रविवार, 2 अक्टूबर 2022

बिना हिजाब के खाना खाते हुए महिला गिरफ्तार 

बिना हिजाब के खाना खाते हुए महिला गिरफ्तार 

अखिलेश पांडेय 

तेहरान। ईरान की एक महिला डोन्या राड के परिवार के मुताबिक, रेस्टोरेंट में बिना हिजाब के खाना खाते हुए डोन्या की तस्वीर सामने आने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया है। उसकी बहन ने कहा कि अधिकारियों ने डोन्या को पूछताछ के लिए बुलाया था। इससे पहले ईरान में हिजाब को लेकर हिरासत में ली गई एक महिला की मौत हुई थी। ईरान के सुरक्षा बलों ने बगैर हिजाब के रेस्त्रां जैसे सार्वजनिक स्थान में नाश्ता करती एक महिला डोन्या राड को गिरफ्तार किया है। डोन्या की यह गिरफ्तारी उनकी फोटो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद की गई है, जिसमें वह एक अन्य महिला के साथ परंपरागत ईरानी रेस्त्रां में नाश्ता कर रही हैं।

बताते हैं कि यह फोटो बुधवार को पहली बार सामने आई, जहां वह पुरुष प्रधान कैफे में बगैर हिजाब के नाश्ता कर रही थीं। डोन्या की बहन के मुताबिक, सुरक्षा एजेंसी ने उनकी बहन से संपर्क किया और अपनी हरकत पर स्पष्टीकरण देने को कहा। कुछ घंटों तक डोन्या का कुछ पता नहीं चला फिर एक बेहद संक्षिप्त कॉल में डोन्या ने बताया कि उसे इवन जेल के वार्ड 209 में रखा गया है। तेहरान की इवन जेल कैदियों के साथ क्रूरता के लिए कुख्यात है। यहां अमूमन ईरान के राजनीतिक विरोधियों को रखा जाता है। इसका प्रबंधन ईरान के खुफिया मंत्रालय के अधीन है।

बिहार के कृषि मंत्री सिंह ने यादव को इस्तीफा सौंपा

बिहार के कृषि मंत्री सिंह ने यादव को इस्तीफा सौंपा 

अविनाश श्रीवास्तव 

पटना। बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने रविवार को डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को अपना इस्तीफा सौंप दिया। कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह के बाद अब नीतीश सरकार में बने कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने भी मंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को अपना त्याग पत्र सौंप दिया है, हालांकि अभी इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है। इस बात की पुष्टि राजद प्रदेश अध्यक्ष व सुधाकर सिंह के पिता जगदानंद सिंह ने भी की है।

बता दें कि बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने हाल ही में तब खूब चर्चाओं में रहे थे जब उन्होंने अपने ही विभाग में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। राजद नेता हाल ही में तब विवाद खड़ा कर दिया जब उन्होंने बयान दिया था कि उनके विभाग के सभी अधिकारी चोर हैं और इस विभाग के प्रमुख होने के नाते वह चोरों के मुखिया हैं। सुधाकर सिंह, कैमूर जिले के रामगढ़ से पहली बार विधायक बने हैं।

गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के मौके पर सुधाकर सिंह के इस्तीफे से राज्य की राजनीति में सरगर्मी बढ़ गई है। कृषि मंत्री के इस्तीफा की चर्चा करते हुए प्रदेश अध्यक्ष और सुधाकर सिंह के पिता जगदानंद सिंह ने कहा कि आज गांधी जयंती और शास्त्री जी की जयंती है। दोनों नेताओं ने हमेशा किसानों की चिंता की। किसान देश की जरूरत हैं। कृषि मंत्री हमेशा किसानों का सवाल उठाते रहते थे। किसानों के साथ राज्य में न्याय नहीं हो रहा। अपनी उपज को बेचने के लिए किसानों के पास आज कोई मंडी नहीं है । इस वजह से कृषि मंत्री बहुत आहत हैं।

जमीन से गोली फायर, प्लेन में बैठे शख्स को लगीं

जमीन से गोली फायर, प्लेन में बैठे शख्स को लगीं

सुनील श्रीवास्तव

नाएप्यीडॉ। म्यांमार में ज़मीन से दागी गई गोली म्यांमार नैशनल एयरलाइंस के उड़ते विमान को चीरती हुई एक यात्री को लग गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 63 यात्रियों को ले जा रहा विमान घटना के समय 3,500 फीट की ऊंचाई पर उड़ रहा था और उतरने वाला था। अपनी गर्दन और गाल पर रूमाल पकड़े यात्री की तस्वीर सामने आई है। म्यांमार में एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है। यहां जमीन से एक गोली फायर की गई, जो प्लेन में बैठे एक शख्स को लग गई। ये शख्स म्यांमार नैशनल एयरलाइंस के प्लेन में सवार था। हवाई जहाज 3500 फीट की ऊंचाई पर उड़ रहा था। तभी गोली उसमें बैठे शख्स को लगी।

