मंगलवार, 4 अक्टूबर 2022

मैच: सपा ने भाजपा को 11 ओवर में बाहर किया

मैच: सपा ने भाजपा को 11 ओवर में बाहर किया

संदीप मिश्र 

कानपुर। उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के गठन के लिए हुए चुनाव में जीत हासिल कर सरकार बनाने से दूर रही समाजवादी पार्टी ने ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेले गए डे नाइट में मैत्री मुकाबले में भारतीय जनता पार्टी को 11 ओवर में ही बाहर कर मैच को अपनी झोली में डाल लिया। समाजवादी पार्टी के 2 विधायकों की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के ऊपर बीजेपी के गेंदबाज अंकुश लगाने में पूरी तरह से असहाय रहे। एमएचपीएल की ओर से ग्रीन पार्क स्टेडियम में भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच डे नाईट मैत्री मुकाबला आयोजित किया गया। सोमवार को आयोजित किये गये मुकाबले में समाजवादी पार्टी के सीतामऊ विधायक इरफान सोलंकी द्वारा की गई ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से दर्शक खूब रोमांचित हुए। समाजवादी पार्टी ने टॉस जीतने के बाद भारतीय जनता पार्टी को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया।

भारतीय जनता पार्टी की ओर से कुशीनगर विधायक पीएम पाठक एवं झांसी विधायक राजीव परीक्षा ओपनिंग करने के लिए क्र्रीज पर उतरे। अभी मुकाबला ठीक तरह से शुरू भी नहीं हो पाया था कि पीएम पाठक मैच की तीसरी गेंद पर ही 0 रन बनाकर पवेलियन की ओर चलते बने। समाजवादी पार्टी के विधायक पंकज पटेल ने उन्हें अपनी गेंद पर पैवेलियन का रास्ता दिखाया। 20-20 ओवर के इस मुकाबले में बीजेपी के बल्लेबाज पूरे ओवर भी नही खेल सके। पारी की आखिरी गेंद पर 40 रन बनाकर आउट हुए सलामी बल्लेबाज राजीव परीक्षा मुख्य स्कोरर रहे। इनसे पहले बांदा विधायक पंकज द्विवेदी 12, बिठूर विधायक अभिजीत सांगा 5 और सोमेंद्र तोमर 9 रन का योगदान ही अपनी टीम को दे सके। गोविंद नगर विधायक सुरेंद्र मैथानी 7 रन बनाकर अंत तक आउट नहीं हुए। भाजपा विधायकों की टीम 16 ओवर में ही 107 रन बनाकर ऑल आउट हो गई।

भारतीय जनता पार्टी के विधायकों के रनों का पीछा करने के लिए मैदान में उतरे सपा के मुरादाबाद के बिलारी विधायक फहीम इरफान और सहारनपुर विधायक उमर अली ज्यादा देर अपनी साझेदारी को जारी नहीं रख सकें। सहारनपुर विधायक पहले विकेट के तौर पर शून्य के स्कोर पर पवेलियन वापस लौटने को मजबूर हुए। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए विधायक इरफान सोलंकी ने मोर्चा संभाला और फहीम के साथ मिलकर मुकाबले को अंतिम छोर तक पहुंचाया। 108 रन बनाकर जीत दिलाने वाली सपा विधायकों की जोड़ी में फहीम ने 29 और इरफान ने 52 रन बनाए।

फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या छावनी करें, मंजूरी 

फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या छावनी करें, मंजूरी 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फैजाबाद छावनी का नाम बदलकर अयोध्या छावनी करने को मंजूरी दे दी है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। दशहरा समारोह से पहले इस छावनी का नाम बदला गया है। सूत्रों के अनुसार ‘ फैजाबाद छावनी अब अयोध्या छावनी के नाम से जाना जाएगा।’ राजनाथ फिलहाल उत्तराखंड की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। वह मंगलवार शाम को देहरादून में सैनिकों के साथ ‘बड़ा खाना’ खायेंगे। बुधवार को वह विजयदशमी के मौके पर चमोली में ‘शस्त्र पूजा’ करेंगे। वह औली और माना में सैनिकों के साथ दशहरा मनाएंगे एवं बद्रीनाथ धाम में पूजा-अर्चना करेंगे।

