रविवार, 16 अक्टूबर 2022

वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक: सीएम 

वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक: सीएम 

संदीप मिश्र/भानु प्रताप उपाध्याय 

लखनऊ/मुजफ्फरनगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में दीपावली एवं छठ पूजा पर्व पर कानून एवं शांति व्यवस्था के सम्बन्ध मे वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक आयोजित की गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में दीपावली एवं छठ पूजा पर्व पर कानून एवं शांति व्यवस्था के सम्बन्ध मे वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।

बैठक में जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल एवं मुख्य विकास अधिकारी सन्दीप भागिया सहित संबंधित अधिकारी जनपद के एन०आई०सी० में वीडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक में शामिल हुए। बैठक में माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सभी जिलों के अफसरों को दीपावली एवं छठ पूजा पर्व को लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिए। बाजारों की सुरक्षा बढ़ाए जाने के साथ ही अधिकारियों के फुट पेट्रोलिंग करने व छोटी सी छोटी घटना को भी पूरी प्रमुखता से लिए जाने की बात कही गई।

रात में प्रभावी चेकिंग कराए जाने का निर्देश भी दिया गया। संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के साथ ही शरारती तत्वों पर कड़ी नजर रखे जाने के निर्देश दिए। बैठक में मौजूद जिलों के जिलाधिकारियों को मुख्य सचिव ने त्योहारों के दृष्टिगत समस्त ग्रामीण एवं निकायों क्षेत्रों में साफ सफाई की व्यवस्था, बिजली की व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।

आज मनाया जाएगा 'अहोई अष्टमी' का पर्व 

आज मनाया जाएगा 'अहोई अष्टमी' का पर्व 

सरस्वती उपाध्याय 

अहोई अष्टमी का व्रत कार्तिक मास में कृष्ण-पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। अहोई अष्टमी का व्रत अहोई माता को समर्पित है। इस दिन माताएं अपने पुत्रों की दीर्घायु और सुख-सपन्नता के लिए निर्जला उपवास रखती हैं। फिर रात को तारों को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण किया जाता है। इस साल अहोई अष्टमी व्रत की तारीख को लेकर लोग बहुत कन्फ्यूज हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, अहोई अष्टमी का व्रत 17 अक्टूबर को रखें।

अहोई अष्टमी की तिथि...
हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक कृष्ण अष्टमी को अहोई का व्रत रखा जाएगा और यह तिथि 17 अक्‍टूबर को सुबह 9 बजकर 29 मिनट से शुरू होगी और 18 अक्‍टूबर को सुबह 11 बजकर 57 मिनट पर इसका समापन होगा। अहोई अष्टमी पर पूजा का शुभ मुहूर्त 17 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 14 मिनट से लेकर शाम 07 बजकर 28 मिनट तक रहेगा। पूजा की अवधि 01 घंटा 14 मिनट होगी।

अहोई अष्टमी पर शुभ योग मुहूर्त...
अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 43 मिनट से लेकर सुबह 12 बजकर 29 मिनट तक
विजय मुहूर्त- शाम 5 बजकर 50 मिनट से लेकर 07 बजकर 05 मिनट तक।

अहोई अष्टमी की पूजन विधि...
अहोई अष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और पुत्र की लंबी आयु की कामना करते हुए व्रत का संकल्प लें। अहोई पूजा के लिए गेरू से दीवार पर उनके चित्र के साथ ही साही और उसके सात पुत्रों की तस्वीर बनाएं। देवी को चावल, मूली, सिंघाड़ा अर्पित करें और अष्टोई अष्टमी व्रत की कथा सुनें। पूजा के समय एक लोटे में पानी भरें और उसके ऊपर करवे में पानी भरकर रखें। इसमें इस्तेमाल होने वाला करवा वही होना चाहिए, जिसे करवा चौथ में इस्तेमाल किया गया है। शाम को तारे निकलने के बाद लोटे के जल से अर्घ्य दें।

