शुक्रवार, 14 अक्टूबर 2022

राम रहीम को एक बार फिर पैरोल की मंजूरी

राम रहीम को एक बार फिर पैरोल की मंजूरी 

संदीप मिश्र 

लखनऊ। साध्वी यौन शोषण के मामलें में 20 साल की सजा काट रहे राम रहीम को एक बार फिर से पैरोल की मंजूरी मिली है। इस बार राम रहीम को 40 दिन की पैरोल मिली है। पैरोल के दौरान राम रहीम को सिरसा आश्रम में जाने की मनाही रहेगी, जबकि अन्य डेरों पर राम रहीम रह सकते है। माना जा रहा है कि इस बार राम रहीम यूपी के बागपत के अलावा अन्य डेरे में भी रुक सकते हैं। अभी जेल प्रशासन ने यह नहीं साफ किया है कि राम रहीम पैरोल पर बाहर कब आएंगे, मगर 40 दिन की पैरेाल की तो पुष्टि की गई है। डेरे में चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए राम रहीम के पैरोल पर आने की चर्चा कई दिनों से बनी हुई थी।

सुनारियां जेल में सजा काट रहे राम रहीम को पैरोल एक बार फिर से पैरोल मिलेगी। इससे पहले भी राम रहीम को फरवरी माह में 21 दिन की फरलो मिली थी और उसके बाद 30 दिन की फरलो मिल चुकी है। राम रहीम ने तीन दिन पहले ही अपने वकीलों से जेल में मुलाकात की थी और उसके बाद पैरोल की अर्जी दी गई है।

विधि-विधान एवं मंत्रोच्चार के साथ बॉयलर पूजन संपन्न 

विधि-विधान एवं मंत्रोच्चार के साथ बॉयलर पूजन संपन्न 

भानु प्रताप उपाध्याय 

शामली। थानाभवन बजाज शुगर मिल में गन्ना पेराई सत्र के शुभारंभ के लिए शुक्रवार को हवन-यज्ञ कर बॉयलर पूजन किया गया। बजाज हिन्दुस्तान शुगर मिल परिसर में कर्मकांडी पं. राजकमल शास्त्री ने विधि-विधान एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ बॉयलर पूजन संपन्न कराया। बॉयलर पूजन एवं हवन यज्ञ में शुगर मिल के यूनिट हेड जीवी सिंह, गन्ना महाप्रबंधक अभिषेक श्रीवास्तव, अनुपम खरे, एजीएम दुर्गेश तोमर , शिवचरण सिंह, जितेन्द्र सिंह राणा आदि शामिल रहे।

शुगर मिल में गन्ने की पेराई सत्र अक्तूबर माह के अंतिम सप्ताह में शुरू होने की उम्मीद है। बता दें कि शुगर मिल की पेराई क्षमता 90 हजार कुंतल की है। क्षेत्र में 75 में से 65 जगहों पर गन्ना तौल केन्द्र स्थापित कर दिए गए हैं।

भ्रष्टाचार: नोडल अधिकारी प्रशांत को पद से हटाया 

भ्रष्टाचार: नोडल अधिकारी प्रशांत को पद से हटाया 

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुजफ्फरनगर। जिला चिकित्सालय में व्याप्त भ्रष्टाचार पर कडी कार्यवाही करते हुए पीसीपीएनडीटी नोडल अधिकारी डा. प्रशांत को उनके पद से हटा दिया है। सीएमओ के एक्शन से जिला चिकित्सालय में हडकंप मच गया। सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के अंतर्गत कार्य में शिथिलता बरतने वाले पीसीपीएनडीटी नोडल अधिकारी को उनके कार्य से हटाया गया।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने बताया कि पीसीपीएनडीटी कार्यालय में डॉ. अनुभव सिंघल, एमडी कार्डियोलॉजिस्ट के कार्य में विलंब करने पर सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के अंतर्गत उनके द्वारा उपरोक्त के सम्बन्ध में संज्ञान लेते हुए डॉ. अनुभव सिघल के कार्य को तत्काल कराया गया तथा कार्य में शिथिलता बरतने वाले डॉ. प्रशांत कुमार पीसीपीएनडीटी, नोडल अधिकारी पर कठोर कार्रवाई करते हुए उन्हें कार्य से हटाकर उनके स्थान पर डॉ. विपिन कुमार उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पीसीपीएनडीटी का प्रभार दिया गया। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एम एस फौजदार ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में भविष्य में भी यदि किसी अधिकारी/कर्मचारी ने कार्य में शिथिलता बरती, तो उसके विरुद्ध भी कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