‘चरित्र प्रमाण-पत्र’ पेश करने का आदेश, आलोचना 

‘चरित्र प्रमाण-पत्र’ पेश करने का आदेश, आलोचना 

अकांशु उपाध्याय/श्रीराम मौर्य 

नई दिल्ली/शिमला। आलोचनाओं का सामना करने के बाद हिमाचल प्रदेश सरकार ने मंगलवार को बिलासपुर पुलिस अधीक्षक के उस विवादास्पद आदेश को वापस ले लिया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुधवार को राज्य में प्रस्तावित रैली की कवरेज के लिए पत्रकारों को ‘चरित्र प्रमाण-पत्र’ पेश करने के लिए कहा गया था। प्रधानमंत्री हिमाचल दौरे के दौरान बिलासपुर में एम्स का उद्घाटन करने के बाद जनसभा को संबोधित करेंगे और कुल्लू के प्रसिद्ध दशहरा समारोह में भी भाग लेंगे।

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने पांच अक्टूबर को प्रधानमंत्री के बिलासपुर जिले के दौरे की कवरेज करने वाले पत्रकारों से ‘चरित्र प्रमाणपत्र’ पेश करने के आदेश की आलोचना की है। बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा ने 29 सितंबर को यह आदेश जारी किया था। दोनों दलों ने इस आदेश को भाजपा सरकार द्वारा लोकतंत्र पर हमला करार दिया है। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष नरेश चौहान और ‘आप’ के प्रदेश प्रवक्ता गौरव शर्मा ने मंगलवार को राज्य सरकार से इस आदेश को तत्काल वापस लेने का आग्रह किया।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि राज्य के पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने पुलिस अधीक्षक के आदेश को वापस ले लिया है। इसमें कहा गया, ‘‘पुलिस अधीक्षक, बिलासपुर द्वारा 29 सितंबर, 2022 को जारी निर्देश को पुलिस महानिदेशक ने वापस ले लिया है। इस संबंध में हुई किसी भी असुविधा के लिए खेद है।’' बयान में कहा गया, ‘‘हिमाचल प्रदेश पुलिस पांच अक्टूबर, 2022 को प्रधानमंत्री के प्रदेश दौरे के कवरेज के लिए सभी पत्रकारों का स्वागत करती है। ’’पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा ने कहा, ‘‘ये निर्देश अनजाने में मेरे कार्यालय द्वारा जारी किए गए थे। यह चूक मेरी ओर से है। पुलिस मुख्यालय या राज्य सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है। पत्र वापस ले लिया गया है। सभी पत्रकारों का स्वागत है।’’

सहायक अध्यापक पर छेड़छाड़ करने का आरोप 

सहायक अध्यापक पर छेड़छाड़ करने का आरोप 

पंकज कपूर 

रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग में एक सरकारी विद्यालय में स्कूली छात्राओं ने एक सहायक अध्यापक पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। प्रारंभिक जांच में आरोपों को सही पाते हुए शिक्षक को शिक्षा विभाग की ओर से निलंबित कर दिया गया है और उसके खिलाफ जांच भी बैठा दी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, जखोली विकास खंड के भरदार पट्टी के राउप्रावि बांसी में तैनात शिक्षक पर विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ने विद्यालय की छात्राओं के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए कहा था कि शिक्षक की हरकतों से छात्राओं में डर का माहौल बना रहता है और छात्राएं बार-बार इसकी शिकायतें भी कर रही हैं। इसके बाद शिक्षा विभाग हरकत में आया और कार्यवाही शुरू की।

मेघालय के राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण: मिश्रा 

मेघालय के राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण: मिश्रा 

अकांशु उपाध्याय/विमलेश यादव 

नई दिल्ली/शिलोंग। केंद्र सरकार की ओर से कार्यकाल विस्तार नहीं दिए जाने से देश के चर्चित राज्यपालों में शुमार किए जाने वाले सत्यपाल मलिक आखिरकार अब रिटायर हो ही गए हैं। उनके स्थान पर बीडी मिश्रा ने मेघालय के राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण की है। मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल को अतिरिक्त प्रभार देते हुए अब मेघालय का राज्यपाल बनाया गया है। सेना के ब्रिगेडियर पद से रिटायर हुए अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल बीडी मिश्रा को मेघालय के अतिरिक्त राज्यपाल के तौर पर शपथ ग्रहण कराई गई है। उन्होंने सेवानिवृत्त हुए राज्यपाल सत्यपाल मलिक के स्थान पर शपथ ग्रहण की है, जो बीते दिन 3 अक्टूबर को रिटायर हो चुके हैं। 

