शनिवार, 17 दिसंबर 2022

4 भठ्ठियों एवं 50 कुंतल लहन को नष्ट किया: देवरिया 

4 भठ्ठियों एवं 50 कुंतल लहन को नष्ट किया: देवरिया 

हरिशंकर त्रिपाठी 

देवरिया। पुलिस अधीक्षक देवरिया श्री संकल्प शर्मा द्वारा कच्ची शराब के निष्कर्षण, बिक्री एवं संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु संभावित स्थानों पर दबिश आदि की कार्यवाही हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में क्षेत्राधिकारी सलेमुपर श्री देवानन्द द्वारा थानाध्यक्ष लार उ0नि0 नवीन चौधरी मय पुलिस फोर्स द्वारा थाना लार क्षेत्रान्तर्गत महाल मंझरिया देवारा क्षेत्र में दबिस देते हुए 04 भठ्ठियों एवं लगभग 50 कुंतल लहन को नष्ट करते हुए कच्ची शराब बनाने संबन्धित उपकरणों को कब्जे में लेकर नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में क्षेत्राधिकारी बरहज श्री अंशुमान श्रीवास्तव द्वारा थानाध्यक्ष बरहज उ0नि0 जयशंकर मिश्र मय पलिस फोर्स परसिया देवारा क्षेत्र मेें दबिस देते हुए 03 भठ्ठियों एवं लगभग 30 कुंतल लहन को नष्ट किया गया।

इस प्रकार अभियान के क्रम क्षेत्राधिकारी सलेमपुर व बरहज द्वारा अपने अपने देवारा क्षेत्रों में मय पुलिस फोर्स के साथ दबिस देते हुए कुल 07 भठ्ठियों एवं 80 कुंतल लहन को नष्ट किया गया। कच्ची शराब के विरूद्ध अभियान जारी है।

अपने वार्ड की हर कॉलोनी में जाएं और सफाई कराएं

अपने वार्ड की हर कॉलोनी में जाएं और सफाई कराएं

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को आम आदमी पार्टी (आप) के नवनिर्वाचित पार्षदों से कहा कि वे अपने वार्ड की हर कॉलोनी में जाएं और अपनी मौजूदगी में सफाई कराएं। हाल में संपन्न दिल्ली नगर निगम चुनाव (एमसीडी) में ‘आप’ ने 134 वार्डों में जीत हासिल की और भाजपा के 15 साल के शासन को समाप्त कर दिया। भाजपा ने 104 वार्ड जीते, जबकि कांग्रेस केवल नौ वार्ड ही जीत सकी।

केजरीवाल ने हिंदी में ट्वीट किया, “हम सभी को मिलकर दिल्ली को साफ करना है। मैं सभी पार्षदों से अपील करता हूं - अपने वार्ड की हर गली, कॉलोनी में जाएं और अपनी उपस्थिति में इसे साफ कराएं।” नवनिर्वाचित एमसीडी की पहली बैठक अगले साल छह जनवरी को होगी।

जीएसटी काउंसिल की 48वीं बैठक, कई मुद्दों पर चर्चा 

जीएसटी काउंसिल की 48वीं बैठक, कई मुद्दों पर चर्चा 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में शनिवार को शुरू हुई जीएसटी काउंसिल की 48वीं बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। GST कानून के तहत गैर-अपराधीकरण, अपीलीय न्यायाधिकरणों की स्थापना और पान मसाला-गुटखा के बिजनेस में हो रहे टैक्स चोरी को रोकने लिए सिस्टम बनाने जैसे तमाम मुद्दों को जीएसटी परिषद की बैठक में शामिल किया गया। लेकिन इस पर विस्तार से चर्चा नहीं हो सकी।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जीएसटी परिषद की बैठक में समय की कमी के कारण तंबाकू और गुटखा पर टैक्स को लेकर चर्चा नहीं हो सकी‌। वित्त मंत्री ने कहा कि GST एक्ट में डिक्रिमिनलाइजेशन पर फैसला लिया गया। मतलब ये कि गलतियों को अपराध की श्रेणी से बाहर किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, GST परिषद ने कुछ अपराधों को अपराध की श्रेणी से बाहर करने पर सहमति जताई है। जीएसटी कानून के तहत किसी भी मामले में अभियोजन शुरू करने की सीमा दोगुनी होकर 2 करोड़ रुपये करने पर सहमति जताई है‌। राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने इस बात की जानकारी दी है।

जीएसटी परिषद की बैठक के बाद राजस्व सचिव ने कहा कि दालों की भूसी पर टैक्स की दर 5 प्रतिशत से घटाकर शून्य कर दी गई है। रेवेन्यू सेक्रेटरी संजय मल्होत्रा ने कहा कि GST काउंसिल की 48वीं बैठक में 15 एजेंडे थे। इसमें से सिर्फ 8 एजेंडे पर ही विचार हुआ। इसके अलावा ऑनलाइन गेमिंग और कैसीनो पर जीएसटी परिषद की बैठक में विचार-विमर्श के लिए आ सकता है। मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा की अध्यक्षता में पिछले साल इस मुद्दे पर गठित मंत्रियों के समूह (GoM) ने गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। इसके अलावा परिषद अधिकारियों की एक रिपोर्ट पर भी विचार करेगी।

