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बुधवार, 21 दिसंबर 2022
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
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1. अंक-71, (वर्ष-06)
2. बृहस्पतिवार, दिसंबर 22, 2022
3. शक-1944, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-चतुर्दशी, विक्रमी सवंत-2079।
4. सूर्योदय प्रातः 06:44, सूर्यास्त: 05:24।
5. न्यूनतम तापमान- 11 डी.सै., अधिकतम- 18+ डी.सै.।
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मंगलवार, 20 दिसंबर 2022
फाउंडेशन द्वारा दिव्यांग व्यक्ति को व्हीलचेयर दिलाई
फाउंडेशन द्वारा दिव्यांग व्यक्ति को व्हीलचेयर दिलाई
सारथी वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा दिलवाई दिव्यांग को व्हील चेयर
गोपीचंद
बागपत। मंगलवार को सारथी वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा एक दिव्यांग व्यक्ति को व्हीलचेयर दिलाई। जिससे वह व्यक्ति बहुत ही खुश हुआ और उस व्यक्ति के पिता चल फिर नही सकते थे। विल चेयर पाकर वह व्यक्ति बहुत खुश हुआ और संस्था का धन्यवाद दिया और कहां वंदना ने आज तक हम जैसे गरीब अनेक आदमियों की मदद की है और कर रही है।
जैसे कि गरीब कॉलोनियों में कपड़े सर्दियों में कंबल बटवा ना हर तरह से उनकी मदद करना इससे वो पीछे कभी नहीं हटती और हटेगी भी नहीं मैं उनका धन्यवाद करता हूं। सारथी वेलफेयर फाउंडेशन अध्यक्ष ने कहा की संस्था मेरी खुद की नहीं है सब की है। अगर सभी सहयोग करें। सभी साथ दें तो हम सब बहुत कुछ कर सकते हैं।
एक जुटता जैसे विषयों पर विचार-विमर्श किया
एक जुटता जैसे विषयों पर विचार-विमर्श किया
भानु प्रताप उपाध्याय
शामली। क्षेत्र के गाँव लिलौन खेड़ी में अखिल भारतीय उपाध्याय सेवा समिति द्वारा आयोजित बैठक में संगठन की मजबूती और समाज की एक जुटता जैसे विषयों पर विचार-विमर्श किया गया। संगठन का वितार करते हुए हरेन्द्र कुमार को सेवा समिति शामली ब्लाॅक का अध्यक्ष चुना गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबू राम, राष्ट्रीय सचिव राकेश उपाध्याय, डिम्पल उपाध्याय व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव कुमार ककौर ने हरेन्द्र कुमार को उपस्थित अतिथियों के साथ नियुक्ति पत्र सौंपा। सभी अतिथियों को फूल मालायें पहनाकर स्वागत किया गया।
बैठक को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि समाजसेवी आर०आर०डी० उपाध्याय ने कहा कि आज समाज के विभिन्न संगठनों में समन्वय बनाने तथा शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों को राजनैतिक चमक से बचाने की आवश्यकता हैं। कुछ विधार्थी राजनैतिक चमक से प्रभावित होकर अपने लक्ष्य से भटक जाते है। परिणाम उन्हें अपने जीवन में हताशा और निराशा के अलावा कुछ भी हासिल नहीं होता। यदि हम विकसित होना चाहते है तो शिक्षा हमारे पास सबसे बडा अस्त है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबूराम ने कहा अखिल भारतीय उपाध्याय सेवा समिति, समाज के प्रत्येक वर्ग के उत्थान की भावनाओं के साथ कार्य करते हुए समाज के हित में कार्य करने वाले सभी संगठनों का सम्मान करती है। समिति के प्रदेश महासचिव शिवकुमार उपाध्याय वबागपत जिला अध्यक्ष मोनू पवार ने कहा युवा ही समाज में परिवर्तन ला सकते हैं। हमें अपने बच्चों की शिक्षा स्तर को मजबूत करना होगा शिक्षा के माध्यम से ही विकास संभव है।
