बुधवार, 23 नवंबर 2022

जिला कारागार का आकस्मिक निरीक्षण, जायजा लिया

जिला कारागार का आकस्मिक निरीक्षण, जायजा लिया

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने जिला कारागार मुजफ्फरनगर का आकस्मिक निरीक्षण कर जायजा लिया। इस दौरान उन्होने जेल में बन्द कैदियों से मिलकर जाना उनका कुशलक्षेम। और जेल अधीक्षक को सुविधाओं को समय से बन्दियों को मुहैया कराने का निर्देश दिया।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने रसोई घर, स्टोर खाद्यान, महिला बैरक, पुरुष बैरक, किशोर बैरक का निरीक्षण कर जायजा लिया। तत्पश्चात महिला बैरक मेें पहुंचकर उन्होने जेल प्रशासन द्वारा मुहैया करायी जा रही सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली। महिला बैरक में निरूद्ध गर्भवती महिलाओं एवं ऐसी महिलाएं जिनके बच्चे उनके साथ जेल में है, उनके बेहतर ढंग से देखभाल एवं स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराये जाने का निर्देश दिया।निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह, जेल अधीक्षक उपस्थित रहे।

दावा: अत्याधिक पानी पीने से ब्रूस ली की मौंत

दावा: अत्याधिक पानी पीने से ब्रूस ली की मौंत

अखिलेश पांडेय 

कैलिफोर्निया/बीजिंग। मशहूर मार्शल आर्टिस्ट ब्रूस ली का 32-वर्ष की उम्र में जुलाई 1973 में निधन हुआ था। एक अध्ययन में दावा किया गया है कि अत्यधिक पानी पीने की वजह से उनकी मौत हुई। ऑटोप्सी रिपोर्ट के अनुसार, उनकी मौत सेरेब्रल अडीमा (मस्तिष्क में सूजन) से हुई थी। बकौल शोधकर्ता, उनकी किडनी अत्यधिक पानी को प्रोसेस नहीं कर सकी जिससे उनकी मौत हो गई।

वैसे पानी पीना हर मामले में फायदेमंद ही होता है। लेकिन क्या पानी पीने से किसी की मौत हो सकती है? वैज्ञानिकों ने एक नए अध्ययन में दावा किया है कि संभवतः अमेरिकी मार्शल आर्ट्स लिजेंड और एक्टर ब्रूस ली मौत बहुत ज्यादा पानी पीने की वजह से हुई थी। ब्रूस ली की वजह से ही मार्शल आर्ट्स आधुनिक समय में इतना लोकप्रिय हुआ। उनकी मौत 1973 में सिर्फ 32 साल की उम्र में हो गई थी।

ब्रूस ली की मौत सेरेब्रल एडिमा यानी 'मस्तिष्क की सूजन' की वजह से हुई थी। उस समय डॉक्टरों ने कहा था कि एक पेन किलर की वजह से मस्तिष्क में सूजन पैदा हुई है। शोधकर्ताओं के एक समूह के अनुसार, एडिमा के लिए हाइपोनेट्रेमिया जिम्मेदार था। क्लिनिकल किडनी जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया कि ब्रूस ली की मौत इसलिए हुई क्योंकि उनकी किडनियां खराब हो चुकी थीं और वह अतिरिक्त पानी को बाहर निकालने में सक्षम नहीं थीं।

पानी पीने से हाइपोनेट्रेमिया?
नए निष्कर्ष पुरानी थ्योरी से बिल्कुल अलग हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि संभवतः ब्रूस ली की मौत हाइपोनेट्रेमिया (Hyponatremia) से हुई। शरीर में हाइपोनेट्रेमिया की स्थिति तब पैदा होती है जब बहुत अधिक पानी पीने से शरीर का सोडियम लेवल कम हो जाता है। इसमें शरीर की कोशिकाएं, खासकर मस्तिष्क की, असंतुलन के कारण सूज जाती हैं। शोधकर्ताओं का तर्क है कि ली में हाइपोनेट्रेमिया के लिए कई कारक मौजूद थे, जैसे अधिक मात्रा में पानी पीना, मारिजुआना सेवन जैसे प्यास को बढ़ाने वाले व्यवहार।