घटना के तुरंत बाद फ्लाइट की लैंडिंग करवाई गई और घायल शख्स को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोली शख्स के गले के पास लगी। उसे खून से लथपथ देखा गया। इस घटना से जुड़ी हैरान कर देने वाली कुछ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। वहीं, शख्स के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। म्यांमार नेशनल एयरलाइंस की इस फ्लाइट में 63 यात्री सवार थे। ये पूर्वी राज्य काया की राजधानी लोइकाव जा रहा था। लोइकाव में लैंडिंग के वक्त हमला किया गया। घटना के बाद म्यांमार नेशनल एयरलाइंस के एक अधिकारी ने कहा- हमले में अन्य यात्रियों को नुकसान नहीं पुहंचा। सुरक्षा के लिहाज से लोइकाव आने-जाने वाली सभी फ्लाइट्स को कैंसल कर दिया है। फ्लाइट्स पर रोक कब तक लगाई गई है। इसे बारे में जानकारी नहीं दी गई।

म्यांमार की सैन्य सरकार ने विद्रोही बलों पर विमान पर गोलीबारी करने का आरोप लगाया है। हालांकि विद्रोही समूहों ने आरोपों से इनकार कर दिया है। म्यांमार मिलिट्री काउंसिल के स्पोक्सपर्सन मेजर जनरल जॉ मिन टुन ने इस हमले को वॉर क्राइम बताया है। उन्होंने कहा- मैं कहना चाहता हूं कि यात्रियों से भरे विमान पर इस तरह का हमला युद्ध अपराध है। जो लोग शांति चाहते हैं, उन्हें इस हमले के खिलाफ आवाज उठाना चाहिए।

अंटार्कटिका महाद्वीप में ग्लेशियर से निकल रहा ‘खून‘

अंटार्कटिका महाद्वीप में ग्लेशियर से निकल रहा ‘खून‘ 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

लंदन। दक्षिणी ध्रुव पर स्थिति अंटार्कटिका महाद्वीप में एक ग्लेशियर से ‘खून‘ निकाल रहा है। लाल रंग के इस बहाव को देखकर वैज्ञानिक भी आश्चर्यचकित हैं। ये खून बताता है कि ग्लेशियर के काफी नीचे जिंदगी पनप रही है। ग्लेशियर का यह खून नमकीन सीवेज है, जो एक पुराने इकोसिस्टम का हिस्सा है। ब्लड फॉल्स जीवंत लाल पानी का एक झरना है जो विक्टोरिया लैंड, पूर्वी अंटार्कटिका में टेलर ग्लेशियर से निकलता है। दशकों तक इस अजीबो-गरीब नजारे ने इस दूर की घाटी तक पहुंचने में कामयाब रहे बहादुर खोजकर्ताओं को भ्रमित किया। पिछले कुछ दशकों में शोध से पता चला है कि अंटार्कटिका का यह छोटा टुकड़ा शायद पहले की तुलना में भी अजीब है।

खून के झरने यानी ब्लड फॉल्स की खोज सबसे पहले ब्रिटिश खोजकर्ता थॉमस ग्रिफिथ टेलर ने वर्ष 1911 में की थी। अंटार्कटिका के इस इलाके में यूरोपियन वैज्ञानिक सबसे पहले पहुंचे थे। शुरुआत में थॉमस और उनके साथियों को लगा था कि ये लाल रंग की एल्गी है, लेकिन ऐसा था ही नहीं। बाद में यह मान्यता रद्द कर दी गई। उस समय, टेलर और उनके दल ने सोचा कि जीवंत रंग लाल शैवाल के कारण है। हालांकि, यह बाद में गलत साबित हुआ। 1960 के दशक तक वैज्ञानिक यह दिखाने में सक्षम नहीं थे कि ब्लड फॉल्स का लाल रंग वास्तव में लोहे के लवण, या फेरिक हाइड्रॉक्साइड का परिणाम था, जिसे बर्फ की चादर से निचोड़ा जा रहा था।

