मंगलवार, 6 सितंबर 2022

राज्य की जमीनों को लुटने नहीं देंगे: सीएम धामी 

राज्य की जमीनों को लुटने नहीं देंगे: सीएम धामी 

पंकज कपूर 

देहरादून। राजपुर रोड पर एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि वह राज्य की जमीनों को लुटने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में जिस तरह से कुछ बाहरी लोगों द्वारा राज्य के लोगों की मिलीभगत से लोगों की जमीनों को कौड़ियों के भाव खरीदा जा रहा था और भूमिधर कोे भूमिहीन बनाने का काम किया जा रहा था उसके कारण लंबे समय से राज्य में एक सशक्त भू कानून की मांग की जा रही थी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बहुत जल्द एक सशक्त भू कानून लाएगी। समिति ने सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है अब इसमें और क्या संशोधन हो सकते हैं। इस पर विचार के बाद बहुत जल्द नया भू कानून लाया जाएगा और कहा कि उत्तराखंड आने पर और उत्तराखंड में काम धंधा करने तथा निवेश करने पर कोई पाबंदी नहीं होगी लेकिन उनका संकल्प है कि वह जमीनों की लूट नहीं होने देंगे और इसके लिए हिमाचल की तरह एक सख्त कानून बहुत जल्दी लाया जाएगा।

यूकेएसएसएससी पेपर लीक और घोटाले के बारे में उन्होंने कहा कि इस मामले की सही दिशा में जांच चल रही है और यह जांच तब तक जारी रहेगी जब तक अंतिम दोषी की गिरफ्तारी नहीं हो जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य के युवा और बेरोजगारों के साथ जो छल और धोखा किया गया वैसा भविष्य में फिर कभी न हो इसलिए नौकरियों में हुई धांधली कि यह जांच बहुत जरूरी है। एक बार फिर दोहराया कि राज्य के युवाओं को न्याय जरूर मिलेगा।

निजी लाभ के कारण विकास पक्ष से पिछड़ा 'पंजाब'

निजी लाभ के कारण विकास पक्ष से पिछड़ा 'पंजाब'

अमित शर्मा 

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि रसूखदार राजनीतिक परिवारों के निजी लाभ के कारण राज्य विकास पक्ष से पिछड़ गया। मान ने आज यहां जल आपूर्ति एवं स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभागों में नए भर्ती हुए नौजवानों को नियुक्ति पत्र सौंपने के मौके पर संबोधन में कहा कि इन राजनीतिक परिवारों ने निजी हितों के लिए हमारे नौजवानों का भविष्य तबाह कर दिया। इन परिवारों ने अपने निजी फ़ायदों के लिए राज्य के हित दांव पर लगाने से भी गुरेज़ नहीं किया।

इन परिवारों ने पंजाब और हमारे नौजवानों के साथ धोखा किया है, जिस कारण ही इनको सत्ता से बाहर का रास्ता देखना पड़ा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य की पुरातन शान बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध है। टाटा ग्रुप राज्य में लुधियाना के नज़दीक 2600 करोड़ रुपए के निवेश के साथ बड़ा प्रोजेक्ट स्थापित कर रहा है। टाटा स्टील द्वारा जमशेदपुर के बाद बड़ा निवेश किया जा रहा है। आने वाले दिनों में राज्य में और औद्योगिक प्रोजेक्ट भी स्थापित किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के अनुकूल माहौल के स्वरूप बड़ी कंपनियां निवेश कर रही हैं और अब प्रोजेक्ट स्थापित करने के लिए सीधा पंजाब के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये जाते हैं, जबकि इससे पहले निवेशकों को सत्ताधारी राजनीतिक परिवारों के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया जाता था, जिस कारण निवेशक पंजाब से मुंह फेर लेते थे। उनके अनुसार उन्होंने मेहनत और लगन से यह उपलब्धि हासिल की है। मेहनत करने वाले नौजवान इस नौकरी के हकदार हैं। क्योंकि वह कड़े इम्तिहानों से गुजऱ कर मैरिट के आधार पर चुने गए हैं। बाकी भर्ती भी पूरी पारदर्शिता से की जा रही है जिसे जल्द ही पूरा किया जाएगा।

