सोमवार, 3 अक्टूबर 2022

चौथी किताब ‘वार ऑफ लंका’ का विमोचन: लेखक

चौथी किताब ‘वार ऑफ लंका’ का विमोचन: लेखक

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। जाने-माने लेखक अमीष की बहुचर्चित पुस्तक ‘राम चंद्र’ श्रृंखला की चौथी किताब ‘वार ऑफ लंका’ का सोमवार को विमोचन किया गया। प्रकाशक हार्परकोलिंस इंडिया ने यह जानकारी दी। बहुप्रतीक्षित पुस्तक पहली तीन पुस्तकों – ‘राम: साइअन ऑफ इक्ष्वाकु’, ‘सीता: साइअन ऑफ मिथिला’, और ‘रावण: एनमी ऑफ आर्यावर्त’ के समानांतर बहु-रेखीय कथनों को एक ही कथा में मिलाती है। लेखक ने कहा, ‘‘राम चंद्र श्रृंखला के पाठकों के लिए चौथी किताब लाकर मुझे खुशी हो रही है। राम चंद्र श्रृंखला की पहली तीन किताबें बहुरेखीय कथा में थीं, जिसमें मुख्य किरदारों (भगवान राम, देवी सीता, रावण) के जन्म से लेकर देवी सीता के हरण से उनकी मृत्यु तक की कहानी है।’’

अमीष ने एक बयान में कहा, ‘‘इसलिए ये तीनों किताबें एक ही जगह खत्म होती हैं, जहां रावण ने मिथिला की राजकुमारी का हरण किया था। चौथी किताब ‘वार ऑफ लंका’ सीता हरण से लेकर रावण की मृत्यु तक की कहानी कहती है।’’ उन्होंने कहा कि पहली तीन किताबों में छोड़े गए सूत्रों और रहस्यों का इस किताब में खुलासा होगा।

नवरात्रि का नौवां दिन मां 'सिद्धिदात्री' को समर्पित 

नवरात्रि का नौवां दिन मां 'सिद्धिदात्री' को समर्पित 

सरस्वती उपाध्याय 

सिद्धिदात्री शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है, सिद्धि का अर्थ है ध्यान करने की क्षमता और धात्री का अर्थ है दाता। मां सिद्धिदात्री का स्वरूप इस प्रकार है– मां सिद्धिदात्री के चार हाथ हैं और इनके प्रत्येक हाथ में एक चक्र, शंख, गदा और कमल सुशाेभित है। उनकी आठ सिद्धियां हैं, जो अनिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकम्ब्य, इशित्वा और वशित्व हैं।

भगवान शिव को अर्धनारीश्वर के नाम से जाना जाता है। क्योंकि, भगवान शिव का एक पक्ष देवी सिद्धिदात्री का है। शास्त्रों के अनुसार शिव ने देवी सिद्धिदात्री की पूजा की और सभी सिद्धियों को प्राप्त किया। इस देवी की साधना करने से अलौकिक एवं पारलौकिक कामनाओं की पूर्ति होती है।

भोग– नवमी के दिन मां को तिल का भोग लगाया जाता है।

प्रिय फूल– देवी को चंपा, कमल या गुड़हल का फूल अर्पित करें, इससे परिवार में खुशहाली आएगी। 

शुभ रंग– नवरात्रि की महानवमी पर मां सिद्धिदात्री की पूजा में गुलाबी रंग बहुत शुभ माना गया है। गुलाबी रंग प्रेम और नारीत्व का प्रतीक है।

सिद्धदात्री मां का महत्व...

यह मां आठों देवियों को अपने में समेटे हुए है। आठों देवियों का गुण इनमें समाहित है। अकेले इन्हीं की पूजा से संपूर्ण देवियों की पूजा का भी फल साथ ही साथ मिल जाता है। यह मां कई तरह की सिद्धियों को देने वाली मां है। भक्तगण पर अपनी कृपा निरन्तर बनाएं रखती है। सिद्धि प्रदान करने वाली मां है। इनकी पूजा से भक्त अधिक ऊंचाई पर पहुंचने में सफल हो सकता है। उसकी आर्थिक स्थितियां मजबूत होती है। दरिद्रता दूर होती है। आय के साधन बढ़ते है। मां के आशीर्वाद से भक्तगण निरन्तर उन्नति के शिखर पर आगे बढ़ते रहते है। रिद्धि-सिद्धि प्राप्त करने में भक्त सफल होते है। संपूर्ण मनोकामनाएं पूर्ण होती है।

नवमी मुहूर्त...

