बुधवार, 26 अक्तूबर 2022

भारतीय करेंसी पर लक्ष्मी-गणेश की फोटो, मांग 

भारतीय करेंसी पर लक्ष्मी-गणेश की फोटो, मांग 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। गुजरात चुनाव से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भारतीय करेंसी पर गांधीजी के साथ लक्ष्मी और गणेश जी की फोटो लगाने की मांग की है। उन्होंने अर्थव्यवस्था की बेहतर स्थिति और देश को विकसित बनाने के लिए ‘देवी-देवताओं के आशीर्वाद’ की जरूरत बताते हुए ऐसा कहा है। केजरीवाल ने यह भी कहा कि नोट के एक तरफ गांधी जी की तस्वीर रहने दी जाए और दूसरी तरफ लक्ष्मी-गणेश की फोटो हो। वह इसके लिए पीएम मोदी को लेटर भी लिखने जा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि अगर एक तरफ गांधी जी की तस्वीर होगी और दूसरी तरफ लक्ष्मी गणेश जी की फोटो होगी तो इससे पूरे देश को उनका आशीर्वाद मिलेगा।

केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर बुधवार को कहा कि हम सब देख रहे हैं कि हमारी अर्थव्यवस्था बहुत नाजुक दौर से गुजर रही है। हम देख रहे हैं कि डॉलर के मुकाबले रुपया दिन प्रतिदिन कमजोर होता जा रहा है। यह सब की मार आम आदमी को भुगतनी पड़ती है। इसमें सुधार करने के लिए मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि बड़ा फैसला ले। दिल्ली के सीएम ने कहा कि दिवाली की रात पूजा करते समय उनके मन में यह विचार आया। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी कई लोगों से बातचीत हुई है और इस पर किसी को ऐतराज नहीं होना चाहिए। डॉलर के मुकाबले रुपए की कमजोरी का जिक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा कि कोशिशें तब कामयाब होती हैं जब देवी-देवताओं का आशीर्वाद साथ हो।

अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘हम सब चाहते हैं कि भारत अमीर देश बने और हर भारतवाशी अमीर परिवार बने। इसके लिए बहुत सारे कदम उठाने की जरूरत है। हमें बड़ी संख्या में स्कूल खोलने हैं, अस्पताल बनाने हैं। इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करना है। लेकिन कोशिश तभी कामयाब होगी जब हमारे ऊपर देवी देवताओं का आशीर्वाद होता है। कई बार देखते हैं कि कोशिश का परिणाम नहीं आ रहा है तब लगता है कि देवी देवताओं का आशीर्वाद हो तो नतीजे आने लगते हैं।’

मुंबई: अपना 48वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रही है टंडन 

मुंबई: अपना 48वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रही है टंडन 

कविता गर्ग 

मुंबई। बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री रवीना टंडन बुधवार को 48 वर्ष की हो गई। महज 17 साल की उम्र से बॉलीवुड में एंट्री करने वाली रवीना 90 के दशक की हॉट एक्ट्रेस में शुमार हैं। कई फिल्मों से दर्शकों के दिलों पर छा जाने वाली रवीना बुधवार को अपना 48वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रही हैं। रवीना टंडन का जन्म 26 अक्टूबर 1974 को मुंबई में हुआ। पिता रवि और मां वीणा टंडन के नाम को मिलाकर उनका नाम रवीना टंडन रखा गया। रवीना को अभिनय की कला विरासत में मिली। उनके पिता जाने-माने फिल्म निर्माता थे।

रवीना ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के जमनाबाई स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने मुंबई के मशहूर मिट्ठीभाई कॉलेज में दाखिला लिया। इस दौरान उनकी मुलाकात निर्देशक शांतनु शोरी से हुयी। उन्होंने रवीना को फिल्मों में काम करने की सलाह दी। इसके बाद कॉलेज में पढ़ाई छोड़कर रवीना फिल्मों में अभिनेत्री बनने का ख्वाब देखने लगी। रवीऩा ने अपने सिने करयिर की शुरूआत वर्ष 1991 में प्रदर्शित फिल्म ‘पत्थर के फूल’ से की। जी.पी. सिप्पी निर्मित इस फिल्म में नायक की भूमिका सलमान खान ने निभाई थी। यह फिल्म हालांकि टिकट खिड़की पर सफल नहीं हो सकी लेकिन रवीना टंडन के अभिनय को दर्शकों ने काफी सराहा।