कुछ घंटों में भी हो सकती है मौत
ऐसे व्यवहार को जो किडनी से पानी को बाहर निकालने की क्षमता को कम करते हैं, जैसे- ड्रग और शराब का सेवन। वैज्ञानिकों ने निष्कर्ष निकाला, हमारा अनुमान है कि ब्रूस ली की मौत एक खास तरह के किडनी फेलियर से हुई। पानी के होमियोस्टेसिस (Homeostasis) को बनाए रखने के लिए पर्याप्त पानी को बाहर निकालने में असमर्थता, जो मुख्य रूप से एक ट्यूबलर फंक्शन है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति हाइपोनेट्रेमिया, सेरेब्रल एडिमा को जन्म दे सकती है। कुछ मामलों में इससे सिर्फ कुछ घंटों में मौत हो सकती है।

एकता की अलख जगाने के लिए निकलें शंकराचार्य 

एकता की अलख जगाने के लिए निकलें शंकराचार्य 

संदीप मिश्र 

मथुरा। आदि शंकराचार्य की तरह देश-दुनिया में भावात्मक एकता की अलख जगाने के लिए गोवर्धन पीठाधीश्वर शंकराचार्य अधोक्षजानन्द देव तीर्थ महराज एक बार फिर से निकल पड़े है। दूसरे चरण की उनकी यह या़त्रा श्रीलंका से गुरूवार से शुरू होगी। यात्रा उन शक्ति पीठों में जायेगी जो भारत के बाहर स्थित हैं। 19 नवंबर 2021 को शंकराचार्य ने अपनी यात्रा कान्हा की ब्रज भूमि गोवर्धन से शुरू की थी उस समय देश कोरोना महामारी से बुरी तरह ग्रसित था। उस समय उन्होंने यह यात्रा यद्यपि भावात्मक एकता स्थापित करने के लिए शुरू की थी लेकिन उस समय उदेश्य हजारों लोगों के जीवन को बचाना था इसलिए उन्होंने 12 ज्योतिर्लिंग एव देश के विभिन्न भागों में स्थित 30 शक्ति पीठ में आराधना कर देवी से इस महामारी को भारत से समाप्त करने की प्रार्थना की थी।

शंकराचार्य ने मंगलवार देर शाम शाम गोवर्धन में पत्रकारों को बताया कि उन्हें प्रसन्नता है कि देवी ने उनकी आराधना को स्वीकार किया और भारत को कोरोना महामारी से एक प्रकार से मुक्त सा कर दिया। यात्रा के दूसरे चरण में वे उन शक्ति पीठों में प्रार्थना , आराधना एवं अर्चन करेंगे जो भारत से बाहर स्थित हैं। उन्होंने श्रीलंका में स्थित शक्ति पीठ इन्द्राक्शी देवी की आराधना से शुरू करने का निश्चय किया है और इसी श्रंखला में वे गुरूवार से चार दिन तक श्रीलंका में देवी की आराधना करेंगे।

उसके बाद वे नेपाल की तीन शक्तिपीठ, भूटान, बांग्लादेश की तीन शक्ति पीठ और करांची में स्थित शक्ति पीठ आदि में पूजन अर्चन करेंगे। गोवर्धन पीठाधीश्वर ने बताया कि उन्होंने काम्याख्या पीठ,मीनाक्शी मन्दिर,काली मन्दिर,ज्वालादेवी,विन्ध्यवासिनी देवी समेत 30 शक्ति पीठों में पूजन अर्चन के दौरान पाया कि दक्षिण के लोग उत्तर और पूरब के लोग पश्चिम में अपनी संस्कृति को फैलाना चाह रहे हैं।