नवरात्रि महा नवमी तिथि शुरू - 3 अक्टूबर 2022, शाम 04.37।

नवमी तिथि समाप्त -  4 अक्टूबर 2022, दोपहर 02.20।

हवन मुहूर्त - सुबह 06.21 - दोपहर 02.20 (4 अक्टूबर 2022)।

अवधि - 8 घंटे

नवरात्रि नवमी व्रत का पारण - 02.20 मिनट के बाद  (4 अक्टूबर 2022)।


ब्रह्म मुहूर्त -   सुबह 04:43 - सुबह 05:32।

अभिजित मुहूर्त  - सुबह 11:52 - दोपहर 12:39।

रवि योग - पूरे दिन।


महानवमी की पूजा-विधि...

यह नौ दुर्गा का आखिरी दिन भी होता है, तो इस दिन माता सिद्धिदात्री के बाद अन्य देवताओं की भी पूजा की जाती है। सबसे पहले मां की चौकी पर मां सिद्धिदात्री की तस्वीर या मूर्ति रखें। इस दिन मां सिद्धिदात्री की विधि विधान से पूजा करें, जिसमें उनको पुष्प, अक्षत्, सिंदूर, धूप, गंध, फल आदि समर्पित करें।  मां सिद्धदात्री सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाली हैं, इनकी पूजा ब्रह्म मुहूर्त में करना उत्तम होता है।

सिद्धिदात्री मां का मंत्र...

सिद्धगंधर्वयक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि।

सेव्यमाना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी।।


सिद्धिदात्री मां की आरती...

जय सिद्धिदात्री तू सिद्धि की दाता ।

तू भक्तों की रक्षक तू दासों की माता ।।

तेरा नाम लेते ही मिलती है सिद्धि ।

तेरे नाम से मन की होती है शुद्धि ।।

कठिन काम सिद्ध कराती हो तुम ।

हाथ सेवक के सर धरती हो तुम ।।

तेरी पूजा में न कोई विधि है ।

तू जगदंबे दाती तू सर्वसिद्धि है ।।

रविवार को तेरा सुमरिन करे जो ।

तेरी मूर्ति को ही मन में धरे जो ।।

तू सब काज उसके कराती हो पूरे ।

कभी काम उस के रहे न अधूरे ।।

तुम्हारी दया और तुम्हारी यह माया ।

रखे जिसके सर पैर मैया अपनी छाया ।।

सर्व सिद्धि दाती वो है भाग्यशाली ।

जो है तेरे दर का ही अम्बे सवाली ‌।।

हिमाचल है पर्वत जहां वास तेरा ।

महानंदा मंदिर में है वास तेरा ।।

मुझे आसरा है तुम्हारा ही माता ।

वंदना है सवाली तू जिसकी दाता ।।

नवंबर से 4जी नेटवर्क सेवाएं शुरू करेगी 'बीएसएनएल'

नवंबर से 4जी नेटवर्क सेवाएं शुरू करेगी 'बीएसएनएल'

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) इस साल नवंबर से 4जी नेटवर्क सेवाएं शुरू करेगी और अगले साल अगस्त तक धीरे-धीरे इसे 5जी में बदलेगी। सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पीके पुरवार ने सोमवार को इंडिया मोबाइल कांग्रेस से कहा कि कंपनी की योजना 18 महीनों में लगभग 1.25 लाख 4जी मोबाइल साइट शुरू करने की है। पुरवार ने कहा, ‘‘कंपनी के 4जी नेटवर्क का सबसे पहला संचालन इस साल नवंबर में शुरू किया जाएगा।’’ कंपनी 4जी प्रौद्योगिकी को तैनात करने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार अनुसंधान और विकास संगठन सी-डॉट के नेतृत्व वाले संघ के साथ चर्चा कर रही है।

