रविवार, 16 अक्टूबर 2022

शेयर बाजारों से करीब 7,500 करोड़ रुपए निकालें

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अक्टूबर के पहले दो हफ्तों में भारतीय शेयर बाजारों से करीब 7,500 करोड़ रुपए निकालें हैं। अमेरिकी का केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व तथा विश्वभर के अन्य केंद्रीय बैंकों द्वारा मौद्रिक नीति सख्ती की चिंताएं धारणा को प्रभावित कर रही हैं। डिपॉजिटरी के आंकड़े बताते हैं कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने 2022 में अब तक 1.76 लाख करोड़ रुपए निकाले हैं।

कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी शोध प्रमुख (खुदरा) श्रीकांत चौहान ने कहा कि आने वाले महीनों में भू-राजनीतिक जोखिमों और बढ़ती मुद्रास्फीति आदि के कारण एफपीआई प्रवाह अस्थिर रह सकता है।आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने तीन से 14 अक्टूबर के दौरान शेयर बाजार से 7,458 करोड़ रुपये निकाले। सितंबर में उन्होंने शेयर बाजार से 7,600 करोड़ रुपये से अधिक निकाले थे। इससे पहले एफपीआई ने अगस्त में 51,200 करोड़ रुपये का और जुलाई में करीब 5,000 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था।

अवैध हथियार बनाने की दो फैक्ट्रियों पर छापा 

अवैध हथियार बनाने की दो फैक्ट्रियों पर छापा 

नरेश राघानी 

भरतपुर। राजस्थान के भरतपुर में कामां थाना क्षेत्र के दौलाबास गांव के पहाड़ों में अवैध हथियार बनाने की दो फैक्ट्रियों पर रविवार को पुलिस ने छापा मार कर भारी संख्या में अवैध हथियार और हथियार बनाने की मशीनें जब्त की। पुलिस की इस कार्यवाही की भनक लगते ही दोनो फैक्ट्रियों से आरोपी फरार हो गए। फिलहाल दोनों थानों की पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।

पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि दौलाबास गांव के पहाड़ों में अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री चल रही है जहां भारी मात्रा में अवैध हथियार बनाए जा रहे हैं। दौलाबास के पहाड़ों के ऊपर एक टैंट लगाकर बनाई गई हथियार बनाने की फैक्ट्री पर दबिश देने के बाद पुलिस को दूसरी फैक्ट्री के बारे में पता लगा जिसके बाद पुलिस ने दूसरी फैक्ट्री पर दबिश दी।

दूसरी फैक्ट्री पेड़ों की ओट लेकर बनाई गई थी जहां हथियार बन रहे थे। फिलहाल पुलिस को तीसरी फैक्ट्री की भी सूचना मिली है जिसकी पहाड़ों में तलाश की जा रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कार्रवाई खत्म होने के बाद ही जब्त हथियारों के बारे में पता लग पाएगा।

सूर्य ग्रहण: 26 को मनाया जाएगा 'गोवर्धन' पर्व

सूर्य ग्रहण: 26 को मनाया जाएगा 'गोवर्धन' पर्व

सरस्वती उपाध्याय 

हर साल दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा त्यौहार धूम-धाम से मनाया जाता है। लेकिन इस वर्ष ऐसा नहीं होगा। बता दें कि गोवर्धन पूजा इस वर्ष 26 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा। इस साल दीपावली पर्व 24 अक्टूबर को है लेकिन अगले दिन यानी 25 अक्टूबर 2022 को सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। जिसके कारण गोवर्धन पर्व पर्व 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा। किवदंतियों के अनुसार गोवर्धन पूजा के दिन ही भगवान श्री कृष्ण ने इंद्र देव के अहंकार को परास्त किया था और ब्रज वासियों को भगवान श्री कृष्ण ने देवराज इंद्र के प्रकोप से बचाया था। इसी उपलक्ष में आज भी गोवर्धन पूजा का आयोजन किया जाता है। आइए जानते हैं, इस साल गोवर्धन पूजा शुभ मुहूर्त और पूजा के नियम।

गोवर्धन पूजा शुभ मुहूर्त

गोवर्धन पूजा तिथि- 26 अक्टूबर 2022, बुधवार

गोवर्धन पूजा प्रातः काल मुहूर्त – 26 अक्टूबर सुबह 06:29 से सुबह 08:43 तक

पूजा अवधि- 02 घण्टे 14 मिनट

प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ- 25 अक्टूबर शाम 04:18 बजे से