2009 में, वैज्ञानिकों ने पाया कि टेलर ग्लेशियर से रिसने वाला लाल पानी एक खारे पानी की झील से निकलता है जो 1.5 से 4 मिलियन वर्षों से बर्फ में फंसा हुआ है। वास्तव में, यह झील अति-नमकीन झीलों और जलभृतों की एक बहुत बड़ी भूमिगत प्रणाली का सिर्फ एक हिस्सा है। ब्लड फॉल्स के पानी के विश्लेषण से संकेत मिलता है कि नमकीन पानी के दबे हुए शरीर बैक्टीरिया के एक दुर्लभ सबग्लेशियल इकोसिस्टम का घर हैं। इसका मतलब है कि बैक्टीरिया प्रकाश संश्लेषण के बिना बना रहता है और संभवतः ब्राइन से साइकलिंग आयरन के माध्यम से खुद को बनाए रखता है।

इसके ऊपर, पानी हिमांक बिंदु से काफी नीचे होता है, जब यह ग्लेशियर से निकलता है तो इसका तापमान लगभग -7 डिग्री सेल्सियस (19.4 डिग्री फारेनहाइट) होता है। फिर 1960 में पता चला कि यहां ग्लेशियर के नीचे लौह नमक यानी आयरन साल्ट है। यह बर्फ की मोटी परत से वैसे निकल रहा है जैसे आप टूथपेस्ट से पेस्ट निकालते हैं। फिर साल 2009 में यह स्टडी आई है कि यहां पर ग्लेशियर के नीचे सूक्ष्मजीव हैं, जिनकी वजह से ये खून का झरना निकल रहा है। ये सूक्ष्मजीव इस ग्लेशियर के नीचे 15 से 40 लाख साल से रह रहे हैं। यह एक बहुत बड़े इकोसिस्टम का छोटा सा हिस्सा है। इंसान इसका छोटा सा हिस्सा ही खोज पाए हैं। यह इतना बड़ा है कि इसके एक छोर से दूसरे छोर तक की खोज करने में कई दशक लग जाएंगे। क्योंकि इस इलाके में आना-जाना और रहना बेहद मुश्किल है।

जब खून के झरने के पानी की जांच लैब में की गई, तो पता चला कि इसमें दुर्लभ सबग्लेशियल इकोसिस्टम के बैक्टीरिया हैं। जिनके बारे में किसी को पता नहीं है, ये ऐसी जगह जिंदा हैं, जहां पर ऑक्सीजन है ही नहीं। यानी बैक्टीरिया बिना फोटोसिंथेसिस के ही इस जगह पर अपना जीवन जी रहे हैं। इस जगह का तापमान दिन में माइनस 7 डिग्री सेल्सियस रहता है। यानी खून का झरना बेहद ठंडा है और ज्यादा नमक होने के कारण यह बहता रहता है, अन्यथा तुरंत जम जाता।

सरकारी आवास पर शिंदे गुट में शामिल हुए, कार्यकर्ता 

सरकारी आवास पर शिंदे गुट में शामिल हुए, कार्यकर्ता 

कविता गर्ग 

मुंबई। महाराष्ट्र में दहशरा रैली से पहले उद्धव गुट को बड़ा झटका लगा है। मुंबई के वर्ली इलाके से बड़ी संख्या में शिवसेना कार्यकर्ता रविवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सरकारी आवास पर शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं। बता दें कि शिवसेना के दोनों गुटों की दशहरा रैली पांच अक्टूबर को मुंबई के शिवाजी पार्क में होगी।

दशहरा रैली में अधिक भीड़...

शिवसेना के दोनों गुट दशहरा रैली में अधिकाधिक भीड़ जुटाने का इंतजाम करने में जुट गए हैं। उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के खेमों में भीड़ प्रबंधन की होड़ लग गई है। ठाकरे की रैली में पार्टी के शाखा प्रमुख और जिला प्रमुख पर सब निर्भर करता है। वहीं, शिंदे की रैली में भीड़ बढ़ाने के लिए विधायकों और सांसदों का भरपूर जोर है।

राजनीति: कांग्रेस के 3 बड़े प्रवक्ताओं ने इस्तीफा दिया 

राजनीति: कांग्रेस के 3 बड़े प्रवक्ताओं ने इस्तीफा दिया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए पार्टी ने कमर कस ली है। अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें खड़गे के साथ दीपेंद्र हुड्डा, गौरव बल्लभ और नासिर हुसैन भी मौजूद रहे। इस दौरान पता चला कि कांग्रेस के तीन बड़े प्रवक्ताओं ने इस्तीफा दे दिया है। अब ये तीन प्रवक्ता अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए चुनाव प्रचार करते हुए दिखाई देंगे। चुनाव लड़ने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे, शशि थरूर और झारखंड के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने नामांकन दाखिल किया था।

अध्यक्ष पद के लिए अपना अभियान शुरू करता हूं- खड़गे...