मथुरा,अयोध्या और काशी आने के इच्छुक लोगों की बहुत अधिक संख्या है। शंकराचार्य ने कहा कि आज देश के सामने आतंकवाद, टूटते परिवार को रोकने की बहुत बड़ी चुनौती है।आदि शंकराचार्य ने जिस समय अपनी यात्रा शुरू की थी उस समय में और आज के समय में बहुत अन्तर आ गया है।’’सर्वे भवन्तु सुखिनः’’ का संदेश देने वाले देश में दरकते परिवारों को रोकने की आज सबसे बड़ी चुनौती है।

यह एक सतत चलनेवाला कार्य है इसलिए शंकराचार्यों और धर्माचार्यों को अपने मठ एवं आश्रमों से निकलकर इस खतरे को रोकने का प्रयास जगह जगह प्रवचन देकर करना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा हाल में काशी में काशी तामिल संगमम आयोजित करने की प्रशंसा की और उम्मीद जताई कि अन्य राजनैतिक दलों के लोग भी इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित कर भावात्मक एकता को मजबूत बनाने की पहल करेंगे।

शंकराचार्य ने अंत में कहा कि उन्हें प्रथम चरण की यात्रा में देश के विभिन्न भागों में पूरा सहयेाग और स्नेह मिला।उन्हें जब यह पता चला कि कोई शंकराचार्य उनके क्षेत्र में शक्तिपीठ की आराधना करने आए हैं तथा उनका यह कार्य कोरोना जैसी महामारी को भगाने के लिए है तो उन्होंने पलक पांवड़े जिस प्रकार से बिछा दिये उससे ही प्रभावित होकर वे उन्होंने देश के बाहर स्थित शक्ति पीठों में पूजन अर्चन करने का कार्य चुना है। वे श्री लंका में चार दिन रूकेंगे तथा देवी से आराधना करेंगे कि वे उन्हें उनके मिशन में उसी प्रकार का आशीर्वाद दें जैसा उन्होंने यात्रा के प्रथम चरण में दिया था।

पीएम मोदी ने चुनावी जनसभा को संबोधित किया 

पीएम मोदी ने चुनावी जनसभा को संबोधित किया 

इकबाल अंसारी 

गांधीनगर/मेहसाणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि यह चुनाव ना नरेन्द्र लड़ रहा है, ना भूपेन्द्र लड़ रहा है, मंच पर बैठे लोग भी नहीं लड़ रहे। इस बार गुजरात का चुनाव गुजरात की जनता लड़ रही है। गुजरात के युवाओ ने यह विजय ध्वज अपने हाथ में ले लिया है। मोदी ने बुधवार को चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए गुजराती में कहा केम छे आपणुं मेहाणा’, ‘बधा सुख मां ने’, ‘रामे राम’ (अपना मेहासाण कैसा हैसब सुख में होराम राम)। कुछ दिन पहले आप सब के बीच आने का मौका मिला मोढेरा आया था।

देश का पहले सूर्य ग्राम मोढेरा का गौरव मेहसाणा जिले को मिला और मोढेरा सूर्य ग्राम का लोकार्पण होने के साथ ही देश का पहला सूर्य ग्राम मोढ़ेरा दुनिया में चमक गया। इसके साथ ही मेहसाणा जिला भी चमक गया। यह आप सब के आशीर्वाद से ही हुआ है। मैं यह सब कर सकता हूं इसका कारण इस मिट्टी ने मुझे बड़ा कियासंस्कारित किया है। यहां के पानी ने मुझे गढ़ा है। मेहसाण जिला राजकीय तरीके से जागृत जिला है जो भविष्य का फैसला करता है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव ना नरेन्द्र लड़ रहा है ना भूपेन्द्र लड़ रहा है मंच पर बैठे लोग भी नहीं लड़ रहे इस बार गुजरात का चुनाव गुजरात की जनता लड़ रही है। गुजरात के युवाओने यह विजय ध्वज अपने हाथ में ले लिया है। माताएं बहने मैदान में उतरी हैं। इसलिए जहां भी जा रहा हूं एक ही नारा गूंज रहा है फिर एक बार मोदी सरकार।