घर में घुसने करने की कोशिश, फायरिंग में 1 की मौंत

घर में घुसने करने की कोशिश, फायरिंग में 1 की मौंत

अश्वनी उपाध्याय 

गाजियाबाद। गाजियाबाद में अब लोगों ने खुद हथियार उठाना शुरू कर दिया है। दरअसल, गाजियाबाद के थाना टीला मोड़ क्षेत्र में सुबह करीब 4:30 बजे बदमाशों ने एक घर में घुसने करने की कोशिश की। मकान मालिक ने आहट सुनकर बदमाशों पर फायरिंग कर दी, जिसमें बदमाश की मौंत हो गई। इसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची है। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

गाजियाबाद के थाना टीला मोड़ इलाके के जावली रोड में योगेंद्र मावी रहते हैं जो पेशे से प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते हैं सुबह करीब 4:30 बजे के आसपास इनके परिजनों का कहना है कि आधा दर्जन बदमाश बांस के जरिए घर में घुस गए। आहट होने पर योगेंद्र जग गया और उसने से अपनी लाइसेंसी पिस्टल से फायर कर दिया। फायरिंग की आवाज सुनकर बाकी बदमाश भाग गए। लेकिन एक बदमाश को गोली लग गई, जिस की मौके पर ही मौत हो गई।

उसके बाद पुलिस को सूचना दी गई पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बदमाश के शव को कब्जे में ले लिया है और उसके पहचान की कोशिश की जा रही है। आपको बता दें कि गाजियाबाद में लगातार लूट डकैती हत्या जैसी वारदात से बढ़ रही है, जिसके बाद अब लोगों ने खुद ही हथियार उठा लिया है।

महिला-बच्चों के लिए 3000 मॉडल आंगनवाड़ी  

महिला बच्चों के लिए 3000 मॉडल आंगनवाड़ी  

गुवाहाटी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज शुक्रवार को कहा कि महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा तथा विकास सभ्य समाज का संकेत है। राष्ट्रपति ने यह बात यहां विकास के विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास या उदघाटन करते हुए कही।इस यात्रा के दौरान उन्होंने प्रसिद्ध शक्ति पीठ माता कामाख्या का दर्शन किये।

इस क्षेत्र में प्रारंभ की गई स्वास्थ्य, शिक्षा, रेलवे, सड़क निर्माण, पेट्रोलियम और महिला सशक्तिकण से संबंधित विविध परियोजनाओं की सफलता की कामना करते हुए उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इन योजनाओं के सफल कार्यान्वयन से व्यापार और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे, परिवहन सुविधाओं में वृद्धि होगी और असम सहित पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

राष्ट्रपति ने कहा कि बेहतर अवसंरचना किसी भी राज्य के विकास का आधार होती है। पूर्वोत्तर क्षेत्र भारत की 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' का केंद्र बिंदु है। उन्होंने इस बात पर प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त की कि केंद्र सरकार इस क्षेत्र में ढांचागत सुविधाओं और कनेक्टिविटी पर विशेष ध्यान दे रही है।

राष्ट्रपति ने कहा कि असम का विकास समूचे पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास का इंजन सिद्ध हो सकता है।उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र प्राकृतिक संसाधनों की दृष्टि से समृद्ध है। उन्होंने इस बात पर गौर किया कि असम भारत में कच्चे तेल के कुल उत्पादन में 13 प्रतिशत का योगदान देता है। साथ ही भारत के कुल प्राकृतिक गैस उत्पादन का 15 प्रतिशत पूर्वोत्तर क्षेत्र से आता है।

उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि मोइनरबॉन्ड में आज जिस अत्याधुनिक डिपो का उद्घाटन किया गया, वह पूरी बराक घाटी के साथ-साथ त्रिपुरा, मणिपुर और मिजोरम की पेट्रोलियम उत्पादों की आवश्यकताओं को पूरा करने में मददगार साबित होगा।

