पीएम मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग की मुलाकात
अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव
नई दिल्ली/बीजिंग। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात हुई है। जानकारी के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच अनौपचारिक तौर पर मुलाकात हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत और इंडोनेशिया दोनों अच्छे और बुरे समय में भागीदार रहे हैं और उनकी विरासत और संस्कृति भी साझा की है। बाली में प्रवासी भारतीयों की एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 2018 में जब इंडोनेशिया भूकंप से प्रभावित हुआ था, भारत ने तुरंत ऑपरेशन समुद्र मैत्री शुरू किया। उन्होंने कहा, "उस साल (2018) जब मैं जकार्ता आया था, मैंने कहा था कि भारत और इंडोनेशिया 90 समुद्री मील दूर हो सकते हैं, लेकिन वास्तव में हम 90 समुद्री मील करीब हैं।" अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, "ऐसे समय में जब भारत में भव्य राम मंदिर आकार ले रहा है, हम इंडोनेशिया की रामायण परंपरा को भी गर्व से याद करते हैं।"
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत 21वीं सदी में दुनिया के लिए आशा की किरण है और कहा कि आज का भारत छोटा नहीं सोचता। आज भारत अभूतपूर्व पैमाने और गति से काम कर रहा है। मोदी ने आगे कहा कि कुछ महीने पहले भारत ने अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया था, जबकि इंडोनेशिया का स्वतंत्रता दिवस 17 अगस्त को पड़ता है। उन्होंने कहा, "लेकिन इंडोनेशिया भारत से दो साल पहले स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए भाग्यशाली था। बहुत कुछ है जो भारत इंडोनेशिया से सीख सकता है। लेकिन अपनी 75 साल की लंबी विकास यात्रा में बहुत कुछ है जो भारत इंडोनेशिया को दे सकता है। भारत की प्रतिभा, टेक्नोलॉजी, इनोवेशन, इंडस्ट्री ने दुनिया के सामने अपनी एक पहचान बनाई है। दुनिया की कई बड़ी कंपनियों में भारतीय मूल के सीईओ हैं।"