गुरुवार, 29 दिसंबर 2022

सबसे हरित कॉरपोरेट घराना बनाने के लक्ष्य सामने रखें

सबसे हरित कॉरपोरेट घराना बनाने के लक्ष्य सामने रखें

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। उद्योगपति मुकेश अंबानी ने 2023 के अंत तक देशभर में 5जी मोबाइल नेटवर्क सेवा शुरू करने, खुदरा क्षेत्र में और महत्वाकांक्षी लक्ष्यों का पीछा करने और रिलायंस को भारत का सबसे हरित कॉरपोरेट घराना बनाने के लक्ष्य अपने बच्चों के सामने रखें हैं। उन्होंने नेतृत्व और टीमवर्क को समझाने के लिए अर्जेंटीना के दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी लियोनल मेस्सी की मिसाल भी दी। कंपनी के संस्थापक एवं अपने पिता धीरूभाई अंबानी की जयंती पर मनाए जाने वाले ‘रिलायंस फैमेली डे’ के अवसर पर मुकेश अंबानी ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि तेल से लेकर दूरसंचार और खुदरा तक का कारोबार करने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड व्यापक आत्म परिवर्तन की यात्रा पर चल पड़ी है।

अंबानी ने अपनी कारोबारी विरासत की योजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दूरसंचार और डिजिटल कारोबार की जिम्मेदारी उनके बड़े बेटे आकाश को दी जाएगी, बेटी ईशा खुदरा कारोबार संभाल रही हैं। छोटे बेटे अनंत नवीकरणीय ऊर्जा कारोबार की कमान संभालेंगे। उन्होंने तीनों बच्चों के सामने लक्ष्य भी रखे हैं। इसमें उन्होंने कहा, ‘‘दशक बीतते जाएंगे और रिलायंस बड़ी...और बड़ी होती जाएगी। बरगद के पेड़ की तरह इसकी शाखाएं दूर तक फैलेंगी, जड़ें और गहरी होती जाएंगी और यह संख्या में लगातार बढ़ रहे भारतीयों के जीवन को छुएगी, उन्हें समृद्ध करेगी, सशक्त करेगी, पोषित करेगी और उनकी देखरेख करेगी।’’

बुधवार शाम को अपने संबोधन में अंबानी ने कहा, ‘‘वर्ष 2022 के अंत में रिलायंस अपने स्वर्णिम दशक की आधी दूरी तय कर चुकी होगी। अब से पांच साल बाद, रिलायंस की स्थापना को 50 वर्ष पूरे हो जाएंगे।’’ उनका संबोधन मीडिया के लिए बृहस्पतिवार को जारी किया गया। इसमें उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सभी व्यवसायों और पहल की अगुवाई करने वालों और कर्मचारियों से मेरी जो उम्मीदें हैं, उनका मैं यहां जिक्र कर रहा हूं।’’ अंबानी ने कहा, ‘‘आकाश की अध्यक्षता में जियो भारत भर में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ 5जी नेटवर्क शुरू कर रही है और जिस रफ्तार से इस सेवा की शुरुआत की जा रही है वह दुनियाभर में सबसे तेज है।’’ उन्होंने यह भी बताया कि जियो 5जी की सेवा 2023 में पूरी तरह से शुरू हो जाएगी।

उन्होंने आगे कहा, ‘‘लेकिन जियो मंचों को भारत के भावी अवसरों के लिए तैयार होना चाहिए। ये अवसर हैं घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए अनूठे डिजिटल उत्पाद और समाधान उपलब्ध कराना।’’ उन्होंने कहा कि अब हर गांव में 5जी कनेक्टिविटी होगी जिससे भारत को शहरों और गांवों के बीच के अंतर को पूरी तरह से दूर करने का ऐतिहासिक अवसर है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार जियो भारत के समावेशी विकास को गति दे सकती है। उद्योगपति ने कहा कि ईशा के नेतृत्व में खुदरा व्यवसाय बहुत तेजी से बढ़ा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा खुदरा व्यवसाय, सभी श्रेणी के उत्पादों में, भारत में बहुत ही व्यापक और गहरी पहुंच वाले कारोबार में रूप में उभरा है।’’

