'कमांड सिस्टम’ को पंगु बनाने की तैयारी, ऑपरेशन
अखिलेश पांडेय
सियोल। उत्तर कोरिया की सेना ने सोमवार को कहा कि उसने हाल में मिसाइल परीक्षण अपने प्रतिद्वंद्वियों दक्षिण कोरिया और अमेरिका के हवाई अड्डों जैसे ठिकानों को निशाना बनाने और उनके ऑपरेशन 'कमांड सिस्टम’ को पंगु बनाने की तैयारी के तौर पर किए थे। उत्तर कोरिया की यह घोषणा उनके नेता किम जोंग-उन की उनके प्रतिद्वंद्वियों के सैन्य अभ्यास के विस्तार के आगे घुटने न टेकने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
हालांकि कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि किम ने अपने परमाणु शस्त्रागार का आधुनिकीकरण करने और दक्षिण कोरिया तथा अमेरिका से भविष्य में कोई भी वार्ता में अपना पक्ष मजबूत करने के लिए ऐसा किया है। उत्तर कोरिया ने पिछले हफ्ते दर्जनों मिसाइलें दागीं और युद्धक विमानों का अभ्यास किया, जिस कारण दक्षिण कोरिया और जापान के कुछ क्षेत्रों से लोगों को निकालने के लिए ‘अलर्ट’ जारी किया गया था।
उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास के विरोध में यह प्रक्षेपण किए थे। उत्तर कोरिया इस तरह के अभ्यास को युद्ध का पूर्वाभ्यास बताता है। अमेरिका और दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने इस कार्रवाई पर कहा था कि वे अपने संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों को और अधिक बढ़ाएंगे। उन्होंने उत्तर कोरिया को आगाह किया कि परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से किम के शासन का अंत होगा। सरकारी मीडिया ने कोरियाई पीपुल्स आर्मी के जनरल स्टाफ के हवाले से कहा, ‘‘ कोरियाई पीपुल्स आर्मी के इस तरह के हालिया सैन्य अभियान (उत्तर कोरिया को) एक स्पष्ट जवाब है कि दुश्मनों की उत्तेजक सैन्य चालें जितनी उग्रता से जारी रहेंगी, उतने ही उचित तरीके से एवं निर्ममता से केपीए उसका मुकाबला करेगा।’’
उत्तर कोरिया की सेना ने कहा कि उसने ‘‘दुश्मन के ऑपरेशन कमांड सिस्टम को पंगु बनाने’’ के मकसद से एक बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। उसने सुपर-लार्ज, मल्टीपल-लॉन्च मिसाइलों और सामरिक बैलिस्टिक मिसाइलों का भी प्रक्षेपण किया। उसने विशेष रूप से अमेरिकी सरजमीं को निशाने बनाने में सक्षम एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के एक कथित प्रक्षेपण का उल्लेख नहीं किया।
हालांकि इसके मुख्य समाचार पत्र ने पिछले सप्ताह परीक्षण गतिविधियों के दौरान इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) जैसी मिसाइल की एक तस्वीर जारी की थी। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले हफ्ते किए गए प्रक्षेपण में कम दूरी तक मार करने वाले परमाणु-सक्षम हथियार शाामिल थे जो दक्षिण कोरिया और अमेरिकी सैन्य ठिकानों सहित कई प्रमुख सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने में सक्षम हैं।