मंगलवार, 18 अक्टूबर 2022

मुतवल्ली का चुनाव, 986 वोट से जीत हासिल की

मुतवल्ली का चुनाव, 986 वोट से जीत हासिल की


जामा मस्जिद में मुतवल्ली का चुनाव हाजी अब्दुल फहीम 986 से जीते 

दुष्यंत टीकम 

रायपुर। हलवाई लाइन स्थित ऐतिहासिक जामा मस्जिद में 24 साल के लंबे अंतराल के बाद छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के आदेशानुसार, मुतवल्ली का चुनाव के लिए मतदान किया गया है। इस चुनाव में कुल 5 उम्मीदवार थे, जिसमें से एक प्रत्याशी ने नाम वापस ले लिया। अब 4 उम्मीदवार मैदान मे थे, जिसमे से हाजी अब्दुल फहीम ने बाजी मारी लगभग 986 वोट से जीत हासिल की।

एक महीने के लंबे समय तक मतदाता पंजीयन का कार्य समेत तमाम औपचारिकता करीब ढाई महीने में पूरी करने के बाद एडहॉक कमेटी जामा मस्जिद के द्वारा मुतवल्ली चुनाव के लिए रविवार को मतदान कराया गया। मतदान स्थल सालेम स्कूल रायपुर में मतदान शाम तक होगी। मतदान के बाद ही 9 बुथ में एक साथ मतगणना की गई। मतदान के लिए पंजीकृत मतदाताओं को मताधिकार के लिये अपने साथ मूल आधार और रजिस्ट्रशन पर्ची लाना अनिवार्य किया गया था।

त्रि-दिवसीय किसान मेला एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन

त्रि-दिवसीय किसान मेला एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन

संदीप मिश्र/हरिशंकर त्रिपाठी 

लखनऊ/देवरिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को आचार्य नरेन्द्र देव इंटर कालेज पथरदेवा में त्रि-दिवसीय एग्रो क्लाइमेटिक किसान मेला एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होने 477.46 करोड़ रुपये की 233 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया, जिसमें 90 परियोजनाये लोकार्पित एवं 143 का शिलान्यास किया जाना सम्मिलित है। उन्होने इस दौरान किसानो कोे स्वीकृति प्रमाण पत्र, टूलकिट, प्रधानमंत्री आवास योजना(ग्रामीण) के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र, मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को चाबी प्रदान किए। प्रगतिशील किसानों, आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों एवं उत्कृष्ट कार्य करने वाले सफाईकर्मियों का सम्मान, राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय खिलाड़ियों तथा चित्रकला प्रतियोगिता के विजेता छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया तथा 02 बच्चों का अन्नप्राशन एवं विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टालो का अवलोकन भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज राष्ट्रवाद की अलख जगाने के लिये स्व0 रविन्द्र किशोर शाही की 40 वी पुण्य तिथि पर उन्हे स्मरण करने के लिए यहां हम सभी उपस्थिति हुए है। उन्होने स्व0 श्री रविन्द्र किशोर शाही को याद करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि ऐये महापुरुषो के जीवन आदर्शो व सपने को साकार करने का कार्य किया जा रहा है। देश व प्रदेश के अन्दर बिना भेदभाव के शासन की योजनाओं का लाभ देने का कार्य किया जा रहा है। जब राष्ट्र की भावना को छूने से लोग परहेज करते थे, उस समय स्व0 रविन्द्र ने घर- घर राष्ट्रवाद को पहुॅचाने का कार्य किया। आज उनके सपने को साकार किया जा रहा है। उन्होने कहा कि आज की गयी परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास से यहां समग्र विकास होगा। यह जनपद देवरहा बाबा के तपोभूमि की पहचान रखती है ऐसे तपस्वी के नाम से देवरिया के मेडिकल कालेज का नाम महर्षि देवरहा बाबा के नाम पर रखा गया। कुशीनगर, महाराजगंज में मेडिकल कालेज का निर्माण चल रहा है। सिद्धार्थनगर व बस्ती में भी मेडिकल कालेज स्थापित हो चुका है। 