वहीं अध्यक्ष पद के प्रत्याशी मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, जिस दिन मैंने अपना नामांकन दाखिल किया, मैंने उदयपुर में लिए गए पार्टी के ‘एक व्यक्ति एक पद’ के फैसले के अनुरूप राज्यसभा में विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा दे दिया। मैं आज से आधिकारिक तौर पर कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष पद के लिए अपना अभियान शुरू करता हूं। आज गांधी जी और शास्त्री जी का जन्मदिन है, इसलिए मैंने यह दिन चुना है। एक ने देश को आजादी दिलाई और एक ने देश को सुरक्षित रखते हुए ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा दिया। इसलिए चुनाव प्रचार शुरू करने के लिए इससे बेहतर दिन नहीं हो सकता था।

आवेदन के बाद दोनों प्रत्याशियों ने अपने पक्ष में वोट जुटाने के लिए प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया। जिससे पहले मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में पार्टी नेता के पद से इस्तीफा दे दिया। क्योंकि पार्टी आलाकमान ने यह तय किया है कि एक व्यक्ति एक ही पद पर रह सकता है। इस लिहाज से खड़गे ने इस्तीफा दे दिया।

तीन नेताओं ने पार्टी प्रवक्ता पद से दिया इस्तीफा...

अब प्रचार अभियान के दूसरे दिन बड़ी खबर आ रही है। एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने ऐलान करते हुए कहा कि, “मैं, दीपेन्द्र सिंह हुड्डा और सैयद नसीर हुसैन अपने प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे रहे हैं। हम तीनों अध्यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए प्रचार करेंगे और चाहते हैं कि यह चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हो, जिसके लिए हम तीनों अपने प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे रहे हैं।”

मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर आमने-सामने...

बता दें कि, कांग्रेस के दो उम्मीदवार अध्यक्ष पद के चुनाव में खड़े होंगे। 8 अक्टूबर तक नाम वापस लिया जा सकता है। फिलहाल अभी मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर अध्यक्ष पद के लिए आमने-सामने हैं, बाकी तस्वीर 8 अक्टूबर के बाद साफ होगी। अगर इन दोनों में से कोई भी अपना नाम वापस नहीं लेता है, तो चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी।

टेलीकॉम टेक्नोलॉजी के उपकरणों का विकास हुआ

टेलीकॉम टेक्नोलॉजी के उपकरणों का विकास हुआ

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारत में 5जी लॉन्च होते ही 6जी की तैयारी शुरू हो गई। बता दें कि शनिवार को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान, देश के तीन प्रमुख दूरसंचार ऑपरेटरों एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन आइडिया ने 5G के उपयोग और अपनी योजनाओं को पेश किया था।

केंद्रीय संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि टेलीकॉम टेक्नोलॉजी के उपकरणों का विकास भारत में हुआ है और दुनिया में निर्यात होने के लिए तैयार है। इसके साथ 6G में हमें आगे रहना है और 6G के टेक्नोलॉजी के एलिमेंट पर भारत के पेटेंट हो चुके हैं। उस सबको उतारने की तैयारी है।बता दें कि एयरटेल ने देश में अपनी 5जी सेवा को 8 शहरों के साथ शुरू कर दिया है जिसमें दिल्ली, वाराणसी, मुंबई और बेंगलुरु शामिल हैं। कैरियर मार्च 2023 तक सभी शहरी क्षेत्रों और मार्च 2024 तक पूरे देश को अपनी 5G सेवाओं के साथ कवर करेगा।

वहीं रिलायंस जियों ने कहा कि 5G नेटवर्क को दिवाली से कुछ सलेक्‍टेड शहरों के लिए शुरू करेगा। डिपॉर्टमेंट ऑफ टेलीकॉम के अनुसार, पहले फेस के दौरान 13 शहरों को 5G सर्विस की सुविधा उपलब्‍ध कराई जाएगी। इसमें अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्‍नई, वाराणसी, चंड़ीगढ़, दिल्‍ली, जामनगर, गांधीनगर, मुंबई, पुणे, लखनऊ, कोलकत्ता, सिलिगुडी, गुरुग्राम और हैदराबाद में सेवाएं शुरू होंगी।

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर थाना खालापार पर आय...