मंगलवार, 13 दिसंबर 2022

148 दिनों में एक करोड़ निवेशकों के खाते जोड़े

148 दिनों में एक करोड़ निवेशकों के खाते जोड़े

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बीएसई ने 148 दिन की अवधि में अपने मंच पर एक करोड़ पंजीकृत निवेशक खाते जोड़े हैं, जिसके साथ उसके पास ऐसे कुल खातों की संख्या 12 करोड़ हो गई है। बीएसई ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि उसने इस साल 18 जुलाई से 13 दिसंबर के बीच एक करोड़ निवेशकों के खाते जोड़े। बीएसई को 11 करोड़, 10 करोड़, नौ करोड़ और आठ करोड़ खातों के पड़ाव तक पहुंचने में इससे पहले क्रमशः 124 दिन, 91, 85 और 107 दिन का वक्त लगा था

एक्सचेंज ने कहा, ''बीएसई ने 13 दिसंबर, 2022 को यूनिक क्लाइंट कोड (यूसीसी) के आधार पर 12 करोड़ पंजीकृत उपयोगकर्ताओं के पड़ाव को पार कर लिया। इन 12 करोड़ उपयोगकर्ताओं में से 42 प्रतिशत खाताधारक 30 से 40 वर्ष आयु वर्ग के हैं, 23 प्रतिशत 20 से 30 वर्ष में और 11 प्रतिशत 40 से 50 आयु वर्ग के हैं।

कुल 12 करोड़ निवेशकों में से 20 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ महाराष्ट्र निवेशकों के मामले में सबसे आगे रहा। इसके बाद गुजरात 10 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश नौ प्रतिशत और राजस्थान एवं तमिलनाडु प्रत्येक छह-छह प्रतिशत पर रहे।हालांकि एक्सचेंज ने यह नहीं बताया कि इनमें से कितने खाते सक्रिय हैं या सिर्फ म्यूचुअल फंड निवेश के लिए उपयोग किए जाते हैं। वर्ष 1875 में स्थापित बीएसई (पूर्व में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) छह माइक्रोसेकंड की गति के साथ दुनिया का सबसे तेज शेयर बाजार है। 

वाणिज्यिक वाहनों के दाम दो प्रतिशत तक बढ़ाएंगे 

वाणिज्यिक वाहनों के दाम दो प्रतिशत तक बढ़ाएंगे 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। वाहन कंपनी टाटा मोटर्स वाहन विनिर्माण की बढ़ती लागत के प्रभाव को दूर करने के लिए जनवरी से अपने वाणिज्यिक वाहनों के दाम दो प्रतिशत तक बढ़ाएगी। कंपनी ने मंगलवार को एक बयान में यह कहा। कंपनी के मुताबिक हालांकि कीमतों में वृद्धि अलग-अलग मॉडल और संस्करण के अनुसार भिन्न होगी लेकिन यह वाणिज्यिक वाहनों की पूरी श्रृंखला पर लागू होगी।

बयान में कहा गया है कि कंपनी बढ़ी हुई लागत का ज्यादातर भार खुद पर ले रही है। लेकिन कुल लागत में तीव्र वृद्धि की वजह से उसे वाहनों की कीमतों में न्यूनतम वृद्धि करना पड़ रही है। टाटा मोटर्स, वाणिज्यिक वाहन खंड में देश की अग्रणी कंपनी है। कंपनी ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह अगले महीने से अपने यात्री वाहनों की कीमतों में वृद्धि करने पर विचार कर रही है ताकि अपने वाहनों को अप्रैल, 2023 में लागू होने जा रहे सख्त उत्सर्जन मानदंडों के अनुरूप तैयार कर सके। 

चीन सीमा की सच्चाई को लेकर गलत बयानी: कांग्रेस 

चीन सीमा की सच्चाई को लेकर गलत बयानी: कांग्रेस 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है, कि चीन सीमा पर भारत के बड़े इलाके पर कब्जा कर चुका है। लेकिन मोदी सरकार इस सच्चाई को छिपा रही है और देश की जनता को गुमराह कर रही है। कांग्रेस प्रवक्ता गौरव गोगोई तथा पवन खेड़ा ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीन सीमा की सच्चाई को लेकर सरकार गलत बयानी कर रही है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद में स्वीकार करते हैं कि चीन की फौज ने भारतीय सीमा पर कब्जा कर रखा है। लेकिन गृहमंत्री अमित शाह कहते हैं कि चीन देश की एक इंच जमीन नहीं ले सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सर्वदलीय बैठक में कहते हैं कि चीन के कब्जे में भारत की कोई जमीन नहीं है लेकिन सच्चाई सबके सामने थी कि चीन ने भारतीय जमीन पर कब्जा किया हुआ है।

