गुरुवार, 17 नवंबर 2022

फर्जी मुकदमें को लेकर पत्रकारों की आवाज उठाई

फर्जी मुकदमें को लेकर पत्रकारों की आवाज उठाई

अनीस अंसारी 

लखनऊ। केन्द्रीय पत्रकार हेल्प एसोसिएशन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री अनीस अंसारी ने पूरे भारत में हो रहे पत्रकारों पर अत्याचार। पत्रकारों पर फर्जी मुकदमे, हत्याएं 376 , 354 फर्जी मुकदमा एवं शासन प्रशासन नेताओं माफियाओं के द्वारा पत्रकारों को पीड़ित, अभद्र भाषा, मारपीट, फर्जी मुकदमें को लेकर पीड़ित पत्रकारों की आवाज उठाई।

केन्द्रीय पत्रकार हेल्प एसोसिएशन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री अनीस अंसारी, सह संपादक अनिल कुमार रावत, उत्तर प्रदेश क्राइम ब्यूरो ओ पी गौतम, लखनऊ क्राइम ब्यूरो अब्दुल रहीम आजाद , वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार , वरिष्ठ पत्रकार राकेश कुमार, वरिष्ठ पत्रकार दिलीप कुमार कनौजिया, वरिष्ठ पत्रकार अंकित कुमार, एवं सम्मानित सभी पत्रकार शामिल हुए बैठक में पत्रकारों को लेकर बड़े स्तर की चर्चाएं हुई।

विषय पत्रकारों के साथ हो रहे अत्याचार व पत्रकारों की हत्या पत्रकारों पर संगीन धाराओं में 376 , 354 व पत्रकारों फर्जी रंगदारी जैसे मुकदमे लाद दिए जाते हैं। दबंग गुंडे माफिया भ्रष्टाचारी नेता भ्रष्टाचारी पुलिस कर्मियों की मिलीभगत से फर्जी मुकदमे लाद दिए जाते हैं। पत्रकारों पर सच्चाई उजागर करने को लेकर व पत्रकारों का बीमा पत्रकारों के परिवार को दुर्घटना पर एक करोड़ की सहायता राशि परिवार के सदस्य में एक को सरकारी नौकरी पत्रकारों को महीने की सैलरी 15000 वेतन पत्रकारों को सरकार की तरफ से सरकारी योजना में हर पत्रकार को एक मकान दिया जाए।

पत्रकारों पर पुलिस प्रशासन के द्वारा अभद्र व्यवहार और पत्रकारों पर झूठे मुकदमों पर रोक लगाने एवं पत्रकारों के ऊपर उत्तर प्रदेश में जितने भी फर्जी मुकदमे लगे हैं। उच्च स्तरीय जांच कराकर सारे मुकदमे वापस लिए जाएं पत्रकारों को मान सम्मान के साथ रिहा किया जाए जो पत्रकार दोषी हैं। उन पर कठोर कार्रवाई की जाए निर्दोष पत्रकारों को रिहा कराने के साथ - साथ पत्रकारों को उचित सुविधाएं मुहैया कराने के बारे में एवं बिना मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए भारत सरकार उत्तर प्रदेश सरकार नए कानून को पास करने की कृपा करें पत्रकार भारत मां की आंख है। पत्रकार भारत की कलम है पत्रकार भारत की रीढ़ की हड्डी है।

पत्रकार भारत का चौथा स्थान है। लोकतंत्र की सुरक्षा की भारत सरकार उत्तर प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है। सरकार इस पर ध्यान दें और केन्द्रीय पत्रकार हेल्प एसोसिएशन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री अनीस अंसारी आपका ध्यान आकर्षित कराना चाहते हैं कि आज पत्रकारों के साथ बहुत ही दुर्व्यवहार हो रहा हैं। आए दिन पत्रकारों को कभी गुंडों द्वारा कभी पुलिस द्वारा तो कभी जान बुझकर पत्रकारों पर झूठा मुकदमा दायर किया जाता है। जैसा कि आप जानते हैं, पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता हैं। जिसमें पत्रकार अपनी जान की परवाह ना करते हुए बिना किसी लालच के पब्लिक को न्याय दिलाने के लिए तपती दोपहरी में भी पत्रकार कवरेज करता है और उसी दौरान कई बार उसके साथ बहुत ही अभद्र व्यवहार किया जाता हैं। कभी पुलिस प्रशासन द्वारा कभी निजी गुंडों के द्वारा तो कभी बिना वजह के उन पर झूठे मुकदमे लाद दिए जाते हैं। कभी कभी तो पत्रकार को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ता है। जैसा की कई पत्रकारों के साथ हो चुका हैं। आज पत्रकारों की बहुत ही दयनीय स्थिति हैं।