पुरवार ने कहा कि कंपनी जो 4जी नेटवर्क उपकरण खरीद रही है, उसे सॉफ्टवेयर के जरिये 5जी में बदला जा सकेगा। बीएसएनएल की 5जी सेवाओं को शुरू करने की योजना की समयसीमा के बारे में पूछे जाने पर पुरवार ने कहा कि कंपनी केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा निर्धारित 15 अगस्त, 2023 की समयसीमा के अनुसार 5जी को शुरू करने की राह पर है।

भाजपा के ‘अच्छे दिन’ के दावे पर बड़ा सवाल

भाजपा के ‘अच्छे दिन’ के दावे पर बड़ा सवाल 

विमलेश यादव 

बेंगलुरू। जनता दल सेकुलर (जद-एस) के नेता एच. डी. कुमारस्वामी ने सोमवार को कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ‘अच्छे दिन’ के दावे पर बड़ा सवाल है। उन्होंने यह टिप्पणी राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले के बयान का संदर्भ देते हुए की, जिन्होंने देश में ‘ बढ़ती असमानता’ और ‘बेरोजगारी’ पर चिंता जताई थी। पूर्व मुख्यमंत्री ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा कि भाजपा के वैचारिक संगठन आरएसएस के शीर्ष नेता का बयान देश के मौजूदा हालात का आइना है।

कुमारस्वामी ने कहा, भाजपा के मातृ संगठन आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले का यह बयान भारत की मौजूदा स्थिति को लेकर आइना दिखाता है कि आर्थिक असमानता, गरीबी और बेरोजगारी बहुत खतरनाक है। अब, अच्छे दिन के दावे पर बड़ा सवाल है। जद-एस नेता ने कहा कि यह बताने के लिए विशेषज्ञता की जरूरत नहीं है कि भाजपा के सात साल के शासन में कौन फला-फूला और किसने अपना सबकुछ खो दिया।

उन्होंने कहा कि होसबाले ने स्वयं बताया है कि 20 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं और चार करोड़ युवा बेरोजगार हैं, फिर गत सात साल में कौन अमीर हुआ? होसबाले ने रविवार को आय में कथित तौर पर बढ़ती असमानता और बेरोजगारी पर चिंता जताई और जोर देकर कहा कि गरीबी  हमारे सामने राक्षस जैसी चुनौती पेश कर रही है। आरएसएस नेता ने कहा कि गत सालों में इन चुनौतियों से निपटने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। देश के कई हिस्सों में कुपोषण और कई गांवों में पेयजल नहीं होने का हवाला देते हुए कुमारस्वामी ने कहा,  जब यह सच्चाई है, तो अच्छे दिन पर आत्मचिंतन करने को लेकर डर क्यों है? होसबाले ने सच्चाई बताई है जो सर्वेक्षण भी कह रहे हैं।’

गौरतलब है कि ‘अच्छे दिन’ भाजपा का नारा है जिसका इस्तेमाल जे.पी.नड्डा नीत पार्टी और उसके नेता वर्ष 2014 में सत्ता में आने के बाद से ही कर रहे हैं। कुमारस्वामी ने कहा कि आश्चर्य नहीं होगा अगर बढ़ती आर्थिक असमानता से  बड़ा आक्रोश पैदा हो। उन्होंने कहा कि देश ‘कॉरपोरेट जगत’ के जाल में फंस रहा है जो अच्छा संकेत नहीं है। पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी.देवेगौड़ा के बेटे कुमारस्वामी ने कहा, लोग दिन पर दिन हताश और बेसब्र हो रहे हैं। यह समय भाजपा के लिए जाग जाने का है।

'राष्ट्रपति' मुर्मू ने गांधी आश्रम में चरखा चलाया

'राष्ट्रपति' मुर्मू ने गांधी आश्रम में चरखा चलाया

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/अहमदाबाद। गुजरात में विधानसभा चुनाव का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह तक मैदान में उतर चुके हैं। कांग्रेस भी बीजेपी को सत्ता से हटाने में जुटी हुई है। इन दोनों दलों के बीच अरविंद केजरीवाल इस बार तीसरे खिलाड़ी के तौर पर मैदान में हैं। बीजेपी भी विजयी परचम लहराने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती। वहीं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का सोमवार यानी आज से गुजरात का दो-दिवसीय दौरा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अहमदाबाद के गांधी आश्रम में चरखा चलाया। वह गांधीनगर में एक समारोह में 1,330 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की शुरुआत भी करेंगी। राष्ट्रपति के रूप में मुर्मू का यह पहला गुजरात दौरा है।

