कांग्रेस ने सावित्री को अपना उम्मीदवार घोषित किया
दुष्यंत टीकम
कांकेर। छत्तीसगढ़ में भानुप्रतापपुर सीट उपचुनाव के लिए राज्य के सत्ताधारी दल कांग्रेस ने बुधवार को सावित्री मंडावी को अपना उम्मीदवार घोषित किया। सावित्री मंडावी इस सीट से विधायक और राज्य विधानसभा के उपाध्यक्ष रहे मनोज मंडावी की पत्नी हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने यह जानकारी दी।
भानुप्रतापपुर के विधायक मनोज सिंह मंडावी के निधन के चलते इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है। इस सीट पर पांच दिसंबर को मतदान होगा। राज्य के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस सीट के लिए पूर्व विधायक ब्रह्मानंद नेताम को अपना उम्मीदवार बनाया है। नक्सल प्रभावित कांकेर जिले के अंतर्गत आने वाली भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है।
प्रमुख आदिवासी नेता मंडावी का 16 अक्टूबर को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भानुप्रतापपुर सीट पर उपचुनाव के लिए सावित्री मंडावी की उम्मीदवारी को मंजूरी दी है। शुक्ला ने कहा कि पार्टी को विश्वास है कि भानुप्रतापपुर की जनता पिछले चार वर्षों में राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्यों और मनोज मंडावी की छवि को ध्यान में रखते हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करेगी।
उन्होंने कहा कि मंडावी ने पिछले लगभग तीन दशक तक क्षेत्र में सक्रिय रूप से काम किया। मनोज मंडावी के निधन के बाद उनकी पत्नी सावित्री मंडावी (56) ने सरकारी स्कूल में शिक्षिका की नौकरी छोड़ दी थी। विपक्षी दल भाजपा ने उपचुनाव के लिए पूर्व विधायक ब्रह्मानंद नेताम को चुनाव मैदान में उतारा है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि इस उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 नवंबर है। 18 नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी तथा उम्मीदवार 21 नवंबर तक अपना नाम वापस ले सकेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि इस सीट के लिए पांच दिसंबर को मतदान होगा और आठ दिसंबर को मतों की गिनती की जाएगी। छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष एवं सत्ताधारी दल कांग्रेस से भानुप्रतापपुर क्षेत्र के विधायक रहे मनोज सिंह मंडावी का 16 अक्टूबर को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। वह 58 वर्ष के थे। मंडावी पहली बार 1998 में अविभाजित मध्य प्रदेश में इस सीट के लिए विधायक चुने गए थे। मंडावी क्षेत्र के कद्दावर आदिवासी नेता माने जाते थे।
वह वर्ष 2013 और 2018 के चुनाव में भी भानुप्रतापपुर क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। मंडावी ने 2000 और 2003 के बीच राज्य में अजीत जोगी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के दौरान गृह और जेल राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया था। राज्य में वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद चार उप चुनाव हुए और सभी में कांग्रेस की जीत हुई है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा की 90 सीटों में से कांग्रेस के पास वर्तमान में 70, भारतीय जनता पार्टी के पास 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के पास तीन तथा बहुजन समाज पार्टी के पास दो सीटें हैं। वहीं एक सीट रिक्त है।