शनिवार, 15 अक्टूबर 2022

दीपावली पर मिट्टी के दीयों का अलग महत्व: उजाला 

दीपावली पर मिट्टी के दीयों का अलग महत्व: उजाला 

सरस्वती उपाध्याय

दीपोत्सव यानी दीपावली रोशनी का त्योहार है। जिसके आने में अब कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में बरेली के बाजारों में भी रौनक देखने को मिल रही है। रंग-बिरंगी फैंसी लाइटों और झालरों से बाजार पटे हैं। वहीं बाजार में इस बार कुछ नए आइटम भी आए हुए हैं, जो लोगों को काफी लुभा रहे हैं। हालांकि, दिवाली पर दीये का अपना एक अलग महत्व होता है, जिसे जलाने के लिए तेल/घी की आवश्यकता होती है, लेकिन इस बार दीये तेल से नहीं पानी से जलेंगे। जो बाजार में आसानी से मिल रहे हैं।

इस बार बाजार में इलेक्ट्रॉनिक दीये जगमगा रहे हैं, जिनमें पानी डालते ही उसमें लगी एलईडी लाइट जलने लगती है और खूबसूरत रोशनी आपका मन मोह लेती है। इन लाइटों की कीमत भी काफी किफायती है। इसके अलावा बाजार में लाइटिंग फाउंटेन, लालटेन, कलर इमोजी, बैलून लाइट, मल्टी लाइट दीये, शार्प लाइट, कलश लाइट, कलर फैन लाइट, कंदील और मल्टी कलर लाइटें भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं।

खास बात ये है कि बाजार में मौजूद सभी सामान स्वदेशी हैं, जिन्होंने चाइनीज झालरों और लाइटों को बुरी तरह से पटखनी दी है। हालांकि स्वदेशी सामान चाइनीज के मुकाबले महंगा है, लेकिन फिर भी ग्राहकों की पहली पसंद है।

बात करें बाजार में मिल रहे रंग बिरंगी लाइटों वाले सामानों के दामों की तो, लाइटिंग फाउंटेन की कीमत 550 से 650 रुपए , बैलून लाइट 410 से 450, लालटेन 110 से 125, इमोजी 35 से 50 और कलश लाइट दाम 120 से 135 रुपए तक हैं। वहीं पानी के दीये की कीमत 25.50 रुपए, मल्टी लाइट दीये 15 से 20 रुपए, शार्प लाइट 6000 से 8000, कलर फैन लाइट 550 रुपए की है। इनके अलावा मल्टी कलर लाइट 15 से 18 रुपये, गणेश जी की लाइट वाली मूर्ति 350 और कंडील की कीमत पांच रुपए से शुरू है।

बता दें, बाजार में मौजूद छोटी-बड़ी सभी तरह की कंदीलें स्वदेशी और हस्तनिर्मित हैं, जिन्हें घरों में रहने वाले महिलाओं ने अपने हाथों से बनाया है। इसके अलावा बाजार में तरह-तरह की रंग बिरंगी झालरें भी मौजूद हैं, जो लोगों को लुभाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही हैं।

चाय बेचने वाला 'प्रधानमंत्री' एक ढोंगी है: रंजन 

चाय बेचने वाला 'प्रधानमंत्री' एक ढोंगी है: रंजन 

अविनाश श्रीवास्तव 

पटना। जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने पीएम मोदी को डुप्लीकेट ओबीसी और बहुरुपिया बताया है। जेडीयू के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह चाय बेचनेवाला ढोंगी है और इसे एक्सपोज करने की जरूरत है। ललन सिंह ने बीजेपी छोड़कर जेडीयू में आए लोगों से कहा कि आपने अच्छा काम किया कि जेडीयू में आ गए। क्योंकि बीजेपी गड़बड़ जगह है।

ललन सिंह ने अपने संबोधन में कहा-‘2014 के चुनाव में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी देश भर में घूम के कहते रहे कि हम अति पिछड़ा हैं।। अति पिछड़ा हैं । जबकि गुजरात में अति पिछड़ा वर्ग नहीं है वहां पिछड़ा वर्ग है और ये तो पिछड़ा वर्ग में भी नहीं थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद इन्होंने अपने समाज को पिछड़ा वर्ग में शामिल कर लिया। ये तो डुप्लीकेट हैं। डुप्लीकेट आदमी देशभर में घूम-घूमकर कह रहा है कि हम अति पिछड़ा है।। अति पिछड़ा हैं।