नए राज्यपाल बीडी मिश्रा के शपथ ग्रहण समारोह में विधानसभा स्पीकर के अलावा राज्य कैबिनेट के कई सीनियर मंत्री मौजूद रहे। सेवानिवृत्त हुए सत्यपाल मलिक अगस्त 2020 में मेघालय स्थानांतरित किए जाने से पहले बिहार, जम्मू कश्मीर और गोवा के राज्यपाल रहे थे। सत्यपाल मलिक संविधान का अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के दौरान जम्मू कश्मीर के राज्यपाल थे।

अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा महोत्सव में हिस्सा लेंगे, पीएम

अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा महोत्सव में हिस्सा लेंगे, पीएम 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस बार दशहरे के मौके पर बुधवार को चुनावी राज्य हिमाचल प्रदेश में रहेंगे, जहां वह विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करने के बाद अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा महोत्सव में हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी, हिमाचल प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा महोत्सव में शामिल होने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री होंगे।अधिकारियों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने अपने कार्यकाल के दौरान विभिन्न भारतीय त्योहारों से जुड़े उत्सवों में शामिल होना सुनिश्चित कर एक नयी परंपरा स्थापित की है। उन्होंने कहा कि मोदी 5 से 11 अक्टूबर तक कुल्लू के ढालपुर मैदान में मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा महोत्सव में शामिल होंगे। इस महोत्सव में घाटी के 300 से अधिक देवी-देवताओं का समावेश होता है। महोत्सव के पहले दिन, देवता अपनी अच्छी तरह से सुसज्जित पालकियों में अधिष्ठाता देव भगवान रघुनाथ के मंदिर में अपनी श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं और फिर ढालपुर मैदान के लिए आगे बढ़ते हैं।

अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री इस दौरान ‘‘दिव्य रथ यात्रा’’ और ‘देवताओं की भव्य सभा’ के साक्षी बनेंगे। उनके मुताबिक यह पहली बार होगा जब देश के प्रधानमंत्री कुल्लू दशहरा समारोह में भाग लेंगे। हाल ही में प्रधानमंत्री ने गुजरात का दौरा किया था और इस दौरान उन्होंने अहमदाबाद में नवरात्रि के त्योहार में हिस्सा लिया था। गणेश चतुर्थी के मौके पर अगस्त महीने में वह केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के आवास पर गए थे और वहां उन्होंने पूजा-अर्चना भी की थी। अधिकारियों ने बताया कि इसी प्रकार प्रधानमंत्री ने रक्षा बंधन का त्योहार इस बार अपने कार्यालय के कर्मियों की बेटियों के साथ मनाया था। गत अप्रैल महीने में बिहू के मौके पर वह केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल के दिल्ली स्थित आवास पर गए थे और एक समारोह में भाग लिया था। सोनोवाल असम से हैं और बिहू वहां का लोकप्रिय त्योहार है। इसी महीने उन्होंने गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकार्श पर्व पर लाल किले पर आयोजित एक समारोह में हिस्सा लिया था। रविदास जयंती के अवसर पर फरवरी महीने में प्रधानमंत्री ने समाज सुधारक और संत रविदास को समर्पित एक मंदिर का दौरा किया था।

राजधानी दिल्ली के करोलबाग इलाके में स्थित यह मंदिर दलितों के लिए पवित्र स्थल है। प्रधानमंत्री ने ‘‘शबद कीर्तन’’में भी हिस्सा लिया था। पिछले साल 25 दिसंबर को गुरु पर्व के मौके पर प्रधानमंत्री ने गुजरात के लखपत साहिब गुरुद्वारे के श्रद्धालुओं को संबोधित किया था। नवंबर, 2020 में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आयोजित ‘‘देव दीपावली’’ समारोह में भाग लिया था। इससे पहले, 2018 में बुद्ध जयंती के मौके पर वह इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे।