पत्रकारों के पास पत्रकारिता के अलावा अपने घर चलाने के लिए कोई और साधन नही हैं। आप से प्रार्थना हैं कि पत्रकारों के साथ अगर कोई घटना घटती है, तो उन के लिए अलग से कोटा रिजर्व किया जाए ताकि उन के परिवार के आर्थिक रूप से मदद की जाए केन्द्रीय पत्रकार हेल्प एसोसिएशन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री अनीस अंसारी आप से उम्मीद करते हैं। कि आप पत्रकारों की दयनीय स्थिति के बारे में आप जरूर ध्यान दे।

पत्नी और बेटी के साथ प्रसिद्ध कैंची धाम के दर्शन किए

पत्नी और बेटी के साथ प्रसिद्ध कैंची धाम के दर्शन किए

पंकज कपूर 

नैनीताल। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान एवं दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली ने पत्नी एवं सिने अभिनेत्री अनुष्का शर्मा और बेटी के साथ गुरुवार को नैनीताल के प्रसिद्ध कैंची धाम के दर्शन किए। प्राप्त मिली जानकारी के अनुसार विराट कोहली आज सुबह सीधे कैंची धाम पहुंचे और तीनों ने नीम करौली महाराज के दर्शन किये। उन्होंने आरती में भाग लिया। वे कुछ देर मंदिर में रुके। उन्होंने इस दौरान मंदिर के पुजारी और कर्मचारियों के साथ फोटो भी खिंचवाये। उन्होंने हालांकि इस दौरान लोगों और श्रद्धालुओं से दूरी बनाए रखी। इसके बाद वह मुक्तेश्वर के लिए रवाना हो गए।

गौरतलब है कि विराट कोहली अपने परिवार के साथ बुधवार को नैनीताल के रामगढ़-मुक्तेश्वर पहुंचे। वह निजी हेलीकॉप्टर से सीधे घोड़ाखाल सैनिक स्कूल उतरे और वापस मुक्तेश्वर के लिए रवाना हो गए। उन्होंने इस दौरान भी किसी से बात नहीं की। घोड़ाखाल स्कूल के छात्र भी इस मौके पर उनकी अगुवाई के लिए खड़े रहे। उन्होंने विराट और अनुष्का का ताली बजाकर स्वागत किया। ऐसा बताया जा रहा है कि वह मुक्तेश्वर में अपने खास मित्र के यहां ठहरे हैं। दोनों यहां की शांत वादियों में कुछ दिन बिताना चाहते हैं।

हत्या के मामलें में 5 आरोपियों को उम्रकैद की सजा 

हत्या के मामलें में 5 आरोपियों को उम्रकैद की सजा 

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुजफ्फरनगर। वर्ष 2007 की 2 जनवरी को जनपद के थाना ककरौली क्षेत्र के गांव खेड़ी फिरोजाबाद में पुरानी रंजिश को लेकर हुई हत्या के मामलें में दोषी पाए गए पांच आरोपियों को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। अदालत ने आरोपियों के ऊपर 14-14 हजार रुपए का जुर्माना भी किया है। बृहस्पतिवार को जनपद न्यायाधीश चवन प्रकाश की अदालत में वर्ष 2007 की 2 जनवरी को थाना ककरौली क्षेत्र के ग्राम खेड़ी फिरोजाबाद में पुरानी रंजिश को लेकर मस्जिद के भीतर की गई हत्या के मामले की सुनवाई की गई।

जनपद न्यायाधीश ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद हत्या के इस मामले में दोषी पाए गए पांच आरोपियों भूरा, सदा हसन, मुनव्वर, जहीर आलम और मुदस्सीर को उम्र कैद की सजा सुनाई है। अदालत की ओर से पांचों दोषियों के ऊपर 14-14 हजार रुपए का जुर्माना भी किया गया है। अदालत की ओर से कहा गया है कि जुर्माने की रकम में से 20000 रूपये की धनराशि मृतक के पिता आबाद मोहम्मद को दी जाएगी।

एक आरोपी जावेद को सबूत के अभाव में अदालत द्वारा बरी कर दिया गया है। हत्या के इस मामले में आरोपियों को सजा दिलाने के लिए अभियोजन की ओर से जिला शासकीय अधिवक्ता राजीव शर्मा की ओर से जोरदार पैरवी की गई, जबकि वादी पक्ष की ओर से ठाकुर दुष्यंत सिंह ने अपनी दलीलें अदालत के सम्मुख रखी।