इसके साथ ही वह नवोदित अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित की गयी। वर्ष 1994 रवीना के सिने करियर के लिये अहम वर्ष साबित हुआ। इसी वर्ष उनकी ‘मोहरा’, ‘लाडला’, ‘दिलवाले’ और ‘अंदाज अपना -अपना’ जैसी सुपरहिट फिल्में प्रदर्शित हुयी। ‘लाडला’ में दमदार अभिनय के लिये रवीना अपने करियर में पहली बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार के लिए नामांकित की गयीं।

वर्ष 1994 में ही प्रदर्शित फिल्म ‘मोहरा’ रवीना टंडन के करियर की सर्वाधिक सुपरहिट फिल्म साबित हुई। मारधाड़ और एक्शन से भरपूर इस फिल्म में रवीना पर फिल्माया यह गीत ‘तू चीज बड़ी है मस्त मस्त’ उन दिनों श्रोताओं के बीच क्रेज बन गया था। इसके बाद रवीना फिल्म इंडस्ट्री में ‘मस्त-मस्त गर्ल ’के नाम से मशहूर हो गई।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-381, (वर्ष-05)

2. बृहस्पतिवार, अक्टूबर 27, 2022

3. शक-1944, कार्तिक, शुक्ल-पक्ष, तिथि-दूज, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:25, सूर्यास्त: 05:44। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 22 डी.सै., अधिकतम-34+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी। 

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

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मंगलवार, 25 अक्तूबर 2022

महत्व: आज 'गोवर्धन' पर्वत की पूजा की जाएगी

महत्व: आज 'गोवर्धन' पर्वत की पूजा की जाएगी

सरस्वती उपाध्याय 

हर साल कार्तिक माह के शुक्ल-पक्ष की तिथि प्रतिपदा के दिन गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है। इस बार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि कल यानी 26 अक्टूबर को है। इस दिन लोग घर की आंगन में या घर के बाहर गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृत्ति बनाकर पूजा की जाती है। ज्योतिष की मानें तो इस साल गोवर्धन पूजा करने के लिए मात्र 02 घंटे 14 मिनट का ही समय है। आइए जानते हैं कब है, गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त और क्या है सही विधि?

गोवर्धन पूजा शुभ मुहूर्त

कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 25 अक्टूबर की शाम 04 बजकर 18 मिनच से शुरू हो रही है। प्रतिपदा तिथि का समापन 26 अक्टूबर के दोपहर 02 बजकर 42 मिनट पर होगा। इस दिन गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त 26 अक्टूबर की सुबह 06 बजकर 29 मिनट से लेकर 08 बजकर 43 मिनट तक यानी कुल घंटे 14 मिनट है।

गोवर्धन पूजा की विधि

गोवर्धन पूजा के दिन घर के आंगन में या दरवाजे पर गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत की प्रतिमा बनाई जाती है। इसके बाद इसका पूजन किया जाता है। इसके बाद इस पर रोली, चंदन, चावल, मिष्ठान्न, बताशे, केसर, फूल, जल इत्यादि पूजा की सामग्री चढ़ाई जाती है। मान्यता है कि जो लोग सच्चे मन से गोवर्धन भगवान की पूजा करते हैं, उन्हें कभी किसी चीज की कमी नहीं होती है और वे हमेशा खुशहाल रहते हैं।

गोवर्धन पूजा का महत्व

ऐसी मान्यता है कि आज कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन भगवान ने कृष्ण ने देवराज इंद्र का अंहकार नष्ट करने के लिए गोकुल के लोगों को गोवर्धन पर्वत की पूजा करने के लिए प्रेरित किया था। उसी समय से हर साल इस दिन गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है। गोवर्धन पूजा विशेषकर भव्यता उत्तर भारत मथुरा, वृंदावन, नंदगांव, गोकुल, बरसाना में देखी जाती है।

पहचान अलग रखने के लिए ड्रेस कोड लागू किया 

पहचान अलग रखने के लिए ड्रेस कोड लागू किया 

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुजफ्फरनगर। किसानों के विभिन्न संगठनों के चलते भाकियू टिकैत ने अपनी पहचान अलग रखने के लिए ड्रेस कोड लागू कर दिया है। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के अनुसार कार्यकर्ता और पदाधिकारी हरा गमछा, हरी-सफेद टोपी और संगठन का बिल्ला लगाएंगे। किसी भी कार्यक्रम अथवा धरना-प्रदर्शन में इसी ड्रेस के साथ कार्यकर्ता शामिल भी होंगे। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने निर्देश जारी करते हुए कहा है कि केन्द्रीय कार्यालय की ओर से यूनियन की राष्ट्रीय कमेटी के निर्णय के अनुसार भारतीय किसान यूनियन की सभी इकाइयों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि किसी भी आन्दोलन या किसान दिवस में सभी सम्बन्धित पदाधिकारी व कार्यकर्ता संगठन का हरा गमछा, हरी-सफेद टोपी, बिल्ला के बिना अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराएंगे।

