शुक्रवार, 16 सितंबर 2022

पतंजलि की 4 कंपनियों के आईपीओ लाने का ऐलान

पतंजलि की 4 कंपनियों के आईपीओ लाने का ऐलान

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। योगगुरु बाबा रामदेव ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर पतंजलि ग्रुप की चार कंपनियों के आईपीओ लाने का ऐलान किया है। पतंजलि आयुर्वेद, पतंजलि वैलनेस, पतंजलि मेडिसिन और पतंजलि लाइफस्टाइल कंपनी के आईपीओ आएंगे। ये सभी कंपनियां अगले 5 सालों में शेयर बाजार में लॉन्च कर दिए जाएंगे। योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि वर्तमान में पतंजलि ग्रुप का कारोबार 40,000 करोड़ रुपए का है। इसे 1 लाख करोड़ रुपए तक ले जाएंगे। बता दें कि अगले पांच सालों में पंतजलि के 5 कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट हो जाएंगी। इन पांचों लिस्टेट कंपनियों की मार्केट वैल्यू 5 लाख करोड़ रहने का लक्ष्य है। पतंजलि की रुचि सोया कंपनी पहले से ही बाजार में लिस्टेड है। पतंजलि का लक्ष्य ‘विजन और मिशन 2027’ की रूपरेखा तैयार करना और भारत को आत्मनिर्भर बनाने में समूह के योगदान की दिशा में अगले 5 वर्षों के लिए 5 प्रमुख प्राथमिकताओं को लाना है।

टर्नओवर होगा पांच गुना...
योग गुरू ने बताया कि उनकी ग्रुप कंपनियों का कारोबार इस समय 40 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। अलग पांच से सात साल में यह एक लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि पांच—सात साल पहले जब उन्होंने दावा किया था कि उनका टर्नओवर 25 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचेगा तो लोग हंसते थे। आज उन्होंने दिखा दिया कि 25 हजार करोड़ रुपये ही नहीं 40 हजार करोड़ रुपये पर पहुंच गया। गौरतलब है कि योग गुरु बाबा रामदेव ने 14 सितंबर को घोषणा की थी कि पतंजलि योगपीठ उत्तराखंड में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगा। निवेश सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार और उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किए जाएंगे।

पांच लाख लोगों को देंगे रोजगार...
बाबा रामदेव ने बताया कि अभी उनका ग्रुप पांच लाख लोगों को रोजगार दे रहा है। आने वाले वर्षों में वह पांच लाख और लोगों को रोजगार देंगे। उन्होंने बताया कि वह भारतीय शिक्षा बोर्ड से एक लाख स्कूलों को एफिलिएट करने वाले हैं। इससे काफी रोजगार के अवसर निकलेंगे। इसके अलावा देश और दुनिया में एक लाख पतंजली वेलनेस सेंटर भी खोले जाएंगे। इसमें भी काफी लोगों को रोजगार मिलेगा।

चालू वित्त में पतंजलि का रेवेन्यू बढ़ा...
वित्त वर्ष 2022 में पतंजलि का रेवेन्यू बढ़कर 10,664.46 करोड़ रुपए हो गया। यह पिछले वित्त वर्ष में 9,810.74 करोड़ रुपए था। हालांकि, वित्त वर्ष 22 में नेट प्रॉफिट में मामूली गिरावट रही। पतंजलि का नेट प्राॅफिट 745.03 करोड़ रुपए के मुकाबले 740.38 करोड़ रुपए रह गया।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-343, (वर्ष-05)

2. शनिवार, सितंबर 17, 2022

3. शक-1944, आश्विन, कृष्ण-पक्ष, तिथि-सप्तमी, विक्रमी सवंत-2079।

4. सूर्योदय प्रातः 05:51, सूर्यास्त: 06:45। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 24 डी.सै., अधिकतम-33+ डी.सै.। उत्तरभारत में बरसात की संभावना। 

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु,(विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी। 

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गुरुवार, 15 सितंबर 2022

हिंदी बोलने से 'कंपकंपी' छूट जाती है: वित्तमंत्री 

हिंदी बोलने से 'कंपकंपी' छूट जाती है: वित्तमंत्री 

अकांशु उपाध्याय/कविता गर्ग 

नई दिल्ली/मुंबई। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को कहा कि हिंदी बोलने से उन्हें “कंपकंपी” छूट जाती है और वह झिझक के साथ भाषा बोलती हैं। हिंदी विवेक पत्रिका द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सीतारमण ने एक पूर्व वक्ता की घोषणा का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनका (सीतारमण का) संबोधन हिंदी में होगा। जिन परिस्थितियों के कारण यह स्थिति बनी उनका जिक्र करते हुए सीतारमण ने कहा, “हिंदी में लोगों को संबोधित करने से मुझे कंपकंपी होती है।” सीतारमण ने कहा कि वह तमिलनाडु में पैदा हुईं और हिंदी के खिलाफ आंदोलन के बीच कॉलेज में पढ़ीं तथा हिंदी के खिलाफ हिंसक विरोध भी देखा।

केंद्रीय कैबिनेट मंत्री ने दावा किया कि हिंदी या संस्कृत को दूसरी भाषा के रूप में चुनने वाले छात्रों, यहां तक कि मेधा सूची में आने वाले छात्रों को भी राज्य सरकार द्वारा उनकी पसंद की भाषा के कारण छात्रवृत्ति नहीं मिली। सीतारमण ने कहा कि वयस्क होने के बाद एक व्यक्ति के लिए एक नई भाषा सीखना मुश्किल है, लेकिन वह अपने पति की मातृभाषा तेलुगु सीख सकीं, लेकिन पिछली घटनाओं के कारण हिंदी नहीं सीख पाईं। उन्होंने स्वीकार किया , “मैं बेहद संकोच के साथ हिंदी बोलती हूं।” उन्होंने माना कि इससे वह जिस प्रवाह से बोल सकती थीं वह प्रभावित होता है। वित्त मंत्री ने हालांकि हिंदी में ही अपना भाषण दिया जो 35 मिनट से अधिक समय तक चला। सीतारमण ने कहा कि भारत पहले ही दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थान हासिल कर सकता था, लेकिन समाजवाद के आयातित दर्शन के चलते ऐसा नहीं हो सका जो केंद्रीकृत योजना पर निर्भर था।