पूनावाला से पांच दिन और पूछताछ करने की अनुमति

पूनावाला से पांच दिन और पूछताछ करने की अनुमति

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। श्रद्धा वॉकर हत्याकांड मामले में लगातार हो रहे खुलासे से पूरा देश दंग रह गया है। दिल्ली की अदालत ने शहर पुलिस को श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला से पांच दिन और पूछताछ करने की बृहस्पतिवार को अनुमति दे दी। कोर्ट ने मामले का खुलासा करने के लिए उसका नार्को टेस्ट’ कराने की भी अनुमति दी।

श्रद्धा हत्याकांड ने दिलाई अनुपमा की कहानी
श्रद्धा के लिव इन पार्टनर आफताब आमीन पूनावाला ने उसे गला दबाकर मारने के बाद उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए। फिर इन्हें जंगल में ठिकाने लगा दिया। इस हत्याकांड ने देहरादून के चर्चित अनुपमा गुलाटी हत्याकांड को एक बार ताज़ा कर दिया है। इस घटना ने 2010 की उसी खौफनाक कहानी को याद दिला दिया, जहां अनुपमा के पति राजेश गुलाटी ने उसकी निर्मम तरीके से हत्या कर दी थी।

शरीर के किए थे 70 टुकड़े
हत्या के दोनों मामलों में काफी समानताएं हैं। तब 36 साल की अनुपमा गुलाटी की उसके पति राजेश गुलाटी ने उत्तराखंड के देहरादून में हत्या कर दी थी। सिर्फ इतना ही नही दरिंदगी की हदें बार करते हुए हत्यारे ने अनुपमा को मारने के बाद उसके शरीर के 70 टुकड़े करने के लिए बिजली से चलने वाले कटर का इस्तेमाल किया था, जिन्हें वो कुछ दिनों तक राजपुर रोड पर मसूरी मोड़ पर एक नाले में फेंकता रहा।

दोनों के बीच हुआ था झगड़ा
दिल्ली की रहने वाली अनुपमा की शादी देहरादून के रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर राजेश गुलाटी से 1999 में हुई थी। दोनों अमेरिका रहने चले गए थे। दंपति के दो बच्चे भी थे
जो अमेरिका में ही पैदा हुए। फिर छह साल बाद 2006 में ये लोग भारत लौट आए। अनुपमा ने राजेश पर कोलकाता की एक महिला के साथ संबंध रखने का आरोप लगाया।

आफताब के जैसा तरीका अपनाया
आफताब पूनावाला हत्या को कवर अप करने के लिए श्रद्धा का सोशल मीडिया हफ्तों तक इस्तेमाल करता रहा। ताकि सबको लगे कि वह जिंदा है। ठीक इसी तरह अनुपमा का पति भी उसके परिवार और दोस्तों को गुमराह करने के लिए अनुपमा की मेल आईडी से उन्हें मैसेज भेजा करता था। उसने अपने दोनों बच्चों और यहां तक कि पड़ोसियों तक से कह दिया था कि अनुपमा दिल्ली गई है। हत्या का खुलासा दिसंबर में हुआ। जब अनुपमा का भाई कई दिनों तक उससे संपर्क नहीं कर पाया
तो उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।

फ्रिज में रखे गए शरीर के टुकड़े
आफताब पूनावाला की तरह ही राजेश ने भी अपनी पत्नी के शरीर के टुकड़ों को फ्रिज में रखा था। पुलिस ने शरीर के कई हिस्सों को बरामद कर लिया था
जिसमें अनुपमा की सिर भी शामिल था। जो डीप फ्रीजर में मिला।

राजेश को उम्रकैद की सजा सुनाई गई
साल 2017 में देहरादून की एक अदालत ने राजेश को हत्या का दोषी पाया और उसे आजीवन कारावास और 15 लाख रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई। देहरादून के पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जी एस मर्तोलिया
 ने कहा था कि अपने पूरे करियर मेंमैंने कभी इस तरह का मामला नहीं देखा थाजहां हत्यारे ने शव पर इस तरह का क्रूर अत्याचार किया हो। ऐसी हत्याएं अचानक नहीं होती हैं। उन्होंने कहा कि झगड़े और घरेलू हिंसा के कृत्यों के रूप में संकेत प्रकट होने लगते हैं।

बाबू को भारत का अगला राजदूत नियुक्त किया 

बाबू को भारत का अगला राजदूत नियुक्त किया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी बंडारू विल्सन बाबू को समवर्ती रूप से कोमोरोस में भारत का अगला राजदूत नियुक्त किया गया है। विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

मंत्रालय के बयान के अनुसार, बंडारू विल्सन बाबू अभी मेडागास्कर में भारत के राजदूत के रूप में कार्य कर रहे हैं और उन्हें समवर्ती रूप से कोमोरोस में भारत का अगला राजदूत नियुक्त किया गया है। वह एक साथ दोनों जगह के राजदूत का दायित्व संभालेंगे। विल्सन बाबू भारतीय विदेश सेवा के 2004 बैच के अधिकारी हैं।

