नफरत के बाजार में 'मोहब्बत' की दुकान खोल रहा हूं
नरेश राघानी
अलवर। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी 'भारत जोडो यात्रा' को विचार-धारा के खिलाफ संघर्ष बताते हुये कहा है कि वह नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहे है। गांधी सोमवार को अलवर जिले के मालाखेडा में भारत जोडो यात्रा के तहत प्रदेश में एक मात्र सबसे बडी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उनको भारतीय जनता पार्टी वाले भी बुरे नहीं लगते बल्कि वह उनकी विचारधारा के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संगठन जिसने देश को आजादी दिलाई। उनके नेता महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल, अंबेडकर सबने नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोली थी।
राहुल गांधी ने राजस्थान सरकार द्वारा गरीबों के लिए चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं की प्रशंसा की और कहा कि चिंरजीवी जैसे योजना में किडनी ट्रांसप्लांट जैसी असाध्य बीमारी का मु्फ्त इलाज होता है। इससे प्रदेश में लाखों लोगों का दर्द मिटाया है। ऐसी योजनाओं को सम्पूर्ण देश में लागू करना चाहिए। उन्होंने में प्रदेश में 1700 से अधिक अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खोलने एवं दस हजार से अधिक इसके लिए अध्यापक लगाने के लिए गहलोत सरकार की तारीफ करते हुये कहा कि इससे करीब का बच्चा अंग्रेजी पढकर अमेरिका जैसे देशों में प्रतियोगिता के लिए योग्यता हासिल कर सकेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोडो यात्रा में एक रस्सी है, जिसके अंदर सारे सीनियर नेता रहते हैं।
रस्सी के बाहर स्थानीय जनप्रतिनिधि नेता रहते हैं। इस रस्सी को तोड़ना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमने अब तक साढ़े तीन हजार किमी चल रहे हैं। चलने से शरीर की कई बीमारियों का इलाज हो जाता है। राजस्थान की पूरी कैबिनेट राजस्थान की सड़कों पर हर महीने में एक बार 15 किमी चलें जिससे पार्टी के आम कार्यकर्ताओं की उनसे दूरी मिटेगी और कार्यकर्ता की समस्या खत्म हो जाएगी।