शनिवार, 10 सितंबर 2022

सोरेन की प्रतिमा पर माल्यार्पण, श्रद्धा सुमन अर्पित 

सोरेन की प्रतिमा पर माल्यार्पण, श्रद्धा सुमन अर्पित 

इकबाल अंसारी 

रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन एवं पूर्व मुख्यमंत्री तथा राज्यसभा सांसद दिशोम गुरु शिबू सोरेन आज स्व. दुर्गा सोरेन की जयंती के अवसर पर लोवाडीह, रांची स्थित दुर्गा सोरेन स्मारक पहुंचे। वहां उन्होंने अलग झारखंड राज्य आंदोलन के प्रणेता दुर्गा सोरेन की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर मंत्री जगरनाथ महतो, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, विधायक सीता सोरेन एवं अन्य ने भी दुर्गा सोरेन की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अलग झारखंड राज्य आंदोलन में यहां के वीर सपूत निर्मल महतो, बिनोद बिहारी महतो सहित हजारों आदिवासी- मूल वासियों ने अहम भूमिका निभाई । इन महान विभूतियों ने जल, जंगल, जमीन एवं अलग झारखंड राज्य की परिकल्पना को पूरा करने का काम कर दिखाया है। यह हम सभी के लिए गौरव की बात है। अलग राज्य के लंबे संघर्ष में कई अगुआ साथी, मार्गदर्शक, पिता तुल्य एवं बड़े भाई समान वीर शहीदों ने अपना घर-द्वार छोड़कर इस राज्य के लिए सर्वस्व समर्पित किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि झारखंड के जनमानस के बीच से जितने आंदोलनकारी निकल कर आए हैं तथा उन्होंने जिस तरह अपने आप को इस राज्य के लिए समर्पित किया है, यह हर किसी के लिए प्रेरणा स्रोत है। मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि यहां के वीर सपूतों के लंबे संघर्ष के बाद अलग झारखंड राज्य हमें मिला, परंतु राज्य गठन के 20 वर्ष पूरे होने के बाद भी जो विकास और उन्नति का सपना हमारे पूर्वजों ने देखा था, वह टूटता और बिखरता नजर आया है।

राहुल की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर सिंधिया का बयान 

राहुल की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर सिंधिया का बयान 

मनोज सिंह ठाकुर 

ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर बड़ा बयान दिया है। सिंधिया ने कहा कि जो कांग्रेस अपने आप को नहीं जोड़ पाई है, वह कांग्रेस भारत जोड़ने की कोशिश कर रही है। जबकि इसके विपरीत प्रधानमंत्री के नेतृत्व में दिल्ली में हुआ कार्यक्रम राजपथ को कर्तव्य पथ में तब्दील किया है।

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पीएम मोदी की एक ही मंशा है। मंत्री-संत्री सहित एक एक व्यक्ति अपने आप को देश की सेवा के लिए पूर्ण रूप से झोंक पाए। जन मन को टटोलते हुए जन मन की आशाओं और आकांक्षाओं पर पूर्ण रुप से खरा उतरे। ऐसे में भारत के अमृत काल से शताब्दी काल के सफर में हम हर दिन नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं। पीएम मोदी ने पहले दिन ही कहा था कि वह प्रधानमंत्री नहीं प्रधान जनसेवक है। उन्हीं के बताए हुए कदमों पर हम सभी चल रहे हैं।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पीएम मोदी के जन्मदिन पर श्योपुर में आ रहे चेतो को लेकर कहा कि एक इतिहास देश में रचा जा रहा है. यह अतिशयोक्ति नहीं होगी। चीतों का विस्थापन करना एक आसान कार्य नहीं है। विश्व में बहुत बिरले ऐसे सफल विस्थापन हो पाए हैं। जिसकी शुभ शुरुआत भारत में की जा रही है, हमें गर्व है। इसकी शुरुआत कूनो पालपुर क्षेत्र में होने जा रही है। यह क्षेत्र पहले भी वन्य प्राणियों के लिए सदैव से ही जाना जाता रहा है। इस क्षेत्र में पहले भी चीता हुआ करते थे। चीते के हिसाब से पूरा पर्यावरण तैयार किया गया है। पीएम के आगमन को लेकर सभी तैयारियां चल रही है।

