शुक्रवार, 9 सितंबर 2022

बोस की प्रतिमा लाने के लिए फाटकों को तोड़ा

बोस की प्रतिमा लाने के लिए फाटकों को तोड़ा 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा के लिए विशाल ग्रेनाइट पत्थर को तेलंगाना से लेकर दिल्ली लाने वाले 100 फुट लंबे ट्रक को गुजरने के लिए राजमार्गों पर कुछ टोल प्लाजा के फाटकों को अस्थायी रूप से तोड़ना पड़ा, ताकि ट्रक को निकलने का रास्ता देने के लिए उन्हें चौड़ा किया जा सके। तेलंगाना के खम्मम में एक खदान से टेलीफोन ब्लैक स्टोन की आपूर्ति दिल्ली स्थित ग्रेनाइट स्टूडियो इंडिया ने की। ग्रेनाइट स्टूडियो इंडिया के निदेशक रजत मेहता ने कहा कि खदान से इसे राजमार्ग तक ले जाने के लिए एक अस्थायी सड़क बनानी पड़ी थी। मेहता ने शुक्रवार को मीडिया संस्थान से कहा कि यह पत्थर का एक विशाल खंड था, जिसका वजन 280 मीट्रिक टन (एमटी) और लंबाई 32 फुट थी। यह 11 फुट ऊंचा और 8.5 फुट चौड़ा था, जिसमें नेताजी की छवि बनाई गई। लेकिन इसे दिल्ली लाने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा।

बोस की एक मूर्ति का निर्माण करने के लिए विशाल ग्रेनाइट को तराशा गया, जिसका वजन 65 मीट्रिक टन था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत बृहस्पतिवार शाम यहां इंडिया गेट के सामने ऐतिहासिक छतरी में स्थापित की गई बोस की प्रतिमा का अनावरण किया। संस्कृति मंत्रालय ने पहले कहा था कि बड़े ट्रक को विशेष रूप से तेलंगाना से ग्रेनाइट खंड को नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट (एनजीएमए) तक ले जाने के लिए डिजाइन किया गया था और इनके बीच 1665 किलोमीटर की दूरी थी। मेहता ने कहा कि खदान से राष्ट्रीय राजमार्ग तक का हिस्सा कच्चा था और पत्थर को राजमार्ग तक ले जाने के लिए थोड़े समय में एक अस्थायी सड़क बनानी पड़ी थी।

रास्ते में 100 फुट लंबे ट्रक के 42 टायर फट गए और इससे 72 घंटे खराब हो गए। ट्रक दिल्ली पहुंचने के लिए पांच राज्यों से गुजरा। संस्कृति मंत्रालय के अनुसार मूर्तिकारों की एक टीम ने बोस की 28 फुट ऊंची प्रतिमा को तराशने के लिए ‘गहन प्रयास’ किया और इस पर कुल 26,000 मानव घंटे खर्च किए। मेहता ने कहा कि विशाल पत्थर को दिल्ली लाना कोई आसान काम नहीं था। ट्रक इतना विशाल था कि राजमार्गों पर कई जगह कुछ टोल प्लाजा के फाटकों को अस्थायी रूप से तोड़ना पड़ा, खासकर वहां जहां अधिक मोड़ थे।

इस तोड़फोड़ का मकसद फाटकों को चौड़ा करना था ताकि किसी चीज से टकराने के जोखिम के बिना ट्रक वहां से गुजर सके। मेहता के मुताबिक पुलिस ने विशाल पत्थर का महत्व समझने के बाद कई सीमावर्ती क्षेत्रों में ट्रक की अगवानी की। उन्होंने कहा कि ट्रक में चार चालक थे, जो इसे दिन-रात चलाकर लाये थे। मेहता ने बताया कि एक मुद्दा यह भी था कि विशाल ट्रक को आम तौर पर रात के समय चलाकर लाना था, जब सड़क का तापमान कम होता है। लेकिन दिन के समय भी इसे चलाने के कारण गर्मी की वजह से 42 टायर रास्ते में फट गए।

