शनिवार, 24 दिसंबर 2022

‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुए यादव, पदयात्रा की

‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुए यादव, पदयात्रा की

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी के लोकसभा सदस्य श्याम सिंह यादव शनिवार को यहां ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुए और राहुल गांधी के साथ पदयात्रा की। यादव ने 'पीटीआई-भाषा ' से कहा कि वह राहुल गांधी के निमंत्रण पर और व्यक्तिगत स्तर पर इस यात्रा का हिस्सा बने हैं। क्योंकि इस यात्रा का मकसद नेक है। उत्तर प्रदेश के जौनपुर से लोकसभा सदस्य ने कहा, ‘‘मैं बहुजन समाज पार्टी का सांसद हूं, लेकिन यह तो दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कार्यक्रम है। मैं राहुल गांधी के व्यक्तिगत निमंत्रण पर इसमें शामिल हुआ हूं। मैं जनता हूं, इस यात्रा का मकसद नेक है।’’

यादव ने कहा, ‘‘आज हम देख रहे हैं कि धर्म, जाति, संस्कृति के नाम पर भेद किया जा रहा है। हमारे देश की पहचान विविधता में एकता की है...सबको सोचना होगा कि देश को किस दिशा में ले जाना है।’’ उल्लेखनीय है कि बसपा सांसद का इस यात्रा में शामिल होना इस मायने में महत्वपूर्ण है कि पार्टी की प्रमुख मायावती कई मौकों पर कांग्रेस के खिलाफ खुलकर अपनी राय जाहिर करती रही हैं। श्याम सिंह यादव के अलावा कांग्रेस की सहयोगी द्रमुक की सांसद टी सुमथि भी इस यात्रा में शामिल हुईं।

आजाद के समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा, बड़ी भूल थी

आजाद के समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा, बड़ी भूल थी

इकबाल अंसारी 

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री ताराचंद ने शनिवार को कहा कि गुलाम नबी आजाद के समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा देना उनकी एक बड़ी भूल थी। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले ताराचंद, पूर्व मंत्री मनोहर लाल शर्मा व पूर्व विधायक बलवान सिंह को आजाद के नेतृत्व वाली डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (डीएपी) से निष्कासित कर दिया गया था।

डीएपी के 100 से अधिक पदाधिकारियों और संस्थापक सदस्यों ने तीनों नेताओं के समर्थन में पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा की। इन नेताओं ने अपना अगला निर्णय लेने से पहले लोगों के बीच जाने का फैसला किया है। हालांकि, ताराचंद ने कहा कि वह अपनी आखिरी सांस तक धर्मनिरपेक्ष रहेंगे और राहुल गांधी की अगुवाई वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने पर उसमें शामिल होने में उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी।

नेताओं और कार्यकर्ताओं से घिरे ताराचंद ने पत्रकारों से कहा, “बिना किसी कारण या औचित्य के हमें निष्कासित करने का डीएपी का निर्णय हमारे लिए काफी आश्चर्यजनक है। आज हमें लगता है कि आजाद के समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा देने का हमारा फैसला एक बड़ी भूल थी।”

'भारत जोड़ो यात्रा' ने सरकार को हिला कर रखा 

'भारत जोड़ो यात्रा' ने सरकार को हिला कर रखा 

इकबाल अंसारी 

रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी की प्रवक्ता आभा सिंह ने कहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में कन्याकुमारी से कश्मीर तक निकाली जा रही 'भारत जोड़ो यात्रा' ने जहां केन्द्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को हिला कर रख दिया है, जिससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह घबरा गए हैं। वहीं यह यात्रा झारखंड के लिए वरदान साबित हुई हैं।

उन्होंने आज कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित भाजपा वाले विचलित हो गए हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इन्होंने मीडिया पर दबाव बनाया है,जिस वजह से यात्रा से जुड़ी ख़बरें दिल्ली की मीडिया नहीं दिखा रहा है। यह यात्रा सामाजिक सरोकार के लिए है। महंगाई, बेरोज़गारी और अहिंसा की बात करते हुए राहुल गांधी निकल पड़े हैं।

