गुरुवार, 8 सितंबर 2022

सीएम ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला 

सीएम ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला 

अकांशु उपाध्याय/मिनाक्षी लोढी 

नई दिल्ली/कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला है। ममता बनर्जी ने इस बार नेताजी की मूर्ति के उद्घाटन और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री की भारत यात्रा को लेकर मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि मुझे बुरा लगता है कि वे अब दिल्ली में नेताजी की मूर्ति बना रहे हैं। पहले से मौजूद मूर्ति के बारे में क्या? मुझे एक अंडर सेक्रेटरी का पत्र मिला है जिसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री आज प्रतिमा का उद्घाटन करेंगे और कार्यक्रम शुरू होने से पहले आप वहां आ जाएं। क्या मैं उनकी बंधुआ मजदूर हूं?

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा 2024 में हम बंगाल से एक खेल की शुरूआत करेंगे। हेमंत (सोरेन), अखिलेश (यादव), नीतीश (कुमार), मैं और अन्य साथी एकजुट होंगे, फिर वे (भाजपा) सरकार कैसे बनाएंगे? भाजपा सरकार की कोई जरूरत नहीं है।

भव्य प्रतिमा का अनावरण...
बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का उद्घाटन करेंगे। साथ ही पीएम इंडिया गेट के पास नेताजी सुभाष चंद्र बोस की एक भव्य प्रतिमा का भी अनावरण करेंगे। अनावरण समारोह प्रधानमंत्री द्वारा संशोधित सेंट्रल विस्टा एवेन्यू परियोजना के उद्घाटन का हिस्सा होगा। पीएम कर्तव्य पथ (पहले राजपथ) का भी उद्घाटन करेंगे, जो राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक फैला है।

विपक्षी एकता को लेकर किया बड़ा ऐलान...
गौरतलब है कि शेख हसीना दोनों देशों के बीच समग्र संबंधों का विस्तार करने के लिए चार दिवसीय दौरे पर सोमवार को नई दिल्ली पहुंचीं थीं। ममता बनर्जी ने कहा कि, “मैं बाहरी मामलों या द्विपक्षीय संबंधों के बारे में बात नहीं करना चाहती, लेकिन मैंने देखा है कि जब भी मुझे किसी देश में आमंत्रित किया जाता है तो केंद्र मुझे रोकने की कोशिश करता है। मैं यह जानना चाहती हूं कि केंद्र सरकार मेरे किसी विदेशी गणमान्य अतिथि से मुलाकात करने को लेकर चिंतित क्यों हैं।” ममता बनर्जी ने विपक्षी एकता को लेकर भी बड़ा एलान किया और कहा कहा कि नीतीश कुमार, हेमंत सोरेन, मैं और अन्य नेता 2024 के लोकसभा चुनाव में एक साथ आएंगे।

पुलिस-प्रशासन के समक्ष नक्सलियों का आत्मसमर्पण 

पुलिस-प्रशासन के समक्ष नक्सलियों का आत्मसमर्पण 

दुष्यंत टीकम 

सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 9 नक्सलियों ने पुलिस-प्रशासन के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस सूत्रों ने आज बताया कि जिले में चलाए जा रहे पूना नम ( नई सुबह) अभियान से प्रभावित होकर मरईगुड़ा थाना व कैंप में नौ नक्सलियों ने पुलिस अधिकारियों के समक्ष कल आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पण करने वालों में एक लाख के इनामी DKMS अध्यक्ष सहित आठ मिलिशिया कमांडर शामिल हैं।

आत्समर्पण किये गये नक्सलियों में उईका बाला, सुन्नम धर्मा, बेड़मा रामचेट्टी, पोड़ियाम बुधरा, उईका भीमा, बेड़मा कामा, डीएकेएमएस अध्यक्ष सो-सजय़ी कोसा, सीएनएम अध्यक्ष पोड़ियम सोना एवं भट्टीगुड़ा आरपीसी में आर्थिक कमेटी सदस्य बेड़मा रामा शामिल हैं। सरेंडर करने वाले नक्सलियों को 10 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि के अलावा पुनर्वास नीति का लाभ मिलेगा।

कमजोर बच्चों को निशुल्क शिक्षा व छात्रवृति देगी, इम्पा

कमजोर बच्चों को निशुल्क शिक्षा व छात्रवृति देगी, इम्पा

कविता गर्ग 

मुंबई। फिल्म निर्माताओं के संगठन इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर एसोसिएशन (इम्पा) आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को निःशुल्क शिक्षा और छात्रवृति देगी। इम्पा ने आर्थिक रूप से कमजोर हुए अपने सदस्यों के बच्चों के लिए एक मजबूत सराहनीय कदम उठाया है, जिसके तहत वे ऐसे सदस्यों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा देंगी। साथ ही उनके हायर एजुकेशन के लिए बच्चों को छात्रवृति भी देगी।