उन्होंने 1991 की तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा किए गए आर्थिक सुधारों को “आधे-अधूरे सुधार” करार दिया, जहां अर्थव्यवस्था सही तरीके से नहीं बल्कि आईएमएफ द्वारा लगाई गई सख्ती के अनुसार खोली गई थी। उन्होंने का, ‘‘जब तक भाजपा के अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री पद ग्रहण नहीं किया तब तक कोई प्रगति नहीं हुई और बुनियादी ढांचे के निर्माण, सड़कों और मोबाइल टेलीफोन पर उनके द्वारा दिये गये ध्यान ने हमें बहुत मदद की।’’

अभिनेता मल्होत्रा ने वर्कआउट वीडियो शेयर किया

अभिनेता मल्होत्रा ने वर्कआउट वीडियो शेयर किया 

कविता गर्ग 

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा ने सोशल मीडिया पर अपना वर्कआउट वीडियो शेयर किया है। सिद्धार्थ मल्होत्रा इन दिनों अपनी आने वाली फिल्‍म 'योद्धा' को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। सिद्धार्थ फिल्म की शूटिंग के लिए मनाली पहुंचे हैं। इसी बीच सिद्धार्थ ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में सिद्धार्थ आसमान के नीचे, पेड़ों से घिरी सड़क पर साइकिल चलाते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में सिद्धार्थ ग्रे कलर की जींस के साथ ब्लैक जैकेट में काफी डैशिंग लग रहे हैं। इस वीडियो को पोस्ट करते हुए सिद्धार्थ मल्होत्रा ने कैप्शन में लिखा, "क्योंकि एकमात्र खराब कसरत वही है, जो नहीं हुई।" सिद्धार्थ के इस वीडियो को फैंस काफी पसंद कर रहे हैं।

सभी पिछड़े राज्यों को विशेष स्टेट का दर्जा देंगे: सीएम 

सभी पिछड़े राज्यों को विशेष स्टेट का दर्जा देंगे: सीएम 

अकांशु उपाध्याय/अविनाश श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/पटना। वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर अभी से ही सक्रिय हो चुके बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछड़े राज्यों को विशेष दर्जा देने के मुद्दे पर बात करते हुए कहा है कि केंद्र की सत्ता में आने पर देश के सभी पिछड़े राज्यों को विशेष स्टेट का दर्जा दिया जाएगा। बृहस्पतिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया कर्मियों के साथ बातचीत करते हुए आपराधिक घटनाओं के अलावा देश के कई अन्य मुद्दों को लेकर भी चर्चा की। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश के पिछड़े राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर बात करते हुए कहा है कि केंद्र की सत्ता में आने के बाद सभी पिछड़े राज्यों को विशेष स्टेट का दर्जा दिया जाएगा।

इसमें ऐसा कोई कारण नहीं है कि ऐसा नहीं किया जा सकता है। सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि मैं विशेष राज्य के दर्जे की मांग हमेशा से करता रहा हूं और सरकार की तरफ से आगे भी करता रहूंगा। मैंने हर बैठक में यह बात कही है। उन्होंने कहा है कि यदि हमें सरकार बनाने का मौका मिला तो निश्चित तौर पर बिहार के अलावा देश के अन्य पिछड़े राज्यों को भी विशेष स्टेट का दर्जा दिया जाएगा।

शिखर बैठक में भाग लेने के लिए रवाना हुए 'पीएम'

शिखर बैठक में भाग लेने के लिए रवाना हुए 'पीएम'

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों की शिखर बैठक में भाग लेने के लिए उज़्बेकिस्तान के समरकंद रवाना हो गए हैं। उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति के निमंत्रण पर पीएम मोदी एससीओ के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की बैठक में भाग लेने के लिए 15-16 सितंबर को समरकंद में होंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि शंघाई सहयोग संगठन के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की 22वीं बैठक में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समरकंद, उज्बेकिस्तान के लिए रवाना हुए।शंघाई शिखर सम्मेलन (एससीओ) में भाग लेने के लिए समरकंद रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बृहस्पतिवार को बयान भी जारी किया था। जिसमें पीएम ने कहा कि वह समूह के अंदर मौजूदा मुद्दों, विस्तार और सहयोग को आगे बढ़ाने के बारे में विचारों के आदान-प्रदान को लेकर उत्सुक हैं।

प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और ईरानी नेता इब्राहिम रईसी सहित अन्य नेताओं के साथ एससीओ के वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री मोदी उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव के निमंत्रण पर वहां का दौरा कर रहे हैं। उज्बेकिस्तान एससीओ का मौजूदा अध्यक्ष है।

इन नेताओं से कर सकते हैं मुलाकात...
एससीओ समिट में पीएम मोदी रूस के राष्ट्र्पति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इसके अलावा पीएम मोदी उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय बैठक और ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के साथ भी द्विपक्षीय बैठक करेंगे। पीएम मोदी की चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ किसी द्विपक्षीय बैठक या मुलाकात और पाकिस्तानी पीएम से मिलने पर अभी तक विदेश मंत्रालय ने कुछ नहीं कहा है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...