साल 2017 में गुरू गोविंद सिंह की 350वीं जयंती पर उन्होंने पटनासहिब गुरुद्वारे के एक समारोह में भाग लिया था। इसी साल फरवरी महीने में उन्होंने कोयंबटूर का दौरा किया था और वहां आदियोगी भगवान शिव की प्रतिमा का लोकार्पण किया था। वर्ष 2016 में उन्होंने लखनऊ में दशहरा समारोह में भाग लिया था।

विजयदशमी: असत्य पर सत्य की विजय का पर्व 

विजयदशमी: असत्य पर सत्य की विजय का पर्व 

इस बार 'विजयदशमी' का महोत्सव (5 अक्टूबर) आज दिन बुधवार को मनाया जाएगा। 'विजयदशमी' का पर्व असत्य पर सत्य की विजय का महोत्सव है।

जय जय राम, जय जय भारत,

जय-जय पुरापाषाण, आर्यवासी।

       तेरे दरस का मन अभिलाषी...

सत्य-सनातन सभ्यता, कथा कहे अनंता,

राक्षस सुन सुमिरन, अहम और अक्रांता।

भीर-भीमकाय अंधकार में चमक रहा उजियारा,

चंद्र भी फीके पड़े चारो ओर प्रकाश फैला न्यारा।

                         तेरे दरस का मन अभिलाषी...

दूर देश में राम सबका, पर अधिकार हमारा,

व्योम से पुष्पवर्षा करते देव, शिव अति प्यारा।

जन जन के मन का वासी, वो बोले इकतारा,

ढोल-मृदंग की थाप, स्वर सुन रहा जग सारा।

                    तेरे दरस का मन अभिलाषी...

सरस्वती 'निर्भयपुत्री'


आज ही के दिन प्रभु श्री राम के द्वारा, कर कमलों के द्वारा ज्ञानी-विद्वान पंडित अहंकारी और दुराचारी विश्रवा पुत्र रावण की सत्ता एवं अत्याचार का अंत कर माता-सीता को मुक्त कराकर अपने संग लेकर आए थे। इसी उपलक्ष में प्रतिवर्ष अश्विन माह में शुक्ल-पक्ष की दशमी तिथि को रावण पर विजय प्राप्त करने के कारण 'विजयदशमी' का पर्व संपूर्ण पृथ्वी पर धूमधाम के साथ मनाया जाता है। 'विजयदशमी' को उत्तर भारत में दशहरा के रूप में मनाया जाता है। दशहरा दस प्रकार के पापों के परित्याग की प्रेरणा देता है। ज्योतिषविद पंडित ललित शर्मा के अनुसार, बुधवार को 'विजयदशमी' पूजन का शुभ मुहूर्त प्रात: 7.44 से प्रात: 9.13 तक और इसके बाद प्रात: 10.41 से दोपहर 2.09 बजे तक रहेगा। सिविल लाइन्स स्थित धार्मिक संस्थान विष्णुलोक के ज्योतिषविद पंडित ललित शर्मा के अनुसार दशहरा (विजयदशमी) आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था तथा देवी दुर्गा ने नौ रात्रि एवं दस दिन के युद्ध के उपरांत महिषासुर पर विजय प्राप्त की थी। इस पर्व को असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। इस साल 5 अक्तूबर बुधवार को दशहरा का पावन पर्व मनाया जाएगा। दशहरा वर्ष की तीन अत्यंत शुभ तिथियों में से एक है। अन्य दो चैत्र शुक्ल की प्रतिपदा एवं कार्तिक शुक्ल की प्रतिपदा तिथि हैं। दशहरा एक अबूझ मुहूर्त है, यानी इसमें बिना मुहूर्त देखे शुभ कार्य किये जा सकते हैं। दशहरा का पर्व दस प्रकार के पापों काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद, मत्सर, अहंकार, आलस्य, हिंसा और चोरी के परित्याग की सदप्रेरणा प्रदान करता है।

इस मंत्र का करें जाप...

ज्योतिषविद पंडित ललित शर्मा के अनुसार 'विजयादशमी' के दिन भगवान श्रीराम का विधिवत पूजन करना चाहिए। ‘ओम दशरथाय विद्महे सीतावल्लभाय धीमहि तन्नो राम: प्रचोदयात मंत्र का जाप करने से कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...