सरकार का प्रयास है सभी जनपदों में एक-एक मेडिकल कालेज स्थापित हो। किसानो की आशाओं पर सरकार खरा उतरने का कार्य कर रही है और सरकार उनके साथ खडी है। बाढ आपदाओं से हर पीड़ितत तक राशन किट आदि पहुंचना चाहिये। किसानो के फसल क्षति का आकलन कर उसका मुआवजा देने का निर्देश दिया गया है। उप्र मे अच्छी भूमि और पर्याप्त जल संसाधन है। नवीन तकनीकी व अच्छे बीज को अपनाकर किसान अपनी आमदनी का उत्पादकता को बढा सकते है। हमारी धरती सोना उगलने का कार्य करेगी। हमे तकनीकी पर कार्य करना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून व्यवस्था भी बेहतर है। सरकार आपराध और आपराधियों पर जीरो टोलरेन्स पर कार्य कर रही है। प्रदेश में आपराध और आपराधियों का कोई स्थान नही है। केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा अनेक कल्याकारी योजनाये संचालित हुई है। गरीबो, पीडितो, वंचितो सहित सभी वर्गो तक योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव पहुॅच रहा है। महापुरुषों के आज एक-एक सपने पूरे हो रहे है। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत शहीदों को श्रद्धन्जलि दी जा रहा है। इसके पहले पथरदेवा में डिग्री कालेज की मांग की गयी थी, जिसे पूरा किया जा चुका है। साइन्स कालेज की मांग को भी पूरा किया जायेगा। हमारे किसानो को प्राकृतिक खेती व आधुनिक खेती करनी चाहिये, प्रदर्शनी में तकनीक व उन्नतशील बीजो के प्रदर्शनी लगायी गयी है, इसका कृषक जानकारी रखे और वे अपने खेती में अमल भी करें। गुणवत्तायुक्त उत्पादन से मारकेट में भाव अच्छा मिलेगा। दुनिया में यहां की सब्जी व फल जाता है तो आमदनी बढेगी। एफपीओ पर और सक्रियता से कार्य करना होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सभी विद्यालयों में पाठ्यक्रम को संचालित करना होगा। इस नीति से अनेक अवसर प्रदान किया जा सकता है। पशुपालन एवं अन्य कृषि विविध आयामो को अपनाकर कृषक अपनी आमदनी बढा सकते है।

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही एवं सदर सांसद डा रमापति राम त्रिपाठी ने साल ओढाकर एवं अंगवस्त्र प्रदान कर मा0 मुख्यमंत्री जी का स्वागत किया।
इस अवसर पर ग्राम्य विकास राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम, सदर सांसद डा रमापति राम त्रिपाठी, सलेमपुर सांसद रविन्द्र कुशवाहा, सांसद विजय कुमार दूबे, क्षेत्रीय अध्यक्ष और विधान परिषद सदस्य डा धमेन्द्र सिंह, विधान परिषद सदस्य रतन पाल सिंह, सदर विधायक शलभ मणि त्रिपाठी, बरहज विधायक दीपक मिश्रा शाका, रुद्रपुर विधायक जयप्रकाश निषाद, मोहन वर्मा, विवेवकानंद पाण्डेय, सुरेन्द्र कुशवाहा, डा असीम कुमार, मनीष जायसवाल, विनय कुमार गौड, पूर्व विधायक गंगा सिंह कुशवाहा आदि मौजूद रहे।

आस्तीन का सांप  'संपादकीय' 

आस्तीन का सांप 

'संपादकीय' 

कुछ तो जुल्म बाकी है जालिम, 

हाजिर है कतरा-कतरा लहू। 


आधुनिक विकासशील भारत गणराज्य महंगाई, मंदी और बेरोजगारी के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। यह सरकार की अभावग्रस्त नीति का परिणाम है। प्रौद्योगिक विकास की प्रतिस्पर्धा में कम शिक्षित मध्यवर्गीय व्यापारियों का दमन अंतिम छोर तक पहुंच चुका है। आधुनिक परिवर्तनों की सुनामी में मध्यवर्ग का व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस बात से गुरेज नहीं किया जा सकता है कि भारत विश्व की 5 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सम्मिलित हो गया है। लेकिन इस बात की आड़ लेकर हम सच्चाई को ना छुपा सकते हैं और ना दबा सकते हैं। 

संयुक्त राष्ट्र के सर्वेक्षण के द्वारा बहुआयामी दरिद्रता सूचांक (एमपीआई) 2022 के अनुसार देश की कुल 138 करोड़ की आबादी में लगभग 9.70 करोड (गरीब बालक) नागरिक गरीबी, भुखमरी और कुपोषण से प्रभावित है। ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 21.2% वहीं नगरीय क्षेत्र में 5.5% नागरिक दरिद्रता पूर्ण जीवन जी रहे हैं। देश विश्व पटल पर उन्नति कर रहा है, प्रगति की गाथा गाने वाले तांता लगाकर, ढोल पीटकर इस बात का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। क्या किसी के द्रवित हृदय में यह टीस शेष से नहीं रह गई है कि बनावटी मुस्कुराहट वास्तविक पीड़ा के आवरण में भाव-भंगिमा को स्वरूपित करती है। कुल 138 करोड़ की आबादी में भारत के 9.70 करोड़ दरिद्र बच्चे दुर्भाग्यवश भारत में निवास करते हैं। यह जीवन मार्मिक अवस्था  की पराकाष्ठा का अंत है। इतने लोगों का जीवन कष्टदायक होने के बाद हमें कैसा जश्न मनाना चाहिए? किस आधार पर हम सुखी होने का आभाष व्यक्त कर सकते हैं? देश के नागरिकों की इस दुर्दशा का दायित्व किसी को तो स्वीकार करना ही होगा। सरकार गरीबी और भुखमरी उन्मूलन और उध्दार के लिए जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन कर रही है। सरकार का बोझ उठा कर चलने वाले आए दिन कहीं ना कहीं जनकल्याणकारी योजनाओं का उद्घाटन कर, उन्मुक्त योजनाओं को जनता को समर्पित कर रहे हैं। मंच पर गाल बजाना, जनता को जुमले सुनाना आसान काम हो सकता है। 