प्रतिपदा तिथि समाप्त- 26 अक्टूबर 2022 को दोपहर 02:42 बजे तक

गोवर्धन पूजा के दिन गोबर का इस्तेमाल कर गोवर्धन देवता को बनाया जाता है और उन्हें फूलों से सजाया जाता है। पूजा के दौरान गोवर्धन देवता को नैवेद्य, दीप, फूल, फल और दीप अर्पित किए जाते हैं। बता दें कि गोवर्धन देवता को शयन मुद्रा में बनाया जाता है और उनकी नाभि की जगह मिट्टी का दिया रखा जाता है। इस दीपक में दूध, दही, गंगाजल, शहद और बताशे अर्पित किया जाते हैं और प्रसाद के रूप में इन्हें बांटा जाता है। पूजा के बाद इनकी सात बार परिक्रमा की जाती है। परिक्रमा के वक्त लोटे से जल गिराते हुए और जौ बोते हुए परिक्रमा करने का विधान है। इस दिन भगवान विश्वकर्मा की भी पूजा की जाती है।

शास्त्रों में बताया गया है कि गोवर्धन पूजा के दिन अन्नकूट का आयोजन अनिवार्य है। अन्नकूट का अर्थ होता है, अन्न का मिश्रण। इस मिश्रण को भगवान श्री कृष्ण को भोग के रूप में अर्पित किया जाता है और पूजा के बाद इन सभी चीजों को प्रसाद के रूप में बांटा जाता है।

भारत पर बुरी नजर डालने का प्रयास, मुंहतोड़ जवाब

भारत पर बुरी नजर डालने का प्रयास, मुंहतोड़ जवाब 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा विवाद के बीच रविवार को कहा कि भारत ने कभी किसी देश को नुकसान पहुंचाने की कोशिश नहीं की है, लेकिन अगर कोई उस पर बुरी नजर डालने का प्रयास करता है, तो मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। रक्षा मंत्री ने एक डिजिटल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सीमाओं पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और देश सभी चुनौतियों से निपटने को तैयार है।

उन्होंने कहा, भारत एक शांति-प्रेमी राष्ट्र है, जिसने कभी किसी देश को नुकसान पहुंचाने की कोशिश नहीं की, लेकिन यदि देश का अमन चैन बिगाड़ने का कोई प्रयास हुआ तो मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि सशस्त्र बलों को स्वदेशी अत्याधुनिक हथियारों से सुसज्जित करके सुरक्षा तंत्र को मजबूत करना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है।

उन्होंने देशवासियों से सांप्रदायिक बंधनों से पार जाकर प्रत्येक भारतीय सैनिक तथा स्वतंत्रता सेनानी में पाए जाने वाले राष्ट्रीय गौरव एवं देशभक्ति के गुणों को आत्मसात करके राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का आग्रह भी किया वह गैर सरकारी संगठन ‘मारुति वीर जवान ट्रस्ट’ द्वारा आयोजित ‘शहीदों को सलाम’ कार्यक्रम को डिजिटल माध्यम से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों के जवान क्षेत्र, धर्म, जाति और भाषा के बंधनों से ऊपर उठकर नि:स्वार्थ भाव से मातृभूमि की सेवा करते हैं और लोगों को विभिन्न खतरों से सुरक्षित रखते हैं।

सिंह ने कहा कि उसी तरह से हमारे क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानियों ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। रक्षा मंत्री ने कहा,  हमारे स्वाधीनता सेनानियों और बहादुर सैनिकों के आदर्शों एवं संकल्पों को आगे बढ़ाना प्रत्येक भारतीय नागरिक का कर्तव्य है। देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर स्वतंत्रता सेनानियों और सशस्त्र बलों के जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए सिंह ने कहा, हमें एक मजबूत, समृद्ध और आत्मनिर्भर ‘नये भारत’ के निर्माण में अपनी भूमिका निभानी है।

रक्षा मंत्री ने शहीदों के परिवार के सदस्यों की सहायता करने को राष्ट्रीय जिम्मेदारी करार दिया। उन्होंने कहा कि सरकार सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मियों के परिजनों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने परिवार को किसी सैनिक की सबसे बड़ी ताकत और आधार स्तंभ बताया और कहा कि सरकार इसे मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। सिंह ने बताया कि गृह मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, ‘भारत के वीर’ नाम का कोष शुरू किया गया था, जो केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के जवानों और कर्मियों के परिवारों की सहायता करने के उद्देश्य से लिए गए उनके प्रमुख निर्णयों में से एक था।