अहोई अष्टमी व्रत की कथा...
पौराणिक कथा के अनुसार, एक गांव में एक साहूकार रहता था। उसके सात बेटे थे. दीपावली से पहले साहूकार की पत्नी घर की पुताई करने के लिए मिट्टी लेने खदान गई। वहां वह कुदाल से मिट्टी खोदने लगी। खुदाई वाले स्थान पर सेई की एक मांद थी, जहां वो अपने बच्चों के साथ रहती थी। अचानक साहूकार की पत्नी के हाथों से कुदाल सेई के बच्चे को लग गई और उसकी मृत्यु हो गई। साहूकारनी को इसका बड़ा पछतावा हुआ। आखिर में साहूकारनी घर लौट आई।

कुछ समय बाद साहूकारनी के एक बेटे की मृत्यु हो गई। फिर एक के बाद एक उसके सात बेटों की मौत हो गई। वो बहुत दुखी रहने लगी। एक दिन उसने अपने पड़ोसी को सेई के बच्चे की मौत की घटना सुनाई और कहा कि उससे अनजाने में यह पापा हुआ था। परिणाम स्वरूप उसके सातों बेटों की मौत हो गई। यह बात जब सबको पता चली तो गांव की वृद्ध औरतों ने साहूकार की पत्नी को दिलासा दिया।

वृद्ध औरतों ने साहूकार की पत्नी को चुप करवाया और कहने लगी आज जो बात तुमने सबको बताई है। इससे तुम्हारा आधा पाप नष्ट हो गया है। उन्होंने साहूकारनी को अष्टमी के दिन अहोई माता, सेई और उसके बच्चों का चित्र बनाकर उनकी पूजा करने को कहा। ताकि उसकी सारे पाप धुल जाएं।

साहूकार की पत्नी ने सबकी बात मानते हुए कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को व्रत रखा और विधिवत पूजा कर क्षमा मांगी‌। उसने प्रतिवर्ष नियमित रूप से इस व्रत का पालन किया। आखिरकार उसे सात पुत्र रत्नों की प्राप्ति हुई। कहते हैं कि तभी से अहोई अष्टमी का व्रत रखने की परंपरा चली आ रही है।

आज कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनावी मुकाबला होगा

आज कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनावी मुकाबला होगा

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच सोमवार को कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष पद का चुनावी मुकाबला होगा। मुकाबले के नतीजे के साथ ही कांग्रेस में 24 साल बाद नेहरू-गांधी परिवार के बाहर से कोई अध्यक्ष बनेगा। प्रदेश कांग्रेस समितियों (पीसीसी) के 9,000 से अधिक प्रतिनिधि गुप्त मतदान के जरिये पार्टी के नए अध्यक्ष का चुनाव करेंगे। यहां पार्टी मुख्यालय में और देशभर में 65 से अधिक केंद्रों पर मतदान होगा।

कांग्रेस के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा यहां एआईसीसी मुख्यालय में मतदान कर सकती हैं, वहीं राहुल गांधी कर्नाटक में बेल्लारी के संगनाकल्लू में भारत जोड़ो यात्रा के शिविर स्थल पर मतदान में भाग लेंगे। उनके साथ पीसीसी के करीब 40 प्रतिनिधि भी मतदान करेंगे जो यात्रा में शामिल हैं। गांधी परिवार के करीबी होने और कई वरिष्ठ नेताओं के समर्थन के कारण खड़गे को पार्टी अध्यक्ष पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।

हालांकि, थरूर भी खुद को पार्टी में बदलाव के लिए मजबूत प्रत्याशी के रूप में पेश कर रहे हैं। थरूर ने चुनाव प्रचार के दौरान असमान अवसरों के मुद्दे उठाये, लेकिन खड़गे और पार्टी के साथ उन्होंने यह भी माना है कि गांधी परिवार के सदस्य तटस्थ हैं और कोई ‘आधिकारिक उम्मीदवार’ नहीं है। चुनाव की अहमियत के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि वह हमेशा से ऐसे पदों के लिए आम-सहमति बनाने के कांग्रेस के मॉडल पर भरोसा करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू के बाद के कालखंड में इस मॉडल पर सबसे ज्यादा भरोसा के. कामराज करते थे।

