मंगलवार, 11 अक्टूबर 2022

यूके: महापौर ने सफाई अभियान का शुभारंभ कराया

यूके: महापौर ने सफाई अभियान का शुभारंभ कराया

पंकज कपूर 

ऋषिकेश। नगर निगम में सम्मलित हुए नये वार्डों के विभिन्न क्षेत्रों में महापौर अनिता ममगाई की अगुवाई में मंगलवार को जोरदार तरीके से सफाई अभियान चलाया गया। इन क्षेत्रों में डेंगू एवं सक्रामक बीमारियों से लोगो के बचाव के लिए निगम प्रशासन ने आज दिनभर अपने सफाई अमले को झोंके रखा। मंगलवार को निगम के बापूग्राम स्थित शाखा कार्यालय में महापौर ने सफाई अभियान का शुभारंभ कराया। करीब चार घंटों तक अभियान में स्वयं महापौर जुटी रही। उन्हें स्वच्छता अभियान का मोर्चा संभालते देख बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी भी अभियान में जुट गये। महापौर ने कहा कि लोगों का स्वास्थ्य निगम की प्रथम प्राथमिकता है। बताया कि मानसून का सीजन इस वर्ष लंबा खिचता जा रहा है।

बारिश का दौर ना थमने से डेंगू एवं सक्रामक रोगों के फेलने का खतरा लगातार बना हुआ है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए निगम प्रशासन लगातार स्वच्छता अभियान छेड़े हुए है। चरणबद्ध तरीके से तमाम क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान चलाकर फोगिंग एवं एंटी लारवा का छिड़काव कराया जा रहा है। उन्होंने शहरवासियों से पालीथीन का प्रयोग ना करने की अपील करते हुए कहा कि पालीथिन की वजह से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में नालियां चौक हो रही हैं जिससे बीमारियों के पनपने का खतरा भी उत्पन्न हो रहा है। महापौर ने स्वच्छता अभियान में सहयोग का हाथ आगे बड़ाने वालें ग्रामीणों का आभार भी जताया । कहा कि, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के प्रति जागरुकता की एक नई लहर उठने लगी है। जो काम अब तक नहीं हुए थे, वो अब हो रहे हैं।

इस दौरान पार्षद विजय बडोनी, जयेश राणा, राधा रमोला, गौरव कौशिक, धीरेन्द्र कुमार, यशवंत रावत,गोपाल रावत, महावीर चमोली,विजय बिष्ट, कुलदीप टंडन, सुयेश,सफाई निरिक्षक अभिषेक मल्होत्रा, सुभाष सेमवाल, नरेश खेरवाल, मुकेश खेरवाल, अमित कुमार, विनेश राकेश, कुमार खेरवाल, अजय बागड़ी, विनोद कुमार, सूद रवि, भारती, सुरेंदर, जितेंद्र सुभाष, राजेश डोगरा आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।

'महाकालेश्वर' के दर्शन करने गर्भगृह पहुंचे पीएम

'महाकालेश्वर' के दर्शन करने गर्भगृह पहुंचे पीएम 


मनोज सिंह ठाकुर 

उज्जैन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने गर्भगृह पहुंचे। उन्होंने नंदी को प्रणाम कर गर्भगृह में प्रवेश किया। मोदी ने महाकाल के सामने जप किया। पीएम मोदी ने भगवान महाकाल को चंदन, अबीर, बिलपत्र, कुमकुम, मोगरे और गुलाब की माला अर्पित की। जनेऊ चढ़ाकर ड्राइफूट और फल का भोग लगाया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल को नवीन वस्त्र चढ़ाए। वे संध्या आरती में शामिल हुए। विधि-विधान से महाकाल की पूजा की। श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के नए दर्शन परिसर महाकाल लोक को कुछ ही देर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भक्तों को समर्पित करेंगे।  