वित्तमंत्री ने ऋण ऐप से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की

वित्तमंत्री ने ऋण ऐप से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बिना पंजीकरण के अवैध तरीके से काम कर रहे ऋण ऐप से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने डिजिटल धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों के बीच इस तरह के ऐप की जांच करने के लिए कई उपायों को लागू करने का फैसला भी किया। ज्यादातर डिजिटल ऋण देने वाले ऐप केंद्रीय बैंक के साथ पंजीकृत नहीं हैं और स्वयंभू रूप से संचालित होते हैं। डिजिटल ऋण ऐप के कुछ परिचालकों के कथित रूप से उत्पीड़न के कारण कर्ज लेने वालों में आत्महत्या के मामले भी बढ़ रहे हैं। वित्त मंत्री की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को हुई बैठक में यह फैसला किया गया कि आरबीआई सभी कानूनी ऐप की एक सूची तैयार करेगा। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) यह सुनिश्चित करेगा कि केवल इन्हें ही ऐप स्टोर पर ‘होस्ट’ किया जाए।

आरबीआई ऐसे खातों की निगरानी करेगा, जिनका इस्तेमाल धन शोधन के लिए किया जा सकता है। साथ ही किसी दुरुपयोग से बचने के लिए निष्क्रिय एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी) की समीक्षा की जाएगी। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि केंद्रीय बैंक यह भी सुनिश्चित करेगा कि भुगतान ‘एग्रीगेटर्स’ का पंजीकरण एक समय सीमा के भीतर पूरा हो जाए और उसके बाद किसी भी अपंजीकृत भुगतान ‘एग्रीगेटर’ को काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

ऐसे ऐप के प्रसार को रोकने के लिए कॉरपोरेट मामलों का मंत्रालय (एमसीए) मुखौटा कंपनियों की पहचान करेगा और उनके दुरुपयोग को रोकने के लिए उनका पंजीकरण रद्द करेगा। इसके अलावा, इन ऐप के बारे में ग्राहकों, बैंक कर्मचारियों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और अन्य संबंधित पक्षों के बीच साइबर जागरूकता बढ़ाने के लिए कदम उठाए जाएंगे। सीतारमण ने बैठक के दौरान खासतौर से कमजोर और निम्न-आय वर्ग के लोगों को भारी ब्याज दरों और छिपे हुए शुल्कों के साथ कर्ज देने वाले अवैध ऋण ऐप के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई। बैठक में वित्त सचिव, आर्थिक मामलों के सचिव, राजस्व सचिव, एमईआईटीवाई सचिव और आरबीआई के डिप्टी गवर्नर सहित कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

'भाजपा' ने राज्यों के प्रभारियों का ऐलान किया

'भाजपा' ने राज्यों के प्रभारियों का ऐलान किया

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बड़ा फेरबदल किया है। भाजपा (BJP) ने राज्यों के प्रभारियों का ऐलान कर दिया है। महाराष्ट्र के दिग्गज नेता विनोद तावड़े को बिहार का प्रभारी बनाया गया है। छत्तीसगढ़ में ओम माथुर को नियुक्त किया गया है। वहीं, पश्चिम बंगाल की जिम्मेदारी मंगल पांडेय को दी गई है। मंगल पांडेय बिहार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। प्रकाश जावड़ेकर को केरल का प्रभारी बनाया गया है। लक्ष्मीकांत वाजपाई को झारखंड का प्रभारी बनाया गया है।

हरियाणा का प्रभारी विप्लव कुमार देव को बनाया गया है। केरल का प्रभारी सांसद प्रकाश जावेडकर को जबकि राधा मोहन अग्रवाल को सह प्रभारी बनाया गया है। मध्य प्रदेश का प्रभारी मुरलीधर राव को बनाया गया है। मध्य प्रदेश में पंकजा मुंडे और डॉ। रमाशंकर कठेरिया को सह प्रभारी बनाया गया है।

बीजेपी ने की नई नियुक्तियां...
पंजाब का प्रभारी विधायक विजय भाई रुपाणी को जबकि डॉक्टर नरेंद्र सिंह रैना को सह प्रभारी बनाया गया है। दादरा और नगर हवेली एवं दमन और दीव का प्रभारी सांसद विनादे सोनकर को बनाया गया है। सांसद राधा मोहन अग्रवाल को लक्षद्वीप का प्रभारी नियुक्ति किया गया है। तेलंगाना का प्रभारी तरुण चुघ को बनाया गया है। वहीं, अरविंद मेनन को तेलंगाना का सह प्रभारी नियुक्त किया गया है।