कानून समिति ने यह भी सुझाव दिया है कि जीएसटी अपराधों के कंपाउंडिंग के लिए टैक्सपेयर्स की ओर से दिए जाने वाले शुल्क को टैक्स राशि का 25 फीसदी तक कम किया जाना चाहिए। फिलहाल ये 150 फीसदी तक है। समिति ने वर्तमान में 5 करोड़ रुपये से अभियोजन शुरू करने की सीमा को बढ़ाकर 20 करोड़ रुपये करने का सुझाव दिया है। सूत्रों ने कहा कि पान मसाला और गुटखा कंपनियों द्वारा कर चोरी पर जीओएम की रिपोर्ट पर परिषद में चर्चा होने की संभावना है।

बिजनेस स्ट्रैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GOM) ने एक ‘विशिष्ट टैक्स आधारित लेवी’ का प्रस्ताव दिया है। पैनल ने कुल 38 आइटम्स पर विशिष्ट टैक्स लगाने का प्रस्ताव दिया है। इसमें पान-मसाला, हुक्का, चिलम, चबाने वाले तंबाकु जैसे आइटम्स शामिल हैं। इन आइटम्स के खुदरा बिक्री प्राइस पर 12 फीसदी से लेकर 69 फीसदी तक अतिरिक्त टैक्स लगाने का प्रस्ताव है। फिलहाल इनपर 28 फीसदी की दर से जीएसटी लगता है।

ट्रांसजेंडर समुदाय को सरकारी नौकरियों में आरक्षण 

ट्रांसजेंडर समुदाय को सरकारी नौकरियों में आरक्षण 

अकांशु उपाध्याय/मनोज सिंह ठाकुर 

नई दिल्ली/इंदौर। देश की पहली ट्रांसजेंडर जज जोइता मंडल ने एमपी में एक कार्यक्रम में कहा, ट्रांसजेंडर समुदाय को सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अगर ट्रांसजेंडर समुदाय के लोग आरक्षण के जरिए पुलिस और रेलवे जैसी सरकारी नौकरियों में आएंगे तो न सिर्फ यह समुदाय आगे बढ़ेगा। बल्कि समुदाय के प्रति समाज की सोच भी बदलेगी।

देश की पहली ट्रांसजेंडर न्यायाधीश जोयिता मंडल ने तीसरे लिंग के लिए सरकारी नौकरियों में आरक्षण की जरूरत पर शुक्रवार को बल दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस और रेलवे जैसे सरकारी महकमों में ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों की नियुक्तियों से समाज में काफी सकारात्मक बदलाव होगा।

मंडल ने इंदौर में संस्कृति और साहित्य महोत्सव लिट चौक में शामिल होने के बाद संवाददाताओं से कहा, ट्रांसजेंडर समुदाय को सरकारी रोजगारों में आरक्षण दिया जाना बहुत जरूरी है क्योंकि अगर मेरे पास काम नहीं होगा, तो मुझे खाना कैसे मिलेगा। उन्होंने कहा कि अगर ट्रांसजेंडर समुदाय के लोग आरक्षण के जरिये पुलिस और रेलवे जैसे सरकारी महकमों में आएंगे तो न केवल यह समुदाय आगे बढ़ेगा, बल्कि समुदाय के प्रति समाज की सोच भी बदलेगी।

मंडल ने कहा कि ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए देश भर में पर्याप्त संख्या में आश्रय स्थलों की आवश्यकता है और समुदाय के भले के लिए केंद्रीय स्तर पर बेहतर योजनाएं शुरू होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन को ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रति ज्यादा संवेदनशील होने की जरूरत है। गौरतलब है कि मंडल को वर्ष 2017 के दौरान पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर की लोक अदालत में न्यायाधीश नियुक्त किया गया था।

परियोजनाओं के लिए कृषि भूमि का अधिग्रहण नहीं 

परियोजनाओं के लिए कृषि भूमि का अधिग्रहण नहीं 

इकबाल अंसारी 

चेन्नई। तमिलनाडु में किसानों और विपक्षी दलों के विरोध के बीच राज्य सरकार ने भरोसा दिलाया है कि कोयंबटूर जिले में अन्नूर और मेट्टुपालयम औद्योगिक पार्क परियोजनाओं के लिए कृषि भूमि का अधिग्रहण नहीं किया जाएगा। सरकार ने स्पष्ट किया है कि इन परियोजनाओं का निर्माण बंजर भूमि पर किया जाएगा। सरकार ने कहा कि किसानों की मांग को ध्यान में रखते हुए औद्योगिक पार्क की स्थापना के लिए कृषि भूमि के बजाय निजी कंपनियों के स्वामित्व वाली केवल 1,630 एकड़ बंजर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा।