मुझे 18 घंटे पहले चुनाव लड़ने के लिए कहा गया

मुझे 18 घंटे पहले चुनाव लड़ने के लिए कहा गया

अविनाश श्रीवास्तव 

पटना। कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को कहा कि उन्हें नामांकन-पत्र दाखिल करने से 18 घंटे पहले पार्टी के शीर्ष पद के लिए चुनाव लड़ने के लिए कहा गया था। पार्टी के साथ अपने दशकों लंबे जुड़ाव को गर्व से याद करते हुए खड़गे ने रेखांकित किया कि उन्होंने इस विचार के साथ मैदान में प्रवेश किया है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को पदभार संभालना चाहिए था।

बिहार प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा, मुझे नामांकन पत्र दाखिल करने से 18 घंटे पहले पार्टी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए कहा गया था। जब मैंने पूछा कि मुझे मैदान में उतरने के लिए क्यों कहा जा रहा है तो मुझे पता चला कि राहुल गांधी नहीं चाहते कि उनके परिवार का कोई सदस्य पार्टी के शीर्ष पद पर आसीन हो। व्यापक रूप से कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पार्टी के पसंदीदा उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरे खरगे ने कहा, मुझे विश्वास है कि पार्टी को राहुल गांधी और उनके नेतृत्व की आवश्यकता है।

उन्हें फिर से पार्टी अध्यक्ष बनना चाहिए था। लेकिन मैं उनकी भावनाओं के बड़प्पन का सम्मान करता हूं। ऐसा माना जाता है कि गांधी ने कांग्रेस में एक ही परिवार का शासन के भाजपा के आरोप को कुंद करने के लिए पार्टी अध्यक्ष नहीं बनने का निर्णय लिया है। खड़गे ने दोहराया कि अगर उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाता है तो उनकी प्राथमिकता उदयपुर घोषणा को लागू करना होगा जिसमें 50 साल से कम उम्र के लोगों के चुनाव में 50 प्रतिशत टिकट दिया जाना शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि उदयपुर घोषणा प्रस्तावों का एक समूह है जिसे इस साल मई में राजस्थान में कांग्रेस द्वारा आयोजित चिंतन शिविर में अपनाया गया था। खड़गे ने अपने प्रतिद्वंद्वी शशि थरूर पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें अपना घोषणा-पत्र जारी करने या मीडिया में बहुत अधिक साक्षात्कार देने की कोई आवश्यकता नहीं है। तिरुवनंतपुरम से पार्टी सांसद थरूर भी इस पद की दौड़ में हैं और वह लगातार अपने पक्ष में प्रचार कर रहे हैं।

खड़गे ने कहा, यह चुनाव घर की बात की तरह है। मैं यहां एक भूमिका निभाने के लिए हूं लेकिन ऐसी कई चीजें हैं जो मैं सार्वजनिक रूप से नहीं कहना चाहूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस संविधान को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है जिस पर केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा कथित रूप से हमला किया जा रहा था।

मंहगाई व संसाधनों की कमी के कारण बढ़ रही बीमारी

मंहगाई व संसाधनों की कमी के कारण बढ़ रही बीमारी

इकबाल अंसारी 

तिरुवनंतपुरम। एक सर्वेक्षण में खुलासा हुआ है कि केरल में बढ़ती मंहगाई और संसाधनों की कमी के कारण लोगों की मानसिक बीमारी बढ़ती जा रही है। मनश्चिकित्सा और व्यवहार चिकित्सा सहयोगी सलाहकार डॉ. मिगिता डिक्रूज़ ने बताया कि 2021 में प्रकाशित एक अध्ययन में राष्ट्रीय और राज्य स्तर के जनसंख्या सर्वेक्षणों के आंकड़ों को एकत्रित किया, जिसमें 2002 में एक लाख लोगों का सर्वेक्षण किया गया जिसमें 272 लोग मानसिक तौर पर बीमार थे और जब 2018 में दोबारा से एक लाख लोगों का सर्वेक्षण किया गया, तब चार सौ लोग मानसिक रोग से ग्रस्ति पाये गये।

