भारत के पहले निजी रॉकेट 'विक्रम-एस' का प्रक्षेपण
अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी
नई दिल्ली/श्रीहरिकोटा। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में शुक्रवार को भारत के पहले निजी रॉकेट 'विक्रम-एस' का प्रक्षेपण हुआ। यह स्काईरूट एयरोस्पेस द्वारा बनाया गया है, जिसके मिशन का नाम 'प्रारंभ' रखा गया है। विक्रम-एस रॉकेट ने श्रीहरिकोटा में (आईएसआरओ) के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी।
इन स्पेस के अध्यक्ष पवन कुमार गोयनका ने कहा कि मुझे मिशन प्रारंभ-स्काईरूट एयरोस्पेस की शुरुआत के सफल समापन की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। यह भारत के निजी क्षेत्र के लिए नई शुरूआत है, जो अंतरिक्ष के क्षेत्र में कदम रखने जा रहे हैं और एक ऐतिहासिक क्षण हैं। छह मीटर लंबे प्रक्षेपण यान विक्रम-एस का नाम अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है। यह शुक्रवार दोपहर साढ़े 11 बजे रवाना हुआ। विक्रम-एस ने, चेन्नई के स्टार्ट-अप स्पेस किड्ज, आंध्र प्रदेश के स्टार्ट-अप एन-स्पेस टेक और आर्मेनियाई स्टार्ट-अप बाजूमक्यू स्पेस रिसर्च लैब उपग्रहों को लेकर अंतरिक्ष में उड़ान भरी।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह भारत के स्पेस इकोसिस्टम को विकसित करने के लिए एक बड़ा कदम है और विश्व समूह के समुदाय में एक सीमावर्ती राष्ट्र के रूप में भी उभर रहा है। यह भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए भी एक महत्वपूर्ण मोड़ है।