'द अर्थशॉट' पुरस्कार के अंतिम 15 में जगह बनाई
संदीप मिश्र
कानपुर। शहर के फ्लेदर का डंका दुनिया भर में बज रहा है। अपनी पर्यावरण के अनुकूल खूबियों के चलते इसने पर्यावरण के सबसे बड़े 'द अर्थशॉट' पुरस्कार के अंतिम 15 में जगह बनाई है। इसका फाइनल बोस्टन में दो दिसंबर को होगा, जिसमें से पांच स्टार्टअप को एक मिलियन पाउंड का इनाम दिया जाएगा। इस उपलब्धि से शहर के साथ ही देश के लोगों को खुशी है।
फाइनल के लिए मुकाबले में यूएसए, हांगकांग, केन्या, इंग्लैंड, पुर्तगाल, नीदरलैंड, ओमान आदि देशों के स्टार्टअप हैं। आर्यनगर के अंकित अग्रवाल ने आईआईटी कानपुर स्टार्टअप एंड इन्क्यूबेशन सेंटर से उद्यमिता विकास किया। उन्होंने कानपुर समेत आसपास के मंदिरों से निकलने वाले फूल और अन्य पूजन सामग्री से अगरबत्ती, धूपबत्ती, पैकिंग मैटेरियल, बॉक्स आदि तैयार कराए। वह और उनकी टीम में शामिल विशेषज्ञों ने फूलों से कृत्रिम चमड़ा विकसित किया, जिसको फ्लेदर नाम दिया गया।
फ्लेदर की खूबियों के चलते कंपनी को पहले ही कई पुरस्कार हासिल हो चुके हैं। कई फैशन इंडस्ट्रीज इसकी सेल चालू कर दी है। फ्लेदर को द अर्थशॉट प्राइज के लिए भेजा गया, जिसका पर्यावरण को सुरक्षित, संरक्षित और साफ सुथरा रखने में सहयोगी स्टार्टअप से तैयार अन्य उत्पादों से मुकाबला हुआ। अंकित अग्रवाल के मुताबिक फ्लेदर का प्रदर्शन काफी शानदार रहा। यह वेस्ट फ्री वर्ड कैटेगरी में चयनित हुआ है।
10 हजार स्क्वायर फिट फ्लेदर बनाने का लक्ष्य
अंकित अग्रवाल ने बताया कि अभी उनके यहां हर दिन 90 स्क्वायर फिट फ्लेदर बन रहा है। इसको बढ़ाकर 10 हजार स्क्वायर फिट निर्माण प्रतिदिन करना है।