उन्होंने बताया कि विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की इस साल की थीम ‘मेक मेंटल हेल्थ एंड वेलबीइंग फॉर ऑल ए ग्लोबल प्रायोरिटी’ है, जो सामाजिक अलगाव, बीमारी तथा मृत्यु का भय और कोविड-19 से जुड़ी तनावपूर्ण सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों को दर्शाता है। लैंसेट में एक अध्ययन के अनुसार, दुनिया भर में प्रमुख अवसाद विकार के प्रसार में 27.6 प्रतिशत और चिंता विकारों में 25.6 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। डॉ डिक्रूज ने कहा कि एर्नाकुलम जिले में 2021 में किए गए एक अन्य अध्ययन में लॉक डाउन के दौरान 640 प्रतिभागियों के मानसिक स्वास्थ्य की जांच की गई, जिसमें 56.9 प्रतिशत अवसादग्रस्तता के लक्षण पाए गए।

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया और संगीत का उपयोग करना अकेलेपन का बहुत कारण है। कोविड-19 महामारी के दौरान लोगों की मानसिक स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक मनोसामाजिक सहायता कार्यक्रम ‘ओट्टाक्कल्ला ओप्पमुंडु’ को बच्चों के लिए बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने राज्य़ के लोगों को मानसिक अवसाद से बचाने के लिए वर्षभर में एक दिन का स्मरणोत्सव की आवश्यकता पर जोर दिया।

‘एकतरफा न्यायेत्तर तलाक’ असंवैधानिक, अनुरोध

‘एकतरफा न्यायेत्तर तलाक’ असंवैधानिक, अनुरोध

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने ‘तलाक-ए-हसन’ और अन्य सभी प्रकार के ‘एकतरफा न्यायेत्तर तलाक’ को असंवैधानिक घोषित करने का अनुरोध करने वाली याचिकाओं को मंगलवार को स्वीकार कर लिया। ‘तलाक-ए-हसन’ के तहत मुस्लिम समुदाय के पुरुष तीन महीने की अवधि में प्रति माह एक बार ‘तलाक’ बोल कर वैवाहिक संबंध तोड़ सकते हैं। न्यायमूर्ति एस.के. कौल की अध्यक्षता वाली तीन न्यायाधीशों की पीठ ने केंद्र, राष्ट्रीय महिला आयोग, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और अन्य को चार हफ्तों के अंदर अपना जवाब दाखिल करने को कहा। पीठ के सदस्यों में न्यायमूर्ति अभय एस ओका और न्यायमूर्ति विक्रम नाथ भी शामिल है।

पीठ ने कहा, ‘‘निजी प्रतिवादी (पति) के वकील उसकी ओर से पेश हुए और यह बात दोहराई कि वह गुजारा भत्ता के मुद्दे पर समझौता करने के लिए सहमत नहीं है। अंतिम सुनवाई के लिए विषय को जनवरी के तीसरे हफ्ते में सूचीबद्ध किया जाए।’’ शीर्ष न्यायालय तीन अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है जिसमें एक याचिका गाजियाबाद निवासी बेनजीर हिना ने दायर की है। उन्होंने एकतरफा न्यायेत्तर तलाक-ए-हसन का पीड़िता होने का दावा किया है।

उन्होंने तलाक के लैंगिक एवं धार्मिक रूप से तटस्थ और सभी नागरिकों के लिए एक समान आधार के वास्ते दिशानिर्देश तैयार करने का केंद्र को निर्देश देने का भी अनुरोध किया है। इससे पूर्व, शीर्ष न्यायालय ने याचिकाकर्ताओं के पतियों से याचिकाओं पर जवाब मांगा था। मंगलवार को, सुनवाई शुरू होने पर बेनजीर के पति की ओर से न्यायालय में पेश हुए अधिवक्ता ने कहा कि उनके मुवक्किल की अपनी पत्नी के साथ विवाद में कोई समझौता संभव नहीं है। इसपर, पीठ ने पक्षों से अपना जवाब दाखिल करने को कहा। साथ ही, कहा कि वह जनवरी 2023 के तीसरे सप्ताह में सुनवाई करेगा।