बैठक को डिम्पल उपाध्याय, संजीव कुमार ककौर, शिवकुमार, मा० राकेश कुमार आदि ने सम्बोधित किया। बैठक की अध्यक्षता राजबीर उपाध्याय सिभालखा, मुख्य अतिथि आर०आर०डी०उपाध्याय व संचालन प्रधानाचार्य सुनील कुमार आर्य ने किया। इस अवसर पर बाबुराम उपाध्याय, सूरजमल, मा० राकेश उपाध्याय, डॉ०कोकिल, डिम्पल उपाध्याय, भानूप्रताप, डॉ०यशवीर सिंह, रामकुमार ककौर, संजीव कुमार ककौर, श्रीनिवास, शिवकुमार उपाध्याय आदि उपस्थित रहे।
2,000 से अधिक ब्रू मतदाताओं के नाम सूची से हटाएं
2,000 से अधिक ब्रू मतदाताओं के नाम सूची से हटाएं
इकबाल अंसारी
आइजोल। मिजोरम ने 2,000 से अधिक ब्रू मतदाताओं के नाम पड़ोसी राज्य त्रिपुरा की मतदाता सूची में नामांकन के बाद अपनी मतदाता सूची से हटा दिए। यह जानकारी एक निर्वाचन अधिकारी ने दी। मिजोरम के संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डेविड लियानसांग्लुरा पचुआउ ने कहा कि राज्य निर्वाचन विभाग को अब तक त्रिपुरा समकक्ष से 3,000 से अधिक नामों को हटाने का अनुरोध प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि इसमें से 2,091 ब्रू मतदाताओं के नाम अब तक मिजोरम की मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं और शेष मतदाताओं के नामों को हटाने का काम चल रहा है।
अधिकारी ने कहा कि ब्रू मतदाता, जो प्रत्यावर्तन के दौरान मिजोरम नहीं लौटने के बाद त्रिपुरा में बस गए थे, मिजोरम के तीन जिलों में नौ विधानसभा क्षेत्रों के मतदाता थे। उन्होंने कहा कि मताधिकार से वंचित ब्रू मतदाताओं में मामित से 1,643, कोलासिब से 187 और लुंगलेई जिले से 262 हैं। उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल रोल आफिसर नेट (ईरोनेट) के माध्यम से त्रिपुरा चुनाव विभाग द्वारा भेजे गए अनुरोध के अनुसार नाम हटाए गए।
पचुआउ ने कहा कि उन्होंने त्रिपुरा में अपने समकक्षों से राज्य की मतदाता सूची में ब्रू मतदाताओं के नामांकन में तेजी लाने का अनुरोध किया है क्योंकि मिजोरम में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ब्रू उग्रवादियों द्वारा 1997 में एक मिजो वन अधिकारी की हत्या के बाद शुरू हुए जातीय तनाव के बाद हजारों ब्रू मतदाता त्रिपुरा भाग गए थे। तब से, वे दो दशकों से अधिक समय से अस्थायी शिविरों में रह रहे हैं। नवंबर 2009 में पहला प्रत्यावर्तन प्रयास न केवल ब्रू उग्रवादियों द्वारा एक मिजो ग्रामीण की हत्या से विफल हो गया था, बल्कि इसने पलायन का एक और दौर भी शुरू कर दिया था।
केंद्र, मिजोरम और त्रिपुरा की सरकारों ने 2009 और 2019 के बीच त्रिपुरा से ब्रू आदिवासियों की वापसी के लिए कम से कम नौ प्रयास किए थे। केंद्र, मिजोरम और त्रिपुरा की सरकारों और कई ब्रू संगठनों के प्रतिनिधियों ने 16 जनवरी, 2020 को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसके अनुसार 35,000 से अधिक विस्थापित ब्रू आदिवासी, जो प्रत्यावर्तन के दौरान मिजोरम लौटने के अनिच्छुक थे, उन्हें त्रिपुरा में स्थायी रूप से बसने की अनुमति दी गई थी।
किसानों के नाम पर 'राजनीति' उचित नहीं: मनसुख
किसानों के नाम पर 'राजनीति' उचित नहीं: मनसुख