लोगों का ज़बरदस्त समर्थन यात्रा को मिल रहा है। यात्रा तीन बजे शुरू होने वाली होती है, फिर भी लोग बारह बजे से ही आकर लाइन में खड़े हो जाते हैं। ये यात्रा के संदेश को दिखाता है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि कहा कि वह किसानों की कर्ज़ माफी को लेकर भ्रम फैलाती हैं। हम उनसे कहना चाहते हैं कि झूठ बोलना छोड़ो। झूठ बोलना पाप है, एक पुरानी कहावत है।

यात्रा के दौरान जो मुद्दे सामने आए हैं हम उन पर भी काम करेंगे। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा का वोट की राजनीति से कोई सीधा संबंध नहीं बताते हुए कहा कि राजनीति में हम धरना प्रदर्शन भी करते हैं तो उसका एक मैसेज होता है। इस यात्रा का भी एक संदेश है। राहुल गांधी यात्रा के माध्यम से अपना संदेश देने में सफल हुए हैं। यात्रा के दौरान हजारों वैसे लोग आए जिन्हें इसके थीम से प्यार है।

लोगों का मानना है कि बेरोज़गारी, महंगाई कम होनी चाहिए, अहिंसा की राह पर चलना चाहिए, संविधान बचेगा तो देश बचेगा। कांग्रेस प्रवक्ता ने संस्थाओं के दुरुपयोग का जिक्र करते हुए कहा कि पहले एजेंसियों पर सिर्फ दबाव था, अब उन्हें डर लगता है। चुनाव से पहले कहां-कहां छापेमारी करनी है, ऊपर से लिस्ट दी जाती है। विपक्षी पार्टियों को जो चंदा देने वाले लोग हैं उन्हें चिह्नित करके डराया जाता है। आज एकतरफा खेल चल रहा है। इसे देश को और देशवासियों को समझना होगा। अगर नहीं समझेंगे तो तकलीफ़ में आएंगे। लोकतंत्र का सुरक्षित रहना बहुत जरूरी है। कांग्रेस ने इसकी रक्षा की है।

अगले 13 दिनों तक मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश पर रोक

अगले 13 दिनों तक मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश पर रोक

मनोज सिंह ठाकुर 

उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में क्रिसमस की छुट्टियों और नए साल के दौरान प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में भक्तों की संख्या तेजी से बढ़ने की संभावना को देखते हुए मंदिर की प्रबंधन समिति ने शनिवार से अगले 13 दिनों तक इसके गर्भगृह में लोगों के प्रवेश पर रोक लगाने का फैसला किया है।

मंदिर समिति के एक पदाधिकारी ने बताया कि गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध पांच जनवरी तक लागू रहेगा। मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एवं जिलाधिकारी आशीष सिंह ने कहा, साल के अंतिम सप्ताह में छुट्टियों के चलते महाकाल लोक और महाकाल दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हए 24 दिसंबर से पांच जनवरी तक गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

इससे पहले, एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा कारणों से 20 दिसंबर से इस मंदिर के अंदर मोबाइल फोन ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा। महाकालेश्वर मंदिर देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और यहां दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।

सीएम ने परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया 

सीएम ने परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया 

इकबाल अंसारी 

दिसपुर/गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने धेमाजी जिले में 1220.21 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार धेमाजी की छवि एक बाढ़ प्रभावित जिले से बदलकर विकसित एवं प्रगतिशील जिले के रूप में कायम करने की कोशिशों में जुटी है। शर्मा ने जिले में विकास के विमर्श में एक बड़ा बदलाव लाने के लिए शुक्रवार को धेमाजी जिले में बिकाखोर बाबे एटा पोखेक (विकास पहल का पखवाड़ा) के तहत कई परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया।