सांसद महेश शर्मा को बने त्रिपुरा के प्रभारी...
राजस्थान का प्रभारी सांसद अरुण सिंह को बनाया है। राजस्थान में विजया रहाटकर सह प्रभारी होंगे। त्रिपुरा का प्रभारी सांसद महेश शर्मा को बनाया है। चंडीगढ़ का प्रभारी विजय भाई रुपाणी को बनाया है। नार्थ ईस्ट प्रदेश में संबित पात्रा को संजोयक नियुक्त किया है और सह संयोजक रितुराज सिन्हा होंगे।

प्रदूषित हवा की चपेट में आकर स्कूली बच्चे बेहोश 

प्रदूषित हवा की चपेट में आकर स्कूली बच्चे बेहोश 

संदीप मिश्र 

बुलंदशहर। औद्योगिक एरिया में चल रही फैक्ट्री से निकले केमिकल से प्रदूषित हुई हवा की चपेट में आकर स्कूली बच्चे बेहोश हो गए। प्रदूषण की वजह से बडी संख्या में बच्चों के बेहोश हो जाने से चौतरफा अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। आनन-फानन में बेहोश हुए बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया गया। एसडीएम एवं क्षेत्राधिकारी मामले की जानकारी के लिए स्कूल में पहुंचे। शुक्रवार को बुलंदशहर जनपद की सिकंदराबाद थाना क्षेत्र के जोखाबाद इंडस्ट्रीयल एरिया के गांव गोपालपुर के प्राथमिक विद्यालय में किसी फैक्ट्री से निकले केमिकल से प्रदूषित हुई हवा की चपेट में आकर स्कूली बच्चे बेहोश हो गए। बच्चों के बीमार होते स्कूल प्रबंधन के साथ साथ ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। बच्चों के बेहोश होने की जानकारी मिलते ही बच्चों के अभिभावकों के साथ गांव वाले भी मौके पर पहुंच गए और विभिन्न संसाधनों के जरिए बेहोश हुए बच्चों को लेकर सिकंदराबाद के निजी हॉस्पिटल में पहुंचे और बच्चों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया।

बच्चों के बेहोश होने की जानकारी जैसे ही जिला मुख्यालय पर पहुंची तो एसडीएम एवं क्षेत्राधिकारी तुरंत स्कूल में जानकारी लेने के लिए गांव पहुंचे। बताया जा रहा है कि औद्योगिक एरिया में फैक्ट्री के केमिकल से हवा के प्रदूषित हो जाने की वजह से बच्चे बेहोश हुए हैं। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 290 होना बताई जा रही है।

प्राधिकरण ने लिफ्ट में कुत्ते ले जाने पर रोक लगाई 

प्राधिकरण ने लिफ्ट में कुत्ते ले जाने पर रोक लगाई 

संदीप मिश्र 

लखनऊ। मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में रहने वाले लोगों द्वारा सुरक्षा से ज्यादा सिंबल स्टेटस के लिए पाले जा रहे कुत्तों के लिफ्ट से जाते समय काटने की घटनाओं से सबक लेते हुए लखनऊ विकास प्राधिकरण ने अब लिफ्ट में कुत्ते ले जाने पर रोक लगा दी है। आने जाने के लिए कुत्ते के साथ अब सीढियों का इस्तेमाल करना होगा। शुक्रवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण के वीसी ने महानगर में बनी बहुमंजिला इमारतों में आने जाने के लिए लगाई गई लिफ्ट में अपने साथ कुत्तों को लाने ले जाने पर रोक लगा दी है। जारी किये गये आदेशों में लखनऊ विकास प्राधिकरण की ओर से कहा गया है कि सुरक्षा के बजाय सिंबल स्टेटस के लिए कुत्ता पालने वाले लोग अब अपने साथ लिफ्ट के भीतर कुत्ते को नहीं ले जा सकेंगे। उल्लेखनीय है कि बीते दिनों के भीतर कई ऐसे मामले उजागर किए हैं, जिनमें लिफ्ट के माध्यम से ले जाए जा रहे कुत्तों ने भीतर मौजूद अन्य लोगों पर जानलेवा हमला किया है।

हाल ही में गाजियाबाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें लिफ्ट में सवार होकर अपने घर जा रहे स्कूली बच्चे को अपनी मालकिन के साथ लिफ्ट में मौजूद कुत्ता पैर में काट लेता है। इसके बाद एक अन्य वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें कुत्ता काटने से घायल हुए पीड़ित को तकरीबन 150 टांके लगाने पड़े हैं।