सिमरनजीत के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दें

सिमरनजीत के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दें

अमित शर्मा 

जालंधर। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया ने कहा कि मुख्य मंत्री भगवंत मान शहीद भगत सिंह को भारत रत्न देने की मांग करने से पहले भगत सिंह को आंतकवादी कहने वाले सिमरनजीत सिंह मान के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दें। कालिया ने मुख्य मंत्री भगवंत मान को गुरूवार को एक पत्र लिख कर कहा कि वे और भारतीय जनता पार्टी पंजाब स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, करतार सिंह सराभा, लाला लाजपत राय और अन्य महान शहीदों को भारत रत्न देने और करतार सिंह सराभा को राष्ट्रीय शहीद का दर्जा देने की आपकी मांग का पूर्ण समर्थन करते हैं

उन्होने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद भारत के प्रत्येक नागरिक के दिल में रहते हैं। कोई भी पुरस्कार शहीद के सर्वोच्च बलिदान की बराबरी नहीं कर सकता। यदि शहीद को कोई पुरस्कार दिया जाना है तो वह सभी शहीदों के लिए होना चाहिए। शहीदों में कोई भेदभाव नहीं हो सकता क्योंकि देश के लिए दिया गया हर बलिदान सर्वोच्च है। भाजपा नेता ने कहा कि संगरूर लोकसभा क्षेत्र से सांसद सिमरनजीत सिह मान ने 17 जुलाई को शहीद भगत सिंह को आतंकवादी कहा था। उन्होने कहा कि आपने एक मुख्यमंत्री के रूप में न तो उनके बयान पर प्रतिक्रिया दी और न ही सिमरनजीत सिंह मान के खिलाफ कोई आपराधिक कार्रवाई का आदेश दिया

कालिया ने कहा कि उन्होने 22 जुलाई को पत्र लिख कर मुख्य मंत्री से सिमरनजीत सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी लेकिन मुख्य मंत्री कार्यालय ने उनके पत्र को डीजीपी पंजाब को भेजने की बजाए विशेष मुख्य सचिव संसदीय कार्य विभाग को प्रेषित कर दिया। उन्होने कहा कि चार महीने का समय बीत जाने पर भी अभी तक सिमरनजीत सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होने कहा कि अगर सिमरनजीत सिंह मान के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तो माना जायेगा कि आप दोहरे मापदंड अपना रहे हैं। 

24 नवंबर को 'नेशनल हाईवे' जाम का ऐलान: चढूनी

24 नवंबर को 'नेशनल हाईवे' जाम का ऐलान: चढूनी

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। किसान आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमों को वापस नहीं लिए जाने से बुरी तरह गुस्साए किसानों द्वारा अब 24 नवंबर को नेशनल हाईवे जाम का ऐलान किया गया है। इसी दिन मोहडा अनाज मंडी के पास जीटी रोड पर धरना देते हुए यहां के यातायात को भी बंद किया जाएगा। रेलवे की ओर से दर्ज मुकदमे वापस ले लिए जाने के बाद अब रेलवे ट्रैक के बंद के प्रोग्राम को वापस ले लिया गया है।

बृहस्पतिवार को किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि किसानों की ओर से दी गई चेतावनी के बाद रेलवे ने किसानों के खिलाफ दर्ज सभी मुकदमे वापस ले लिए है। इसलिए अब 24 नवंबर को किसान ट्रेनों का चक्का जाम नहीं करेंगे। लेकिन इस दिन मोहडा अनाज मंडी के पास जीटी रोड को बाधित करते हुए इसे जाम किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि राज्य के गृहमंत्री द्वारा किसानों के साथ हुई मीटिंग को लेकर दिया गया बयान पूरी तरह से गुमराह करने वाला है। किसान नेता ने कहा है कि हरियाणा सरकार ने अभी तक अपने वादे के मुताबिक किसानों के खिलाफ दर्ज किए गए सभी मुकदमे वापस नहीं लिए हैं। कई मामले ऐसे हैं, जिन्हें वापस लेने की प्रक्रिया ही अभी तक शुरू नहीं की गई है।

उन्होंने कहा है कि हरियाणा में दर्ज बहुत सारे मुकदमे अभी अदालतों में निलंबित पड़े हुए हैं। हालांकि हरियाणा सरकार ने ज्यादातर मामलों को रद्द करने की सिफारिश कर दी है। लेकिन इसके बावजूद अभी बहुत सारी संख्या में केस अदालतों में विचाराधीन हैं। जिस कारण से बहुत से लोगों के शस्त्र लाइसेंस भी रद्द कर दिए गए हैं और उनके पासपोर्ट भी नहीं बनाए जा रहे हैं।

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...