रमेश ने कहा, ”कल चुनाव है और यह विश्वास और भी मजबूत हुआ है। मैं इस बात से बिल्कुल सहमत नहीं हूं कि सांगठनिक चुनाव वास्तव में किसी भी प्रकार से संगठन को मजबूती प्रदान करते हैं। वे निजी हित साध सकते हैं लेकिन सामूहिक भावना के निर्माण में उनका महत्व संदेहास्पद है।” उन्होंने यह भी कहा कि इसके बावजूद यह बात भी इतनी ही दीगर है कि चुनाव होना भी महत्वपूर्ण है। रमेश ने कहा, ”लेकिन मैं उन्हें ऐतिहासिक भारत जोड़ो यात्रा की तुलना में कम संस्थागत महत्व का मानता हूं। यह यात्रा कांग्रेस के लिए और भारतीय राजनीति के लिए भी क्रांतिकारी पहल है।”

अध्यक्ष पद के चुनाव अभियान में अंतर साफ दिखाई दिया है। खड़गे के प्रचार में जहां पार्टी के कई वरिष्ठ नेता, प्रदेश कांग्रेस इकाइयों के अध्यक्ष और शीर्ष नेता राज्य मुख्यालयों में उनकी अगवानी करते देखे गये हैं, वहीं थरूर के स्वागत में अधिकतर प्रदेश कांग्रेस समितियों के युवा प्रतिनिधियों को ही देखा गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों की इस दौरान गैर-मौजूदगी ही रही। थरूर अपने अभियान के दौरान इस बात को रेखांकित करते रहे हैं कि वह बदलाव के प्रत्याशी हैं, जबकि खड़गे परंपरावादी उम्मीदवार हैं।

उन्होंने यह भी दावा किया कि पार्टी में युवा और निचले स्तर के नेता उनका समर्थन कर रहे हैं, वहीं वरिष्ठ नेता उनके प्रतिद्वंद्वी खड़गे के साथ नजर आ रहे हैं। खड़गे ने भी अपने अभियान में अपने अनुभव साझा किये हैं जो पिछले कुछ दशकों में संगठन का काम करते हुए उनके सामने आये। दोनों ही नेताओं ने इस बात पर जोर दिया है कि गांधी परिवार के सदस्यों का पार्टी में विशेष स्थान है। खड़गे ने कहा कि वह उनका मार्गदर्शन और सुझाव लेंगे, वहीं थरूर ने कहा कि कांग्रेस का कोई अध्यक्ष गांधी परिवार से दूरी बनाकर काम नहीं कर सकता क्योंकि पार्टी के खून में उनका डीएनए है। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पिछली बार चुनाव 2000 में हुआ था जब जितेंद्र प्रसाद को सोनिया गांधी के हाथों जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा था।

सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस बार अध्यक्ष पद की दौड़ से बाहर रहने का फैसला किया है जिससे 24 साल के अंतराल के बाद गांधी परिवार के बाहर का सदस्य इस जिम्मेदारी को संभालेगा। कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव गुप्त मतदान के जरिए होगा और किसी को पता नहीं चलेगा कि किसने किसे वोट डाला। उन्होंने कहा कि दोनों उम्मीदवारों के लिए समान अवसर मुहैया कराए गए हैं।

3 वाहनों की टक्कर में 4 बच्चों समेत 9 की मौंत

3 वाहनों की टक्कर में 4 बच्चों समेत 9 की मौंत

इकबाल अंसारी 

हासन। कर्नाटक के हासन में तीन वाहनों की टक्कर में चार बच्चों समेत नौ लोगों की मौंत हो गई और 10 अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस सूत्रों ने बताया कि दूध के एक टैंकर, कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम (केएसआरटीसी) की बस और एक टेम्पो के बीच शनिवार को यहां अर्सिकेरे तालुक में रात लगभग 11 बजे टक्कर हो गई। सूत्रों ने बताया कि हादसे में मारे गए सभी लोग टेम्पो में सवार थे।