उन्होंने कहा,“ गत नौ दिसंबर को चीन की सेना ने भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास किया लेकिन हमारी सेना के वीर जवानों ने साहस और पूरी ताकत के साथ सीमा की सुरक्षा की।” उन्होंने कांग्रेस पार्टी तथा देश की जनता की तरफ से जवानों का आभार जताया और कहा कि पूरा देश और कांग्रेस पार्टी सेना के साथ खड़ी है। प्रवक्ताओं ने मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि उसकी नीतियों में खामियां है। सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर सीमा पर चीन की तरफ से की जा रही घुसपैठ को देश की जनता से छुपा रही है। उन्होंने कहा कि चीन ने हजारों किलोमीटर भारतीय जमीन पर कब्जा कर रखा है।

खुद रक्षामंत्री देश की संसद में इस बारे में बयान देते हैं लेकिन गृह मंत्री कहते हैं कि चीन ने कोई घुसपैठ कर ही नहीं सकता है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि चीन सीमा पर हाईवे बना रहा है और ढांचागत विकास खड़ा कर रहा है लेकिन सरकार से इस बारे में सवाल करो तो कोई जवाब नही मिलता है। उनका कहना था कि श्री मोदी संसद को लोकतंत्र का मंदिर कहते हैं तो वहां देश की जनता को सच्चाई जानने का अधिकार है। सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि कितने क्षेत्र में चीन का कब्ज़ा है। हालात यह हैं कि लद्दाख के स्थानीय लोग कहते हैं कि वे पहले जिन इलाकों में अपनी बकरियां चुगाते थे वहां उनके प्रवेश को अब वर्जित कर दिया गया है। सरकार को इस पर संसद में जवाब देना चाहिए।

राष्ट्रगान: विधायक के बैठे रहने पर नाराजगी जताई

राष्ट्रगान: विधायक के बैठे रहने पर नाराजगी जताई

अविनाश श्रीवास्तव 

पटना। बिहार में सोमवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन में राष्ट्रगान के दौरान एक कांग्रेस विधायक के बैठे रहने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नाराजगी जताई। अररिया विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले अब्दुल रहमान ने कहा कि वह पैर में दर्द की वजह से खड़े नहीं हुए। हालांकि, 55 वर्षीय रहमान दिवंगत सदस्य के सम्मान में दो मिनट का मौन रखे जाने के दौरान खड़े नजर आए। बाद में, भाजपा विधायक नीरज सिंह बाबू ने संवाददाताओं से कहा कि यदि रहमान पैर में दर्द की वजह से राष्ट्रगान के सम्मान में खड़े नहीं हुए, तो बाद में उनका दर्द कैसे गायब हो गया?

उन्होंने कहा कि रहमान दिवंगत सदस्य के सम्मान में रखे गए मौन के दौरान खड़े थे, जिसमें राष्ट्रगान में लगने वाले समय से अधिक समय लगा, इसलिए ऐसा लगता है कि उन्होंने जानबूझकर राष्ट्रगान का अपमान किया। भाजपा विधायक एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने रहमान की निंदा की और विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी से ‘‘राष्ट्रगान के अपमान’’ का संज्ञान लेने तथा उचित कार्रवाई करने की मांग की।

अन्य भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री प्रमोद कुमार ने कांग्रेस विधायक के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की। इससे पहले, कार्यवाही शुरू होने से पहले, भाजपा विधायकों ने 1.15 लाख शिक्षकों की "तत्काल भर्ती" की मांग को लेकर नारेबाजी की, जिसके लिए पिछली राजग सरकार द्वारा सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दी गई थी। उन्होंने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं।उन्होंने "राजग शासन के दौरान स्वीकृत कुल 2.34 लाख पदों पर भर्तियों को पूरा करने" की भी मांग की। महागठबंधन सरकार को बाहर से समर्थन दे रही भाकपा (माले)-लिबरेशन ने "राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण द्वारा अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने" का आरोप लागते हुए प्रदर्शन किया।