नवीकरणीय ऊर्जा कारोबार के बारे में अंबानी ने कहा, ‘‘रिलायंस का सबसे नया स्टार्टअप कारोबार है नवीन ऊर्जा जिसमें न केवल कंपनी या देश बल्कि पूरी दुनिया को बदलने की ताकत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अनंत इस आगामी एवं अगली पीढ़ी के व्यवसाय से जुड़ रहे हैं और इसके साथ ही हमने जामनगर में अपने बड़े (गीगा) कारखानों को तैयार करने की प्रक्रिया तेज कर दी है।’’ उन्होंने कहा कि भारत का सबसे बड़ा और मूल्यवान कॉरपोरेट समूह रिलायंस भारत का सबसे ‘हरित’ कॉरपोरेट समूह भी बनने जा रहा है। मुकेश अंबानी ने कहा, ‘‘हमारी नवीनकरणीय ऊर्जा टीम के लक्ष्य बिलकुल स्पष्ट हैं। भारत की निर्भरता आयात पर कम करके ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और सुरक्षा हासिल करना है।

याद रहे, ऐसा आप मुस्तैद और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में आगे रहते हुए ही कर सकते हैं।’’ उन्होंने कहा कि कारोबार में सफल होने के लिए नेतृत्व के साथ-साथ टीमवर्क की भी जरूरत होती है। इसके लिए उन्होंने अर्जेंटीना की मिसाल दी जो इस महीने की शुरुआत में विश्वकप फुटबॉल की विजेता बनी।’’ अंबानी ने कहा, ‘‘अर्जेंटीना ने कप कैसे जीता? यह नेतृत्व और टीमवर्क का मेल है। मेस्सी अकेले अपने दम पर तो कप नहीं जीत सकते थे। इसी तरह अर्जेंटीना भी मेस्सी के प्रेरणादायी नेतृत्व के बिना नहीं जीत सकती थी।’’

अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 17 हजार टैबलेट जब्त की 

अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 17 हजार टैबलेट जब्त की 

इकबाल अंसारी 

दिसपुर/गुवाहाटी। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने दक्षिणी असम के कछार जिले में भारत-बंगलादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर याबा की बड़ी खेप 17 हजार टैबलेट जब्त की है, जिसकी कीमत 1.7 करोड़ रुपये है। इस मादक पदार्थ को एनएच-06 पर कटिगोराह-कलैन रोड पर मेघालय जा रहे एक वाहन से जब्त किया गया।

अधिकारियों के अनुसार, सिलचर में बीएसएफ फील्ड खुफिया इकाई, करीमगंज सीमा शुल्क प्रभाग और बीएसएफ की पहली बटालियन की अभियान टीम ने संयुक्त रूप से इस अभियान की योजना बनाई थी। बीएसएफ ने एक बयान में कहा कि सत्ताइस दिसंबर, 2022 की रात लगभग 11 बजे, एनएच-06 पर कटिगोराह-कलैन रोड पर मेघालय जा रहे एक सफेद ऑल्टो कार में संदिग्ध याबा गोलियां होने की विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई करने की एक संयुक्त योजना बनाई गई।

अट्ठाइस दिसंबर को दोपहर लगभग एक बजकर 20 मिनट पर इस संयुक्त अभियान दल ने एनएच-06 पर कटिगोराह-कलैन रोड पर हिलारा रेलवे क्रॉसिंग के पास संदिग्ध ऑल्टो कार को रोका। तलाशी के दौरान बीएसएफ को कार के बाएं दरवाजे में छिपाकर रखी संदिग्ध याबा गोलियां प्राप्त हुईं। सीमा शुल्क विभाग ने जब्त की गई वस्तुओं का मूल्यांकन किया और पाया कि 17 हजार याबा टैबलेट की कीमत 1.70 करोड़ रुपये है।

दो और मुक्त व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे

दो और मुक्त व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे

अकांशु उपाध्याय/कविता गर्ग 

नई दिल्ली/मुंबई। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को उम्मीद जताई कि 2023 में कम से कम दो और मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) पर हस्ताक्षर होंगे। गोयल ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि ब्रिटेन, यूरोपीय संघ और कनाडा के साथ बातचीत होनी है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत आज मजबूती के साथ बात करता है। हम विश्वास के साथ बातचीत करते हैं।’’ उन्होंने कहा कि इस साल देश कम से कम दो एफटीए पर हस्ताक्षर करेगा।