इस पहल के तहत, मुख्यमंत्री ने धेमाजी में 605.24 करोड़ रुपये की लागत वाले नए चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, 49.89 करोड़ रुपये की लागत वाले समेकित उपायुक्त कार्यालय, डियोरबिल में 50.53 करोड़ रुपये की लागत वाले जिला खेलकूद स्टेडियम परिसर और शिलापत्थर में 12.36 करोड़ रुपये की लागत वाले मिनी स्टेडियम की आधारशिला रखी।

शर्मा ने विभिन्न संगठनों से बंद और धरने की संस्कृति का परित्याग करने, सामाजिक माहौल में जान फूंकने के लिए बेहतर कार्यसंस्कृति विकसित करने तथा स्थानीय संस्कृति, कृषि एवं राज्य के अन्य क्षेत्रों को बढ़ावा देने के प्रयास में सहयोग देने की अपील की। 

पीएम ने हादसे पर दुख जताया, मुआवजे का ऐलान 

पीएम ने हादसे पर दुख जताया, मुआवजे का ऐलान 

अविनाश श्रीवास्तव 

मोतिहारी। बिहार के मोतिहारी में ईंट भट्टे की चिमनी में ब्लास्ट से अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है। 16 से ज्यादा लोग घायल हैं। जिनका इलाज चल रहा है। रातभर से चला रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है। पीएम मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए 2-2 लाख के मुआवजे का ऐलान किया है। बताया जा रहा है कि इस सीजन में पहली बार चिमनी को शुरू किया गया था। चिमनी से निकलता धुआं देख सभी लोग खुश थे।अचानक से तेज धमाका हुआ। धुएं के प्रेशर की वजह से चिमनी के ऊपर का हिस्सा फट गया। जिसके मलबे की चपेट में आने से ये मौतें हुई हैं

शुक्रवार देर रात कोहरा ज्यादा होने के कारण राहत और बचाव कार्य बंद करना पड़ा था। शनिवार को रेक्स्यू ऑपरेशन फिर से शुरू किया गया था। हादसा जिले के रामगढ़वा थाना क्षेत्र के चंपापुर नरीरगीर के पास शुक्रवार को हुआ। उसके नीचे दबने से 8 लोगों की मौत हो गई है। हादसे में चिमनी मालिक की भी मौत हो गई। देर रात तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में 16 घायलों को निकाल कर अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हादसे पर पीएम मोदी ने भी दुख जताया है। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की हैृ। इसके साथ ही मरने वालों के परिवार को PMNRF से 2 लाख रुपए और घायलों को भी 50 हजार की मदद का ऐलान किया है।

शुक्रवार की शाम इस सीजन में पहली बार चिमनी को शुरू किया गया था। मालिकों की मौजूदगी में आग फूंकी गई थी। इसको लेकर वहां पार्टी रखी गई थी। इसमें शामिल होने के लिए काफी लोग आए थे। चिमनी से धुआं निकलने के बाद सभी काफी खुश थे। अचानक शाम 4:30 बजे जोर की आवाज हुई और चिमनी का बामा (ऊपरी हिस्सा) आधे से टूट कर गिर गया। उसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। सभी इधर-उधर भागने लगे। घटना के बाद चिमनी पर चीख-पुकार मच गई। सभी अपने परिजनों को इधर-उधर ढूंढते नजर आ रहे थे।

चिमनी ब्लास्ट होने की बड़ी वजह ये सामने आई कि पाइप में लकड़ी अधिक जलाने से धुएं का प्रेशर बढ़ा और ब्लास्ट हो गया। लोगों ने बताया कि भट्ठे में जैसे आग लगाई गई उसके घंटे भर बीतने के बाद चिमनी का ऊपरी हिस्सा लगभग 50 फीट भरभरा कर नीचे गिरने लगा। लोग कुछ सोच पाते और अपने को बचाव कर पाते तब तक उसके मलबे में कई लोग दब गए। नीचे आग होने के कारण कई लोग जल गए। जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाला गया। उन्हें लोगों ने अस्पताल पहुंचाया। इस हादसे में चिमनी के एक पार्टनर 35 वर्षीय इरशाद के अलावा दीपक कुमार, बुधाई लाल, सुभाष कुमार, इलियास अहमद, 25 वर्षीय अनिल बैठा, 50 वर्षीय बन्नू मियां और 25 वर्षीय साजिद मियां की मौत हो गई है।