मशहूर गायक हनी का पत्नी शालिनी से तलाक 

मशहूर गायक हनी का पत्नी शालिनी से तलाक 

कविता गर्ग 

मुंबई। मशहूर गायक हनी सिंह का पत्नी शालिनी तलवार से तलाक हो गया है। जानकारी के मुताबिक, शालिनी ने पिछले साल दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में हनी सिंह के खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज करवाया था। इसके साथ ही शालिनी ने हनी के खिलाफ एक्स्ट्रा-मैरिटल अफेयर की शिकायत भी दर्ज कराई थी। शालिनी तलवार ने 'घरेलू हिंसा, महिलाओं का संरक्षण अधिनियम' के तहत 10 करोड़ रुपये का मुआवजा मांगा था, लेकिन दोनों के बीच एक करोड़ पर समझौता हुआ। दिल्ली के साकेत डिस्ट्रिक कोर्ट के फैमिली कोर्ट में हनी सिंह ने एलिमनी के तौर पर एक करोड़ रुपये का चेक सील्ड लिफाफे में शालिनी को सौंप दिया।

बता दें कि अदालत ने हनी सिंह को 28 अगस्त 2021 तक के लिए नोटिस जारी किया था। वहीं गुरुवार को दोनों के बीच तलाक के बाद मामला शांत हुआ। जानकारी के मुताबिक इस मामले की अगली सुनवाई 20 मार्च 2023 को होगी, जिसमें अगले प्रस्ताव पर सुनवाई की जाएगी।

सीएम ने 11वीं एग्री एशिया प्रदर्शनी का उद्घाटन किया

सीएम ने 11वीं एग्री एशिया प्रदर्शनी का उद्घाटन किया

इकबाल अंसारी 

गांधीनगर। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को गांधीनगर में 11वीं एग्री एशिया प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए कहा कि गुजरात खेती को प्राथमिकता देकर खेती में समयानुकूल अत्याधुनिक तकनीक के उपयोग से फसल वृद्धि और किसानों की समृद्धि के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को साकार करने में अग्रसर रहा है। भूपेंद्र पटेल ने इस संदर्भ में कहा कि किसानों की आय दुगुनी कर कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री ने देश को जो किसान हितकारी योजनाएं दी हैं, गुजरात में उसका सुचारु तरीके से कार्यान्वयन हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने गुजरात में खेती, गांव और अंतिम व्यक्ति के सर्वग्राही विकास की मजबूत नींव रखी है।

उन्होंने कहा कि गुजरात आज कृषि, उद्योग, वित्तीय प्रबंधन, निर्यात और कोविड प्रबंधन सहित तमाम क्षेत्रों में देश का रोल मॉडल बना है, इसके मूल में विकास की राजनीति और सभी के कल्याण का मंत्र निहित है। श्री पटेल ने कहा कि सरकार ने खेती के क्षेत्र में तकनीक के उपयोग के साथ-साथ पोषण युक्त खेती के लिए प्राकृतिक खेती की भी रणनीति अपनाई है। राज्य सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के अलावा ड्रोन टेक्नोलॉजी के उपयोग से खेती क्षेत्र के संपूर्ण विकास के लिए खेती को प्राथमिकता दे रही है।

उन्होंने कहा कि गुजरात ने कृषि क्रांति, वाइब्रेंट समिट से औद्योगिक निवेश की व्यापक सफलता, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) हासिल करने में शीर्ष स्थान, नीति आयोग के सुशासन और वित्तीय प्रबंधन सूचकांक में आगे रहने की परंपरा को बरकरार रखा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस तरह की प्रदर्शनी राज्य के किसानों को फसल पद्धतियों के वैश्विक रुझान और कृषि ज्ञान-विज्ञान को स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराने में लाभकारी सिद्ध होगी। उन्होंने प्रदर्शनी के जर्मनी पैवेलियन, प्राकृतिक खेती से संबंधित पैवेलियन और ड्रोन पैवेलियन सहित विभिन्न पैवेलियनों और स्टॉल्स का दौरा भी किया।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  1. अंक-373, (वर्ष-11) पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254 2. बृहस्पतिवार, दिसंबर 26, 2024 3. शक-1945, पौष, कृष्ण-पक्ष...