भागवत ने पदाधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया
प्रकाश चौबे
जबलपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को यहां महाकौशल क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया। संगठन के एक पदाधिकारी ने इसकी जानकारी दी। पदाधिकारी ने बताया कि वर्ष 2025 में संघ अपना शताब्दी वर्ष मनाएगा और उससे पहले देश के प्रत्येक घर तक पहुंचने और संघ के आधार को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है।
संघ के एक पदाधिकारी ने कहा कि संघ स्वदेशी सामान अभियान को बढ़ावा देने की इच्छा रखता है, ताकि घरों में विदेशी वस्तुओं के उपयोग को हतोत्साहित किया जा सके। पदाधिकारी ने कहा, ‘‘सर संघचालक डॉ मोहन भागवत ने संघ पदाधिकारियों के साथ-साथ संघ के मंडल कार्यालय केशव कुटी में समूहों के साथ बात की।’’
भागवत चार दिवसीय दौरे पर बृहस्पतिवार को यहां पहुंचे। संघ प्रमुख का यह दौरा महत्वपूर्ण है। क्योंकि संघ के शताब्दी वर्ष समारोह के लिए केवल दो वर्ष ही शेष है। संघ के महाकौशल प्रांत सह प्रचार प्रमुख प्रशांत वाजपेयी ने कहा कि शताब्दी समारोह को भव्य तरीके से मनाने की योजना है।वाजपेयी ने कहा, ‘‘ भागवत शनिवार को राष्ट्र निर्माण, ग्राम विकास, कृषि, श्रमिक कल्याण, पर्यावरण और जीवन के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी विषय पर बोलेंगे।’’ उन्होंने कहा कि रविवार को भागवत आरएसएस के स्वयंसेवकों के परिवार के सदस्यों से मिलेंगे और देश के विकास में परिवार की भूमिका पर बात करेंगे।
एक अनुमान के अनुसार, आरएसएस के पास लगभग तीन हजार प्रचारक (पूर्णकालिक कार्यकर्ता) हैं जो रक्षा, शिक्षा, श्रमिक संघों और जनजातीय जैसे क्षेत्रों में संगठन की विभिन्न शाखाओं में ड्यूटी निभा रहे है। संघ के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि संघ अंशकालिक स्वयं सेवकों या विस्तारकों को शामिल करके अपने शताब्दी वर्ष से पहले अपनी संगठन शक्ति को दो गुना करना चाहता है।