इस साल अप्रैल में हुए भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते के संबंध में आयोजित एक कार्यक्रम में गोयल ने कहा कि जनवरी में भारतीय वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारियों और विदेश में उनके समकक्षों के बीच कई बैठकें होनी हैं। समझौते के बाद ऑस्ट्रेलिया भेजे जाने वाले पहले भारतीय माल के लिए मूल प्रमाण पत्र सौंपने के बाद उन्होंने कहा कि एफटीए से कपड़ा, रत्न और आभूषण तथा सूचना प्रौद्योगिकी सहित कई क्षेत्रों को लाभ होगा। गोयल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अगले 5-7 वर्षों में भारतीय आईटी कंपनियों का ऑस्ट्रेलिया को निर्यात बढ़कर एक अरब अमेरिकी डॉलर हो जाएगा, जो इस समय 20 करोड़ डॉलर है।

उन्होंने कहा कि भारत ने 2019 में जिस क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) को छोड़ दिया था, वह आर्थिक रूप से विवेकपूर्ण और समझदारी भरा फैसला था। उन्होंने कहा कि यह समझौता मुख्य रूप से चीन के साथ एक मुक्त व्यापार समझौता बनकर रह जाता।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-79, (वर्ष-06)

2. शुक्रवार, दिसंबर 30, 2022

3. शक-1944, पौष, शुक्ल-पक्ष, तिथि-अष्टमी, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 07:24, सूर्यास्त: 05:30। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 11 डी.सै., अधिकतम- 18+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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(सर्वाधिकार सुरक्षित)

बुधवार, 28 दिसंबर 2022

30 दिसंबर से विंटर कार्निवाल की शुरुआत होगी 

30 दिसंबर से विंटर कार्निवाल की शुरुआत होगी 

श्रीराम मौर्य 

शिमला। हिमाचल प्रदेश में यहां ओपन आइस स्केटिंग रिंक में 30 दिसंबर से विंटर कार्निवाल की शुरुआत हो रही है। जिसमें छोटे बच्चों के लिए अलग-अलग प्रतियोगिताएं होंगी। विंटर कार्निवाल में स्कूली बच्चों के बीच फैंसी ड्रेस, डांस ऑन आइस,जंप्स ऑन बास्केट, टॉर्च लाइट टैटू आदि प्रतियोगिताएं होंगी। विजेताओं को उपहार और मिठाइयां दी जाएंगी। इस बार मौसम साफ रहने के चलते प्राकृतिक रूप से वर्फ जमने की प्रक्रिया प्रभावित हुई। इस वजह से यह कार्निवल शुरू हुआ है। गत वर्ष विंटर कार्निवाल 24 दिसम्बर आयोजित किया गया था।

आइस स्केटिंग रिंक के संचालक पंकज प्रभाकर का कहना है कि इस बार सत्र शुरू होते ही स्केटिंग का शौक रखने वालों ने 125 खिलाड़ियों ने पंजीकरण कराया है जिनमें करीब 100 स्कूली बच्चे हैं। शिमला घूमने आए पर्यटक भी शौकिया तौर पर स्केटिंग करने लक्कड़ बाजार आ रहे हैं।

छोटी कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन फीका रहा

छोटी कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन फीका रहा

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। लगातार दो साल बेहतर रिटर्न या प्रतिफल देने वाली छोटी कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन इस साल फीका रहा। बाजार में अधिक उतार-चढ़ाव और बैंकों में ब्याज दर बढ़ने से निवेशक इन शेयरों से दूर रहे। हालांकि, ऐसा लगता है कि अगले साल स्थिति बेहतर रहेगी। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स इस दौरान कई बार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा। वहीं, छोटी कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन हल्का रहा तथा बीएसई स्मॉलकैप यानी छोटी कंपनियों के शेयरों का सूचकांक तीन प्रतिशत से अधिक नीचे आया। इसके उलट, बीएसई सेंसेक्स 27 दिसंबर तक 2,673.61 अंक मजबूत हुआ। बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि इस साल छोटी और मझोली कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन फीका रहा लेकिन अगले साल इन खंडों में तेजी की उम्मीद है। 