इम्पा के अध्यक्ष अभय सिन्हा ने कहा कि फ़िल्म निर्माता जिनकी वित्तीय स्थिति वास्तव में अच्छी नहीं है और अपने बच्चों को उचित शिक्षा प्रदान करने में सक्षम नहीं हैं, उन्हें मुफ्त शिक्षा दी जायेगी। साथ ही उनके हायर एजुकेशन के लिए छात्रवृति भी दी जायेगी।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 


1. अंक-335, (वर्ष-05)

2. शुक्रवार, सितंबर 9, 2022

3. शक-1944, भाद्रपद, शुक्ल-पक्ष, तिथि-चतुर्दशी, विक्रमी सवंत-2079।

4. सूर्योदय प्रातः 05:51, सूर्यास्त: 06:56। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 29 डी.सै., अधिकतम-36+ डी.सै.। उत्तरभारत में बरसात की संभावना। 

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु,(विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी। 

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27,प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102http://www.universalexpress.page/ www.universalexpress.in 

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बुधवार, 7 सितंबर 2022

8 सितंबर को मनाया जाएगा 'विश्व साक्षरता दिवस'

8 सितंबर को मनाया जाएगा 'विश्व साक्षरता दिवस' 

सरस्वती उपाध्याय 

हर साल 8 सितंबर को दुनियाभर में 'विश्व साक्षरता दिवस' मनाया जाता है। इसे मनाने की शुरुआत साल 1966 में हुई थी, जब यूनेस्को ने शिक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने और दुनियाभर के लोगों का इस तरफ ध्यान आकर्षित करने के लिए हर साल आठ सितंबर को 'विश्व साक्षरता दिवस' मनाने का फैसला किया था। चूंकि इस बार दुनियाभर में कोरोना महामारी फैली है, इसलिए इस बार साक्षरता दिवस की थीम 'साक्षरता शिक्षण और कोविड -19: संकट और उसके बाद' पर रखी गई है। आइए जानते हैं, इस दिवस के बारे में खास बातें, जैसे कि इसे क्यों मनाया जाता है, इसका महत्व क्या है और इससे समाज में क्या बदलाव आया है। 

कब आया अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाने का विचार ? 

इसे मनाने की घोषणा भले ही 26 अक्तूबर 1966 को हुई हो, लेकिन सबसे पहले इसका विचार ईरान के तेहरान में शिक्षा से जुड़े मंत्रियों के विश्व सम्मेलन के दौरान आया था। यह सम्मेलन साल 1965 में हुआ था, जिसमें निरक्षरता को खत्म करने के लिए दुनियाभर में एक जागरूकता अभियान चलाने पर चर्चा की गई थी। 

क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस ? 

अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य व्यक्तिगत, सामुदायिक और सामाजिक रूप से साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डालना है। इस दिवस के माध्यम से दुनियाभर में लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक किया जाता है, ताकि वो अपने आने वाले कल को बेहतर बना सकें। 

साक्षरता के मामले में भारत कहां ? 

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों पर आधारित एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में साक्षरता दर 77.7 फीसदी है। अगर देश के ग्रामीण इलाकों की बात करें तो वहां साक्षरता दर 73.5 फीसदी है जबकि शहरी इलाकों में यह आंकड़ा 87.7 फीसदी है। साक्षरता के मामले में देश का शीर्ष राज्य केरल है, जहां 96.2 फीसदी लोग साक्षर हैं। वहीं आंध्र प्रदेश इस मामले में सबसे निचले पायदान पर है। वहां की साक्षरता दर महज 66.4 फीसदी ही है। 

पहले के मुकाबले भारत में काफी बढ़ी है साक्षरता दर...

अगर हम आजादी से वर्तमान साक्षरता दर का आंकलन करें तो स्थिति थोड़ी बेहतर नजर आती है। आजादी के बाद से देश में साक्षरता दर में 57 फीसदी की वृद्धि हुई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटिश शासन के दौरान देश में सिर्फ 12 फीसदी लोग ही साक्षर थे।

बागपत: योजना के अंतर्गत कार्यक्रम का आयोजन 

बागपत: योजना के अंतर्गत कार्यक्रम का आयोजन 


छात्राओं को सैनेट्री पैड किए वितरित

बाम गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय में कार्यक्रम हुआ आयोजित

गोपीचंद/भानु प्रताप उपाध्याय 

बागपत। सारथी वेलफेयर फाउंडेशन के तत्वाधान में बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार की योजना के अंतर्गत उच्च प्राथमिक विद्यालय बाम में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमे छात्राओं को सेनेटरी पैड वितरण कर उनके इस्तेमाल करने के तरीके भी छात्राओं को बताएं। सारथी वेलफेयर फाउंडेशन की चेयरपर्सन वंदना गुप्ता ने छात्राओं को हेल्पलाइन नंबर 1070 ,1090, 1076 मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 181 ,यूपी 112 आदि के विषय में जानकारी दी। इस दौरान स्कूल की प्रधानाचार्य पूनम देवी,इंदु हजेला, सुजाता मलिक  व छात्राएं मोजूद रही।

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...