वैकल्पिक दृष्टिकोण देने के लिए विपक्ष एकजुट होगा
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को देश में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बड़े पैमाने पर ‘अंडरकरंट’ (माहौल) होने का दावा किया और कहा कि देश को वैकल्पिक दृष्टिकोण देने के लिए विपक्ष को एकजुट होना होगा। उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के ‘कांग्रेस-भाजपा के एक होने’ संबंधी बयान को लेकर उन पर पलटवार करते हुए यह भी कहा कि देश की राजनीति में भाजपा के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर वैचारिक धुरी कांग्रेस है तथा वह इस वैचारिक लड़ाई में जीतेगी। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि विपक्षी दलों को एक दूसरे का सम्मान करना है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर विपक्ष एक दृष्टिकोण के साथ प्रभावी ढंग से खड़ा होगा, तो भाजपा के लिए चुनाव जीतना बहुत मुश्किल हो जाएगा। परंतु विपक्ष को प्रभावी ढंग से समन्वय बनाना पड़ेगा और विपक्ष को वैकल्पिक दृष्टिकोण के साथ लोगों के साथ जाना होगा।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘भाजपा के खिलाफ बड़े पैमाने पर अंडरकरंट है।’’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “मेरा लक्ष्य देश को वैकल्पिक दृष्टिकोण देने का है।” ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से विपक्ष के प्रमुख नेताओं के दूर रहने के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि विपक्ष के नेता हमारे साथ खड़े हैं...आज के हिंदुस्तान में राजनीतिक मजबूरी और दूसरी मजबूरियां होती हैं। मैं टिप्पणी नहीं करूंगा कि कौन आ रहा है, कौन नहीं आ रहा है। ‘
भारत जोड़ो यात्रा’ के दरवाजे खुले हुए हैं, उसे हम किसी के लिए बंद नहीं करना चाहते।’’ उनका कहना था, ‘‘अखिलेश जी, मायावती और बहुत सारे लोग हैं, जो मोहब्बत का हिंदुस्तान चाहते हैं। उनके साथ रिश्ता तो है। उनके साथ वैचारिक, भारत जोड़ने और नफरत को मिटाने का रिश्ता है।’’ अखिलेश यादव के बयान पर उन्होंने कहा, ‘‘यह पूरे देश को पता है कि भाजपा और कांग्रेस एक हो नहीं सकते। अगर भाजपा और कांग्रेस एक होते तो नरेंद्र मोदी ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ की बात कभी नहीं करते...अखिलेश जी की भी जगह है। उनको बोलने का विकल्प मिलना चाहिए।’’ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के मुताबिक, ‘‘अब यह तरकीब वाली राजनीतिक लड़ाई नहीं रही। वो समय चला गया कि कुछ दल साथ आएं और समूह बनाकर भाजपा को हरा दें।
अब हिंदुस्तान का पूरा संस्थागत ढांचा एक विचारधारा के हाथ में है। अब उनको हराने के लिए एक विचारधारा की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विपक्ष का बहुत सम्मान करता हूं। अगर आप समाजवादी पार्टी को देखें तो उनके पास राष्ट्रीय विचारधारा नहीं है। उनकी उत्तर प्रदेश में जगह है और शायद उन्हें अपने इसी जगह की रक्षा करनी है, इसलिए (साथ) नहीं आए।’’ राहुल गांधी ने यह भी कहा, ‘‘सपा का विचार केरल, कर्नाटक में नहीं चलेगा, बिहार में नहीं चलेगा। मुख्य वैचारिक रूपरेखा कांग्रेस ही दे सकती है, लेकिन जरूरी है कि विपक्षी दल एक दूसरे का सम्मान करें।’’