महंगाई दर बढ़ने, रूस-यूक्रेन युद्ध और ब्याज दर में तेजी जैसी चुनौतियों के बावजूद घरेलू शेयर बाजार न केवल मजबूत पकड़ बनाये रखने में कामयाब हुए बल्कि वैश्विक बाजारों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रमुख बाजारों में भी शामिल हुए। ब्रोकरेज कंपनी स्वस्तिका इन्वेस्टमॉर्ट लि. के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘बैंक उद्योग को छोड़ दें तो कंपनियों की कमाई बेहतर नहीं होना इसका प्रमुख कारण है। ब्याज दर का बढ़ना भी चिंताजनक रहा क्योंकि छोटी कंपनियों के मामले में पूंजी की लागत बड़ी कंपनियों के मुकाबले अधिक होती है। सामान्य तौर पर विदेशी निवेशक बड़ी कंपनियों को चुनते हैं और वे पिछले दो माह में शुद्ध रूप से लिवाल रहे हैं।

उन्होंने कहा, नियमित निवेश एसआईपी प्रवाह रिकॉर्ड ऊंचाई पर रहा और ज्यादातर निवेश बड़ी कंपनियों में गया। इससे बड़ी कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन बाजार के प्रदर्शन से भी बेहतर रहा। विश्लेषकों के अनुसार, मझोली और बड़ी कंपनियों के मुकाबले छोटी कंपनियों के शेयरों के सूचकांक में उतार-चढ़ाव हमेशा अधिक होता है। इस साल 27 दिसंबर तक बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 940.72 अंक यानी 3.19 प्रतिशत नीचे आया। स्मॉलकैप सूचकांक 18 जनवरी को 31,304.44 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था और बाद में यह 20 जून को 52 सप्ताह के निचले स्तर 23,261.39 पर आ गया था। 

दूसरी तरफ मिडकैप सूचकांक 27 दिसंबर तक 215.08 अंक यानी 0.86 प्रतिशत चढ़ा। यह 20 जून को 52 सप्ताह के निचले स्तर 20,814.22 अंक पर और 14 दिसंबर को एक साल के उच्चस्तर 26,440.81 अंक पर पहुंच गया था। दूसरी तरफ बीएसई सेंसेक्स इस दौरान 2,673.61 अंक यानी 4.58 प्रतिशत चढ़ा। प्रमुख सूचकांक एक दिसंबर को रिकॉर्ड 63,583.07 अंक और 17 जून को 52 सप्ताह के निचले स्तर 50,921.22 अंक तक आ गया था। निवेश परामर्शदाता मार्केट्स मोजो में मुख्य निवेश अधिकारी सुनील दमानिया ने कहा, मझोली और छोटी कंपनियों के शेयरों में लिहाज से 2022 अच्छा साल नहीं रहा। 

इसका कारण 2020 और 2021 में इन शेयरों का प्रदर्शन अच्छा रहना था। उसके बाद इनमें जमकर मुनाफावसूली हुई। जिन निवेशकों ने 2020 और 2021 में कम भाव पर ऐसे शेयर खरीदे थे, उन्होंने 2022 में उसे बेचा। उन्होंने कहा, इसके परिणामस्वरूप मझोली और छोटी कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन बड़ी कंपनियों के मुकाबले कमजोर रहा। विश्लेषकों का यह भी कहना है कि छोटी कंपनियों के शेयर आमतौर पर स्थानीय निवेशक खरीदते हैं जबकि विदेशी निवेशक बड़ी कंपनियों के शेयरों को तरजीह देते हैं।

मीणा ने कहा कि वैश्विक अनिश्चितता के बीच 2023 की शुरुआत में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है, लेकिन उसके बाद मझोली और छोटी कंपनियों के शेयरों के प्रदर्शन में सुधार की उम्मीद है। दमानिया ने भी कहा कि 2022 छोटी और मझोली कंपनियों के शेयरों के लिये अच्छा नहीं रहा लेकिन 2023 में स्थिति बदल सकती है।

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

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