औद्योगिक विभाग की एक विज्ञप्ति में कहा गया है, इसके अलावा, अपनी जमीन बिना किसी मजबूरी के स्वेच्छा से देने के लिए आगे आने वाले किसानों को संतोषजनक मुआवजा प्रदान किया जाएगा। अन्नूर और मेट्टुपालयम तालुक के कई गांवों के किसानों ने औद्योगिक पार्क परियोजनाओं के लिए उनकी खेती योग्य भूमि के अधिग्रहण का विरोध किया है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आठ दिसंबर को अन्नूर में विरोध-प्रदर्शन किया था। पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख के अन्नामलाई ने कहा था कि परियोजनाओं के लिए एक मुट्ठी जमीन भी नहीं दी जाएगी। उन्होंने नयी घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए इस मामले में किसानों और भाजपा की मांग स्वीकार करने के लिए राज्य सरकार का आभार जताया।

अगली सुनवाई के लिए 22 दिसंबर की तारीख तय की

अगली सुनवाई के लिए 22 दिसंबर की तारीख तय की

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की गला घोंटकर हत्या करने और उसके शव के टुकड़े करने के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने शनिवार को दिल्ली की अदालत को सूचित किया कि उसने वकालतनामा पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन उसे जानकारी नहीं थी कि उसकी ओर से जमानत याचिका दायर की जाएगी।

आफताब अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश वृंदा कुमारी की अदालत के समक्ष वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश हुआ था। न्यायाधीश द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या वह जमानत याचिका वापस लेना चाहता है, पूनावाला ने कहा, मैं चाहता हूं कि वकील मुझसे बात करें और फिर उसने जमानत याचिका वापस ले ली।

न्यायाधीश ने कहा कि जमानत याचिका लंबित रहेगी और जब आरोपी वकील से मिल लेगा, तभी यह फैसला होगा कि जमानत याचिका पेश की जाएगी या नहीं। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 22 दिसंबर की तारीख तय की है। 

किसी एक कदम को उपयुक्त मान लेना स्वीकार्य नहीं 

किसी एक कदम को उपयुक्त मान लेना स्वीकार्य नहीं 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/ओटावा। कनाडा के मॉन्ट्रियल में जैव विविधता पर संयुक्त राष्ट्र के शिखर सम्मेलन में भारत ने कहा है कि जैव विविधता संरक्षण के लिए क्षेत्र आधारित लक्ष्य तय करना किसी एक कदम को सभी के लिए उपयुक्त मान लेने की तरह है, जो स्वीकार्य नहीं है। भारत ने कहा कि कृषि जैसे कमजोर क्षेत्रों के लिए आवश्यक सहायता को सब्सिडी नहीं कहा जा सकता और इसे समाप्त करने का लक्ष्य नहीं रखा जा सकता। 

भारत सहित 196 देशों के प्रतिनिधि सात दिसंबर से शुरू हुए संयुक्त राष्ट्र के जैवविविधता शिखर सम्मेलन (सीओपी15) में नयी वैश्विक जैवविविधता रूपरेखा (जीबीएफ) पर वार्ता को अंतिम रूप देने की उम्मीद से एकत्रित हुए हैं। जीबीएफ उन नए लक्ष्यों को निर्धारित करेगी, जो 2030 तक प्रकृति के संरक्षण के लिए वैश्विक कार्यों का मार्गदर्शन करेंगे। सीओपी-15 में जिन प्रमुख मुद्दों पर चर्चा होगी, उनमें संरक्षित क्षेत्रों की स्थापना करके और अन्य क्षेत्र आधारित संरक्षण के लिए कदम उठाकर पृथ्वी की 30 प्रतिशत भूमि एवं सागर को संरक्षित करना शामिल है, जिसे 30 गुणा 30 संरक्षण लक्ष्य नाम दिया गया है। 

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने शुक्रवार को सीओपी15 में कहा, हमारा अनुभव कहता है कि क्षेत्र-आधारित लक्ष्य निर्धारित करना ‘किसी एक कदम को सभी के लिए उपयुक्त मानने’ के दृष्टिकरण की तरह है, जो स्वीकार्य नहीं है।

पक्षकार जीवाश्म ईंधन उत्पादन, कृषि, वानिकी और मत्स्य पालन के लिए सब्सिडी समेत पर्यावरण के लिए हानिकारक अन्य सब्सिडी को खत्म करने और इस धन का इस्तेमाल जैव विविधता संरक्षण के लिए करने पर आम सहमति बनाने की कोशिश कर रहे हैं। भारत ने कहा कि कमजोर क्षेत्रों के लिए आवश्यक समर्थन को सब्सिडी नहीं कहा जा सकता है और उन्हें उन्मूलन के लिए लक्षित नहीं किया जा सकता, लेकिन उन्हें तर्कसंगत बनाया जा सकता है।

भारत ने सकारात्मक निवेश के माध्यम से जैव विविधता को बढ़ावा देने पर जोर दिया। यादव ने कहा, अन्य विकासशील देशों की तरह हमारी कृषि करोड़ों लोगों के जीवन, आजीविका और संस्कृति का स्रोत है। उनकी गतिविधियों के आधुनिकीकरण में मदद करते हुए उनकी खाद्य और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। यादव शुक्रवार को मॉन्ट्रियल पहुंचे और वह अगले सप्ताह वार्ता के अंतिम चरण में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

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