राष्ट्रपति मुर्मू अपनी दो दिवसीय गुजरात यात्रा के पहले दिन गांधी आश्रम जाएंगी और इसके बाद गांधीनगर में एक कार्यक्रम में शामिल होंगी। इस कार्यक्रम में राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी शामिल होंगे। राष्ट्रपति दिन में गांधीनगर स्थित जीएमईआरएस में स्वास्थ्य, सिंचाई, जलापूर्ति और बंदरगाह विकास से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन/शिलान्यास करेंगी। राष्ट्रपति मुर्मू शाम को वह गांधीनगर में उनके सम्मान में गुजरात सरकार द्वारा आयोजित एक स्वागत समारोह में शिरकत करेंगी। बयान के अनुसार, मुर्मू चार अक्टूबर को महिला उद्यमियों के लिए गुजरात विश्वविद्यालय के स्टार्ट-अप मंच हरस्टार्ट का शुभारंभ करेंगी और अहमदाबाद स्थित इस विश्वविद्यालय में शिक्षा एवं आदिवासी विकास से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं की शुरुआत करेंगी।

सेहत: बालों के लिए बहुत फायदेमंद है 'करी पत्ता'

सेहत: बालों के लिए बहुत फायदेमंद है 'करी पत्ता'

सरस्वती उपाध्याय 

आज के दौर में कई लोग सफेद बालों की समस्या से परेशान हैं। इसके लिए तरह-तरह के तेल और कई चीजों का इस्तेमाल भी करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है, आपके किचिन में मौजूद एक ऐसी चीज जो आपकी सब्जी का टेस्ट बढ़ाती है। वो आपके बालों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकती है। आप सभी ने करी पत्ते को तो देखा ही होगा। करी पत्ता एक ऐसा मसाला है, जो आपकी सब्जी को टेस्टी और सुगंधित बनाता है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि करी पत्ता न केवल सब्जी को टेस्टी बनाने में काम आता है, बल्कि आपके बालों के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।

दरअसल, करी पत्ता में प्रचुर मात्रा एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसके साथ ही करी पत्ता विटामिन बी से भी भरपूर होते हैं, जो बालों के रोम छिद्रों में मेलेनिन उत्पादन का काम करता है। इससे बाल काले होते हैं और सफेद बालों की समस्या दूर होती है। आज हम आपको करी पत्ते से बालों और मिलने वाले फायदे और करी पत्ता हेयर मास्क बनाने की विधि बताने जा रहे हैं, तो चलिए जानते हैं।

बालों को करी पत्ते के फायदे...

बता दें करी पत्ता बालों को सफेद होने से भी बचाता है। दरअसल, करी पत्ता मेलेनिन उत्पादन का काम करता है। मेलेनिन की कमी से ही बाल सफेद होते हैं। ऐसे में करी पत्ता से बने हेयर मास्क को बालों पर लगाने से बालों के सफेद होने की समस्या दूर होती है। इसके साथ ही बाल मुलायम और स्वस्थ भी बनते हैं।

करी पत्ता हेयर मास्क बनाने का तरीका...

सबसे पहले गैस पर एक पैन में, दो बड़े चम्मच नारियल तेल गरम करें। अब इसमें 10-12 करी पत्ते डालें और 3-4 मिनट तक पकाएं। फिर गैस बंद कर दें। अब 20 मिनट तक इसे ठंडा होने के लिए अलग रख दें और लीजिए तैयार है, आपका करी पत्ता हेयर मास्क।

करी पत्ता हेयर मास्क लगाने का तरीका...