इस मौके पर जल आपूर्ति एवं स्वच्छता मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री चेतन सिंह जौड़ेमाजरा, विधायक जगदीप गोल्डी और अजीतपाल सिंह कोहली, प्रमुख सचिव आपूर्ति एवं स्वच्छता डी.के.तिवाड़ी, सचिव स्वास्थ्य अजोए शर्मा, डायरेक्टर जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विपुल उज्जवल और अन्य उपस्थित थे।

जिला लेखा प्रबंधक को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया 

जिला लेखा प्रबंधक को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया 

मनोज सिंह ठाकुर 

जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में लोकायुक्त पुलिस ने नेशनल हेल्थ मिशन की जिला लेखा प्रबंधक को 80 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक संजय साहू ने बताया कि एक टूर एण्ड ट्रेवल्स के वाहन एनएचएम में लगे हुए थे, जिनका 13 लाख 24 हजार रूपये का बिल पेडिंग था।

बिल को फॉरवर्ड करने के लिए एनएचएम की जिला लेखा प्रबंधक श्रद्धा ताम्रकार ने एक लाख 10 हजार रूपये की रिश्वत मांगी थी। इसकी शिकायत ट्रेवल्स एजेन्सी के संचालक ने लोकायुक्त से की थी। ट्रेवल्स एजेन्सी का संचालक रिश्वत की पहली किश्त 80 हजार रूपये लेकर सीएचएमओ कार्यालय स्थित जिला लेखा प्रबंधक के दफ्तर पहुंचा।

जिला लेखा प्रबंधक ने जैसे ही रिश्वत की रकम हाथ में पकडी लोकायुक्त टीम ने दबिश दी। लोकायुक्त की टीम को देखकर महिला जिला लेखा प्रबंधक ने रिश्वत की रकम फैंक दी। लोकायुक्त की टीम ने रकम को जब्त कर महिला अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया लिया है।

मजदूरों व सुरक्षाकर्मियों को पंजीकृत करने के आदेश 

मजदूरों व सुरक्षाकर्मियों को पंजीकृत करने के आदेश 

इकबाल अंसारी 

श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष एवं जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि प्रशासन ने एक उत्तरी जिले में अपने अधिकारियों को गैर स्थानीय मजदूरों और सुरक्षाकर्मियों को मतदाता के रप में पंजीकृत करने के मौखिक आदेश दिए हैं। जम्मू-कश्मीर के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) हिरदेश कुमार द्वारा जम्मू में मतदाता सूची के विशेष सारांश संशोधन पर एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करने के एक दिन बाद  मुफ्ती की प्रतिक्रिया सामने आई है।

मुफ्ती ने आरोप लगाया कि यह पता चला है कि कुमार ने सभी पार्टियों को आश्वासन दिया कि केवल जन प्रतिनिधित्व अधिनियम (आरपीए) के तहत पात्र लोगों को मतदाता सूची में नामांकित किया जाएगा।  मुफ्ती ने किया कि रिपोर्टों के अनुसार जिला तहसीलदार द्वारा कल बारामूला में एक प्रशासनिक बैठक में गैर-स्थानीय मजदूरों तथा केंद्रीय बलों सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, बीएसएफ और सेना के जवानों को मतदाता के रूप में नामांकित करने के लिए मौखिक आदेश पारित किए गए हैं।

प्रशासन को इस पर सफाई देनी चाहिए।” पिछले महीने सीईओ श्री कुमार द्वारा घोषणा किए जाने के बाद कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के खत्म होने के बाद ‘सामान्य रूप से रहने वाला’ देश का प्रत्येक नागरिक यहां मतदाता के रूप में पंजीकरण कर सकता है और अगले विधानसभा चुनावों में मतदान कर सकता है, के बाद जम्मू-कश्मीर में एक बड़ा राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि सारांश संशोधन अभ्यास के दौरान लगभग 25 लाख नए मतदाताओं के मतदाता सूची में जोड़े जाने की संभावना है।

भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर लगभग सभी मुख्यधारा के विपक्षी राजनीतिक दलों ने प्रस्तावित कदम पर प्रहार किया। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बाद में स्पष्ट किया कि केंद्र शासित प्रदेश में मतदाता सूची को संशोधित करते हुए 25 लाख मतदाताओं को जोड़ने के अनुमान में वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने एक अक्टूबर, 2022 तक 18 वर्ष की आयु के हो चुके होंगे।