राष्ट्रपति ने कहा कि केंद्र सरकार असम समेत सभी पूर्वोत्तर राज्यों में सड़क और रेल संपर्क पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सड़क और रेलवे से संबंधित जिन विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास या उद्घाटन किया गया है, उनसे क्षेत्र में व्यापार और परिवहन को बढ़ावा मिलने के अलावा पर्यटन के अवसरों में भी वृद्धि होगी।

राष्ट्रपति ने कहा कि असम में महिलाओं और बच्चों के लिए विभिन्न सेवाओं को और मजबूती प्रदान करने के लिए आज शुरू किए गए 3000 मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र एक सराहनीय कदम है। उन्होंने चाय बगान श्रमिकों के बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से 100 मॉडल सेकेंडरी स्‍कूलों के शिलान्‍यास पर भी प्रसन्नता व्यक्त की।

एग्री कॉर्नीवाल 2022, 10 देशों के वैज्ञानिक शामिल

एग्री कॉर्नीवाल 2022, 10 देशों के वैज्ञानिक शामिल

दुष्यंत टीकम   

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में अन्तर्राष्ट्रीय कृषि मड़ई ‘‘एग्री कार्नीवाल 2022’’ में आज भविष्य के लिए पर्याप्त भोजन की उपलब्धता और इसके लिए अपनायी जाने वाली आधुनिक तकनीक के उपयोग से फसलों की उपज में वृद्धि पर विचार-विमर्श के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान भावी पीढ़ी के लिए भोजन की पर्याप्त उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए धान की रोग-प्रतिरोधक, सस्ती और यूजर फ्रेंडली वेरायटी के उत्पादन के लिए आधुनिक तकनीकी पर चर्चा और प्रस्तुतीकरण किया गया। कार्नीवाल में दस अफ्रीकी देशों युगांडा, जिम्वाम्बे, मेडागास्कर, सेनेगल, इथोपिया, नामिबिया, घाना, माली, सेशेल्स, साउथ एशियन देश नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका और भारत सहित लगभग 15 देशों के कृषि वैज्ञानिक शामिल हुए।


उल्लेखनीय है कि फसल प्रजनन का यह कार्यक्रम एशिया और अफ्रीकी उप महाद्वीप में चावल प्रजनन कार्यक्रमों के आधुनिकीकरण में तेजी लाने की एक पहल है। इसका उद्देश्य अत्याधुनिक तकनीकों के विषय में क्षमता निर्माण, स्मार्ट प्रजनन प्रौद्योगिकियों, प्रजनन सूचना विज्ञान और लागत उपकरणों पर विशेषज्ञता विकसित करने के लिए विशेष व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना है। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा राज्य शासन के कृषि विभाग, छत्तीसगढ़ बायोटेक्नोलॉजी प्रमोशन सोसायटी, अन्तर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, फिलीपींस, नाबार्ड, कंसल्टेटिव ग्रुप ऑफ इन्टरनेशनल एग्रीकल्चरल रिसर्च, कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा), एनएबीएल तथा अन्य संस्थाओं के सहयोग से अन्तर्राष्ट्रीय कृषि मड़ई ‘‘एग्री कार्नीवाल 2022’’ का आयोजन किया जा रहा है। 14 से 18 अक्टूबर तक चलने वाले इस आयोजन में पहले दिन अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के कृषि संस्थानों के निदेशकों, कृषि वैज्ञानिकों विभिन्न कृषि उत्पाद निर्माता कम्पनियों के वरिष्ठ अधिकारियों, स्टार्टअप्स उद्यमियों एवं बड़ी संख्या में प्रगतिशील कृषक शामिल हुए।अंतर्राष्ट्रीय धान अनुसंधान संस्थान, मनीला (फिलीपिंस) के कृषिविद् डॉ. संजय कटियार ने बताया कि हरित क्रांति के बाद लगभग 60 सालों से धान की नई किस्में लाने का काम हो रहा है। वर्तमान समय में जलवायु परिवर्तन (ग्लोबल क्लाईमेट चेंज) के कारण बाढ़, सूखा जैसी कई चुनौतियां सामने हैं। ऐसे में अच्छी और जल्दी पैदावार देने वाली रोग प्रतिरोधक फसलों की किस्मों की जरूरत है, जिससे भविष्य में बढ़ती आबादी और बदलते जलवायु के साथ भोजन की पर्याप्त उपलब्धता की चुनौतियों से लड़ा जा सकता है। इसके लिए आधुनिक ब्रीडिंग प्रोग्राम के तहत कई नई वेरायटी लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के खतरे को देखते हुए खाद्य सुरक्षा के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए दुनिया भर में चावल आधारित कृषि प्रणालियों में व्यापक परिवर्तन की आवश्यकता है। किसानों को जलवायु परिवर्तन के अनुकूल और उच्च उत्पादकता और बेहतर पोषण के साथ चावल की किस्मों की आवश्यकता है। उनकी इस जरूरत को जल्द पूरा करने के लिए आधुनिक तकनीक के माध्यम से कई नई धान की किस्में लाई जा रही है।