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। सरकार ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि देश में उर्वरक और अन्य खाद की कोई कमी नहीं है तथा दो लाख टन से अधिक खाद हर समय मांग से अधिक उपलब्ध होता है। रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि किसानों के नाम पर राजनीति उचित नहीं है। इस समय कहीं भी किसानों को खाद के लिए लाइन नहीं लगानी पड़ती है। डॉ मांडविया ने कहा रेलवे स्टेशन पर टिकट के लिए, हवाई अड्डे पर प्रवेश के लिए और अन्य स्थानों पर भी व्यवस्था के लिए लाइन लगती है। खाद लेने के लिए गोदाम में किसानों का टोला तो नहीं घुस सकता है। एक-एक करके ही लिया जा सकता है, यह शिष्टाचार है। इसलिए किसानों के नाम पर राजनीति करना उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि देश में कहीं भी खाद की कमी नहीं है। खाद ले जाने लाने के लिए देश में 70 रेलगाड़ियां चलाई जा रही हैं। कभी कभार कोई आपूर्ति- व्यवस्था का प्रश्न हो सकता है।जिसे तुरंत दूर कर दिया जाता है। देश में हर समय मांग से अधिक खाद उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि जिला वार खाद की उपलब्धता जानने के लिए एक डैश बोर्ड है। जिस पर वास्तविक स्थिति उपलब्ध होती है।
देश में नैनो उर्वरक, नैनो नाइट्रोजन, नैनो डीएपी पर अनुसंधान चल रहा है और यह विभिन्न चरणों में है। खाद के क्षेत्र में यह विश्व में क्रांति होगी। विश्व के कई देश भारत से यह तकनीक मांग रहे हैं। इससे पहले एक अन्य पूर्व प्रश्न के उत्तर में कहा गया कि देश में उर्वरक, डीएपी और नाइट्रोजन के नये कारखाने लगाए जा रहे हैं।
सीएम ने मंत्री बनाने का आश्वासन दिया: ईश्वरप्पा
सीएम ने मंत्री बनाने का आश्वासन दिया: ईश्वरप्पा
इकबाल अंसारी
बेंगलुरु। कर्नाटक भाजपा के नाराज विधायक के एस ईश्वरप्पा ने मंगलवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने उन्हें जल्द ही मंत्री बनाने का आश्वासन दिया है।उन्होंने कहा कि उनके साथ वरिष्ठ विधायक रमेश जरकीहोली को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। ईश्वरप्पा ने इस साल की शुरुआत में राज्य के ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।
बेलगावी के एक ठेकेदार ने उडुपी के एक होटल में 2020 में एक सरकारी काम में 40 प्रतिशत कमीशन की मांग का आरोप लगाते हुए कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद ईश्वरप्पा ने इस्तीफा दे दिया था। शिवमोगा विधायक ने उन्हें मंत्री पद नहीं दिए जाने के विरोध में बेलगावी में चल रहे कर्नाटक विधानसभा के शीतकालीन सत्र में शामिल नहीं होने का फैसला किया था। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, मुख्यमंत्री ने मुझे क्लीन चिट मिलने के बाद पार्टी आलाकमान से बात करने और मुझे कैबिनेट में शामिल करने का आश्वासन दिया है।
विधायक ने कहा, मुझे ही नहीं बल्कि रमेश जरकीहोली को भी मंत्री बनाया जाएगा क्योंकि उन्हें भी क्लीन चिट मिल गई है। उनकी शिकायत यह थी कि जांच एजेंसी द्वारा उन्हें क्लीन चिट दिए जाने के बावजूद उन्हें कैबिनेट में जगह नहीं दी गई। जरकीहोली ने कथित नौकरी के लिये सेक्स घोटाले को लेकर इस्तीफा दे दिया था। पूर्व उपमुख्यमंत्री और पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ईश्वरप्पा ने कहा कि उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय मुख्यालय में किसी से संपर्क नहीं किया, लेकिन बोम्मई पर भरोसा किया, जिन्होंने उन्हें पाक-साफ निकलने के बाद कैबिनेट में फिर से शामिल करने का वादा किया था।
यह पूछे जाने पर कि आश्वासन के बाद क्या वह विधानसभा में शामिल होंगे, ईश्वरप्पा ने कहा, मैं कोई फैसला लेने से पहले शाम को मुख्यमंत्री से बात करूंगा। ईश्वरप्पा और जरकीहोली दोनों को पहले ही जांच एजेंसियों ने संबंधित मामलों में क्लीन चिट दे दी थी।
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