परंतु जनता की सहृदयता से सेवा करना कल भी दुर्गम कार्य था और आज भी दुर्गम ही बना हुआ है। भारत की जनता की पीड़ा का बखान करना देश के सभी विदूषियों का दायित्व बनता है। सच कड़वा होता है। लेकिन सच से भाग पाना संभव नहीं है। विश्व में भारत के नाम इस प्रकार की विशेष उपाधि प्रभावित नागरिकों की सत्यता स्पष्ट करतीं हैं। किसी राष्ट्र चिंतक ने इस विषय पर आत्मग्लानि प्रतीत नहीं की। 9.70 करोड़ गरीब, कुपोषित वर्ग के लिए कोई सांत्वना, संवेदना शेष नहीं रह गई है। राष्ट्र के नेता तो कर्तव्यनिष्ठा से इस समस्या के समाधान पर दिन-रात बिना रुके, बिना थके कार्य कर रहे हैं। परंतु देश के ठेकेदारों में कोई तो 'आस्तीन का सांप' है जो इस देश को ड़सने का कार्य कर रहा है।

राधेश्याम   'निर्भयपुत्र'


महानायक बच्चन की फिल्म 'उंचाई' का ट्रेलर रिलीज 

महानायक बच्चन की फिल्म 'उंचाई' का ट्रेलर रिलीज 

कविता गर्ग 

मुंबई। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन की आने वाली फिल्म 'उंचाई' का ट्रेलर रिलीज हो गया है। सूरज बड़जात्या के निर्देशन में बन रही फिल्म उंचाई में अमिताभ बच्चन ने मुख्य भूमिका निभाई है। उंचाई का ट्रेलर रिलीज हो गया है। दो मिनट 57 सेकंड के इस ट्रेलर में चार दोस्तों की कहानी दिखाई गई है, जो कि सीनीयर सिटीजन्स होते हैं। उनमें से एक दोस्त की मौत हो जाती है, जिसके बाद तीन दोस्त अपने दोस्त का सपना पूरा करने के माउंट एवरेस्ट के ट्रेक पर निकल जाते हैं।

गौरतलब है कि ऊंचाई में अमिताभ बच्चन के साथ अनुपम खेर बमन ईरानी, डैनी डेंग्जोंग्पा, नफीसा अली, सारिका, नीना गुप्ता और परिणीति चोपड़ा की भी अहम भूमिका है। यह फिल्म 11 नवम्बर को रिलीज हो रही है।

केदारनाथ से 2 किलोमीटर दूर हादसा, हैलीकॉप्टर क्रैश 

केदारनाथ से 2 किलोमीटर दूर हादसा, हैलीकॉप्टर क्रैश 

पंकज कपूर 

देहरादून। बाबा केदार की नगरी से तकरीबन दूर 2 किलोमीटर दूर हुए हादसे में एक निजी कंपनी का हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है। इस हादसे में पायलट समेत छह लोगों की मौत होना बताई जा रही है। हेलीकॉप्टर में केदारनाथ जा रहे श्रद्धालु सवार थे। मंगलवार को केदारनाथ से 2 किलोमीटर दूर हुए हादसे में श्रद्धालुओं को लेकर जा रहा हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है।

आर्यन हेली कंपनी उत्तरकाशी का यह हेलीकॉप्टर उस समय हादसे का शिकार हुआ, जब खराब मौसम के बावजूद हेलीकॉप्टर ने श्रद्धालुओं को लेकर उड़ान भर ली। पैकेज टूर देने वाली कंपनी के हेलीकॉप्टर में श्रद्धालु सवार होकर बाबा केदार के मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे थे। हेलीकॉप्टर क्रैश होने की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी राहत टीमों को साथ लेकर मौके पर पहुंच गए हैं। इस हादसे का एक वीडियो भी सामने आया है।