स्वास्थ्य: शहद का इस्तेमाल गलत तरीके से न करें

स्वास्थ्य: शहद का इस्तेमाल गलत तरीके से न करें 

सरस्वती उपाध्याय 

शरीर में जमा चर्बी की वजह से ज्यादातर लोग परेशान रहते हैं। इसे कम करने के लिए बहुत से उपाय करते हैं, मगर चर्बी कम नहीं होती। चर्बी कम करने के लिए हर कोई सबसे पहले डाइटिंग का सहारा लेता है। ऐसा करना सही भी है, लेकिन इस चक्कर में शरीर को पर्याप्त ऊर्जा न मिल पाने के कारण कमजोरी महसूस हो सकती है। ऐसे में शहद का जरूर करना चाहिए।एक्सपर्ट की मानें तो कुछ लोग चर्बी घटाने के लिए तो कुछ बढ़ाने के लिए शहद का इस्तेमाल करते हैं। मधुमक्खी के छत्ते से निकला फ्रेश शहद शरीर के वजन को बढ़ाता है और हल्का रेचक होता है। वहीं शहद जो पुराना है, फैट के मेटाबॉलिज्म में मदद करता है और कफ को खत्म करता है।

आयुर्वेद में शहद के फायदे...

  • शहद आंखों और आंखों की रोशनी के लिए बहुत अच्छा होता है।
  • यह प्यास बुझाता है और कफ को घोलता है।
  • यह मूत्र मार्ग के विकारों, दमा, खांसी, दस्त और जी मिचलाना-उल्टी में बहुत मददगार है।
  • यह एक नेचुरल डिटॉक्सिफायर है।
  • यह दिल के लिए अच्छा है, त्वचा में सुधार करता है, और कामोत्तेजक है।
  • गहरे घावों को जल्दी भरने में मदद करता है।
  • स्वस्थ दानेदार टिशू के विकास की शुरुआत करता है।

यूं न करें इस्तेमाल...

  • शहद को गर्म खाने या पानी के साथ नहीं मिलाना चाहिए।
  • गर्म जगह पर काम करते समय शहद नहीं खाना चाहिए।
  • शहद को कभी भी घी के साथ या गर्म, मसालेदार खाने के साथ नहीं मिलाना चाहिए।
  • इसके अलावा फर्मेंटेड ड्रिंक्स (जैसे, व्हिस्की, रम, ब्रांडी) या सरसों में इसे नहीं मिलाना चाहिए।

कैसे करें इस्तेमाल...

  1. मोटापे के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं तो एक गिलास कमरे के तापमान के पानी के साथ 1 चम्मच शहद लें।
  2. 1 टीस्पून शहद के साथ एक टीस्पून पीएफ हल्दी और 1 काली मिर्च को मिलाकर पीने से खांसी, सर्दी, साइनसाइटिस, इम्युनिटी ठीक करने में मदद मिलेगी।
  3. इसके अलावा गर्म पानी में शहद पीने की बड़ी गलती करने से बचें।

मोटापा: कंपनी 'एल्यूरियन' ने कैप्सूल लाॅन्च किया

मोटापा: कंपनी 'एल्यूरियन' ने कैप्सूल लाॅन्च किया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। मोटापा दूर करने में समर्पित कंपनी एल्यूरियन ने एक ऐसा कैप्सूल लाॅन्च किया है, जो चार महीने में 10 से 15 प्रतिशत तक वजन घटा देता है। एल्यूरियन के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी शांतनु गौर ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि इस कैप्सूल को निगलने के बाद हेल्थकेयर प्रोफेशनल उसमें पहले से लगे कैथेटर से 550 मिलीलीटर तरल पदार्थ के साथ इसे फुला देेते हैं। इस प्रक्रिया में किसी तरह की सर्जरी, एंडोस्कोपी या एनेस्थेसिया की जरूरत नहीं होती। प्रक्रिया पूरी कर लेने के बाद यह देखने के लिए एक एक्सरा किया जाता है कि बैलून सही स्थिति में है या नहीं।