फिल्म 'मिशन मजनू' 20 जनवरी को रिलीज होगी

फिल्म 'मिशन मजनू' 20 जनवरी को रिलीज होगी

कविता गर्ग 

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा और रश्मिका मंदाना की फिल्म 'मिशन मजनू' 20 जनवरी 2023 को ओटीटी प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी। आरएसवीपी और गिल्टी बाय एसोसिएशन मीडिया की आने वाली जासूसी थ्रिलर फिल्म मिशन मजनू में सिद्धार्थ मल्होत्रा और रश्मिका मंदाना की मुख्य भूमिका है। 

सिद्धार्थ मल्होत्रा इस फिल्म में ​​​एक रॉ एजेंट की भूमिका निभाएंगे, जो पाकिस्तानी धरती पर भारत के गुप्त ऑपरेशन का नेतृत्व करते हैं।यह फिल्म पाकिस्तान की धरती पर भारत के सबसे साहसी गुप्त ऑपरेशन से प्रेरित है।शांतनु बागची द्वारा निर्देशित, यह फिल्म 1970 के दशक में सेट की गई है। यह फिल्म 20 जनवरी, 2023 को नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी। 

गौरतलब है कि रॉनी स्क्रूवाला, अमर बुटाला और गरिमा मेहता (गिल्टी बाय एसोसिएशन मीडिया) द्वारा निर्मित फिल्म मिशन मजनू को, परवेज़ शेख, असीम अरोरा, और सुमित बठेजा ने लिखा है।

मुंबई: फिल्म 'धर्म-अधर्म' में काम करेगी अभिनेत्री 

मुंबई: फिल्म 'धर्म-अधर्म' में काम करेगी अभिनेत्री 

कविता गर्ग 

मुंबई। भोजपुरी सिनेमा की जानीमानी अभिनेत्री आम्रपाली दुबे फिल्म 'धर्म-अधर्म' में काम करती नजर आएंगी। शिवराम फिल्म एंटरटेनमेंट के बैनर तले बन रही फिल्म 'धर्म-अधर्म में आम्रपाली दुबे मुख्य भूमिका में नजर आएगी। फिल्म के निर्माता शिवराम और लेखक निर्देशक आर के शुक्ला हैं। 

इस फिल्म में अभी तक मुख्य अभिनेता का चयन नहीं किया गया है। इस फिल्म का संगीत सावन कुमार ने तैयार किया है। वही कैमरामैन विजय आर पांडेय है। डांस को कोरियोग्राफ संतोष सूर्यवंशी करेंगे और एक्शन मास्टर हीरा लाल यादव है।

फिल्म धर्म- अधर्म में आम्रपाली दुबे के साथ संजय पांडेय, सत्य प्रकाश सिंह,एहसान खान,ब्रजेश त्रिपाठी ,लोटा तिवारी, बबलू पंडित,विवेक पांडेय, राकेश कुमार पांडेय, विजय वर्मा, डॉ. देवेंद्र कुमार, महिमा गुप्ता, नीलम पांडेय,सूरज कुमार,डॉ.वीरेंद्र त्रिपाठी, पंकज सोनी जैसे कई कलाकार शामिल है। 

देश में यूरिया का कुल उत्पादन 187.21 लाख टन रहा

देश में यूरिया का कुल उत्पादन 187.21 लाख टन रहा

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सरकार ने मंगलवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से नवंबर के दौरान देश में यूरिया का कुल उत्पादन 187.21 लाख टन रहा। जबकि घरेलू मांग को पूरा करने के लिए इस अवधि में 46.14 लाख टन यूरिया का आयात किया गया।

रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री भगवंत खुबा ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 2021-22 में यूरिया का उत्पादन 250.72 लाख टन रहा जबकि 91.36 लाख टन यूरिया का आयात किया गया। मंत्री ने बताया कि 2020-21 में 246.05 लाख टन यूरिया का उत्पादन हुआ वहीं 98.28 लाख टन यूरिया का आयात किया गया।

उन्होंने बताया कि यूरिया अभी 45 किलोग्राम की बोरी में किसानों को मुहैया कराया जाता है और अधिकतम खुदरा मूल्य 242 रुपये प्रति बोरी बैग है और इनमें नीम लेपन प्रभार एवं लागू होने वाले अन्य कर शामिल नहीं हैं। मंत्री ने कहा कि प्रति बोरी यूरिया पर लगभग 1800 रुपये सब्सिडी दी जाती है। 

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

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