सीएनजी के साथ-साथ पीएनजी के दामों में बढ़ोतरी 

सीएनजी के साथ-साथ पीएनजी के दामों में बढ़ोतरी 

संदीप मिश्र 

लखनऊ। सीएनजी गैस की आपूर्ति करने वाली इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड ने वाहन चालको को दीपावली से पहले महंगाई का तोहफा दिया है। सीएनजी के साथ-साथ पीएनजी के दामों में भी बढ़ोतरी कर दी गई है। सीएनजी के दामों में की गई बढ़ोतरी के बाद अब पर्यावरण के अनुकूल इंधन बताए जा रहे सीएनजी के दाम पेट्रोल से भी ऊपर चले गए हैं।

राजधानी लखनऊ में सीएनजी अब पेट्रोल से महंगी हो गई है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब सीएनजी के दामों ने पेट्रोल के रेट को पछाड़ा है। मौजूदा समय में पेट्रोल की कीमत 96 रुपए 57 पैसे है तो वही सीएनजी के दाम अब 97 रुपए प्रति किलो की दर पर पहुंच गए हैं। सीएनजी के दामों में कंपनी द्वारा 2 रूपये प्रति किलो तथा पीएनजी की कीमत में 3 रुपए 30 पैसे प्रति एससीएम की दर से बढ़ोतरी की गई है।

सार्स-सीओवी-2 वायरस जैसे 'कण' विकसित किए 

सार्स-सीओवी-2 वायरस जैसे 'कण' विकसित किए 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली के शोधकर्ताओं ने सार्स-सीओवी-2 वायरस जैसे कण (वीएलपी) विकसित किए हैं, जो कोविड-19 के खिलाफ एक संभावित टीके के दावेदार हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वीएलपी ने चूहों में जवाबी प्रतिक्रिया शुरू करने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को धोखा दिया, जैसा कि यह सार्स-सीओवी-2 के खिलाफ करता है।

आईआईटी दिल्ली के कुसुमा स्कूल ऑफ बायोलॉजिकल साइंसेज की मुख्य शोधकर्ता और प्रोफेसर मणिदीपा बनर्जी ने कहा,“दुनिया भर में विकसित अधिकांश वीएलपी ने प्राथमिक प्रतिजन के रूप में केवल सार्स-सीओवी-2 के स्पाइक प्रोटीन का उपयोग किया है। हालांकि, हमारे वीएलपी यथासंभव देशी वायरस की तरह हैं, जिसका अर्थ है कि उनमें सार्स-सीओवी-2 (एस-स्पाइक, एन-न्यूक्लियोकैप्सिड, एम-मेम्ब्रेन, ई-एनवेलप) के सभी चार संरचनात्मक प्रोटीन होते हैं।”

उन्होंने कहा, “निष्क्रिय वायरस पर आधारित टीकों का स्वाभाविक रूप से यह लाभ होता है। हालांकि, वीएलपी सुरक्षित हैं क्योंकि वे जीनोम के अभाव के कारण गैर-संक्रामक हैं। टीएचएसटीआई में किए गए पशु प्रयोगों से संकेत मिलता है कि हमारे वीएलपी कई एंटीजन (प्रतिजन) के खिलाफ एक मजबूत अनुकूली प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को शुरू करते हैं।”

हरियाणा के फरीदाबाद स्थित ट्रांसलेशनल स्वास्थ्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (टीएचएसटीआई) के एक दल के साथ मिलकर शोधकर्ताओं ने इस पर काम किया। “वायरस-लाइक पार्टिकल्स ऑफ सार्स-सीओवी-2 एज वायरस सरोगेट्स: मॉर्फोलॉजी, इम्यूनोजेनेसिटी एंड इंटर्नलाइजेशन इन न्यूरोनल सेल्स” शीर्षक वाला अध्ययन हाल ही में “एसीएस इंफेक्शस डिजीजेज” पत्रिका में प्रकाशित हुआ था।

अधिकारियों के अनुसार, कोविड महामारी फैलने के बाद से शोधकर्ता सार्स-सीओवी-2 वायरस की बेहतर समझ हासिल करने और इसके खिलाफ टीके विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। बनर्जी ने कहा, “टीके वायरस से काफी हद तक सुरक्षा प्रदान करते हैं, लेकिन कुछ लोग जिन्हें टीके लग चुके हैं, वे अब भी कोविड-19 की चपेट में आ जाते हैं।

ऐसे में और बेहतर टीके तथा उपचार विकसित करने के लिए, आदर्श रूप से असल वायरस के साथ प्रयोग किए जाने की आवश्यकता है, जिसे केवल बहुत विशिष्ट प्रयोगशालाओं में ही नियंत्रित तरीके से किया जा सकता है।” उन्होंने कहा कि ऐसे में सुरक्षित और आसान रणनीति वीएलपी का उपयोग करना है जो आणविक नकल हैं जो संक्रामक न होने के साथ ही एक निश्चित वायरस की तरह दिखते और कार्य करते हैं।

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यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...