किसानों को 3501 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की 

किसानों को 3501 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की 

कविता गर्ग 

मुंबई महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में पिछले तीन महीने के दौरान भीषण वर्षा और बाढ़ से फसलों को हुए नुकसान को झेलने वाले किसानों को राहत देने के लिए मुआवजे के रूप में 3501 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। राज्य सरकार की ओर से बृहस्पतिवार को जारी आदेश के अनुसार असिंचित फसलों के नुकसान के लिए 13,600 रुपये प्रति हेक्टेयर, सिंचित फसलों के लिए 27,000 रुपये प्रति हेक्टेयर और बारहमासी फसलों के लिए 36,000 रुपये प्रति हेक्टेयर का मुआवजा दिया जाएगा।

इसमें कहा गया है कि इस साल जून से अगस्त के बीच राज्य के कुछ हिस्सों में आई बाढ़ और भारी बारिश के कारण किसानों की फसल नष्ट हुई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पहले घोषणा की थी कि उनकी सरकार बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों के लिए मुआवजे में वृद्धि करेगी और कैबिनेट ने प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी थी। तदनुसार, वर्षा प्रभावित किसानों को 3,501 करोड़ रुपये मिलेंगे, जिसमें राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) और राज्य सरकार का योगदान शामिल है।

विपक्षियों का नाम लिए बिना हमला बोला: यादव 

विपक्षियों का नाम लिए बिना हमला बोला: यादव 

संदीप मिश्र 

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विपक्षियों का नाम लिए बिना बड़ा हमला बोला है। उन्होंने सपा का विरोध करने वाले राजनीतिक दलों को भारतीय जनता पार्टी का लाउडस्पीकर बताते हुए कहा है कि सत्ताधारी दल अनाप-शनाप बातें कहलवा रही है। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया- “24 के चुनाव में अपने ख़िलाफ़ जनता के आक्रोश व जनहित में काम करनेवाले दलों की एकजुटता देखकर, बीजेपी बौखला गयी है। इसीलिए अपने लाउडस्पीकर दलों से अनाप-शनाप बातें कहलवा रही है…इन लाउडस्पीकरों का माइक कहीं और है।”

सपा नेता ने कहा- “जनता को धोखा देनेवाली बीजेपी और उसके नालबद्ध दलों को जनता सबक़ सिखाएगी।” अखिलेश यादव की यह टिप्पणी ऐसे वक्त में आई है, जब बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने उन पर बीजेपी से सांठगांठ करने का आरोप लगाया है। बसपा चीफ मायावती ने ट्वीट कर कहा- सपा मुखिया अपनी इसी प्रकार की जनविरोधी कमियों को छिपाने के लिए दूसरों के खिलाफ अक्सर अनर्गल व बचकानी बयानबाजी आदि करके व करवाकर लोगों का ध्यान बांटने का प्रयास करते रहते हैं, जिससे लोगों व देश की अन्य विपक्षी पार्टियों को भी सपा से सावधान रहने की ज़रूरत है।

पूर्व सीएम ने कहा- सपा यूपी में अपना जनाधार खोती जा रही है, जिसके लिए उसका अपना कृत्य ही मुख्य कारण है। परिवार, पार्टी व इनके गठबंधन में आपसी झगड़े, खींचतान तथा आपराधिक तत्वों से इनकी खुली सांठगांठ व जेल मिलान आदि की खबरें मीडिया में आमचर्चाओं में है तो फिर लोगों में निराशा क्यों न हो? उन्होंने कहा- साथ ही, सपा की बीजेपी के साथ अन्दरुनी मिलीभगत किसी से छिपी नहीं है और यही खास वजह है कि सपा के मुख्य विपक्षी पार्टी होने पर बीजेपी सरकार को यहाँ वाकओवर मिला हुआ है व सरकार को अपनी मनमानी करने की छूट है। इससे आमजनता व खासकर मुस्लिम समाज का जीवन त्रस्त व उनमें काफी बेचैनी है।

इससे पहले ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव पर जुबानी हमला करते हुए कहा था, “वो अपने ही मुख्यमंत्री बन लें, दूसरे को क्या मुख्यमंत्री बनाएंगे। चार बार सरकार बनी, तब क्या किसी दूसरे को कभी मौका दिया। वह अपने विधायकों की चिंता करें दूसरे को छोड़ दें। राष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने देख लिया आगे अभी देखते रहें। वह अपनी सुरक्षा खुद करें, दूसरों की सुरक्षा करना छोड़ दें। केशव प्रसाद मौर्य का कहीं जाने का सवाल ही नहीं उठता है।''