रक्षा मंत्री ने बताया, हाल ही में, रक्षा मंत्रालय ने ‘मां भारती के सपूत’ वेबसाइट शुरू की है, ताकि लोग ‘सशस्त्र बल युद्ध हताहत कोष’ में अधिक योगदान कर सकें। सिंह ने कहा कि सशस्त्र बलों को स्वदेशी अत्याधुनिक हथियारों/उपकरणों से लैस करके देश के सुरक्षा तंत्र को मजबूत करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में जल्द ही पूर्ण ‘आत्मनिर्भरता’ हासिल करने के लिए ‘मेड इन इंडिया’ युद्धपोत और अन्य उपकरणों को शामिल करना इस संकल्प को दर्शाता है।

एक्ट्रेस वैशाली ने फांसी लगाकर आत्महत्या की

एक्ट्रेस वैशाली ने फांसी लगाकर आत्महत्या की

कविता गर्ग/मनोज सिंह ठाकुर 

मुंबई/इंदौर। टीवी इंडस्ट्री से एक शॉकिंग खबर सामने आ रही है। मशहूर टीवी एक्ट्रेस वैशाली ठक्कर ने इंदौर में अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। एक्ट्रेस की आत्महत्या की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर वहां पहुंचीं और एक्ट्रेस के शव को बरामद किया। पुलिस को घटनास्थल से सुसाइड नोट भी मिला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। शुरुआती तौर पर बॉयफ्रेंड के धोखे को एक्ट्रेस के सुसाइड की वजह माना जा रहा है। लेकिन, जांच होने के बाद ही पुलिस इसकी पुष्टि करेगी।

‘जिसका बंदा न हो वो पंखा घुमाए’
एक्ट्रेस वैशाली ठक्कर ने छह दिन पहले ही अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर सीलिंग फैन को दिखाते हुए एक रील शेयर की थी। एक्ट्रेस ने रील शेयर करते हुए मजाकिया अंदाज में लिखा था, ”जिसका बंदा/बंदी न हो, वो पंखा घुमाए। वहीं, एक्ट्रेस के फॉलोअर्स भी उनकी इस पोस्ट को मस्ती-मजाक समझते हुए फनी कमेंट्स कर रहे थे। एक यूजर ने लिखा भी कि ‘इतना हाई लेवल वाला टाइम पास…।’

‘मैं तो तेरे लिए जान भी दे दूं’
वैशाली ठक्कर ने मौत से पांच दिन पहले भी एक रील वीडियो पोस्ट किया था। इस वीडियो में वो कहती है, बेबी तुम्हारे लिए एक गाना गाऊं’…जिसके बाद वैशाली गाती हैं, दिल, ‘दिल-जिगर नजर क्या है, मैं तो तेरे लिए जान भी दे दूं’।

एक्ट्रेस की मौत से फैंस हुए दुखी
वैशाली ठक्कर की मौत की खबर को सुन उनका परिवार और परिजन सदमे में हैं। टीवी इंडस्ट्री के कलाकार भी इस घटना पर दुख जता रहे हैं। सभी इस घटना के पीछे की सच्चाई जानना चाहते हैं कि आखिर क्या वजह रही थी कि वैशाली ने इस तरह का कदम उठाया।

वैशाली ठक्कर के सीरियल और किरदार
वैशाली टीवी इंडस्ट्री की जानी-मानी एक्ट्रेस थीं।वैशाली ठक्कर को ‘सुसराल सिमर का’ और ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ जैसे लोकप्रिय सीरियल में काम कर चुकी हैं। उन्होंने ‘ससुराल सिमर का’ सीरियल में ‘अंजली भारद्वाज’ और ‘ये रिश्ता क्या कहालाता है’ सीरियल में ‘संजना’ किरदार को निभाया था। वह साल 2015 से 2016 तक इस सीरियल में नजर आई थीं। वैशाली ने ‘सुपर सिस्टर्स’, ‘विश या अमृत’, ‘मनमहोनी 2’ और ‘ये है आशिकी’ जैसे कई सीरियल में काम किया है।

दूसरे देशों में लोगों को भूख नहीं लग रही है: राहुल 

दूसरे देशों में लोगों को भूख नहीं लग रही है: राहुल 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के डॉलर के मजबूत होने वाले बयान पर कहा है कि अब प्रधानमंत्री और उनके मंत्री कहेंगे कि भारत में भुखमरी नहीं बढ़ रही, बल्कि दूसरे देशों में लोगों को भूख ही नहीं लग रही है। उन्होंने कहा, आरएसएस-बीजेपी कब तक जनता को गुमराह कर…भारत को कमजोर करने का काम करेगी? ग्लोबल हंगर इंडेक्स-2022 में भारत (India) की गंभीर स्थिति को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पीएम मोदी (PM Modi) पर तीखा हमला बोला है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि, भूख और कुपोषण में भारत 121 देशों में 107वें स्थान पर। अब प्रधानमंत्री और उनके मंत्री कहेंगे कि भारत में भुखमरी नहीं बढ़ रही है बल्कि दूसरे देशों में लोगों को भूख ही नहीं लग रही है।