हादसे में सभी घायलों को एसआरपी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां दूसरे मालिक नूरूल हक के साथ अमरेश कुमार, मुकेश राम, आलमगीर, अब्दुल हक, अजय कुमार, राकेश कुमार, उमेश राम, असानुल्लाह को आईसीयू में इलाज चल रहा है। सभी की स्थिति नाजुक बनी हुई है।ग्रामीणों ने बताया कि इसके अलावा अन्य लोगों को रामगढ़वा और बाकी नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। एक घायल व्यक्ति ने बताया कि घटना के वक्त करीब 50-60 लोग वहां मौजूद थे

डीएम के निर्देश पर शव का पोस्टमार्टम रात में ही कराने की प्रक्रिया शुरू की गई। उन्होंने मेडिकल बोर्ड गठित कर पोस्टमार्टम करने का निर्देश दिया। जिसके बाद चिकित्सकों की टीम अस्पताल में पहुंच गई। देर रात से शव सदर अस्पताल लाया गया। पुलिस पोस्टमार्टम के लिए कागजी प्रक्रिया शुरू कर दी। नियम यह है कि दो ईंट-भट्ठे के बीच की दूरी एक किलोमीटर से ज्यादा होनी चाहिए। नदी या अन्य प्राकृतिक जलस्त्रोत, डैम से दूरी 500 मीटर से अधिक होनी चाहिए। आबादी, फलदार बाग-बगीचा, कार्यालय, स्कूल-कॉलेज, अस्पताल, न्यायालय से नए ईंट-भट्ठे की दूरी 800 मीटर से अधिक, रेललाइन और राष्ट्रीय राजमार्ग से 200 मीटर से अधिक दूर होनी चाहिए

जिलाधिकारी एसके अशोक ने कहा कि घटना क्यों हुई इसकी जांच कराई जाएगी। चिमनी दो विभाग से संचालित हाेता है। प्रदूषण और खनन विभाग से। खनन विभाग ईट की पथाई व जिगजैग चिमनी सहित अन्य चीज जबकि प्रदूषण बोर्ड प्रदूषण को देखता है। चिमनी पुरानी थी। उसकी जांच किस अधिकारी ने करने के बाद चलाने की अनुमति दी थी। इसकी जांच होगी। चिमनी में प्रेशर न बने इसके लिए कोयला डाला जाता है। लेकिन, चिमनी संचालक टायर और अन्य ज्वलनशीन पदार्थ उसमें डालते हैं। यहां भी उसका उपयोग हुआ था या नहीं इसकी भी जांच होगी। जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।

'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल हुईं गांधी, हिस्सा लिया 

'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल हुईं गांधी, हिस्सा लिया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी शनिवार को दिल्ली में 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल हुईं और थोड़ी दूर तक राहुल गांधी के साथ चलीं। यह दूसरी बार है, जब पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कन्याकुमारी से सितंबर में शुरू हुई इस पदयात्रा में हिस्सा लिया है। वह इससे पहले अक्टूबर में कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुई थीं।

सुबह में विश्राम के लिए यात्रा के यहां आश्रम चौक पहुंचने से पहले सोनिया गांधी ने चेहरे पर मास्क लगाकर अपने बेटे राहुल गांधी और बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ कुछ मिनट तक चहलकदमी की। भारत जोड़ो यात्रा शनिवार सुबह हरियाणा से दिल्ली में दाखिल हुई और बदरपुर री बॉर्डर पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से इसका स्वागत किया। यात्रा के चलते दिल्ली के कुछ हिस्सों से यातायात जाम की सूचना मिली है। यह पदयात्रा शाम को लाल किले के पास रुकेगी।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

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