बिना मेकअप के भाग लेने वाली पहली इंसान, मेलिसा
मोमीन मलिक
लंदन। लंदन की 20 वर्षीय मेलिसा राउफ मिस इंग्लैंड प्रतियोगिता के 94 साल के इतिहास में बिना मेकअप के भाग लेने वाली पहली इंसान बन गई हैं। लंदन में हुए सेमीफाइनल में बिना मेकअप के दिखीं मेलिसा फाइनल राउंड में पहुंच गई हैं। उन्होंने कहा, मैं यह दिखाने से नहीं डरती कि मैं क्या हूं…दिखाना चाहती थी कि मेलिसा असलियत में कौन है। दरअसल, 20 वर्षीय युवती मेलिसा राउफ ने इंग्लैंड की सौंदर्य प्रतियोगिता मिस इंग्लैंड के सेमी फाइनल राउंड में बिना मेकअप के सामने आई। वहीं उसके इस कदम ने ब्यूटी कॉन्टेस्ट के प्रतिभागियों को भी इंप्रेस कर लिया। जिसके बाद अब वो फाइनल में पहुंच चुकी हैं। मेलिसा ने नेचुरल ब्यूटी को प्रमोट करते हुए फाइनल में जगह बनाई है। वहीं मेलिसा बेयर फेस राउंड की भी विजेता है। जिसमे प्रतिभागियों को नो फिल्टर-मेकअप की तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट करनी थी।
हालांकि मेलिसा हमेशा से मेकअप से दूर नहीं रहती थीं। लेकिन ब्यूटी कॉन्टेस्ट में प्रतिभाग करने के लिए उन्होने मेकअप से दूर रहने का फैसला किया। इस बारे में मेलिसा कहती हैं कि उन्हें नहीं लगता कि वो दुनिया के खूबसूरती के मापदंडों पर खरी उतरती हैं। लेकिन उन्होंने खुद को जैसी हूं वैसा ही स्वीकार करना सीख लिया है। मेलिसा के बिना मेकअप सेमी फाइनल राउंड में उतरने पर मिस इंग्लैंड कॉन्टेस्ट की निदेशक एंजी बेसल कहती हैं कि पहली बार हमने किसी प्रतिभागी को सेमी फाइनल राउंड में बिना मेकअप उतरते देखा। इसके साथ ही वो कहती हैं कि हमे भी मेकअप के पीछे का इंसान देखना है। मेलिसा का ये कदम साहसिक है और उन तमाम लड़कियों के लिए संदेश भी है, जो सामाजिक दबाव के चलते मेकअप करती हैं और खुद को नेचुरल रूप में स्वीकार नहीं कर पातीं।