राहुल गांधी ने आगे लिखा कि, आरएसएस-बीजेपी कब तक असलियत से जनता को गुमराह कर, भारत को कमजोर करने का काम करेगी? राहुल गांधी के साथ-साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, पी. चिदंबरम समेत अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने सवाल किया कि मोदी जी, क्या कोई और बहाना बच गया है? उन्होंने कहा कि भूख सूचकांक में भारत फिर नीचे की ओर फिसल गया। जिन तथ्यों के कारण ये स्थिति पैदा हुई है। बीजेपी उन्हें छिपाने का प्रयास कर रही है।

बता दें कि, आयरलैंड और जर्मनी के गैर-सरकारी संगठनों, कंसर्न वर्ल्डवाइड और वेल्ट हंगर हिल्फ ने शनिवार (15 अक्टबूर) को 121 देशों की ग्लोबल हंगर रिपोर्ट जारी की है। इस लिस्ट में भारत 107वें पर है. भारत के मुकाबले पड़ोसी देश श्रीलंका (64), पाकिस्तान (99), बांग्लादेश (84) और नेपाल (81) कहीं बेहतर स्थिति में हैं। एशिया में भारत से पीछे केवल अफगानिस्तान ही है और वह 109वें नंबर पर है।

केंद्र सरकार ने रिपोर्ट को नकारा
हालांकि भारत सरकार ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है. शनिवार को केंद्र सरकार ने कहा कि ये रिपोर्ट न केवल जमीनी हकीकत से अलग है, बल्कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार के किए गए कामों को जानबूझकर नजरअंदाज करती है। केंद्र ने कहा कि इसके जरिए भारत की छवि खराब करने का प्रयास किया गया है। साथ ही सरकार की ओर से कहा गया कि हर साल गलत सूचना जारी करना ग्लोबल हंगर इंडेक्स (Global Hunger Index) की पहचान लगती है।

निर्मला सीतारमण के इसी बयान पर तंज
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारतीय रुपए के प्रदर्शन को लेकर अमेरिका में कहा है कि वह इसे रुपए में गिरावट के तौर पर नहीं बल्कि अमेरिकी डॉलर के लगातार मज़बूत होने के हिसाब से देखती हैं। उन्होंने कहा, रुपए ने (डॉलर के मुकाबले) कई अन्य विकासशील बाज़ारों की मुद्राओं की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन किया है।

सीबीआई ने उपमुख्यमंत्री सिसोदिया को समन भेजा 

सीबीआई ने उपमुख्यमंत्री सिसोदिया को समन भेजा 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सीबीआई ने दिल्ली आबकारी घोटाला मामले के संबंध में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को समन भेजा है। कल (सोमवार) को मनीष सिसोदिया से सुबह 11 बजे पूछताछ होगी। सिसोदिया ने कहा कि मेरे घर पर 14 घंटे CBI रेड कराई, कुछ नहीं निकला. मेरा बैंक लॉकर तलाशा, उसमें कुछ नहीं निकला। मेरे गांव में इन्हें कुछ नहीं मिला। अब इन्होंने कल 11 बजे मुझे CBI मुख्यालय बुलाया है, मैं जाऊँगा और पूरा सहयोग करूंगा, सत्यमेव जयते।

वहीं, सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जेल की सलाख़ें और फाँसी का फंदा भगत सिंह के बुलंद इरादों को डिगा नहीं पाये। ये आज़ादी की दूसरी लड़ाई है।मनीष और सत्येंद्र आज के भगत सिंह है। 75 साल बाद देश को एक शिक्षा मंत्री मिला जिसने ग़रीबों को अच्छी शिक्षा देकर सुनहरे भविष्य की उम्मीद दी। बता दें कि दिल्ली के शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हाल ही में पहली गिरफ्तारी की थी। ईडी ने मनीष सिसोदिया के करीबी समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया था। 

दिल्ली एक्साइज पॉलिसी केस को लेकर सीबीआई द्वारा दर्ज की गई FIR में मनीष सिसोदिया का नाम सबसे ऊपर है। बाकी आरोपियों के नाम नीचे आ रहे हैं। ऐसे में तय है कि जांच के केंद्र में मनीष सिसोदिया ही रहने वाले हैं। इस मामले में जांच एजेंसी ने सिसोदिया के अलावा 14 और लोगों को आरोपी बनाया है।

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