सबसे पहले बालों पर करी पत्ता मास्क लगाने के लिए इसे दोनों हाथों से पूरे बालों पर लगाएं। पहले इस मास्क से बालों की जड़ों की मसाज करें और और फिर पूरे बालों पर अच्छे से लगाएं। करीब एक घंटे बाद अब बालों को अच्छे से धो लें। आप देखेंगे कि आपके बाल बहुत मुलायम और चमकदार बन गए हैं। बता दें आप करी पत्ता और दही का भी हेयर मास्क बना सकते हैं। इस मास्क से डैंड्रफ को दूर करने में भी मदद मिलती है। इसके लिए एक बाउल दही में 3-4 करी पत्ते तब तक मिलाएं, जब तक कि ये एक पेस्ट न बन जाए। फिर बालों पर अच्छे से लगाएं। इससे आपके बालों को बहुत फायदा मिलेगा।

'एलसीएच' के प्रेरण समारोह में शामिल हुए, रक्षामंत्री 

'एलसीएच' के प्रेरण समारोह में शामिल हुए, रक्षामंत्री 

अकांशु उपाध्याय/नरेश राघानी 

नई दिल्ली/जोधपुर। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को राजस्थान के जोधपुर में स्वदेशी रूप से विकसित पहले लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर (एलसीएच) के प्रेरण समारोह में शामिल हुए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और IAF प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी की उपस्थिति में भारतीय वायु सेना में स्वदेशी रूप से विकसित पहले लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (LCH) के प्रेरण समारोह में एक ‘सर्व-धर्म’ प्रार्थना की गई। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने वायुसेना को10 स्वदेशी लाइट कॉम्बेट हेलिकॉप्टर सौंप दिया है। इससे भारत के दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब मिलेगा। ये हेलिकॉप्टर 16000 फीट की ऊंचाई तक ऑपरेट कर सकता है।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने क्या कहा ?

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आज, Indian Air-force में, देश के प्रथम indigenous LCH का induction हो रहा है। प्रचंड शक्ति, प्रचंड वेग और प्रचंड प्रहार की क्षमता वाले इस LCH का induction, हमारी Air-force की capabilities में बढ़ोतरी के साथ-साथ, रक्षा उत्पादन क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर भी एक बड़ा कदम है। अमृत काल की बेला में इस LCH का induction, देश की आजादी के शताब्दी वर्ष तक, Indian Air-force को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ Air force बनाने के आप के संकल्प को दिखाता है। साथ ही यह, शताब्दी वर्ष तक रक्षा उत्पादन क्षेत्र को पूर्ण आत्मनिर्भर बनाने के आप के संकल्प को भी दिखाता है।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि LCH जैसे सूरमां के induction समारोह के लिए, आदिशक्ति महादुर्गा की उपासना के पर्व नवरात्र से अच्छा समय, और राजस्थान की धरती से उपयुक्त जगह, शायद ही कोई हो सकती थी: यहां का शायद ही कोई कोना हो, जिसने हमारे देश को वीर योद्धा न दिए हों। महाराणा प्रताप से लेकर 1971 में लोंगेवाला में लड़े हमारे बहादुर जवानों के ऐसे अनगिनत किस्से हैं, जब हमारे वीर-योद्धाओं ने अपनी जान की बाजी लगा कर संघर्ष किया और अंतिम सांस तक दुश्मनों से अपने देश की रक्षा की। आजादी से लेकर अब तक भारत की संप्रभुता को सुरक्षित रखने में, Indian Air-force की बड़ी शानदार भूमिका रही है। Internal threats हों या external, war हो या peace, Indian Air-force ने सदैव अपने अदम्य साहस, शौर्य और पराक्रम के साथ national security को मजबूती प्रदान की है।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस multi-role Light Combat Helicopter के induction के बाद, Indian Air-force की भूमिका, और अधिक प्रभावी रूप में हमारे सामने होगी। IAF ने न केवल राष्ट्र की सुरक्षा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बल्कि स्वदेशी रक्षा उत्पादन को भी पूरा सहयोग किया है। आज LCH का induction, इस बात का प्रतीक है, कि देश जितना भरोसा Indian Air-force पर करता है, Indian Air-force भी उतना ही भरोसा स्वदेशी साजो-सामान पर करता है। 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान, इसकी जरूरत को गंभीरतापूर्वक अनुभव किया गया। तब से लेकर अब तक की, यानी दो दशकों की, देश की research & development का प्रतिफल है LCH. Indian Air-force में इसका शामिल होने, हमारे defence production की राह में एक important milestone है।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मुझे बताया गया, कि LCH का design और development, modern battlefield की जरूरतों के अनुरूप किया गया है। अपने developmental stages में अनेक प्रकार की testing में, इसने तमाम चुनौतियों से निपटने में अपनी योग्यता दिखाई है। LCH, दुश्मनों को चकमा देते हुए, विभिन्न प्रकार के ammunition को carry करने, और शीघ्रता से यथास्थान पर पहुंचाने में सक्षम है।यह LCH विभिन्न terrain में हमारी armed forces की जरूरतों पर पूरी तरह खरा उतरता है। ऐसे में LCH, हमारी Army और Airforce, दोनों के लिए एक ideal platform है।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हालिया Ukrainian Conflict हो, या इसके पहले के भी अनेक संघर्ष हों, हमें सीख देते हैं कि heavy weapon system और platforms, जो युद्दक्षेत्र में तेज गति से मूवमेंट नहीं कर पाते हैं, उनकी capability भी कम होती है, और कई बार वे दुश्मनों के लिए easy target हो जाते हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा को मज़बूत बनाए रखने के क्रम में हमारा यह हमेशा प्रयास रहता है, कि हमारी armed forces, best equipment और platforms से सुसज्जित रहें। दुनिया में geopolitical scenario कैसा भी हो, पर National security को हमेशा चौकस रखना हमारी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राष्ट्र की रक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसे सुनिश्चित करने के लिए हम पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूँ, कि आने वाले समय में जल्द ही, दुनिया में military power समेत जब भी superpowers की बात होगी, तो भारत सबसे पहले गिना जाएगा। लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (LCH) प्रचंड में उड़ान भरने के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मेरी उड़ान बहुत ही स्मूद और आरामदायक थी ये कारगिल से लेकर कन्याकुमारी तक कही भी उड़ान भर सकती है। ये दिन-रात और बारिश में भी उड़ान भर सकती है। इसके साथ ही इस हेलीकॉप्टर में अपने टारगेट को अटैक करने की क्षमता है।