ऐसे लोगों से बचने की जरूरत -ललन सिंह

उन्होंने कहा कि आप लोग गांव के आदमी हैं। गरीब लोग हैं। जानते हैं न बहरूपिया किसको कहते हैं? 12 दिन में 12 रूप दिखाता है। वो वही हैं। ये पूरी पार्टी बहुरुपिया है। ऐसे लोगों से बचने की जरुरत है। अतिपिछड़ा समाज ललन सिंह ने कहा-‘ये चाय बेचनेवाला ढोंगी है। इनको चाय भी बनाना आता है क्या? ऐसे ढोंगी को एक्सपोज करने की जरूरत है।

ललन सिंह बोले कि महंगाई पर चर्चा नहीं होती है, लेकिन चीता पर की चर्चा जाती है। क्या चीता भूख मिटाएगा? उन्होंने कहा कि देश में जो रोजगार है, उसे खत्म किया जा रहा है। महंगाई पर केंद्र सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है।

JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन(ललन) सिंह ने कहा कि BJP में रविशंकर प्रसाद, संजय जायसवाल, सुशील मोदी की हिम्मत है ये कहने का कि जो भाजपा आज है वो अटल बिहारी वाजपेयी, आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी का बनाया हुआ है? ये कह नहीं सकते हैं जिस दिन कहेंगे उस दिन इन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।

महाराष्ट्र के 70 लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार बनें 

महाराष्ट्र के 70 लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार बनें 

श्रीराम मौर्य   

देहरादून। सरकारों के तमाम दावों के बाबजूद केदारनाथ आने वाले तीर्थ यात्री हेली टिकटों की आनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं, ताजा मामला महाराष्ट्र के 70-सदस्यीय दल का है जो आनलाइन ठगी का शिकार हुए हैं, महाराष्ट्र से यहां पहुंचे सभी तीर्थ यात्रियों को बिना दर्शन के ही वापस लौटना पड़ा, दल के लीडर श्रीरामपुर-महाराष्ट्र निवासी देवीदास वाकचौरे ने बताया कि उन्होंने 5.89 लाख की धनराशि जमा कर 70 तीर्थ यात्रियों के टिकट आनलाइन बुक कराए थे, लेकिन, शुक्रवार को हेली कंपनी पवन हंस के दफ्तर में पहुंचने पर पता चला कि सारे टिकट फर्जी हैं, इस संबंध में पूछने पर कंपनी की ओर से उन्हें गढ़वाल मंडल विकास निगम के बुकिंग काउंटर पर जाने का कहा गया, वहां भी टिकट नकली बताए गए, इस पर उन्होंने साइबर क्राइम सेल में रिपोर्ट दर्ज कराई है, वहीं पूरे मामले में एसपी रुद्रप्रयाग आयुष अग्रवाल का कहना है कि हेली टिकटों में ठगी की कई शिकायतें प्राप्त हो रही हैं पुलिस इनमें लगातार कार्यवाही कर रही है।

8417.93 लाख की 30 योजनाओं का लोकार्पण 

8417.93 लाख की 30 योजनाओं का लोकार्पण 

पंकज कपूर   

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को विधानसभा चंपावत के टनकपुर स्थित ए.पी.जे अब्दुल कलाम इंजीनियरिंग कॉलेज में जिला प्रशासन एवं सेवायोजन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित रोजगार मेले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने वृहद रोजगार मेले शुभारंभ करने के साथ ही चंपावत जिले की दोनों विधानसभा चंपावत व लोहाघाट अंतर्गत 8417.93 लाख की कुल 30 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। उन्होंने ए.पी.जे अब्दुल कलाम इंजीनियरिंग कॉलेज में मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत निर्मित लाइब्रेरी, प्रयोगशाला एवं स्मार्ट कक्षा का शुभारंभ भी किया।


मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने ए.पी.जे अब्दुल कलाम इंजीनियरिंग कॉलेज में महिला छात्रावास का निर्माण कार्य किए जाने एवं कॉलेज के अतिथि शिक्षकों को उच्च शिक्षा की भांति तकनीकी शिक्षा के अंतर्गत मासिक स्तर पर मानदेय दिए जाने की घोषणा की।मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रोजगार मेले में पंहुचे विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों से जानकारी ली, साथ ही उन्होंने रोजगार हेतु विभिन्न क्षेत्रों से आए बेरोजगार युवाओं से भी वार्ता करते हुए कहा कि वह इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाएं। रोजगार मेले में जहां एक ओर उत्तराखंड राज्य एवं बाहरी प्रदेशों से बड़ी-बड़ी कंपनियों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है, वहीं संपूर्ण राज्य में आयोजित होने वाले इस तरह के रोजगार मेले से अनेकों युवाओं को रोजगार भी मिल रहा है। चंपावत विधानसभा में आयोजित इस मेले से कई युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा। अपनी प्रतिभा एवं मेहनत के बलबूते पर हमारे युवा उत्तराखंड राज्य एवं देश के विकास में अपना अहम योगदान देंगे।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवी देवताओं की भूमि चंपावत हमेशा उनमें नई ऊर्जा प्रदान कराती है। उन्होंने कहा आज का दिन युवाओं के लिए बहुत विशेष है। आज प्रतिभावान युवाओं को नए अवसर मिलेंगे। उन्होंने मेले में उपस्थित सभी युवाओं से अपील की कि वे रोजगार लेने के साथ-साथ रोजगार देने वाले बनें, यहां के युवा अपनी प्रतिभा से जिस भी क्षेत्र में जाएंगे, वहां अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देंगे।

इश्क: पति ने गर्भवती पत्नी को उतारा मौत के घाट

इश्क: पति ने गर्भवती पत्नी को उतारा मौत के घाट

अरविंद सैनी   

हरिद्वार। अपराधों के लिए हमेशा ही चर्चाओं में रहने वाला हरिद्वार जिला एक बार फिर से चर्चा में आया है। जिले के लक्‍सर में एक पति के सिर पर दूसरी महिला का इश्क इस कदर चढ़ गया कि उसने अपनी गर्भवती पत्‍नी को मौत के घाट उतार दिया। इसी विवाद के चलते युवक ने गला घोट कर गर्भवती पत्नी की हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि मृतका छह माह की गर्भवती थी। युवक का किसी अन्य महिला के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। जिसके चलते पति पत्नी के बीच विवाद हो रहा था।जानकारी के अनुसार लक्सर कोतवाली क्षेत्र के रामपुर रायघटी गांव निवासी रविंद्र की शादी ढाई वर्ष पूर्व वर्ष 2020 में खानपुर थाना क्षेत्र के कलसिया गांव निवासी काजल के साथ हुई थी। शादी के बाद एक बेटे को जन्म दिया। बताया गया कि काजल के पति रविंद्र का एक अन्य महिला के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। जिसका काजल द्वारा विरोध किया जा रहा था।

इसी बात को लेकर आए दिन पति पत्नी के बीच विवाद होता रहता था। शुक्रवार की रात भी पति पत्नी के बीच इसे लेकर जमकर विवाद हुआ। इस दौरान रविंद्र ने पत्नी काजल का गला घोट कर उसकी हत्या कर दी।परिजनों का कहना है कि काजल की बैड से गिरकर तबीयत बिगड़ गई है। जिस पर परिजन उसे चिकित्सक के पास ले गए। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

सूचना पर मृतका के परिजन भी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने मृतका के गले पर गहरे निशान की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। मृतका के परिजनों ने उसकी हत्या का आरोप लगाया है। कोतवाल यशपाल सिंह बिष्ट ने बताया कि मृतका के गले पर गहरे निशान मिले हैं। जिससे प्रथम दृष्टया लगता है कि गला घोट कर उसकी हत्या की गई है। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

गांधी: 'भाजपा 40 प्रतिशत कमीशन’ वाली सरकार

गांधी: 'भाजपा 40 प्रतिशत कमीशन’ वाली सरकार  

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली/बेल्लारी/कर्नाटक। कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के शनिवार को 38 दिन पूरे हो गए हैं और 1000 किलोमीटर का पैदल सफर पूरा हो गया है। इस मौके पर कर्नाटक के बेल्लारी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। वहीं, जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज हिंदुस्तान में 45 साल में सबसे अधिक बेरोजगारी है।