राजभर के नेतृत्व में थाना समाधान दिवस का आयोजन

राजभर के नेतृत्व में थाना समाधान दिवस का आयोजन 

हरिशंकर त्रिपाठी 

देवरिया। शनिवार को थाना ऐकौना में थानाध्यक्ष श्री बी बी राजभर के नेतृत्व में थाना समाधान दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें कानूनगो नारायणपुर औराई श्री दुर्गेश श्रीवास्तव तथा कानूनगों पचलड़ी परमा यादव अपने राजस्व टीम लेखपाल देवेन्द्र त्रिपाठी, अरविन्द आदि सभी राजस्व कर्मी के साथ उपस्थित थे। किसी सक्षम अधिकारी के उपस्थित न होने के सवाल पर राजस्व अधिकारी कानूनगों दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि नायब तहसीलदार रुद्रपुर को आना था लेकिन सरकारी काम से लखनऊ जाने के कारण वे समाधान दिवस में नहीं आ सके।

थाना समाधान दिवस में कुल तीन आवेदन आएं, जिनमें से एक के निस्तारण हेतू थानाध्यक्ष श्री बी बी राजभर ने पूरे राजस्व टीम को निस्तारण के लिए मौके पर भेज दिया तथा अन्य मामले को जिम्मेदारों को सौप निष्पक्षता के साथ निस्तारण का आदेश दिया। थाना समाधान दिवस में दरोगा धर्मेन्द्र कुमार, दरोगा सुधाकर विक्रम सिंह, दरोगा रामराज सिंह ,कान्सटेबल उपेन्द्र, चौकीदार तजीम्मुल तथा महिला कांस्टेबल उपस्थित रहें।

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की समन्वय बैठक, चर्चा 

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की समन्वय बैठक, चर्चा 

दुष्यंत टीकम 

रायपुर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की समन्वय बैठक शुरू हो गई है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में पहली बार आरएसएस की समन्वय बैठक हो रही है। संघ प्रमुख मोहन भागवत बैठक ले रहे हैं। जिसमें विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा होगी।

इस बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगतप्रकाश नड्डा, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, सहित संघ के राष्ट्रीय पदाधिकारी भी शामिल हैं। तीन दिनों तक चलने वाली इस बैठक में 36 अनुसांगिक संगठनों के 250 पदाधिकारी भी शामिल होंगे।

देश को कमजोर प्रधानमंत्री की जरूरत: औवेसी 

देश को कमजोर प्रधानमंत्री की जरूरत: औवेसी 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री पद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि देश को कमजोर प्रधानमंत्री की जरूरत है। विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर गुजरात पहुंचे असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। ओवैसी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि चीन हमारी जमीन पर बैठा है तो प्रधानमंत्री जवाब नहीं देते। जब पूछते हैं कि उद्योगपतियों का क्यों कर्ज माफ कर दिया गया तो वह कहते हैं कि सिस्टम मुझे काम नहीं करने देता। 300 से ज्यादा उनके पास सांसद हैं। पंडित नेहरू के बाद यदि कोई पावरफुल पीएम है दूसरी बार तो, उसके बाद भी वह सिस्टम की बात करते हैं।

ओवैसी ने कहा, इसलिए मेरा मानना है कि देश में कमजोर प्रधानमंत्री की जरूरत है। ताकतवर तो देख लिए, अब कमजोर चाहिए, ताकि वह कमजोरों की मदद कर सके। ताकतवर ताकतवर की मदद कर रहा है। वह कमजोर को तो देख ही नहीं रहा। मैं चाहता हूं देश में खिचड़ी सरकार बने क्योकिं गुजरात, हैदराबाद और उत्तर प्रदेश की खिचड़ी मुख्तलिफ होती है। बता दें कि गुजरात में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने जे रहे है। इसे लेकर बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत सभी पार्टियों ने एड़ी चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है। वहीं असदुद्दीन ओवैसी भी अब चुनावी मैदान में कूद गए है।

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...