सूत्रों ने बताया कि छह लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी जबकि तीन लोगों ने अस्पताल जाने के दौरान रास्ते में ही दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि घायलों का यहां एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने घटना पर शोक जताते हुए कहा कि मृतकों के परिवारों को पर्याप्त मुआवजा दिया जाएगा और घायलों के उचित इलाज की व्यवस्था की जाएगी।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘यह बहुत दुखद है कि कल हासन जिले के अर्सिकेरे में एक भीषण सड़क दुर्घटना में नौ लोगों की मौत हो गयी। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें।’’ हासन जिले से ताल्लुक रखने वाले पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने कहा कि सभी मृतक एक ही परिवार के थे और वे कुछ पवित्र स्थलों के दर्शन करने के बाद अपने पैतृक गांव लौट रहे थे। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मैं सरकार से पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की तत्काल घोषणा करने का अनुरोध करता हूं।’’

विधानसभा चुनाव जीतने पर ₹3 हजार पेंशन का वादा 

विधानसभा चुनाव जीतने पर ₹3 हजार पेंशन का वादा 

विमलेश यादव 

हैदराबाद। तेलंगाना के वित्त मंत्री टी हरीश राव ने रविवार को कहा कि तेलंगाना देश का एकमात्र ऐसा राज्य है, जो दिव्यांगों को प्रति माह 3,016 रुपये और 57 वर्ष से अधिक आयु के पात्र लाभार्थियों को 2,016 रुपये पेंशन प्रदान करता है। राव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए दावा कि वह मुनुगोडे विधानसभा चुनाव जीतने पर तीन हजार रुपये पेंशन का वादा कर रही है।

पत्रकारों से बात करते हुए, उन्होंने भाजपा नेताओं को चुनौती दी कि वे अपनी पार्टी के शासन वाले राज्यों में प्रति माह तीन हजार रुपये पेंशन देकर दिखाएं। राव ने दावा किया, “हमारा पड़ोसी भाजपा शासित महाराष्ट्र 1,000 रुपये दे रहा है। कर्नाटक में, वे 600 रुपये दे रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में यह केवल 750 रुपये है। लेकिन मुनुगोडे में जीतने पर आप 3,000 रुपये का वादा करते हैं।”

उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने दुब्बक और हुजुराबाद उपचुनाव में इसी तरह के वादे किए और अपने वादे को कभी पूरा नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि नीति आयोग द्वारा मिशन भगीरथ पेयजल योजना के लिए 24,000 करोड़ रुपये की सिफारिश के बावजूद केंद्र ने 24 पैसे भी जारी नहीं किए।

‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल 4 कार्यकर्ताओं को करंट 

‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल 4 कार्यकर्ताओं को करंट 

इकबाल अंसारी 

बेल्लारी। राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कर्नाटक के बेल्लारी में हादसे का शिकार हो गई है। कांग्रेस की इस यात्रा में शामिल 4 कार्यकर्ता करंट का शिकार हो गए हैं। सभी को प्राथमिक इलाज के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह कर्नाटक के बेल्लारी से यात्रा की शुरुआत हुई। यहां से यात्रा मौका नामक स्थान पर पहुंची। यात्रा में शामिल कुछ कार्यकर्ता पार्टी का झंडा और लोहे की छड़ पकड़े हुए थे। इनमें से ही 4 लोग करंट की चपेट में आ गए।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि मौके पर मौजूद एंबुलेंस के डॉक्टर्स ने शुरुआती इलाज किया और घायलों को अस्पताल रेफर कर दिया। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर को कन्यकुमारी से शुरू हुई थी। 3750 किमी का सफर पूरा करने के बाद यह यात्रा जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में खत्म होगी। यात्रा में शामिल सभी सदस्य इस दौरान 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से गुजरेंगे।

सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि आज यात्रा के दौरान एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। बेल्लारी में मोका टाउन के पास 4 लोग करंट की चपेट में आ गए। इस दौरान राहुल गांधी ने मुझे और विधायक नागेंद्र को सिविल हॉस्पिटल विजिट करने के लिए कहा। सभी लोग अब सुरक्षित हैं और खतरे से बाहर हैं। कांग्रेस चारों पीड़ितों को एक लाख रुपए मुआवजा देगी।

प्रथम वर्ष के 3 विषयों की हिंदी पुस्तकों का विमोचन 

प्रथम वर्ष के 3 विषयों की हिंदी पुस्तकों का विमोचन 

मनोज सिंह ठाकुर

भोपाल। रविवार से देश में चिकित्सा शिक्षा का नया अध्याय शुरू हो गया है। पहली बार चिकित्सा की पढ़ाई हिंदी में भी शुरू हो गई है। इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भोपाल में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के तीन विषयों की हिंदी पुस्तकों का विमोचन किया। यहां लाल परेड मैदान में आयोजित कार्यक्रम ‘हिंदी में ज्ञान का प्रकाश’ में करीब 30 हजार विद्यार्थियों के अलावा चिकित्सा और हिंदी क्षेत्र के जानकार शामिल हुए।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है जहां चिकित्सा की पढ़ाई हिंदी में भी होगी। अब तक पूरे देश में MMBS की पढ़ाई अंग्रेजी में होती थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशानुरूप प्रदेश में चिकित्सा पाठ्यक्रम को हिंदी में तैयार कराने का निर्णय लिया गया। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग के नेतृत्व में उच्च स्तरीय टास्क फोर्स गठित की गई। साथ ही विषय निर्धारण एवं सत्यापन कार्य के लिए समितियों का गठन किया गया।

ग्वालियर में एयर टर्मिनल की रखेंगे नींव
केंद्रीय मंत्री अमित शाह रविवार को ग्वालियर जाएंगे। वे यहां नए एयर टर्मिनल का शिलान्यास करेंगे। 446 करोड़ की लागत से यह नया एयर टर्मिनल तैयार किया जा रहा है, जो मप्र का सबसे बड़ा टर्मिनल होगा। इसके साथ ही नल जल योजना व पीएम आवास- ग्रामीण व शहरी का लोकार्पण भी शाह के हाथों कराया जाएगा।

97 विशेषज्ञों के दल ने चार महीने में तैयार कर दीं हिंदी में पुस्तकें

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि 97 चिकित्सकों के दल ने चार महीने में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पुस्तकें तैयार की हैं। इनमें एनाटामी, फिजियोलाजी और बायोकेमेस्ट्री शामिल हैं। रात में भी शिक्षकों ने काम किया। हिंदी को बढ़ाने के लिए यह हुआ 2015 में विश्व हिंदी सम्मेलन भोपाल में आयोजित किया गया। इसमें दुनियाभर के हिंदी के जानकार शामिल हुए थे। चिकित्सा की हिंदी किताबें आने के बाद सम्मेलन में सुझाए गए अन्य सुझाव पर अमल करने की मांग हिंदी के विद्वानों ने मुख्यमंत्री से की है।

मुख्यमंत्री ने कहा- प्रधानमंत्री का संकल्प पूरा कर रहा मध्य प्रदेश

चिकित्सा की हिंदी पुस्तकों के विमोचन की पूर्व संध्या पर ‘एक दीपक हिंदी के नाम’ कार्यक्रम यहां रोशनपुरा चौराहे पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हिंदी में चिकित्सा की पढ़ाई शुरू कर मध्य प्रदेश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प पूरा कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि शिक्षा का माध्यम मातृभाषा होनी चाहिए।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...