शिंदे गुट ने आयोग को 3 नए चुनाव चिन्ह भेजें 

शिंदे गुट ने आयोग को 3 नए चुनाव चिन्ह भेजें 

कविता गर्ग 

मुंबई। मुंबई के अंधेरी विधानसभा उपचुनाव को लेकर एकनाथ शिंदे गुट ने चुनाव आयोग को 3 नए चुनाव चिन्ह भेज दिए हैं। एक दिन पहले चुनाव आयोग ने गदा सहित उनके 3 सिंबल को नकार दिया था। मंगलवार को चुनाव आयोग इसपर अंतिम फैसला ले सकता है। चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट को बालासाहेबांची शिवसेना नाम दिया है।वहीं, उनके चुनाव चिन्ह को लेकर आयोग ने 3 नए नाम देने को कहा था। सूत्रों के मुताबिक शिंदे गुट ने जो नाम भेजे हैं, उनमें सूर्य, पीपल का पेड़ और ढाल-तलवार शामिल है। चुनाव आयोग पूरी जांच पड़ताल कर और सिंबल की फ्री लिस्ट के आधार पर उन्हें चुनाव चिन्ह आवंटित करेगा।

इसके पहले शिंदे गुट ने गदा और त्रिशूल मांगा था, लेकिन चुनाव आयोग ने धार्मिक चिन्ह देने से मना कर दिया था। वहीं चुनाव आयोग ने सोमवार को उद्धव ठाकरे गुट को शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे नाम और मशाल चुनाव निशान दिया था। एकनाथ शिंदे गुट को बालासाहेबांची शिवसेना नाम दिया गया है। गौरतलब है कि हाल ही में चुनाव आयोग ने आगामी अंधेरी विधानसभा उपचुनाव में शिवेसना के नाम और चुनाव चिन्ह धनुष और तीर के इस्तेमाल पर अंतरिम रोक लगा दी थी। इसके बाद दोनों गुट को नाम और निशान आवंटित किए जा रहे हैं।

देशमुख को जमानत देने के आदेश में हस्तक्षेप, इनकार 

देशमुख को जमानत देने के आदेश में हस्तक्षेप, इनकार 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने धनशोधन के एक मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को जमानत देने के बंबई उच्च न्यायालय के आदेश में हस्तक्षेप करने से मंगलवार को इनकार कर दिया। न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर अपील को खारिज करते हुए कहा कि आदेश में उच्च न्यायालय द्वारा की गई टिप्पणियों से मामले में सुनवाई प्रभावित नहीं होगी। उच्च न्यायालय ने चार अक्टूबर को पूर्व मंत्री को इस मामले में जमानत दे दी थी और कहा था कि उनके परिवार के ट्रस्ट के बैंक खाते में जमा दो राशि अपराध की आय नहीं हैं।

हालांकि, ईडी द्वारा आदेश को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देने का अभिवेदन किए जाने के बाद उच्च न्यायालय ने 13 अक्टूबर तक अपने आदेश के कार्यान्वयन पर रोक लगा दी थी। दो नवंबर, 2021 को गिरफ्तार किए गए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज किए गए भ्रष्टाचार के एक मामले का भी सामना करना पड़ रहा है। पूर्ववर्ती महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार में मंत्री रहे देशमुख मुंबई की ऑर्थर रोड जेल में बंद हैं। ईडी ने दावा किया कि देशमुख ने अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया और मुंबई के विभिन्न बार और रेस्तराओं से 4.70 करोड़ रुपये एकत्र किए।

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर थाना खालापार पर आय...