उन्होंने कहा कि अधिकारियों के साथ किसी भी स्तर पर होने वाली मीटिंग या वार्ता में पदाधिकारी व कार्यकर्ता इन तीनों पहचान के बिना शामिल नहीं होंगे। बताया जा रहा है कि यह फैसला मुजफ्फरनगर में किसान दिवस के दौरान भाकियू अराजनैतिक के प्रवक्ता धर्मेन्द्र मलिक और भाकियू के जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा के बीच गरमागरमी हो गई थी। दोनों संगठनों के कार्यकर्ताओं में विवाद बढ़ा तो डीएम व अन्य अफसर वहां से चले गए थे। इस तनातनी में भाकियू के दोनों गुटों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की पहचान नहीं हो पा रही थी।

इसी को लेकर अब भाकियू में नई व्यवस्था लागू की है। राकेश टिकैत ने बताया सभी पर यह नियम लागू रहेगा। राकेश टिकैत ने कहा कि सहारनपुर की जिला ईकाई की भंग की सूचना पूर्णतः गलत है। सहारनपुर की कोई भी कार्यकारिणी भंग नहीं है। उन्होंने सभी पदाधिकारियों से आह्नान करते हुए कहा कि सभी अपने पद पर कार्य करते हुए किसानों के हित में अपने दायित्व का निर्वहन करें और सदस्यता अभियान चलाकर संगठन के कार्य को सुचारू रूप से करना सुनिश्चित करें।

‘दुनिया के सबसे गंदे आदमी’ हाजी का निधन 

‘दुनिया के सबसे गंदे आदमी’ हाजी का निधन 

अखिलेश पांडेय 

तेहरान। एक तरफ डॉक्टर और लोग हर दिन नहाने की सलाह देते हैं, ताकि कोई बीमारी ना हो। कहा जाता है कि स्वस्थ्य रहने के लिए स्वच्छ रहना बहुत जरुरी है। इससे तमाम बीमारियों को दूर रखा जा सकता है, जिसके लिए हाथ धो कर कुछ खाना और रोज नहाना सबसे अहम है। इस बीच ‘दुनिया के सबसे गंदे आदमी’ का मंगलवार को निधन हो गया है।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक कई दशकों से नहीं नहाने वाले दुनिया के सबसे गंदे आदमी की मौत हो गई है। दुनिया के सबसे गंदे आदमी के नाम से मशहूर इस ईरानी व्यक्ति की 94 वर्ष की उम्र में मौत हुई। यह ईरानी व्यक्ति पिछले 50 सालों से नहीं नहाया था इसीलिए उसे ‘दुनिया का सबसे गंदा आदमी’ कहा जाता था। इस व्यक्ति का नाम अमौ हाजी बताया जा रहा है।

…तो इसलिए नहाने से किया था तौबा

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार अमौ हाजी को डर था कि अगर वह नहाएगा तो उसे इंफेक्शन हो जाएगा इसलिए उसने नहाना छोड़ दिया था। अमौ हाजी दक्षिणी फार्स प्रांत के देजगाह गाँव में अकेले रहते थे। रिपोर्टस के मुताबिक, उनकी मौत प्राकृतिक कारणों से हुई है साल 2013 में इस व्यक्ति के ऊपर ‘द स्ट्रेंज लाइफ ऑफ अमौ हाजी’ नाम की एक शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री भी बनाई गई थी। डॉक्यूमेंट्री में दिखाया गया था कि अमौ हाजी अपना जीवन किस प्रकार जीते हैं।

‘बीमार होने’ के डर से नहाने से परहेज
रिपोर्ट में कहा गया है कि हाजी ने ‘बीमार होने’ के डर से नहाने से परहेज किया था। लेकिन ‘पहली बार कुछ महीने पहले, ग्रामीण उसे नहाने के लिए बाथरूम में ले गए थे’। ग्रामीणों ने कहा कि वे ‘अपनी युवावस्था में लगे कुछ सदमों’ से उबर नहीं पाए जिसके कारण उन्होंने नहाने से इनकार कर दिया। ईरानी मीडिया के अनुसार हाजी सड़क किनारे मरने वाले जानवरों को खाते थे, जानवरों के मल से भरे पाइप से धूम्रपान करते थे। उनका मानना ​​था कि स्वच्छता उन्हें बीमार कर देगी।

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...