल सहित 22 पुल तीन सड़के और तीन अन्य परियोजनाएं शामिल हैं। इनमें से आठ परियोजनाएं लद्दाख ,पांच अरुणाचल प्रदेश ; चार जम्मू और कश्मीर ; सिक्किम, पंजाब और उत्तराखंड में तीन-तीन और राजस्थान में हैं। इसके अलावा तीन टेलीमेडिसिन नोड्स का उद्घाटन किया गया है। जिनमें दो लद्दाख में और एक मिजोरम में है। रक्षा मंत्री ने इन परियोजनाओं को सशस्त्र बलों की परिचालन तैयारियों को बढ़ाने और दूरदराज के सामाजिक-आर्थिक विकास को सुनिश्चित करने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास की दिशा में सरकार और बीआरओ के ठोस प्रयासों की प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता सीमावर्ती क्षेत्रों को जोड़ना और यहां के निवासियों का विकास सुनिश्चित करना है। श्री सिंह ने कहा, “दुनिया आज कई तरह के संघर्षों को देख रही है। भारत हमेशा युद्ध के खिलाफ रहा है। यह हमारी नीति है। हाल ही में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने उस संकल्प की ओर दुनिया का ध्यान आकर्षित किया जब उन्होंने कहा कि 'यह युद्ध का युग नहीं है'। हम युद्ध में विश्वास नहीं रखते, लेकिन अगर यह हम पर थोपा गया तो हम लड़ेंगे।” रक्षा मंत्री ने कहा, “हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि राष्ट्र सभी खतरों से सुरक्षित है।

हमारे सशस्त्र बल तैयार हैं और यह देखकर खुशी हो रही है कि बीआरओ उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है।” श्री सिंह ने सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास के माध्यम से देश की सुरक्षा को मजबूत करने में बीआरओ की भूमिका की सराहना की। उन्होंने हाल में पूर्वोत्तर में चीन की सेना के साथ मुकाबले की ओर संकेत करते हुए यह भी कहा,“हाल ही में, हमारी सेना ने उत्तरी क्षेत्र में प्रतिकूल स्थिति का प्रभावी ढंग से मुकाबला किया और बहादुरी और मुस्तैदी के साथ स्थिति से निपटा।” उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र में पर्याप्त ढांचागत विकास के कारण संभव हुआ है। यह हमें दूर-दराज के क्षेत्रों की प्रगति के लिए और भी अधिक प्रेरित करता है

उन्होंने कहा कि सरकार पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है, जिससे देश की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत हुई है। सशस्त्र बलों और स्थानीय लोगों का समर्थन करने के लिए , बीआरओं संगठन के अथक प्रयासों के लिए, सिंह ने एक नया मुहावरा गढ़ा ‘बीआरओ देश का भाई (भाई) है’।वर्ष 2022 में पूरी हुई इन 28 परियोजनाओं के उद्घाटन के साथ एक वर्ष में बीआरओ की कुल 103 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया गया है। इनकी कुल लागत 2,897 करोड़ रुपये है।

कश्मीरी गेट से गाजियाबाद पहुंची 'भारत जोड़ो यात्रा'

कश्मीरी गेट से गाजियाबाद पहुंची 'भारत जोड़ो यात्रा'

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/गाजियाबाद। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' मंगलवार को दिल्ली से रवाना हो गई। यात्रा तिरंगे, झंडों और गुब्बारों से पटा सैलाब के साथ दिल्ली के कश्मीरी गेट से उप्र के गाजियाबाद पहुंच गई है। यमुना बाजार में हनुमान मंदिर पर सैकड़ों कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता हाथ में झंडे और बैनर लिए इकट्ठे हुए, जहां से यात्रा प्रारंभ हुई। इस दौरान यात्रा में शामिल लोग ''भारत जोड़ो'' के नारे लगा रहे हैं।

यात्रा में लोग देशभक्ति गीत गाते हुए और ढोल बजाते हुए जा रहे हैं। सुरक्षा-व्यवस्था संभालने के लिए भारी पुलिस बल तैनात है और यात्रा को रास्ता देने के लिए कई स्थानों पर सड़कों पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। राष्ट्रीय राजधानी में पहंचने से पहले यात्रा ने 21 दिसंबर से 23 दिसंबर तक नूंह, गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों से होते हुए हरियाणा में 130 किलोमीटर का सफर तय किया था।

कांग्रेस के व्यापक जनसंपर्क अभियान वाली यह यात्रा सात सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और उसके बाद यह अपने पहले चरण में तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली से गुजर चुकी है। यात्रा उत्तर प्रदेश में दो दिन रहेगी और उसके बाद बृहस्पतिवार शाम को यह हरियाणा के पानीपत में प्रवेश करेगी। इसके बाद पंजाब से होते हुए एक दिन हिमाचल प्रदेश से गुजरेगी और उसके बाद जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करेगी, जहां इसका समापन होगा।

राष्ट्रपति ने सौंदर्यीकरण कार्यों का लोकार्पण किया

राष्ट्रपति ने सौंदर्यीकरण कार्यों का लोकार्पण किया

अकांशु उपाध्याय/नरेश राघानी 

नई दिल्ली/जयपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राजस्थान राजभवन में नवनिर्मित संविधान उद्यान एवं इससे जुड़े सौंदर्यीकरण कार्यों का मंगलवार को यहां लोकार्पण किया। मुर्मु ने दोपहर में यहां संविधान उद्यान में स्थापित मयूर स्तम्भ, फ्लैग पोस्ट, गांधी प्रतिमा एवं महाराणा प्रताप की अपने घोड़े चेतक के साथ विश्रान्ति मुद्रा में स्थापित प्रतिमा का अवलोकन किया। इस मौके राष्ट्रपति का राज्यपाल कलराज मिश्र एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वागत किया।