मोदी ने कहा कि देश की युवा पीढ़ी आज भाजपा की ओर बढ़ी है वह आंखों पर पट्टी बांधी हुयी पीढ़ी नहीं है। यह एक एक कदम का बारीक निरीक्षणमूल्यांकन करती है। फिर वह निर्णय करती है कि किस रास्ते जाना है। उनको लगता है कि देश को आगे ले जाना होगाआने वाले 25 वर्ष में देश को समृद्धवैभवी बनाना होगा तो भारतीय जनता पार्टी की नीतिरीतिरणनीति काम आएगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक ऐसी पार्टी है जिसके लिए व्यक्ति से बढ़कर पार्टी और पार्टी से बड़ा देश है। यह हमारे संस्कार हैं और हम इन संस्कार के साथ ही काम करते हैं।

उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस भाई-भतीजावादपरिवारवादजातिवादसंप्रदायवाद और वोट बैंक की राजनीति का मॉडल है और उसने गुजरात और पूरे देश को बर्बाद कर दिया है।

प्रधानमंत्री ने कहा वीरमगाम से लेकर मेहासाणा तक कारखाने लगे हुए हैं। जिसमें इलेक्ट्रिक व्हीकलबैटरी का निर्माण जो हिन्दुस्तान के जीवन को बदलने का काम यह मेरी मेहसाणा की धरती से होने वाला है। अपना यह क्षेत्र ऑटो हब बन रहा है यहां से गाड़ियां जापान जाती हैं। यहां की बनी गाड़ी जापान में भी बिकती है। यह उत्तर गुजरात की धरती की ताकत है भाईयो। इलेक्ट्रिक वाहन आने पर दुनिया का बाजार कब्जे करने की ताकत इस जिले में आने वाली है।

बिल्ली पर सिक्स पैक एब्स बनाने का भूत सवार

बिल्ली पर सिक्स पैक एब्स बनाने का भूत सवार

सरस्वती उपाध्याय

फिट रहना किसे पंसद नहीं है। लेकिन सोशल मीडिया पर एक ऐसी बिल्ली की वीडियो वायरल हो रहा है। जिसके सिर पर सिक्स पैक एब्स बनाने का भूत सवार है। वायरल वीडियो में एक बिल्ली जिम में एक्सरसाइज करती हुई दिख रही है। जिसे देखना लोगों को खूब पसंद आ रहा है। वीडियो में दिख रही इस बिल्ली को कोई क्यूट कह रहा है तो कोई उसे फिटनेस फ्रीक बता रहा है। बिल्ली को एक्सरसाइज करते हुए देख लोग हैरान हैं।

वायरल वीडियो में दिख रहा है कि बिल्ली जिम में आती है और जमीन पर पीठ के बल लेट जाती है। इसके बाद वो एक्सरसाइज करने लगती है। बिल्ली करीब 15 सेकंड तक जमीन पर लेटकर एक्सरसाइज करती है। ये देखकर लोग अचंभे में हैं। हालांकि कुछ लोगों ने अंदाजा लगाया है कि हो सकता है बिल्ली अन्य लोगों देखकर नकल कर रही हो।

जान लें कि बिल्ली द्वारा एक्सरसाइज करने के वीडियो को जिंदगी गुलजार है नामक एक ट्विटर अकाउंट से सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया है और कैप्शन में लिखा है कि आज तो सिक्स पैक बनाकर ही रहूंगा।

जवान-खूबसूरत बनाएं रखने में मदद, जानिए 

जवान-खूबसूरत बनाएं रखने में मदद, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 