प्रधानमंत्री ने कहा था कि हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार दूंगा, कहां गए 2 करोड़ रोजगार? उल्टा, करोड़ों युवाओं को बेरोजगार कर दिया है। यात्रा में मैं कई युवाओं से पूछता हूं कि क्या तुम्हें भरोसा है कि कॉलेज के बाद तुम्हें नौकरी मिलेगी? जवाब मिलता है- हमें भरोसा नहीं है, हमें नहीं लगता कि हमें नौकरी मिलेगी।कांग्रेस नेता ने कहा, ‘कर्नाटक में 2.5 लाख सरकारी पद खाली क्यों हैं? अगर आप पुलिस सब-इंस्पेक्टर बनना चाहते हैं तो आप 80 लाख रुपये देकर पास हो सकते हैं। अगर आपके पास पैसा है तो आप कर्नाटक में सरकारी नौकरी खरीद सकते हैं। अगर आपके पास पैसा नहीं है तो आप जीवन भर बेरोजगार रह सकते हैं।’

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि यह सरकार अनुसूचित जाति (एससी) और जनजाति (एसटी) विरोधी है और इसे ‘40 प्रतिशत कमीशन’ वाली सरकार कहा जाता है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भाजपा नीत सरकार ‘एससी और एसटी विरोधी’ है और इन उत्पीड़ित लोगों के खिलाफ अत्याचार में 50 फीसदी की वृद्धि हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को ‘40 प्रतिशत कमीशन’ वाली सरकार कहा जाता है, क्योंकि इसका भुगतान करके कोई भी काम किया जा सकता है।

एक तिहाई बांझपन का कारण पुरुष होते हैं: खास

एक तिहाई बांझपन का कारण पुरुष होते हैं: खास

अखिलेश पांडेय   

मेलबर्न। पहली बार ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में आईवीएफ क्लिनिक ने प्रक्रिया से जुड़े युगलों में पुरुष प्रजनन संबंधी समस्याओं के स्तर और सीमा के बारे में डेटा की सूचना दी है। ‘ऑस्ट्रेलिया एंड न्यूजीलैंड असिस्टेड रिप्रोडक्शन डेटाबेस’ (एएनजेडएआरडी) द्वारा जारी किए गए नए डेटा से आज पता चला है कि 2020 में किए गए सभी आईवीएफ चक्रों में से एक-तिहाई का कारण पुरुष बांझपन था।


हालांकि पुरुषों से संबंधित अधिकतर प्रजनन समस्याओं को रोका नहीं जा सकता, लेकिन पुरुष शुक्राणु की गुणवत्ता और महिलाओं के प्राकृतिक गर्भाधान की संभावना में सुधार के लिए कुछ चीजें कर सकते हैं। पुरुष बांझपन के मामले में अधिकांश समस्या वृषणों के कोई भी या पर्याप्त सामान्य शुक्राणु बनाने में विफल होने के कारण होती है जो महिलाओं के गर्भधारण के लिए आवश्यक होते हैं।

शुक्राणुओं की कम संख्या, शुक्राणु का सामान्य रूप से आगे न बढ़ना या असामान्य आकार के शुक्राणुओं की अधिक संख्या महिलाओं के अंडाणुओं को निषेचित करने की क्षमता को कम कर देती है। ज्यादातर मामलों में, पुरुष बांझपन का कारण अस्पष्ट है।लगभग 40 प्रतिशत पुरुषों में ही बांझपन के एक विशिष्ट कारण का पता लगाया जा सकता है। इनमें आनुवंशिक असामान्यताएं, पिछला संक्रमण, अंडकोष को आघात और शुक्राणु उत्पादन को नुकसान शामिल हैं – उदाहरण के लिए कैंसर के उपचार से।

कुछ पुरुषों के स्खलन में शुक्राणु नहीं होते हैं (एक स्थिति जिसे एज़ोस्पर्मिया कहा जाता है)। यह अवरुद्ध शुक्राणु नलियों के कारण हो सकता है, जो जन्मजात दोष हो सकता है, या पुरुष नसबंदी या अन्य क्षति कारण हो सकती है। कुछ मामलों में, कम या खराब समय पर संभोग, या यौन समस्याएं जैसे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन या फिर स्खलन विफलता बांझपन का कारण बनती है।

सबसे कम आम समस्या पिट्यूटरी ग्रंथि (मस्तिष्क में एक ग्रंथि जो हार्मोन बनाती है, भंडारण करती है और जारी करती है) से हार्मोनल संकेतों की कमी है। यह अनुवांशिक हो सकता है या पिट्यूटरी ट्यूमर जैसे मुद्दों की वजह से हो सकता है। हार्मोन इंजेक्शन के साथ उपचार का उद्देश्य प्राकृतिक प्रजनन क्षमता को बहाल करना होता है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...