पोषक तत्वों से भरपूर दालचीनी, जानिए फायदे
सरस्वती उपाध्याय
दालचीनी एंटीऑक्सिडेंट जैसे कई यौगिकों में भरपूर होती है। इसमें जिंक, विटामिंस, मैग्नीशियम, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, आयरन और फास्फोरस जैसे कई पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो आपकी बॉडी को मजबूती देने में काफी हद तक मददगार होते हैं। वहीं दालचीनी महिलाओं के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं होती है। क्योंकि, उनकी कई परेशानियों में दालचीनी राहत देने का काम करती है। कुछ शोध बताते हैं कि यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है और हृदय रोग में फायदेमंद होता है, साथ ही यह मसल्स सूजन को भी कम कर सकता है।
मौजूद पोषक तत्वों की मौजूदगी मुहांसों की समस्या और अनियमित पीरियड्स की प्रॉबलम्स को दूर रख सकते हैं। शरीर पर आ रहे अधिक बालों के लिए भी दालचीनी कारगर मानी जाती है। मेनोपोज के दिनों में असहनीय दर्द, मूड स्विंग, ब्लोटिंग, चिड़चिड़ापन जैसी दिक्कतों को दूर करने के लिए आजमाएं दालचीनी और शहद। दालचीनी में यूजेनॉल मौजूद होता है, जो पीरियड्स के दौरान हो रही समस्याओं को बढ़ाने वाले हार्मोन का संतुलन बनाए रखने में मदद कर सकती है।
पीरियड्स क्रैम्प्स के लिए दालचीनी पानी
इन दिनों में आमतौर पर पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होना, उल्टी आना, चक्कर, लूज मोशन, जी मचलाना और कमजोरी जैसी कई परेशानियों महसूस होती हैं। ऐसे में आपके लिए दालचीनी पानी बेहतर उपाय हो सकता है।
दूध और दालचीनी
इस तरह की समस्याओं के लिए दालचीनी नेचुरल तरीके से आपकी सहायता कर सकती है। इसे उपयोग में लाने का सबसे कारगर उपाय दालचीनी पाउडर को गुनगुने दूध में डालकर पीना है। आप चाहें तो इसकी चाय भी बनाकर पी सकती हैं। इससे आपको कई फायदें मिल सकते हैं
दर्द से राहत
पीरियड्स का दर्द कभी-कभी असहनीय बन जाता है। ऐसे हालात में आप दालचीनी की हर्बल चाय बनाकर पी सकती हैं या दालचीनी ऑयल से पेट की मालिश करने से भी सूजन और तेज दर्द में राहत मिलती है।
हैवी ब्लीडिंग की समस्या
कई लड़कियों को पीरियड के समय बहुत ब्लीडिंग होने लगती है, जो अहसज स्थिति बन सकती है और इसकी वजह से दर्द कमजोरी, चिड़चिड़ापन जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें दालचीनी के सेवन से ब्लड फ्लो का डायरेक्शन बदल जाता है और यही कारण है कि ब्लीडिंग कम होने लगती है।
अधिक दालचीनी के सेवन का दुष्प्रभाव
शोध में पाया गया है कि बहुत अधिक दालचीनी का सेवन आपके लीवर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। अधिक मात्रा में लेने की वजह से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।