बढ़ती उम्र के साथ-साथ बदलते मौसम के चलते भी त्वचा पर झुर्रियां नजर आने लगती हैं। चेहरे की झुर्रियों से खुद को बचाने के लिए लोग बहुत से ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल भी करते हैं। ऐसे में त्वचा को हेल्दी बनाए रखने के लिए आप अपनी डाइट में एंटी एजिंग गुणों से भरपूर फलों और सब्जियों को शामिल कर सकते हैं। ये फल और सब्जियां पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। ये आपकी त्वचा को जवान और खूबसूरत बनाएं रखने में मदद कर सकते हैं।

एंटी एजिंग फूड्स

पत्ता गोभी

पत्ता गोभी एंटी ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। ये त्वचा को यूवी किरणों के नुकसान से बचाने में मदद करते हैं। आप इसे हल्का पका कर खा सकते हैं। ये आपकी त्वचा को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है।

गाजर
गाजर में बीटा कैरोटीन होता है। ये कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है। ये इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करता है। ये आपको कई स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से बचाने में मदद करता है। आप नियमित रूर से गाजर के जूस का सेवन कर सकते हैं।

अंगूर खाने के फायदे
अंगूर में विटामिन सी होता है। इसमें एंटी एजिंग गुण होते हैं। ये आपकी त्वचा को जवां बनाए रखने में मदद करते हैं। आप अपनी डाइट में पर्पल ग्रेप्स का जूस शामिल कर सकते है। ये जूस आपको कई अन्य स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने में भी मदद करता है।

संतरे को करें शामिल
आप अपनी डाइट में संतरे शामिल कर सकते हैं। ये एंटी ऑक्सीडेंट गुण से भरपूर होते हैं। ये कैंसर को रोकने में मदद करते हैं। ये कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। ये ब्लड प्रेशर लेवल को कंट्रोल रखने में मदद करते हैं।

प्याज का सेवन
प्याज का सेवन आप सलाद के रूप में कर सकते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है। ये गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने का काम करती है। ये त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद है।

दावा: अपने पद को छोड़ना चाहते हैं कोश्यारी

दावा: अपने पद को छोड़ना चाहते हैं कोश्यारी

कविता गर्ग 

मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पंवार ने बुधवार को दावा किया कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें बताया कि वह अपने पद को छोड़ना चाहते हैं। मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में कोश्यारी की हाल की टिप्पणियों से असहमति जताते हुए उन्होंने यह भी पूछा कि क्या कोश्यारी केंद्र सरकार को उन्हें महाराष्ट्र से हटाने के लिए विवश करने के वास्ते ऐसे विवादित बयान दे रहे थे।

पवार कोश्यारी की हालिया विवादित टिप्पणी को लेकर पूछे गए एक पत्रकार के सवाल का जवाब दे रहे थे। कोश्यारी ने शिवाजी महाराज को पुराने जमाने का आदर्श बताया था। महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता पवार ने कहाकई बार जब मैं राज्यपाल कोश्यारी से मिलने राज भवन जाता था तो वह कई दफा कहते थे कि वह राज्य को छोड़ना चाहते हैं। मैंने उनसे यह बात अपने वरिष्ठों को बताने के लिए भी कहा था ताकि वे उनकी इच्छा पर गौर कर सकें।

उन्होंने शिवाजी महाराज को लेकर की गयी टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहाउन्हें (कोश्यारी) ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए। जब कोई सरकारी अधिकारी अपनी इच्छा के विरुद्ध किसी पद पर तैनात होता है तो वे कुछ विवाद खड़ा करते है ताकि सरकार को उनके तबादले का आदेश जारी करना पड़े। क्या कोश्यारी भी ऐसा कुछ करने की कोशिश कर रहे हैं...मैं कह नहीं सकता। पहले भी समाज सुधारक दंपति ज्योतिराव फुले और सावित्रीबाई फुले को लेकर की गयी कोश्यारी की टिप्पणियों से विवाद पैदा हुआ था।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  1. अंक-11, (वर्ष-11) पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254 2. शनिवार, जनवरी 11, 2024 3. शक-1945, पौष, शुक्ल-पक्ष, तिथि-...