छत्तीसगढ़ में भी किसानों को नई किस्मों को लगाने के लिए जागरूक किया जा रहा है और सीड सिस्टम का नया एप्रोच उन तक पहुंचाया जा रहा है। यहां लगभग सभी जिलों के किसानों के लगभग 130 एकड़ खेत में आठ से दस प्रकार की नई वेरायटी को पुरानी वेरायटी के साथ लगाकर उन्हें उत्पादन का अंतर समझाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि साउथ अफ्रीका के कई देश में अब भी धान उत्पादन की आधुनिक तकनीक का विकास नहीं हो सका है। कार्नीवाल में छत्तीसगढ़ आए विभिन्न देशों के कृषि वैज्ञानिक यहां की तकनीक सीख कर अपने देशों में लागू करेंगे।

मां के साथ सोते हुए मासूम को उठाकर दुष्कर्म किया 

मां के साथ सोते हुए मासूम को उठाकर दुष्कर्म किया 

तारीक खान 

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में एक शर्मनाक मामला सामने आया है जिसे सुन इंसानियत भी शर्मसार हो जायेगी। मामला इंदौर के सिरपुर इलाके की है जहाँ रात को माँ के बगल में सो रही मासूम बच्ची को उसके पिता का दोस्त उठाकर ले गया और दुष्कर्म किया। दुष्कर्म करने के बाद आरोपी अधमरी हालत में बच्ची को छोड़कर भाग गया। बच्ची को न देख माता-पिता ने तत्काल पुलिस को शिकायत की और कुछ ही देर बाद सड़क पर बच्ची मिल गई। वही पांच घंटे की मशक्कत के बाद आरोपी को भी पकड़ लिया गया।

मिली जानकारी के अनुसार घटना इंदौर के सिरपुर इलाके की है। जहाँ रात करीब दो बजे मासूम को ट्रक ड्राइवर दिनेश डाबर (उम्र 38 वर्ष) अपने साथ उठाकर ले गया। ट्रक से ही उसे पांच-छह किलोमीटर दूर ले गया। फिर दुष्कर्म के बाद उसे अधमरी हालत में सड़क किनारे फेंक दिया। पुलिस ने पांच घंटे के अंदर दिनेश को गिरफ्तार कर लिया है। उस पर धारा 363, 366, 376 क, ख और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। लड़की का पिता एक निर्माणाधीन मकान में चौकीदार का काम करता है। रात करीब दो बजे उसकी पत्नी की नींद खुली तो देखा कि बच्ची नहीं है। वह शोर मचाने लगी। दोनों ने आसपास उसे खोजा। नहीं मिली तो चंदन नगर पुलिस थाने में शिकायत की। पुलिस ने तफ्तीश जारी रखी तो बच्ची रेतमंडी के पास मिली। वीडियो फुटेज में 15 मिनट के भीतर एक ट्रक आते-जाते दिखा। उसके नंबर से ट्रक मालिक को बुलाया गया। मालिक ने ड्राइवर को फूटी कोठी चौराहे पर बुलाया और वहां पुलिस ने दिनेश को गिरफ्तार कर लिया। दिनेश डाबर इंदौर में पीड़ित के घर के पास ही ट्रक पार्क करता था। उसका पीड़ित के घर आना-जाना भी था। उसने ही बच्ची को उठाया और ट्रक में उसे अपने साथ ले गया। मालिक के बुलाने पर भी वह बेखौफ था। उसे लग रहा था कि पकड़ा नहीं जाएगा। बच्ची भी मर गई होगी। तभी वह फूटी कोठी पहुंचा, जहां पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

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