पूरी प्रक्रिया 15 मिनट में पूरी कर ली जाती है। प्लेसमेंट के बाद यह बैलून पेट भरा होने का अहसास दिलाता है और भोजन की इच्छा को कम करता है। यह भूख के अहसास को कम करता है और करीब चार महीने बाद स्वत: सिकुड़ जाता है और मल के साथ शरीर से बाहर निकल जाता है। उन्होंने बताया कि यह कैप्सूल केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन से अनुमोदित है। मोटापा और वजन घटाने में कारगर यह कैप्सूल मधुमेह, बांझपन और हृदय रोग के उपचार में भी मददगार हो सकता है। उन्होंने कहा कि भारत में मोटापे से जुड़ी बीमारियां बढ़ रही हैं और मधुमेह, रक्तचाप, हृदय रोग आदि को नियंत्रित करने में यह सहायक हो सकता है।

एल्यूरियन के संस्थापक भागीदार एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राम चुट्टानी ने इस अवसर कहा कि अध्ययनों से एल्यूरियन प्रोग्राम के प्रभाव और सुरक्षा की पुष्टि हुई है। रोगियों को लगभग 16 हफ्तों में शरीर के वजन को औसतन 10 से 15 प्रतिशत कम करने में मदद मिली है। डॉ गौर ने बताया कि यदि एक कैप्सूल लेने के बाद 10 से 15 प्रतिशत वजन कम हो जाने के बावजूद शरीर का वजन औसत स्तर तक न आये तो एक कैप्सूल और लिया जा सकता है। इससे करीब आठ महीने में शरीर का वजन औसत तक लाया जा सकता है।

डॉ राम चुट्टानी ने कहा कि इस कैप्सूल के इस्तेमाल के बाद शरीर को कम खाने की आदत हो जाती है जिससे भविष्य में वजन से ज्यादा की आशंका बहुत कम रह जाती है। उन्होंने बताया कि अभी दिल्ली में इसके लिए पांच क्लीनिक पर संबंधित स्टाफ को प्रशिक्षित कर दिया है और जल्द ही दिल्ली समेत अन्य स्थानों पर इसके इस्तेमाल की प्रक्रिया पूरी करने के लिए बड़ी संख्या में क्लीनिकों को चिह्नित करके वहां के स्टाफ को प्रशिक्षित कर दिया जाएगा।

क्रिकेट के हर प्रारूप से रिटायरमेंट लेने का ऐलान 

क्रिकेट के हर प्रारूप से रिटायरमेंट लेने का ऐलान 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। टीम इंडिया के मध्यक्रम के बाएं हाथ के धाकड़ बल्लेबाज रहे सुरेश रैना ने अब क्रिकेट के हर प्रारूप से रिटायरमेंट लेने का ऐलान कर दिया है। मुख्य बात यह रही है कि सुरेश रैना को अब क्रिकेट खेलने के लिए क्रिकेट से संन्यास का ऐलान करना पड़ा है। मंगलवार को भारतीय क्रिकेट टीम के बाएं हाथ के मध्यक्रम के पूर्व बल्लेबाज सुरेश रैना ने अब क्रिकेट के हर प्रारूप से संन्यास लेने का ऐलान किया है। बाएं हाथ के मध्यक्रम के धाकड़ बल्लेबाज एवं मिस्टर आईपीएल के नाम से विख्यात सुरेश रैना ने मंगलवार को अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि अपने देश भारत और राज्य उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करना एक सम्मान की बात है। मैं क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा करना चाहता हूं। मैं बीसीसीआइर्, यूपीसीए, चेन्नई सुपर किंग, राजीव शुक्ला सर और अपने सभी प्रशंसको का उनके समर्थन और मेरी क्षमताओं में अटूट विश्वास के लिए उनका धन्यवाद करना चाहूंगा।

दरअसल भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना अ्र्र्रभी भी अपने खेल को जारी रखना चाहते हैं और वह 10 सितंबर से शुरू हो रही रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज का हिस्सा बनने जा रहे हैं। उधर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की पॉलिसी इस बात को कहती हैं कि वह खिलाड़ी जो किसी भी प्रकार से बीसीसीआई के साथ जुड़ा हुआ है, वह किसी भी विदेशी लीग अथवा अन्य किसी टूर्नामेंट में नहीं खेल सकता है। माना जा सकता है कि मध्यक्रम के धाकड़ बल्लेबाज सुरेश रैना को क्रिकेट खेलने के लिए क्रिकेट के हर प्रारूप से रिटायरमेंट का ऐलान करना पड़ा है।

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सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...