इससे पहले राष्ट्रपति के जयपुर आगमन पर मिश्र एवं श्री गहलोत ने जयपुर स्टेट हैंगर पर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर पर राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में मिश्र एवं गहलोत, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी पी जोशी, नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री शांति धारीवाल नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद थे।

उल्लेखनीय है कि श्री मिश्र की अभिनव पहल पर राजस्थान देश का पहला ऐसा राज्य है जहां आमजन में संवैधानिक जागरुकता लाने के लिए राजभवन में संविधान उद्यान स्थापित किया गया है और इसका शिलान्यास मिश्र, गहलोत और डॉ. जोशी ने गत वर्ष 26 जनवरी को किया था।

360 फीट ऊंचे खतरनाक फॉल्स पर स्टंट किया 

360 फीट ऊंचे खतरनाक फॉल्स पर स्टंट किया 

सरस्वती उपाध्याय 
आपने दुनियाभर में स्टंट के शौकीन लोगों  के द्वारा किए गए कारनामे तो आपने बहुत देखे होगे, लेकिन एक महिला ने कुछ ऐसा कारनामा किया है। जिसे देख अच्छे से अच्छे स्टंट बाज कतराने लगेंगे। वायरल हो रही एक वीडियो में महिला को 360 फीट ऊंचे ख़तरनाक फॉल्स पर स्टंट करते देखा जा रहा है।

खतरनाक ऊंचाई से निचे देखने पर डर लगाता है। यह महिला एक वॉटरफॉल के हजारों लीटर पानी के फोर्स के बीच स्टंट करती नजर आ रहीं है। यह देख यूजर्स की आंखें खुली की खुली रह गई हैं। वहीं कई यूजर्स इस वीडियो पर यकीन ही नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में वह इस वीडियो को लूप में देखते नजर आ रहे हैं। वीडियो में महिला को विक्टोरिया फॉल्स पर स्टंट परफॉर्म करते देखा गया है।

इस वीडियो को  ट्विटर पर  weirdterrifying नाम की प्रोफाइल पर शेयर किया गया है। जो की यूजर्स को बहुत पसंद आ रही है इस वीडियो में एक महिला को 360 फीट ऊंचे विक्टोरिया फॉल्स के बिल्कुल किनारे पर लेटे देखा जा रहा है जहां से हर सेकेंड हजारों लीटर पानी नीचे गिर रहा है। ऐसे में महिला की पकड़ ढीली पड़ने या फिर एक छोटी सी चूक ही उसकी जान ले सकती है।

सांबा में दो महीने की अवधि के लिए रात्रि कर्फ्यू 

सांबा में दो महीने की अवधि के लिए रात्रि कर्फ्यू 

इकबाल अंसारी 

श्रीनगर। केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में प्रशासन ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे एक किलोमीटर क्षेत्र में आगामी गणतंत्र दिवस के मद्देनजर दो महीने की अवधि के लिए रात्रि कर्फ्यू लगा दिया है। सांबा जिले के उपायुक्त द्वारा जारी आदेश में जिलाधिकारी की हैसियत से अनुराधा गुप्ता ने कहा कि आगामी गणतंत्र दिवस के मद्देनजर वर्तमान सुरक्षा स्थिति को देखते हुए धारा 144 लागू करने आदेश दिया गया है। 

इस दौरान किसी भी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह के जिला सांबा में अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ लगे एक किमी तक के क्षेत्र में रात 09 बजे से सुबह 06 बजे तक घूमना वर्जित होगा। उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा पर जिला स्तरीय स्थायी समिति की बैठक के दौरान बीएसएफ अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से एक किलोमीटर के इलाके में अपने कर्तव्यों और अधिक प्रभावी ढ़ंग से निभाने के लिए रात नौ बजे से सुबह छह बजे तक सीमा क्षेत्र में रात का कर्फ्यू लगाने का मुद्दा उठाया।

उन्होंने कहा कि सुचारू कामकाज सुनिश्चित करने के साथ-साथ बीएसएफ अधिकारियों द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों के करीब बेहतर वर्चस्व सुनिश्चित करने और इन बेल्ट में नापाक गतिविधियों को रोकने के लिए, विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे एक किलोमीटर के क्षेत्र में लोगों की आवाजाही को नियमित किया गया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का मानना है कि सीमावर्ती क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही को नियमित करने से सीमा क्षेत्र में बीएसएफ की क्षेत्र में बेहतर पकड़ और शत्रुओं के नापाक मंसूबों को नाकाम किया जा सके।

उन्होंने एक आदेश में कहा कि आवाजाही की आवश्यक स्थिति में व्यक्ति या व्यक्तियों को अपने संबंधित पहचान पत्र बीएसएफ या पुलिस अधिकारियों को दिखाने होंगे। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा और जारी होने की तिथि से दो महीने की अवधि के लिए लागू रहेगा। 

कौशाम्बी: कमेटी ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा

कौशाम्बी: कमेटी ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा  सुशील केसरवानी  कौशाम्बी। जिला कांग्रेस कमेटी ने अध्यक्ष गौरव पांडे की अध्यक्षता में एक ज्ञ...