यह हेलिकॉप्टर 180 डिग्री के कोण पर स्थिर रह कर और 360 डिग्री के कोण पर उड़ कर चार तरह के अटैक करने की ताकत रखता है। इसके यहां स्थापित होने से पश्चिमी सीमा की हवाई ताकत काफी बढ़ जाएगी। पश्चिमी सीमा पर जोधपुर सबसे पुराना व सामरिक नजरिये से बेहद महत्वपूर्ण एयरबेस माना जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए इसकी तैनाती के लिए जोधपुर का चयन किया गया। रेगिस्तानी क्षेत्र में दुश्मन के टैंकों को ध्वस्त करने में यह बेहद कारगर साबित होगा।

यह बहुपयोगी हेलीकॉप्टर कई तरह की मिसाइल दागने और हथियारों का इस्तेमाल करने में सक्षम है। एलसीएच को सार्वजनिक उपक्रम ‘हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड’ (एचएएल) ने विकसित किया है और इसे ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात करने के लिए विशेष तौर पर डिजाइन किया गया है।

एलसीएच और ‘एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर’ ध्रुव में कई समानताएं...

गौरतलब है कि इस साल मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) ने स्वदेश में विकसित 15 एलसीएच को 3,887 करोड़ रुपये में खरीदने के लिए मंजूरी दी थी। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इनमें से 10 हेलीकॉप्टर वायुसेना के लिए और पांच थल सेना के लिए होंगे। अधिकारियों ने बताया कि एलसीएच और ‘एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर’ ध्रुव में कई समानताएं हैं।

रात को हमला करने व आपात स्थिति में सुरक्षित उतरने की क्षमता...

उन्होंने बताया कि इसमें कई विशेषताएं हैं, जिनमें ‘स्टील्थ’ (रडार से बचने की) खूबी के साथ ही बख्तरबंद सुरक्षा प्रणाली से लैस और रात को हमला करने व आपात स्थिति में सुरक्षित उतरने की क्षमता शामिल हैं।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...